परमार्थ निकेतन में गोवर्धन पूजा लगाया गया छप्पन भोग

परमार्थ निकेतन में फिजीकल डिस्टेंसिंग के साथ सर्वेश्वर मन्दिर प्रांगण में भगवान श्रीकृष्ण, गोवर्धन और गौ माता की पूजा अर्चना की गयी। स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज और साध्वी भगवती सरस्वती के सानिध्य में परमार्थ गुरूकुल के ऋषिकुमार, आचार्य और सभी सदस्यों ने भावपूर्ण भजन और संगीतमय वातावरण में भगवान श्री कृष्ण को छप्पनभोग अर्पित कर श्रद्धाभाव से पूजा-अर्चना की।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि यह महोत्सव अलौकिक संदेश देता है। गोवर्धन पूजा का सम्बंध प्रकृति के साथ से है। यह पर्व हमें प्रकृति के सान्निध्य में रहकर प्रकृतिमय जीवन जीने का संदेश देता है। गोवर्धन पूजा में गोधन यानी गायों की पूजा की जाती है। हमारी संस्कृति में गाय तो पूजनीय है और पवित्र है। गौ माता अपने दूध से भी को स्वास्थ्य और समृद्धि प्रदान करती हैं। आईय गोर्वद्धन पूजा के अवसर पर गौ संवर्द्धन का संकल्प लें, पौधारोपण करें, जल बचायें, पराली न जलायें, वायु प्रदूषण न करें, सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग बंद करें इससे पर्यावरण भी बचेगा और प्रकृति भी बचेगी।

स्वामी जी ने कहा कि भारतीय संस्कृति ने जो पर्वो का उपहार दिया है आईये उन पर्वो का वास्तविक मर्म समझे और प्रकृति संरक्षण हेतु योगदान प्रदान करें।