गीता भवन से औषधि निर्माणशाला को सिडकुल स्थानांतरण बहुत ही दुखद, दिया धरना

गीता भवन आयुर्वेद संस्थान से संचालित औषधि निर्माणशाला के सिडकुल हरिद्वार स्थानांतरण व कर्मचारियों के वेतन न देने के विरोध में गीता भवन गेट नंबर 1 के बाहर सर्वदलीय संघर्ष समिति द्वारा धरने का आयोजन किया गया। जिसमें क्षेत्र के संभ्रांत नागरिकों के साथ प्रबुद्धजनो ने इन कर्मचारियों को समर्थन दिया।

गीता भवन कर्मचारियों के संरक्षक आशुतोष शर्मा ने कहा कि एक तरफ हमारी केंद्र व राज्य को लोकप्रिय सरकार जहां कोविड-19 को प्रतिकूल समय में आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत लोगों को राहत प्रदान कर रही है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पर्वतीय क्षेत्रों से पलायन को रोकने के लिए इन्वेस्टर सम्मिट के माध्यम से माध्यम से लघु उद्योग व सूक्ष्म उद्योगों को स्थापना हेतु प्रसारत है वही गीता भवन प्रबंधक द्वारा इस औषधि निर्माणशाला को सिडकुल स्थानांतरण बहुत ही दुखद है, जबकि पूर्व में इस संस्थान को स्वर्गाश्रम से हटाने के सभी आदेश मुख्यमंत्री ने दूर किए थे।

नगर पंचायत अध्यक्ष माधव अग्रवाल ने कहा की अधिकांश कर्मचारी विगत तीन दशक से इस संस्थान में अपनी सेवाएं दे रहे हैं जो की अल्प वेतनभोगी होने के साथ बमुश्किल अपनी आजीविका चला रहे हैं और इनके परिवार का भरण पोषण वमुश्किल हो पा रहा है ऐसे में फैक्ट्री का सिडकुल स्थान तरण बहुत ही कष्ट कारक है जिसकी नगर पंचायत स्वर्गाश्रम सभी स्तरों पर विरोध करेगा।
इस अवसर पर जिला महामंत्री कांग्रेस कमेटी सुभाष शर्मा, आदेश तोमर, सभासद नवीन राणा, सभासद जितेंद्र धाकड,़ सभासद पिंकी शर्मा, सभासद सरोज देवी, अनीश, कृष्ण, अंकित गुप्ता, संदीप कुमार, संतोष सिंह, पौड़ी जिला अध्यक्ष इंटक चेतन चैहान, सफाई मजदूर जिला प्रदेश उपाध्यक शिवचरण, विवेक तिवारी, गीता भवन कर्मचारी यूनियन मंत्री घनश्याम तिवारी आदि उपस्थित रहे।

सीएम का अभार जताने मेयर अनिता के नेतृत्व में पहुंची कृष्णानगर कालोनी की जनता

कृष्ण नगर कॉलोनी वासियों की पेयजल समस्या के निस्तारण के निस्तारण पर मेयर अनिता ममगाई के नेतृत्व में कॉलोनी वासियों ने शेरगढ़ लाल तप्पड़ में मुख्यमंत्री के आयोजित कार्यक्रम में पहुंचकर उनका आभार जताया। इस दौरान वृहद माला पहनाकर मुख्यमंत्री का जोरदार अभिनंदन किया गया।

कृष्णा नगर कॉलोनी की वर्षों पुरानी पेयजल समस्या के निस्तारण के बाद द्वितीय चरण का कार्य प्रारंभ होने से उत्साहित क्षेत्रवासियों वासियों द्वारा मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए उनका अभिनंदन किया गया। लंबे अरसे तक आंदोलन करने वाले डॉ बीएन तिवारी ने बताया कि विगत वर्ष पेयजल समस्या को लेकर मेयर से गुहार लगाई गई थी। जिसके बाद मेयर ने मुख्यमंत्री से इस गंभीर समस्या के बारे में वार्ता की तो मुख्यमंत्री द्वारा तत्काल समस्या का संज्ञान लेते हुए योजना को जल्द से जल्द धरातल पर लाने के लिए आदेश दिए थे। मेयर अनिता ममगाई के प्रयासों के चलते द्वितीय चरण में एक करोड़ चालीस लाख रुपए की लागत से योजना का कार्य भी प्रराम्भ हो गया है। लाल तप्पड़ क्षेत्र में मुख्यमंत्री का आभार जताने पहुंची महापौर ने क्षेत्रवासियों को बताया कि मुख्यमंत्री सही मायनों में विकास पुरुष हैैं।

मौके पर पार्षद कमलेश जैन, अशोक बेलवाल, योगेंद्र सैनी, तेज कुमार, नीलम तिवारी, रामकेवल गुलाब, पुष्पा बेलवाल, कुशाल सिंह, नवल, आदित्य, लक्ष्मी, ममता, रीना, मनजीत, राधा, प्रिया, निक्की, दनियाल, पवन, सोनी, मोहन, भगवान दास, सपना, सोनी, लक्ष्मी आदि शामिल रहे।

नगर निगम पर लगा हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना का आरोप

नगर निगम के बाहर एनएच की भूमि पर सब्जी मंडी का आज विरोध किया गया। सब्जी की दुकानों के खिलाफ आज राज्यमंत्री कृष्ण कुमार सिंघल, कांग्रेस प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला, एआईसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला सहित तमाम उजाड़े गए व्यापारी धरने पर बैठे। उन्होंने व्यापारियों को दोबारा यहां स्थापित करने की मांग की। वहीं, निगम प्रशासन पर हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना करने का भी आरोप जड़ा।

हाईकोर्ट में स्थानीय अनिल गुप्ता ने एक जनहित याचिका दाखिल की थी। जिसमें ऋषिकेश में सरकारी भूमि पर अतिक्रमण हटाने को लेकर याचिका की गई थी। हाईकोर्ट ने अतिक्रमण हटाने के आदेश भी संबंधित विभागों को दिए थे। जिस पर एनएच विभाग द्वारा काफी विरोध प्रदर्शन के बाद ऋषिकेश हरिद्वार रोड पर पिछले 50 सालों से निर्मित पीडब्ल्यूडी ऑफिस के आगे सभी दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया था। लोग दुकान टूट जाने के बाद सड़कों पर आ गए थे। जिसके लिए लोगों ने काफी धरना प्रदर्शन और विरोध प्रदर्शन भी किया था। विरोध प्रदर्शन के बावजूद भी एनएच विभाग द्वारा सभी दुकानों को तोड़ दिया गया था।

वहीं कोरोना लॉकडाउन के समय कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सुरक्षा हेतु जीवनी माई रोड पर पिछले 40 सालों से स्थापित सब्जी मंडी को हटा दिया गया था। जिसके बाद सैकड़ों सब्जी व्यापारी बेरोजगार हो गए थे।

नगर निगम के सामने नेशनल हाईवे के किनारे जो एनएच विभाग द्वारा अतिक्रमण की वजह से दुकानें तोड़कर के एनएच को खाली कराया था। वहां इन सब्जी विक्रेताओं को बैठने के लिए जगह दी गई। मगर, आज सुबह सड़क के किनारे से हटाए गए व्यापारियों और सब्जी विक्रेताओं के बीच में नोकझोंक शुरू हो गई। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि एक तरफ तो नगर निगम ने दुकानदारों को अतिक्रमण के नाम पर उजाड़ दिया। वहीं अब एनएच के किनारे सब्जी की दुकानें स्थापित करवा दीं।

उन्होंने इसे हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन करना बताया। इसी को देखते हुए राज्य मंत्री कृष्ण कुमार सिंघल व कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला व एआईसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला आदि धरना स्थल पर बैठे और निगम प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। उधर, याचिकाकर्ता अनिल गुप्ता ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश पर ही एनएच विभाग द्वारा सड़क के किनारे अतिक्रमण हटाया गया था। यदि दोबारा अतिक्रमण कराया गया तो संबंधित विभाग के खिलाफ हाईकोर्ट में जाएंगे और न्यायालय के आदेश की अवहेलना करने के आरोप में विभाग के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए बाध्य होंगे।

पेयजल टेरिफ पुनरीक्षण के लिए सीएम त्रिवेंद्र ने समिति की गठित

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेश में पेयजल टेरिफ पुनरीक्षण के लिये नगर विकास मंत्री मदन कौशिक एंव उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डा0 धन सिंह रावत की समिति गठित करने के निर्देश दिये हैं। समिति इस प्रकरण में विस्तृत रूप से तथ्यो का आकलन कर शीघ्र अपनी संस्तुति मुख्यमंत्री को उपलब्ध करायेगी, इसके पश्चात् इस सम्बन्ध में नीतिगत निर्णय लिया जाएगा।
पेयजल टेरिफ पुनरीक्षण से सम्बन्धित बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जल मूल्य एवं सीवर अनुरक्षण दरों हेतु वर्तमान में लागू टेरिफ दरों की जटिलता का सरलीकरण किया जाना जरूरी है। इसके लिये उन्होंने नगर विकास एवं उच्च शिक्षा राज्य मंत्री को इस सम्बन्ध में सभी तथ्यों का आकलन कर अपनी संस्तुति देने को कहा है।

बैठक में जल के अनाधिकृत प्रयोग को रोकने की दृष्टि से, बोरिंग कर भूजल के माध्यम से अथवा अन्य जल संयोजनों से पेयजल प्राप्त करने वाले उपयोगकर्ताओं से वार्षिक जलकर लिये जाने, जहां सीवर सम्बन्धी व्यवस्था संचालित हो और किसी भवनध्प्रतिष्ठान द्वारा सीवर संयोजन नहीं लिया जा रहा है, ऐसे भवनध्प्रतिष्ठानों से भवन के वार्षिक मूल्याकन के आधार पर वार्षिक सीवर कर लिये जाने के साथ ही भूजल एंव सतही जल के दोहन के दुरूपयोग को रोकने के दृष्टिगत किराये के टेंकरों से जलापूर्ति के लिये पंजीकरण की व्यवस्था किये जाने पर भी चर्चा की गई।

बैठक में नगर विकास मंत्री मदन कौशिक, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डा0 धन सिंह रावत, मुख्य सचिव ओमप्रकाश, सचिव वित्त अमित नेगी, सचिव पेयजल नितेश झा, विशेष सचिव मुख्यमंत्री डा0 पराग मधुकर धकाते के साथ ही पेयजल विभाग के विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।

तीर्थनगरी में मल्टी स्टोरी पार्किंग का सपना होगा साकारः मेयर

अब नगर निगम शहर में जाम की समस्या को देखते हुए इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द धरातल पर उतारने का मन बना चुका है। नगर निगम के सामने निगम की भूमि में ही इस मल्टी स्टोरी पार्किंग का निर्माण होगा।इसके लिए बकायदा नगर निगम मल्टी स्टोरी पार्किंग का डिजाइन तैयार कर रहा है, जिसे तकनीकी रूप देना ही शेष है। इसमें लिफ्ट के द्वारा वाहन ऊपरी मंजिल पर पार्क करने की सुविधा होगी। वाहन को लिफ्ट के माध्यम से ही उठाकर पार्किंग स्थल परिसर में स्वामी तक वापस पहुंचाने की सुविधा होगी।

नगर निगम प्रशासन जल्द ही बेहद हाईटेक विदेशी तकनीक के जरिए मल्टी-स्टोरी पार्किंग से शहर में पार्किंग की समस्या को समाप्‍त करने जा रहा है। प्रथम फेज में ट्रायल पर सौ वाहनों की पार्किंग बनाई जाएगी। इस मॉडल के सफल होने 500 वाहनों की पार्किंग बनाने की निगम की योजना है। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त धार्मिक एवं पर्यटन नगरी ऋषिकेश में पिछले कई वर्षों से ट्रेफिक जाम का लगना सबसे बड़ी समस्या रही है।वजह है,पार्किंग स्थल का न होना। नगर निगम प्रशासन ने शहर में विभिन्न विकास परियोजनाओं को अमली जामा पहनाए जाने के साथ अब मल्टीस्टोरी पार्किंग को लेकर भी कार्रवाई शुरू कर दीहै। सब कुछ ठीक रहा तोइस नूतन वर्ष के मध्य तक नगर निगम में ही मल्टी स्टोरी पार्किंग का सपना साकार हो जाएगा इसके लिए आज तकनीकी विशेषज्ञों की टीम ने महापौर अनिता ममगाई व निगम अधिकारियों के साथ इसका स्थलीय निरीक्षण किया।

महापौर ने जानकारी देते हुए बताया कि निगम के प्रोजेक्ट पर कार्य योजना बनाने का आदेश आज कर दिया है। जल्द ही योजना को मूर्त रूप दिया जाएगा ।उन्होंने बताया कि शहर की आबादी बढ़ने के कारण नगर क्षेत्र के तमाम मार्केट स्थलों पर जाम लगने की समस्या आम हो चुकी है और शहर में कोई भी पार्किंग स्थल नहीं है। पार्किंग की सुविधा न होने की वजह से यहां आने वाले पर्यटक सीधे बाईपास से राम झूला एवं लक्ष्मण झूला को कूच कर जाते हैं जिसकी वजह से यहां के व्यापारियों को लाभ नहीं मिल पाता ।शहर के बीचोंबीच स्थित नगर निगम के सामने मल्टी स्टोरी पार्किंग की योजना साकार होने के बाद व्यापारियों को इसका जबरदस्त लाभ पहुंचेगा।उन्होंने बताया निगम स्थित कर्मचारियों के आवासीय भवनों एवं प्राथमिक विधालय को शिफ्ट कराकर मल्टी स्टोरी पार्किंग बनाई जायेगी।इसका निर्माण शहरवासियों के लिए काफी सुविधाजनक होगा व शहर के विकास के लिए यह मील का पत्थर साबित होगी। मल्टी-स्टोरी पार्किंग बनने से शहर को जाम से भी मुक्ति मिलेगी। इस दौरान राहुल सेमवाल कंसलटेंट (मानवी टेक्नोलॉजी) सहायक नगर आयुक्त एलम दास, पार्षद विजय बडोनी टैक्स निरीक्षक निशात अंसारी, जेई उपेंद्र गोयल, जेई तरुण लखेड़ा, सफाई निरीक्षक धीरेंद्र सेमवाल, अभिषेक मल्होत्रा, सुजीत यादव आदि मौजूद रहे।

अपने जन्मदिन पर गंगा तट पहुंचे सीएम के सोशल मीडिया कोआर्डिनेटर नितिन रावत

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर नितिन सिंह रावत ने अपने जन्मदिवस पर त्रिवेणी घाट स्थित गंगा तट पर आरती की। इससे पूर्व युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने उनका ऋषिकेश पहुंचने पर भव्य स्वागत किया और उनके जन्मदिन पर केक काटकर खुशियां मनाई।

सीएम के सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर नितिन सिंह रावत अपने तय कार्यक्रम के अनुसार गंगा तक पहुंचे। गंगा सभा द्वारा आयोजित भव्य गंगा आरती में उन्होंने प्रतिभाग किया। आरती से पूर्व उन्होंने गंगा मां का पूजन किया एवं दीर्घायु स्वस्थ जीवन का आशीर्वाद प्राप्त किया। साथ ही प्रदेश की खुशहाली की कामना भी की।

उन्होंने बताया कि उनकी गंगा में अटूट श्रद्धा है इसलिए अपने जन्मदिवस पर वह गंगा आरती में शामिल होने के लिए ऋषिकेश पहुंचे हैं, नितिन सिंह रावत के जन्मदिन पर स्थानीय कार्यकर्ताओं ने भी खूब जोश दिखाया। युवा मोर्चा के कार्यकर्ता अपने साथ केक लेकर पहुंचे। उन्होंने नितिन सिंह रावत का पहले फूल मालाओं से और बुके देकर स्वागत किया। उसके बाद उन्होंने स्थानीय मंदिर में ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त किया। जिसके बाद युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने एक शादी समारोह में केक काटकर उनका जन्म दिवस मनाया। गंगा आरती में उनके साथ नमामि गंगे संकल्प के प्रदेश संयोजक कपिल गुप्ता सहित स्थानीय लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे। आरती से पूर्व भजन संध्या में सीएम के सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर नितिन रावत ने प्रतिभाग किया।

शनिवार से कोरोना वैक्सीन का शुभारंभ होते ही शुरू कर दिया जाएगा टीकाकरण अभियान

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि 16 जनवरी, 2021 से प्रदेश में वैक्सीनेशन का पहले चरण के लिये पूरी तैयारी कर ली गयी है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन सहित वैक्सीनेशन निर्माण में लगे वैज्ञानिकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड कोविड-19 के चरणबद्ध टीकाकरण अभियान के लिये पूर्ण रूप से तैयार है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है, इस पर किसी भी प्रकार का भ्रम नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र की ओर से प्रदेश को पहली खेप के रूप में 01 लाख 13 हजार वैक्सीन दी गई हैं। प्रथम चरण में 50 हजार हेल्थ वर्कर्स को कोविड-19 की यह वैक्सीन लगाई जानी है। मुख्यमंत्री प्रदेशवासियों से इस वैश्विक महामारी के खिलाफ अभियान में सहयोग की अपेक्षा की है। केन्द्र एवं राज्य सरकार के निरन्तर प्रयासों के उपरान्त 16 जनवरी 2021 को प्रातः 10.30 बजे सम्पूर्ण देश में कोविड-19 वैक्सीन से टीकाकरण का शुभारम्भ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री दून अस्पताल से वर्चुअली इस कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे। शुभारम्भ के साथ ही उत्तराखण्ड में भी कोविड-19 वैक्सीन लगाए जाने का कार्य आरम्भ कर दिया जायेगा।

कोविड-19 वैक्सीनेशन के बारे में जानकारी देते हुए राज्य नोडल अधिकारी एवं मिशन निदेशक एन०एच०एम० श्रीमती सोनिका ने बताया कि कल 16 जनवरी 2021 को राज्य के समस्त जनपदों के 13 चिकित्सालयों पर कोविड-19 वैक्सीनेशन टीकाकरण किया जायेगा। सोनिका के अनुसार जनपद देहरादून में 5, हरिद्वार तथा उधमसिंहनगर में 4, नैनीताल में 3 तथा अन्य जनपदों में 02-02 स्थानों पर टीकाकरण सत्र आयोजित किए जायेंगे। टीकाकरण हेतु चिन्हित 34 स्थानों में 32 सरकारी चिकित्सा संस्थान हैं जिसमें एम्स ऋषिकेश तथा ऋषिकुल आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी भी सम्मिलित हैं जबकि 2 निजी चिकित्सा संस्थान (हिमालयन मेडिकल कॉलेज एवं गुरु रामराय मेडिकल कॉलेज) में टीकाकरण होगा।

मिशन निदेशक सोनिका ने कहा कि टीकाकरण के राष्ट्रीय स्तर पर शुभारम्भ के दौरान प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फेन्स के माध्यम से क्रमशः दून मेडिकल कॉलेज तथा हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज से भी जुडेंगे और टीकाकरण की गतिविधि को देखेंगे इस अवधि में प्रधानमंत्री वहाँ पर उपस्थित वैक्सीनेशन कार्य में लगे हुए स्वास्थ्य अधिकारियों से वार्ता भी करेंगे। टीकाकरण के शुभारम्भ अवसर पर सभी 34 स्वास्थ्य ईकाईयो पर 100 लाभार्थियों को वैक्सीन दी जायेगी। इस प्रकार वैक्सीनेशन के पहले दिन लगभग 3400 हैल्थ केयर वर्कर्स का टीकाकरण किया जायेगा।

राज्य में कोविड-19 वैक्सीन टीकाकरण के बारे में स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ0 अमिता उप्रेती ने बताया कि सभी जनपदों में वैक्सीन सुरक्षित पहुंच चुकी है तथा कल प्रातः वैक्सीन सभी टीकाकरण सत्रों में निर्धारित कोल्ड चेन प्रणाली के अन्तर्गत उपलब्ध रहेगी। महानिदेशक डॉ0 उप्रेती के अनुसार सभी जनपदों को निर्देश दिए गए हैं कि वह टीकाकरण के दौरान भारत सरकार की गाईड लाईन का सख्ती से अनुपालन करते हुए टीकाकरण के कार्य को पूर्ण करेंगे और सभी टीकाकरण स्थलों पर Covid Appropriate behaviour के मानकों का पालन सुनिश्चित करायेंगे। महानिदेशक ने कहा कि सभी जनपदों को निर्देश दिए गए हैं कि वह आपूर्तित वैक्सीन के प्रथम खुराक को देने के दौरान इस बात को भी सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें 50 प्रतिशत वैक्सीन दूसरी खुराक के लिए सुरक्षित रखनी है।

उत्तराखंड कैबिनेट में विभिन्न विभागों के 17 प्रस्तावों पर लगी मुहर, अधिक पढ़ें…

देहरादून। उत्तराखंड के उन हजारों युवाओं को नर्सिंग भर्ती में भाग लेने का मौका मिलेगा, जो एक साल के अनुभव के अभाव में आवेदन नहीं कर पा रहे थे। शुक्रवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में हुई प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विभाग (मेडिकल कॉलेज) नर्सिंग संवर्ग और उत्तराखंड अधीनस्थ नर्सिंग (अराजपत्रित) सेवा नियमावली में संशोधन को मंजूरी दे दी गई। इस संशोधन के तहत नर्सिंग के पदों पर भर्ती में 30 बेड के अस्पताल में एक साल के अनुभव की शर्त को हटा दिया गया है।

मुख्यमंत्री आवास पर हुई कैबिनेट की बैठक में विभिन्न विभागों के 17 प्रस्तावों पर मुहर लगी। शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक के मुताबिक, बैठक में फैसला हुआ कि राज्य सरकार उन्हीं अशासकीय महाविद्यालयों को अनुदान देगी जो राज्य विश्वविद्यालयों से संबद्ध होंगे, उन्होंने कहा कि जो संबद्ध नहीं होंगे उनका अनुदान बंद हो जाएगा। केंद्रीय विश्वविद्यालय के एक्ट में अनुदान का प्रावधान नहीं है। बता दें कि राज्य में 18 अशासकीय महाविद्यालयों के अनुदान पर संकट है। इनमें करीब डेढ़ लाख छात्र अध्ययनरत हैं।

बी लिब और एम लिब भी बन सकेंगे पुस्तकालय लिपिक

बेचुलर ऑफ लाइब्रेरी साइंस (बी लिब) और मास्टर ऑफ लाइब्रेरी साइंस (एम लिब) वाले उम्मीदवारों को भी अब पुस्तकालय लिपिक बनने का अवसर मिलेगा। कैबिनेट ने उत्तराखंड उच्च शिक्षा पुस्तकालय सेवा संवर्ग सेवा नियमावली 2020 में संशोधन को मंजूरी दे दी है। अभी भर्ती के लिए पुस्तकालय विज्ञान की अर्हता थी। इस पद के लिए एनसीसी के सी प्रमाणपत्र को भी मान्य कर लिया गया है। पहले केवल बी सर्टिफिकेट ही मान्य था। इस पद पर भर्ती के लिए आयुसीमा 21 से 42 वर्ष निर्धारित है।

रियलिटी शो पर 12.21 करोड़ खर्चेगी सरकार

प्रदेश मंत्रिमंडल ने मैसर्स जंपिंग टौमैटो मार्केटिंग प्रा. लिमिटेड को टीवी रियलिटी शो तैयार करने की मंजूरी दे दी है। यह कंपनी राज्य के पर्यटन एवं तीर्थ स्थलों पर रियलिटी शो तैयार करने के साथ ही उनका प्रसारण भी करेगी। इस पर 12.21 करोड़ का खर्च आएगा।

अन्य फैसले
– बदरीनाथ धाम में चल रहे कार्यो के लिए वास्तुविद् सेवाओं में टेंडर न कराकर आईएनआई डिजाइन स्टूडियो फर्म के चयन को मंजूरी। फर्म कार्य की कुल लागत के दो पर प्रतिशत पर देगी सेवा।
– राठ महाविद्यालय पैठाणी में 16 चतुर्थ श्रेणी के नियमित पद समाप्त। मृतक आश्रित संवर्ग के इन पदों पर उन्हीं कर्मचारियों को आउटसोर्स से रखा जाए।
– खादी ग्रामोद्योग में बुनकरों के पारिश्रमिक में 50 फीसदी की बढ़ोतरी।
– इफ्काई विवि का नाम बदला। पहले इंस्टीटयूट ऑफ चार्टेड फाइनेंशियल एनालिस्ट ऑफ इंडिया नाम था जो बदलकर द इफ्काई सोसाइटी हैदराबाद तेलंगाना होगा, एक्ट में संशोधन को मंजूरी।
– विभागीय स्तर पर भी जारी हो सकेंगे टेंडर, प्रिंट मीडिया विज्ञापन (संशोधन) नियमावली को मंजूरी।
– उत्तराखंड चतुर्थ विस के तृतीय सत्र सत्रावसान को मंजूरी।
– उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष व सदस्य सचिव की नियुक्ति व तैनाती के सेवानियमावली को मंजूरी। अंशकालिक अध्यक्ष की व्यवस्था रखी गई। सचिव की योग्यता भी तय की गई। प्रदूषण व पर्यावरण से संबंधित विषय में पीजी होना जरूरी।
– आजीवन कारावास की सजा से दंडित सिद्धदोष कैदियों की सजा माफी के लिए स्थायी नीति को मंजूरी।
– स्वास्थ विभाग में चिकित्सा शिक्षा विभाग के तैनात 366 कर्मियों के समायोजन को मंजूरी।
– उत्तराखंड खादी एवं ग्रामोद्योग के बुनकरों एवं सिलाई कारीगरों की मजदूरी दरों में 50 प्रतिशत की वृद्धि।
– महिला उद्यमियों की आजीविका के लिए बनाए जाने वाले कियोस्क योजना में जिला स्तरीय चयन समिति में शासनस्तर से उसी जिले के दो तकनीकी सदस्य नामित होंगे।
– उत्तराखंड दृष्टिमितिज्ञ (आप्टोमैट्रिस्ट) सेवा नियमावली 2020 को मंजूरी।
– इस वित्तीय में जिन 101 मदिरा की दुकानों का आवंटन नहीं हुआ है, उन्हें 50 प्रतिशत राजस्व जमा कर दुकानें आवंटित करने का फैसला। मुख्य सचिव की अध्यक्षता की कमेटी को भी संशोधन करने का अधिकार दिया।

सक्रांति पर्व पर मेयर अनिता के नेतृत्व में चला विशेष सफाई अभियान

मकर सक्रांति पर्व पर विशेष स्वच्छता अभियान चलाकर नगर निगम ने शहरवासियों के साथ यहां पहुंचे श्रद्धालुओं को स्वच्छता का संदेश दिया गया।

वार्ड संख्या 18 एवं 19 के विभिन्न क्षेत्रों में नगर निगम महापौर के नेतृत्व में बेहद जोरदार तरीके से स्वच्छता अभियान चलाया। इस दौरान समाजसेवी संस्थाओं से जुड़े लोगों के अलावा क्षेत्रीय जनता का भी निगम प्रशासन को भरपूर सहयोग मिला।

वर्ष 2021 के स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आने के लिए नगर निगम प्रशासन किस हद तक संजीदा और संवेदनशील है इसका अंदाजा आज उस वक्त देखने को मिला जब मकर सक्रांति पर्व के बावजूद नगर निगम महापौर सफाई कर्मियों की टीम को लेकर सड़क पर उतर आई। पुराने रेलवे स्टेशन से महापौर ने अभियान की अगुवाई करते हुए विभिन्न स्थानों पर जगह-जगह कूड़ा कर्कट एकत्र कर गंदगी फैलाने वालों को आईना दिखा दिया। इस दौरान महापौर के निर्देश पर अनकों स्थानों पर नालियों में कीटनाशक दवाई का भी छिड़काव कराया गया। साथ ही लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक भी किया गया।महापौर अनिता ममगाई ने बताया कि वीरवार को वार्ड संख्या 18 और 19 में विशेष सफाई अभियान चलाया गया।उन्होंने बताया कि महा कुंभ के आगाज के साथ नगर निगम प्रशासन द्वारा शहर के तमाम वार्डो में विशेष स्वच्छता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं ।उन्होंने बताया स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आना निगम प्रशासन का सपना है इसके लिए स्वच्छता से किसी भी प्रकार का कोई समझौता नहीं किया जाएगा । उन्होंने कहा कि नगर को स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी सफाई कर्मियों की है लेकिन प्रत्येक नागरिक का भी दायित्व है कि वे नगर को स्वच्छ बनाने में अपना सहयोग दे।अभियान के दौरान पार्षद अनिता रैना, राजेश दिवाकर,अशोक बेलवाल ब्रांड एंबेसडर स्वच्छता सर्वेक्षण नगर निगम, सफाई निरीक्षक प्रशांत कुकरेती, बी एन तिवारी, योगेंद्र कुमार, बलिपाल, मनमीत, कुशाल सिंह, रामदेवल आदि मोजूद रहे।

हरिपुरकलां में उत्थान सेवा समिति ने कराया प्रथम गेंद कौथिक

हरिपुरकलां में पहली बार गेंदा मेला कार्यक्रम हुआ। शांतिमार्ग स्थित हरिपुरकलां मैदान में उत्थान सेवा समिति हरिपुर कला द्वारा आयोजित मेले का शुभारंभ आम आदमी पार्टी के नेता डॉ राजे सिंह नेगी, जिपंस दिव्या बेलवाल व समिति अध्यक्ष दीपक जुगलान ने संयुक्त रूप से किया। समिति के अध्यक्ष दीपक जुगलान ने बताया कि समिति द्वारा प्रथम बार हरिपुर कला में गिन्दी कोथिक मेले कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कौथिक में रस्साकशी प्रतियोगिता एवं पतंगबाजी कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। आप नेता डॉ राजे सिंह नेगी ने बताया कि पौराणिक मेले हमारी लोक संस्कृति की पहचान है जिसे बचाये रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। कहा कि अब तक यह मेला पौड़ी के यमकेश्वर ब्लॉक की थलनदी में आयोजित होता रहा है जिसका आयोजन वहां पर उदयपुर एवं अजमेर पट्टी के लोगों के बीच होता था।गिन्दी कोथिक का मैच नरेंद्र क्लब और उत्थान क्लब के बीच हुवा जिसमे नरेंद्र क्लब ने बाजी मारी।

मौके पर उत्तराखंड स्पोर्ट्स एशोसिएशन के अध्यक्ष आरसी भट्ट एवं महामंत्री दिनेश पैन्यूली, अजीत सिंह पयाल, ग्राम प्रधान गीतांजली जखमोला, यूजेपी नेता कनक धने, राज्य आंदोनकारी चन्द्रकान्ता बेलवाल, सुनील जुगलान, अनिल जोशी, पुष्पा जुगलान, मनोज पांडेय, हिमांशु सिलस्वाल, तरुण त्यागी, राहुल ममगाई, चंद्रमोहन गवाड़ी, गोकुल डबराल, दिवाकर शर्मा, संगीता सिलस्वाल आदि मौजूद रहे।