नाना को पहाड़ी संस्कृति से सीएम ने कराया रुबरु

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में फिल्म अभिनेता नाना पाटेकर ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नाना पाटेकर को पहाड़ी टोपी पहनाई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड में फिल्म उद्योग को प्रोत्साहित किया जा रहा है। फिल्म नीति को और अधिक आकर्षक बनाया जा रहा है ताकि राज्य में अधिक से अधिक फिल्म निर्माता आयें। सिंगल विंडो सिस्टम से शूटिंग की अनुमति प्रदान की जा रही है। शूटिंग हेतु कोई भी शुल्क नही लिया जा रहा है। 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत उत्तराखण्ड राज्य ने मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट (स्पेशल मेंशन) पुरस्कार प्राप्त किया है।
फिल्म अभिनेता नाना पाटेकर ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड का नैसर्गिक सौन्दर्य फिल्मों की शूटिंग के लिए बहुत अच्छा है एवं फिल्मांकन के लिए वातावरण भी बहुत अच्छा है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड के लोग बहुत अच्छे हैं, यहां के लोगों के व्यवहार में सौम्यता है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में फिल्म शूटिंग का उनका अच्छा अनुभव रहा। उन्होंने कहा कि वे उत्तराखण्ड में अपना घर बनाना चाहते हैं। नाना पाटेकर उत्तराखण्ड में एक मराठी फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं।

उत्तराखण्ड में फिल्म निर्माता-निर्देशकों को राज्य सरकार से मिला प्रोत्साहन- बंशीधर तिवारी

विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में भारत के राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू द्वारा उत्तराखण्ड को 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत Most Film Friendly State (Special Mention) पुरस्कार प्रदान किया गया। राज्य सरकार की ओर से यह पुरस्कार महानिदेशक, सूचना एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद बंशीधर तिवारी द्वारा प्राप्त किया गया है।
महानिदेशक, सूचना एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद बंशीधर तिवारी ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य को यह पुरस्कार मिलने से प्रदेश में फिल्मों की शूटिंग को और अधिक प्रोत्साहन मिलेगा। महानिदेशक, सूचना ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा फिल्म उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये है। राज्य सरकार में फिल्म निर्माता-निर्देशकों के लिए अनुकूल माहौल बनाया गया है, जिसका परिणाम है कि आज उत्तराखण्ड को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्री श्री धामी द्वारा प्रदेश की फिल्म नीति को और अधिक आकर्षक बनाया जा रहा है। फिल्म नीति को और अधिक आकर्षक और व्यावहारिक बनाया जा रहा है। इससे राज्य में फिल्म निर्माण क्षेत्र को और अधिक प्रोत्साहित किया जा सकेगा। राज्य में अधिक से अधिक फिल्म निर्माता आ सकेंगे और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ सकेंगे। राज्य सरकार द्वारा फिल्म नीति को आकर्षक बनाया गया है, जिसमें सिंगल विंडो शूटिंग अनुमति प्रदान किया जाना। अब राज्य में शूटिंग हेतु कोई भी शुल्क नही लिया जा रहा है। नई फिल्म नीति में रुपये 1.5 करोड़ तक अनुदान दिये जाने की व्यवस्था है। इसके साथ ही शूटिंग अवधि में पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराया जाना शामिल है। क्षेत्रीय फिल्मों को स्थानीय सिनेमाघरों द्वारा सप्ताह में एक शो अनिवार्य रूप से दिखाया जाना है।
महानिदेशक, सूचना एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद बंशीधर तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के इस पुरस्कार के लिए उत्तराखण्ड राज्य का चयन हम सभी के लिए गौरव की बात है। अल्प कार्यकाल में देश के अन्य राज्यों को पीछे छोड़ते हुए उत्तराखण्ड राज्य का इस पुरस्कार के लिए चयन हुआ है। उन्होंने कहा की आगे भी सुविधा और सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा ताकि अधिक से अधिक फ़िल्मों की शूटिंग उत्तराखंड में हो सके और उत्तराखंड विश्व पटल पर अपनी उपस्थिति और बेहतर तरीक़े से दर्ज करा सके।
उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद के नोडल अधिकारी डॉ. नितिन उपाध्याय ने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य को 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत Most Film Friendly State (Special Mention) का पुरस्कार प्रदान किया गया है। भारत सरकार द्वारा यह पुरस्कार फिल्म उद्योग को आगे बढ़ाने, जिसमें राज्य में फिल्म निर्माण के लिए अनुकूल वातवारण तैयार करना शामिल है। इसके साथ ही फिल्म और कला क्षेत्र को प्रोत्साहन देना एवं बंद पड़े सिनेमा हॉल को फिर से खोलने के लिए प्रोत्साहित करना है। उत्तराखण्ड राज्य को यह पुरस्कार राज्य में फिल्म निर्माण के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया गया है।राज्य में उत्तराखण्ड राज्य सरकार द्वारा फिल्म निर्माताओं की सुविधाओं के दृष्टिगत आकर्षक फिल्म नीति लागू की गई है। विगत एक वर्ष में राज्य में 150 से अधिक फिल्मों, धारावाहिक, डाक्यूमेंट्री आदि की शूटिंग की गई है। इनमें द कश्मीर फ़ाइल, मीटर चालू, बत्ती गुल, परमाणु, बाटला हाउस, कबीर सिंह, केदारनाथ, नरेन्द्र मोदी, स्टूडेंट ऑफ द ईयर, परमाणु, रागदेश, तड़प, वार, डिस्कवरी चैनल पर प्रसारित कार्यक्रम Man vs Wild आदि कई बड़े नाम भी शामिल है। वर्ष 2017 के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत Special Mention Certificate for Film Friendly Environment पुरस्कार प्रदान किया गया था।
वर्ष 2017 में पर्यटन पुरस्कार के अर्न्तगत उत्तराखण्ड राज्य को “राष्ट्रीय फिल्म संवर्धन हितैषी राज्य” का पुरस्कार प्रदान किया गया है। वर्ष-2018 के तहत सर्वश्रेष्ठ फिल्म प्रमोशन फ्रेण्डली स्टेट पुरस्कार-2018, वर्ष-2019 में मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का प्रथम पुरस्कार-2019 मिला है। इन पुरस्कारों हेतु राष्ट्रीय स्तर पर गठित चयन समिति द्वारा निर्धारित मानकों का परीक्षण कर यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है। पुरस्कार हेतु निर्धारितों मानकों के अनुसार विवरण भारत सरकार को प्रेषित की किया जाता है, जिसमें Ease of filming, Infrastructure, सब्सिडी, Database, Marketing and Promotion एवं विगत वर्षो में राज्य में शूटिंग की गई फिल्मों की संख्या का विवरण प्रदान करना होता है।

अजय देवगन को तीसरी बार मिलेगा राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, आज हुई घोषणा

68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा आज हो गई है। नई दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए विजेताओं की सूची घोषित की गई है। तमिल फिल्म सूरराई पोट्रू को बेस्ट फीचर फिल्म का अवॉर्ड मिला है। सूरराई पोट्रू के एक्टर सूर्या और अजय देवगन को फिल्म तान्हाजी द अनसंग वॉरियर के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड संयुक्त रूप से मिला है। तान्हाजी द अनसंग वॉरियर को बेस्ट फिल्म इन होलसम एंटरटेनमेंट का अवॉर्ड मिला है। इसके अलावा फिल्म साइना के लिए मनोज मुंतशिर को बेस्ट लिरिक्स का अवॉर्ड मिला।
पुरस्कार श्रेणियों की बात करें तो सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का अवॉर्ड तमिल फिल्म सूरराई पोट्रू को मिला है। वहीं, बेस्ट हिंदी फीचर फिल्म का अवॉर्ड मृदुल तुलसीदास की फिल्म तुलसीदास जूनियर को मिला। फिल्म में संजय दत्त लीड रोल में थे। सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का खिताब तान्हाजी द अनसंग वॉरियर के लिए अजय देवगन और सूरराई पोट्रू के एक्टर सूर्या को संयुक्त रूप से मिला है। अभिनेत्री अपर्णा बालामुरली को सूरराई पोट्रू के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला है। इसके अलावा मलायलम फिल्म ए.के.अयप्पन कोशियम के लिए दिवंगत डायरेक्टर सच्चिदानंदन के.आर को बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड मरणोपरांत दिया गया।

68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के विजेताओं की सूची
सर्वश्रेष्ठ बंगाली फिल्म – अविजात्रिक
सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म – तुलसीदास जूनियर
सर्वश्रेष्ठ कन्नड़ फिल्म – डोलू
सर्वश्रेष्ठ मराठी फिल्म – गोष्ठा एका पैठानाची
सर्वश्रेष्ठ तमिल फिल्म – शिवरंजनियम इन्नुम सिला पैंगुल्लमट
सर्वश्रेष्ठ तेलुगु फिल्म – कलर फोटो
सर्वश्रेष्ठ असामी फिल्म – ब्रिज
सर्वश्रेष्ठ मलायलम फिल्म – थिंकड़युवा निश्चियम
सर्वश्रेष्ठ हरियाणवी फिल्म – दादा लखमी
सर्वश्रेष्ठ तुलु फिल्म – जितिगे
बेस्ट फीचर फिल्म – सूरराई पोट्रू (तमिल फिल्म)
बेस्ट एक्ट्रेस – अपर्णा बालामुरली (सूरराई पोट्रू)
बेस्ट एक्‍टर – अजय देवगन (तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर), सूर्या (सूरराई पोट्रू )
बेस्टर मेल प्लेबैक सिंगर – राहुल देशपांडे (मी वसंतराव)
बेस्टर फीमेल प्लेबैक सिंगर – नचम्मा (ए.के.अयप्पन कोशियम)
बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर – बिजू मेनन (ए.के.अयप्पन कोशियम)
बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस – लक्ष्मी प्रिया चंद्रमौली (सिवरंजमनियम इन्नम सिले पेंगल्लम)
बेस्ट डायरेक्टर – सच्चिदानंदन के.आर (ए.के.अयप्पन कोशियम)
बेस्ट एक्शन एंड डायरेक्शन- राजशेखर, माफिया सासी और सुप्रीम सुंदर (ए.के.अयप्पन कोशियम)
बेस्ट कोरियोग्राफर- संध्या राजू (नाट्यम, तेलुगु)
बेस्ट लिरिक्स- मनोज मुतंशिर (साइना)
बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन- थमन एस (अला वेकेंटापुर्रामुल्लू)
बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइनर- नचिकेत बर्वे और महेश शेर्ला (तान्हाजी द अनसंग वॉरियर)
बेस्ट स्क्रीनप्लो (ऑरिजनल)- शालिनी ऊषा नायर और सुधा कोंगारा (सूरराई पोट्रू )

गौरतलब है कि अजय देवगन का ये तीसरा नेशनल अवॉर्ड है। वहीं, बेस्ट क्रिटिक अवॉर्ड इस साल किसी फिल्म को नहीं मिला है। कोविड महामारी के कारण कोई एंट्री नहीं आई है। मोस्ट फ्रेंडली फिल्म स्टेट का अवॉर्ड मध्य प्रदेश को मिला है। इसके अलावा यूपी और उत्तराखंड को संयुक्त रूप से स्पेशल मेंशन अवॉर्ड मिला है। भारतीय सिनेमा की पहली एक्ट्रेस देविका रानी पर आधारित किश्वर देसाई की किताब The Longest Kiss को बेस्ट बुक ऑन सिनेमा का अवॉर्ड मिला। डिज्नी प्लस हॉटस्टार की डॉक्यूमेंट्री 1232 किमी के गाने ‘मरेंगे तो वहीं जाकर’ के लिए विशाल भारद्वाज को नॉन फीचर बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन का अवॉर्ड मिला।