खरोला ने राष्ट्रपति से लगाई आईडीपीएल को उजाड़ने से बचाने की गुहार

कांग्रेस प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला ने एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। इसमें उन्होंने आईडीपीएल कॉलोनी में रह रहे लोगों को आवास का मालिकाना हक देने और नगर निगम में शामिल करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि कहा कि 834 एकड़ भूमि पर बनी आईडीपीएल फैक्ट्री और अन्य परिक्षेत्र की लीज 27 नवंबर को खत्म हो चुकी है और यह क्षेत्र अब राज्य सरकार के अधीन हो गया है। फैक्ट्री की स्थापना के बाद 2700 क्वार्टरों का निर्माण किया गया था। इसके अलावा दुकानें, शॉपिंग सेंटर, एक इंटरमीडिएट कॉलेज, एक केंद्रीय विद्यालय, एक डाकघर, पुलिस स्टेशन, खेल के मैदान और एक सामुदायिक केंद्र भी बनाया गया। लीज खत्म होने पर वन विभाग पहले आईडीपीएल को अपने अधीन लेने की बात कह चुका है। आईडीपीएल फैक्टरी प्रशासन भी टाउनशिप में रहने वाले वीआरएस प्राप्त कर्मचारियों और परिजनों को सार्वजनिक नोटिस जारी कर चुका है। फैक्टरी के 834 एकड़ भूमि में से 200 एकड़ भूमि जहां पर वर्तमान पर टेलीफोन एक्सचेंज, डाकघर, फुटकर बाजार एम्स को देने पर पहले ही सहमति बन चुकी है।
उन्होंने कहा कि आईडीपीएल कॉलोनी में रह रहे लोगों को आवास का मालिकाना हक देने, 45 साल से आईडीपएल परिक्षेत्र में व्यापार करने वाले दुकानदारों को सूचीबद्ध कर उचित रोजगार मुहैया करवाने और विस्थापित करने, कृष्णानगर कॉलोनी तथा बापूग्राम पंचायत क्षेत्र को नगर निगम में शामिल करने की मांग उठाई।

ग्रामीण क्षेत्रों में हाथियों के द्वारा फसल खराब करने पर खरोला ने की ये मांग

उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला ने जानकारी देते हुए बताया कि ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत हरिपुरकलां, खांडगांव, गौहरीमाफ़ी, खैरीखुर्द आदि क्षेत्र में आये दिन जगली हाथियों से ग्रामीणों की धान आदि की फसले नष्ट हो रही है। एक तो कोरोना काल से काम धंधो मे लगे विराम से वैसे ही ग्रामीण अपनी आजीविका चलाने को कैसे तैसे गुजारा कर रहे है और अब सरकार ग्रामीणों की फसलो को जंगली हाथियों बचाने के विपरीत आँख मूंद कर बैठ जाए तो लोगो का सरकार के प्रति भरोसा ही समाप्त हो जाएगा जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
खरोला ने कहा की 14 साल से हर विधासनभा चुनाव मे विधायक द्वारा ऋषिकेश विधासनभा की जनता को यह भरोसा दिलाया जाता है, की जंगली हाथियों को रोकने के लिए कई उपाय करके ग्रामीणों की फसलो को नष्ट होने से रोका जाएगा। लेकिन जनता को गुमराह कर वोट पाकर विधायक को ग्रामीणों की परेशानियों से कुछ लेना देना नहीं है। विधायक आशीर्वाद यात्रा निकालने में मस्त है और ग्रामीण अपनी फसलो को जगली हाथियों से बचाने में व्यस्त है।
खरोला ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा की सरकार अपने कर्तव्यों से पीछे हट रही है उत्तराखंड सरकार आज अपने बहुमत के अहंकार मे जनता की परेशानियों को नजर अंदाज कर बस सरकारी खजाने का दुरूपयोग करने में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की भाजपा सरकार को ये नहीं भूलना चाहिए की जनता ने ही बनाया है जनता ही आगामी विधानसभा चुनाव में हिसाब लेगी।
खरोला ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द से जल्द ग्रामीणों की फसलो को जगली हाथियों से बचाने के लिए उचित कदम नहीं उठाये गए तो क्षेत्र की जनता के साथ कांग्रेस उग्र आन्दोलन के लिए बाध्य होगी।