…जब सीएम को मुख्यमंत्री राहत कोष में 07 लाख रूपये दान करने आए जबर सिंह रावत

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री आवास में 96 वर्ष के पंडितवाड़ी, देहरादून निवासी जबर सिंह रावत ने मुलाकात कर उत्तराखंड में आपदा के पुनर्निर्माण कार्य हेतु मुख्यमंत्री राहत कोष में सात लाख की सहयोग राशि भेंट की।

मुख्यमंत्री ने जबर सिंह रावत के इस नेक कार्य हेतु उनका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि देवभूमि उत्तराखंड की मिट्टी में केवल आस्था और वीरता ही नहीं, अपितु सेवा और संवेदनशीलता की अमिट भावना भी रची-बसी है। इसका जीवंत उदाहरण जबर सिंह रावत है।

इस भावुक और प्रेरणादायक क्षण में मुख्यमंत्री ने जबर सिंह रावत का ससम्मान अभिनंदन करते हुए कहा कि आप का यह कार्य न केवल एक दान है, बल्कि यह एक जीवनभर के अनुभव, संवेदना और समाज के प्रति जिम्मेदारी का प्रतीक है। 96 वर्ष की आयु में भी उनका यह जज्बा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। जबर सिंह रावत का यह योगदान न सिर्फ आर्थिक सहायता है, बल्कि यह उत्तराखंड की सांस्कृतिक चेतना और सामूहिक उत्तरदायित्व की भावना का सुंदर उदाहरण भी है। राज्य आपदा के कठिन दौर से गुजर रहा है, और ऐसे समय में आम नागरिक द्वारा इस प्रकार का समर्पण सराहनीय है।

मुख्यमंत्री धामी ने जबर सिंह रावत को शॉल भेंट कर उनके योगदान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की तथा प्रदेश की ओर से धन्यवाद प्रेषित किया।

इस अवसर पर देहरादून कैंट क्षेत्र की विधायक सविता कपूर भी मौजूद रहीं।

सीएम राहत कोष में पंचायती राज विभाग ने दिए एक करोड़ 51 लाख

पंचायती राज विभाग की ओर से मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री राहत कोष में कोविड-19 हेतु के 1 करोड़ 51 लाख की धनराशि चेक के माध्यम सौंपी गई।

मुख्यमंत्री द्वारा पंचायती राज विभाग के इस पहल की सराहना की गई। सचिव पंचायती राज हरीश चंद्र सेमवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु प्रदेश की सभी 13 जिला पंचायतों ने अपनी निधि से एक करोड़ रुपए की धनराशि एवं पंचायती राज विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों ने अपने वेतन से 51 लाख यानी कि कुल एक करोड़ 51 लाख रुपए मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए सौंपे गए।