गुणवत्ता पर सवाल उठाने के बाद रुका है डामरीकरण का काम

ऋषिकेश।
नगर पालिका क्षेत्र में सड़कों की मरम्मत का काम ठप पड़ा हुआ है। स्थानीय सभासद ने आवास विकास क्षेत्र में बनी सड़क की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग उठाई थी। आईआरआई रुड़की की टीम ने सड़कों की गुणवत्ता जांचने पहुंची थी। इसके बाद से काम रुका पड़ा है।
ऋषिकेश में करीब 17 किमी लंबी 52 सड़कों के डामरीकरण का काम होना है। इसके लिए नगर पालिका को दो करोड़ पांच लाख रुपये का बजट है। पालिका प्रशासन पर आरोप लगे थे कि व्यस्त इलाकों को छोड़कर पहले पॉश कॉलोनियों में सड़कों को बनाया जा रहा है। इस दौरान आवास विकास क्षेत्र में सड़क की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए स्थानीय सभासद विकास तेवतिया ने जांच की मांग उठाई थी। उन्होंने प्रशासन को भी शिकायत भेजी थी। इसपर 25 अक्तूबर को पालिका प्रशासन ने सिंचाई अनुसंधान संस्थान रुड़की (आईआरआई) से निर्माण कार्य की जांच कराई। जांच टीम ने पाया कि सड़कों का कार्य मानकों के तहत नहीं हो रहा है। सड़कों पर सीलकोट करने और बनी सड़कों को नए सिरे से बनाने के निर्देश टीम ने दिए। इससे पालिका प्रशासन सकते में आ गया और तब से सड़कों का निर्माण कार्य ठप पड़ा है।
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सवाल उठ रहे हैं कि तापमान में गिरावट होने लगी है। सुबह और शाम के समय ठंड हो रही है। ऐसे में हॉटमिक्स सड़कों का निर्माण करने में दिक्कत आएगी। अगर सर्दियों में कार्य होता है तो सड़कों के ज्यादा दिन चलने की गारंटी नहीं है।

सड़क और पुल नहीं बना तो चुनाव बहिष्कार

सिंधवाल गांव, नाहींकला, सनगांव के लोगों ने दी चुनाव बहिष्कार की चेतावनी
खुली बैठक में ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों ने आम सहमति से पारित किया प्रस्ताव

रानीपोखरी।
ग्राम पंचायत सिंधवाल गांव, नाहींकला और सनगांव के ग्रामीणों ने पुल और सड़क नहीं बनने पर चुनाव का बहिष्कार की चेतावनी दी है। बुधवार को आयोजित खुली बैठक में ग्रामीणों ने एकमत से यह फैसला लिया।
मुड़ियागांव में आयोजित खुली बैठक में सिंधवाल गांव, नाहींकला गांव और सनगांव के पंचायत प्रतिनिधियों और बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने हिस्सा लिया। सिंधवाल गांव की ग्राम प्रधान सोमती सिंधवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में मांग उठाई गई कि क्षेत्र को थानो से जोड़ने वाले मार्ग और बिदाल नदी पर स्पान पुल का निर्माण शीघ्र शुरू किया जाए। विधानसभा चुनाव से पहले निर्माण शुरू नहीं होने पर चुनाव का बहिष्कार की चेतावनी दी गई। इस प्रस्ताव का सभी ग्रामीणों ने एक स्वर में समर्थन किया। ग्राम प्रधान ने बताया कि सड़क और पुल के लिए सिर्फ आश्वासन मिल रहे हैं। काम शुरू नहीं हो रहा है।
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क्षेत्रीय विधायक और शासन को पत्र देने के बाद भी सकारात्मक कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने रोष जताया। प्रधान सोमती सिंधवाल ने बताया कि चार माह से डीपीआर शासन में लंबित है। उन्होंने 15 दिन के भीतर निर्माण कार्य शुरू होने की मांग उठाई। ग्राम सभा के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और मुख्य चुनाव आयुक्त को डाक से भेजा जा रहा है। संचालन राजपाल सिंह सिंधवाल ने किया। बैठक में नाहींकला की उपप्रधान पुष्पा देवी, सनगांव मंगल दल के विशाल रावत, दीवान सिंह, विजयपाल सिंह, राजेश सिंह, किशन सिंह, देवी सिंह, राजपाल सिंह, खजानी देवी, वैशाखी देवी, सरोजनी देवी, दीपा देवी आदि मौजूद रहे।

पटाखा बाजार को लेकर प्रशासन और व्यापारी आमने सामने

पटाखों की बिक्री के लिए प्रशासन ने तय किए है तीन स्थान
व्यापारियों ने एसडीएम से बाजार में पूर्व की तरह पटाखें बेचने की मांग की

ऋषिकेश।
शनिवार को शहर के व्यापारी एसडीएम ऋषिकेश से मिलने उनके दफ्तर पहुंचे। उन्होंने पटाखा बाजार को पूर्व की भांति लगाने की मांग की। एसडीएम वृजेश कुमार तिवारी ने बताया कि भीड़भाड़ वाले स्थानों में पटाखा बाजार लगाने की अनुमति नही दी जायेगी। उनका कहना था कि आमजन की सुरक्षा को लेकर प्रशासन सतकर्ता बरत रहा है। व्यापारियों ने एसडीएम की बातों पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहाकि वर्षो से पटाखा बाजार शहर के बाजार के साथ ही लगाया जाता है। ऐसे में लोगों को पटाखें खरीदने के लिए परेशानी का सामना करना पडे़गा।
व्यापारी और प्रशासन दोनों ही अपने-अपने तर्क दे रहे है। जिससे दोनों में आम सहमति नही बन पायी है। एसडीएम वृजेश कुमार तिवारी ने बताया कि प्रशासन ने श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज, नगर पालिका परिसर ऋषिकेश व पुराना रोडवेज बस अड्डा को पटाखा बाजार लगाने के लिए चिन्हित किया है।
104बताया कि प्रशासन सुरक्षा की दृष्टि से खुले मैदान में पटाखा बाजार लगाने को लेकर सर्तकता बरत रहा है। उन्होंने प्रशासन से जारी किये जाने वाले पटाखा लाइसेंस की शर्तो का पालन सुनिश्चित कराने की बात कही। एसडीएम से मिलने वालों में नगर उद्योग व्यापार मंडल में महामंत्री जयदत्त शर्मा, श्रवण जैन, ललित कुमार सक्सेना, राजपाल ठाकुर आदि मौजूद थे।

बेटी की शादी नजदीक, लोगों ने बैंक में काटा हंगामा

ऋषिकेश।
किसान के खाते से साढ़े चार लाख रुपये गायब होने पर गुस्साए ग्रामीणों ने बैंक में हंगामा किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि न तो खाते में पैसे लौटे हैं और न ही आरोपी पकड़े गए हैं। पैसे वापस लौटने के आश्वासन पर ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ।
लक्कड़घाट श्यामपुर निवासी किसान ऋषिपाल का श्यामपुर बाईपास स्थित पंजाब सिंध बैंक में खाता है। किसान की बेटी की शादी 18 नवंबर को होनी है। उन्होंने बेटी की शादी के लिए खाते में साढ़े चार लाख रुपये जमा किए थे। 19 सितंबर से पांच अक्तूबर के बीच उनके खाते से यह रकम निकाल ली गई। ग्रामीणों का आरोप है कि बैंक की लापरवाही के चलते खाते से लाखों की रकम निकाल ली गई। एक माह से पीड़ित बैंक के चक्कर काट रहा है, लेकिन रकम वापस नहीं मिल रही है।
मामले में बैंक पर लापरवाह रवैये का आरोप लगाया। किसान की बेटी की शादी नजदीक है, लेकिन बैंक अधिकारी झूठा आश्वासन देकर किसान के साथ टालमटोल कर रहे हैं। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ देख पुलिस बल भी मौजूद रहा। उधर, बैंक प्रबंधक ने किसान के खाते में रकम डालने का आश्वासन दिया है। प्रदर्शन करने वालों में ज्योति सजवाण, संजीव चौहान, जसविंदर सिंह राणा, महावीर उपाध्याय, टेक सिंह राणा, गंभीर राणा, विनोद चौहान, प्रेम सिंह बिष्ट, दिनेश पयाल, मंजीत राठौर, देवेंद्र बेलवाल, ममता आदि शामिल रहे।
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लौटने की शर्त पर बैंक देगा शादी के लिए रुपये
प्रदर्शन के बाद स्थानीय लोगों की मौजूदगी में बैंक प्रबंधक और किसान के बीच करार किया गया। इसमें किसान की बेटी की शादी के लिए बैंक खाते में साढ़े चार लाख रुपये जमा करेगा। इसकी एवज में किसान को अपनी संपत्ति से जुड़े कागजात बैंक में रखने होंगे। बैंक की आंतरिक जांच पूरी होने के बाद अगर आरोपी पकड़े जाते हैं तो किसान को रकम जमा नहीं करनी होगी। लेकिन आरोपी नहीं पकड़े जाते हैं तो किसान को रकम बैंक को लौटानी होगी। सभी ग्रामीणों की सहमति पर बैंक और किसान के बीच यह करार हुआ।

किसान के खाते में बैंक साढ़े चार लाख रुपये की रकम जमा करेगा, लेकिन इसकी एवज में किसान को बैंक के पास अपनी संपत्ति के कागज रखने होंगे।
विरेंद्र सजवाण, बैंक प्रबंधक, पंजाब सिंध बैंक श्यामपुर

किसान के खाते से साढ़े चार लाख गायब होने के मामलें में पुलिस जांच चल रही है। पैसे दूसरे राज्यों के एटीएम से निकाले गए हैं। किसान की लिमिट से ज्यादा खाते से पैसे निकाले गए। सभी पहलुओं पर जांच चल रही है।
चक्रधर अंथवाल, सीओ ऋषिकेश

सिंचाई विभाग कॉलोनी में चला सफाई अभियान

सिंचाई कर्मचारियों ने अधिशासी अभियंता को सौंपा था ज्ञापन
डेंगू और चिकनगुनिया से पीड़ित हैं सात परिवारों के सदस्य

ऋषिकेश।
नगर पालिका ऋषिकेश ने रेलवे रोड स्थित सिंचाई विभाग की कॉलोनी में शनिवार को सफाई अभियान चलाया। कर्मचारियों ने झाड़ियां काटी। कूड़े के ढेर को उठाया। जहां पानी जमा था वहां दवा का छिड़काव भी किया। कॉलोनी में सात कर्मचारियों के परिवार के सदस्य डेंगू और चिकनगुनिया से पीड़ित हैं। उन्होंने शुक्रवार को अधिशासी अभियंता से सफाई कराने को लेकर गुहार लगाई थी।
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शनिवार सुबह आठ बजे पालिका के दर्जनभर कर्मचारियों ने कॉलोनी में सफाई की। सफाई निरीक्षक सचिन रावत और अरविन्द डिमरी ने बताया कि सिंचाई विभाग की कॉलोनी में झाड़ियां काटने के साथ ही सफाई अभियान चलाया गया। दोपहर बाद दवा का छिड़काव किया गया। उन्होंने समय-समय पर सफाई अभियान चलाने के साथ-साथ फॉगिंग कराई जाएगी।

डेंगू के दो और मरीज मिले
सरकारी अस्पताल में शनिवार को डेंगू और टाइफाइड के दो-दो नए मरीज मिले हैं। डेंगू की आशंका पर 21 मरीजों की ब्लड जांच की गई थी। 39 मरीजों की मलेरिया जांच की गई, जिसमें एक मलेरिया से पीड़ित मिला। मलेरिया का मामला लंबे समय बाद सामने आया है। शनिवार की ओपीडी में 509 मरीजों ने पंजीकरण कराया।

आंदोलन की तैयारियों में जुटे बिजली कर्मचारी

उत्तरांचल बिजली कर्मचारी संघ संविदा प्रकोष्ठ की बैठक
24 और 25 अक्तूबर को दो दिवसीय आंदोलन का ऐलान

डोईवाला।
उत्तरांचल बिजली कर्मचारी संघ संविदा प्रकोष्ठ ने आंदोलन की तैयारियां शुरू कर दी हैं। शुक्रवार को प्रकोष्ठ की बैठक में आंदोलन को सफल बनाने पर चर्चा की गई। कर्मचारी 24 और 25 अक्तूबर दो दिवसीय आंदोलन करेंगे।
भानियावाला सब स्टेशन पर संजय पाल की अध्यक्षता और शमशाद अली के संचालन में बैठक हुई। इसमें निर्णय लिया गया कि दो दिवसीय आंदोलन को सफल बनाने के लिए कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी।
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इसके लिए लगातार बैठकें आयोजित का फैसला लिया गया। आंदोलन को सफल बनाने के लिए देहरादून, हरिद्वार, रुड़की, ऋषिकेश और विकासनगर से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचेंगे। बैठक में जगतराम भट्ट, विक्रम तोपवाल, दिनेश कुमार, अनिल जुयाल, अमित असवाल, मुकेश कुमार, अर्जुन बिष्ट, कुलदीप राणा, संजीव बेलवाल, सुशील कुमार, गुरजीत सिंह, हरीश चौहान, प्रशांत गौड़, भूपेन्द्र गुसाईं, कृष्ण सिंह रावत, राकेश कुमार, संदीप नेगी, श्याम सिंह कोली, प्रभात नेगी, सुशील नेगी, इनाम अली, बीर सिंह, विनोद शर्मा, त्रिलोक आदि मौजूद थे।

तीर्थनगरी के कई इलाकों में पानी का संकट गहराया

आबादी बढ़ने और पुरानी पाइप लाइन होने से आ रही दिक्कत
40 एमएलडी पानी मांग के सापेक्ष मिल रहा 30 एमएलडी पानी

ऋषिकेश।
सर्दी के मौसम ने दस्तक दे दी है। कई मोहल्लों में लोग पानी की आपूर्ति गड़बड़ाने से परेशान हैं। आबादी बढ़ने और चालीस साल पुरानी पाइप लाइनें होने से दिक्कत आ रही है। शहर को 40 एमएलडी के सापेक्ष 30 एमएलडी पानी ही मिल पा रहा है।
शहर के कई इलाकों में पानी न आने की शिकायत आ रही है। आधा दर्जन से अधिक मोहल्लों में पानी सप्लाई की समयसारिणी गड़बड़ा रही है। ऋषिकेश के पुराने मोहल्लों में ज्यादा दिक्कत है। यहां 40 साल पुरानी पाइप लाइन हैं, जबकि आबादी दोगुनी हो गई है। पानी के कनेक्शन लगातार बढ़ रहे हैं। शिकायत पर जल संस्थान वॉल खोलकर चोक लाइन खोलता है, लेकिन पानी में प्रेशर न होने से सप्लाई सुचारू नहीं हो पानी।
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शहर के सदानंद मार्ग, मायाकुण्ड, चंद्रेश्वरनगर, चंद्रभागा, पुष्कर मंदिर मार्ग, हीरालाल मार्ग, बनखंडी, शांतिनगर इलाके में सबसे अधिक परेशानी है। यहां मजबूरी में टैंकर लगाने पड़ते हैं। बीते कई सालों से जल संस्थान शहर में नई पाइप लाइन डालने की बात कह रहा है, लेकिन प्रस्ताव शासन में लटका है।

शहर के पुराने मोहल्लों में नई पाइप लाइन बिछाने के साथ ही नलकूप लगाए जा रहे हैं। गर्मियों से पहले ऐसे मोहल्लों में पानी का संकट दूर हो जाएगा। जबकि शहर में पुरानी लाइन बदलने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। लो प्रेशर की समस्या से निपटने को वॉल भी बदले जा रहे हैं।
विक्रम सिंह रावत, जलकल अभियंता ऋषिकेश