ऋषिकेश।
राज्य सरकार की ओर से करवाचौथ पर अवकाश के आदेश दिए थे, लेकिन शहर के कई निजी स्कूलों ने यह आदेश नहीं मना। इन स्कूलों में शिक्षिकाएं और महिला स्टाफ करवाचौथ के दिन भी कार्यरत रहा। जबकि शासन से अवकाश की श्रेणी में निजी स्कूलों को भी शामिल किया था।
करवाचौथ के दिन महिला अपने पति की दीर्घायु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। महिलाएं घर में रहे और विधिवत पूजन कर सके, इसे देखते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने करवाचौथ पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया था। बावजूद बुधवार को निजी स्कूलों ने न तो अवकाश घोषित किया और न ही महिला शिक्षक और कर्मचारियों को छुट्टी दी।
उत्तराखंड अभिभावक संघर्ष महासंघ के संयोजक रवि कुमार जैन ने बताया कि निजी स्कूलों में मनमानी चल रही है। जब मुख्यमंत्री के आदेशों का पालन नहीं हो रहा है, तो प्रशासनिक अधिकारियों का आदेश क्या मायने रखता है।
“मौखिक शिकायत आयी है। शासन के आदेशों का पालन क्यों नहीं हुआ। जांच कर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी।”
वृजेश कुमार तिवारी, एसडीएम ऋषिकेश