पिथौरागढ़ में सीएम ने आक्सीजन जसनरेस हाल का शिलान्यास, मरीजों से भी जाना हाल

दो दिवसीय जनपद पिथौरागढ़ के भ्रमण पर पंहुचे मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने जिले में कोरोना महामारी की रोकथाम हेतु किए गए प्रबंधन एवं स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया गया। मुख्यमंत्री जनपद मुख्यालय पंहुचते ही सीधे जिला बेस चिकित्सालय गए। जहाँ उन्होंने कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण करने के साथ ही ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट भवन एवं एवं आरटीपीसीआर लैब के कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने बेस चिकित्सालय में भर्ती कोविड पॉजिटिव मरीजों के स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली। बेस चिकित्सालय भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा 26 लाख 92 हजार रुपये की बेस चिकित्सालय में बनने वाले ऑक्सीजन जसनरेस हॉल का भी शिलान्यास किया गया गया।

बेस चिकित्सालय के निरीक्षण के उपरांत मुख्यमंत्री वहॉ से जिला चिकित्सालय पंहुचे। जहाँ उन्होंने चिकित्सालय का निरीक्षण करने के साथ ही चिकित्सालय में भर्ती कोविड पॉजिटिव मरीजों के स्वास्थ्य के बारे में तथा जिला चिकित्सालय में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में प्रमुख चिकित्साधीक्षक से जानकारी ली गई। इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा जिला चिकित्सालय में नव निर्मित ऑक्सीजन जनरेशन भवन का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी पिथौरागढ़ ने अवगत कराया कि आगामी 25 मई से ऑक्सीजन जनरेशन यूनिट स्थापित करने का कार्य संबंधित फर्म द्वारा किया जा रहा है। जो अगले सप्ताह तक सुचारू हो जाएगा।

जिला चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री व सांसद अजय टमटा ने पीपीई किट पहनकर कोविड वार्ड एवं आईसीयू वार्ड में जाकर भर्ती कोरोना मरीजों से वार्ता की तथा उनके स्वास्थ्य का हाल जाना एवं उन्हें साहस दिलाते हुए शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की शुभकामनाएं दी ।

मुख्यमंत्री ने जिला चिकित्सालय में मरीजों को दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं एवं भोजन आदि व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इस महामारी के दौर में सभी चिकित्सक, मेडिकल स्टाफ समेत प्रशासन रात-दिन कार्य कार्य कर रहे है वह उल्लेखनीय व महान कार्य हैं। उन्होंने कहा कि आगे भी वह इसी प्रकार कार्य करते हुए जिले को कोरोना मुक्त करें।

जिला चिकित्सालय पिथौरागढ़ निरीक्षण के उपरांत मुख्यमंत्री विकास भवन पंहुचे जहां उन्होंने 7 करोड़ 7 लाख 45 हजार रुपये की लागत से निर्मित 8 विकास योजनाओं का लोकार्पण तथा 4 करोड़ 52 लाख 61 हजार रुपये की लागत के कुल 3 कार्यों का शिलान्यास किया गया। जिन योजनाओं का लोकार्पण किया गया उसमें 98.02 लाख की गड़वालखोली पेयजल योजना,107.22 लाख से निर्मित डिगरा मुवानी पेयजल योजना,87.92 लाख से निर्मित रई इन्फिल्टरेशन वेल पेयजल योजना,166.95 लाख से निर्मित राजकीय इंटर भवन का निर्माण, 43.38 लाख से निर्मित रॉक क्लाइम्बिंग साईट भाटकोट में एडवेंचर पार्क, 48.69 लाख से विकास खण्ड विण में निर्मित वन स्टॉप सेंटर, 13.11 लाख से जिला महिला चिकित्सालय में निर्मित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हरगोविंद पंत की स्थापित मूर्ति, 142.16 लाख से मसमोली से तड़ीगांव तक मोटर मार्ग में डामरीकरण के द्वितीय कार्य का लोकार्पण किया गया। शिलान्यास कार्यों में पीएमजीएसवाई के अंतर्गत 309.04 निर्मित गोगना मोटर मार्ग में द्वितीय चरण का कार्य, 66.71 लाख की लागत से निर्मित होने वाले आपदा प्रबंधन प्राधिकरण केन्द्र तथा 76.86 से अल्मोड़ा-हाट-जाख-धौलेत मोटर मार्ग में सुधारीकरण का कार्य सामिल है।

भ्रमण के दौरान मंत्री पेयजल, ग्रामीण निर्माण विभाग विशन सिंह चुफाल, सांसद अल्मोड़ा अजय टमटा, अध्यक्ष जिला पंचायत दीपिका बोहरा, विधायक पिथौरागढ़ चंद्रा पंत,विधायक गंगोलीहाट मीना गंगोला, उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सत्याल, अध्यक्ष नगर पालिका राजेन्द्र रावत,आयुक्त कुमाऊँ अरविंद सिंह ह्यांकी,पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं अजय रौतेला, जिलाधिकारी पिथौरागढ़ आनन्द स्वरूप, पुलिस अधीक्षक सुखबीर सिंह,मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल, प्रभागीय वनाधिकारी विनय कुमार भार्गव,अपर जिलाधिकारी आर डी पालीवाल, मुख्य चिकित्साधिकारी एच सी पंत जिलाअध्यक्ष भाजपा वीरेंद्र वल्दिया आदि उपस्थित रहे।

तीर्थनगरी में कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय के जन्मदिन पर हुआ रक्तदान आयोजित


प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के जन्मदिन पर ऋषिकेश में ब्लड ह्यूमन की ओर से रक्तदान शिविर आयोजित हुआ। इसमें करीब 15 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया।

ब्लड ह्यूमन ऋषिकेश ने शिक्षामंत्री अरविन्द पाण्डेय के जन्मदिन पर राजकीय चिकित्सालय में रक्तदान शिविर आयोजित किया। शिविर का उद्घाटन श्रीभरत मंदिर इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत, व्यापार सभा के महामंत्री प्रतीक कालिया, पूर्व मंडी अध्यक्ष राकेश अग्रवाल, जिपं सदस्य संजीव चैहान ने संयुक्त रूप से किया। प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत ने कहा कि कोरोनाकाल में रक्त की कमी देखी जा रही है। ऐसे में रक्तदान किया जाना बेहद आवश्यक है। इसके लिए सभी को आगे आना चाहिए। युवाओं को कोरोना का टीका लगवाने से पहले रक्तदान करना चाहिए। इस दौरान शिविर में आवश्यक जांच के बाद 15 युवाओं ने रक्तदान किया। मौके पर पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष विवेक शर्मा, रंजन अंथवाल, जनार्दन कैरवान, प्रवीण रावत, आयुष नेगी, आनंद यादव, सुभाष डोभाल, जितेन्द्र भट्ट, पुरुषोत्तम राणा, शिव प्रसाद सेमवाल, अभिषेक मैठाणी, नव किशोर, वीरेंद्र बार्थवाल आदि उपस्थित रहे।

रानीखेत में संयुक्त सिविल मिलिट्री कोविड केयर अस्पताल का वर्चुअल उद्धाटन सीएम ने किया

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने देहरादून कैंप कार्यालय से अल्मोड़ा जिले के रानीखेत स्थित संयुक्त सिविल मिलिट्री कोविड केयर अस्पताल का वर्चुअल उद्घाटन किया। महिला बाल विकास मंत्री रेखा आर्य, अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा, विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चैहान, रानीखेत विधायक करण माहरा, सचिव अमित नेगी व जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।

रानीखेत में 50 बेड क्षमता वाले संयुक्त अस्पताल में 10 बेड ऑक्सीजन युक्त बनाए गए हैं। यह अस्पताल कुमाऊँ रेजीमेंट सेंटर एवं जिला प्रशासन अल्मोड़ा के संयुक्त प्रयास से शुरू किया गया है। अस्पताल के वर्चुअल उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि सेना एवं जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयास से शुरू किए गए इस अस्पताल का लाभ रानीखेत व आसपास के इलाकों के लोगों को मिल सकेगा। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन अल्मोड़ा को निर्देश दिए कि इस अस्पताल में ऑक्सीजन बैड की संख्या बढ़ाने के लिए प्रयास किए जाएं। ’मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की प्रेरणा से लगातार कोरोना संक्रमण को रोकने के प्रयास किये जा रहे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि डीआरडीओ के सहयोग से अगले कुछ दिन में हल्द्वानी और ऋषिकेश में बनाए जा रहे अस्थाई कोविड अस्पताल भी तैयार हो जाएंगे जिससे प्रदेशवासियों को उपचार में लाभ मिल सकेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय के लिए हमें अभी से तैयार होना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत से पहले ही हमें सीएचसी, पीएचसी स्तर के अस्पतालों को मजबूत करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता को जागरूक करना बेहद जरूरी है। दवाई के साथ- साथ कड़ाई भी करनी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में टेस्टिंग को और बढ़ाया जाए और अधिक से अधिक लोगों को टेस्टिंग के लिए प्रेरित किया जाए। आशा, आंगनवाड़ी और ग्राम समिति के माध्यम से डोर टू डोर कोविड किट, होम आइसोलेशन में उपचार करवा रहे संक्रमितों तक समय से पहुंचा दी जाए।

महिला बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों पर विधायक निधि का इस्तेमाल जनप्रतिनिधि अपने विवेक अनुसार कोविड के लिए कर रहे हैं जिसका फायदा प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्र को मिल रहा है। इस दौरान सांसद अजय टम्टा ने कहा कि मुख्यमंत्री का प्रयास सराहनीय है मुख्यमंत्री द्वारा बेस अस्पताल अल्मोड़ा और मेडिकल कॉलेज को जोड़कर कोविड अस्पताल बनाने से बड़ा लाभ आम जनता को हो रहा है। विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चैहान ने कहा कि सरकार का सार्थक प्रयास धरातल पर नजर आ रहा है। कार्यक्रम में रानीखेत विधायक श्री करण माहरा ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के सहयोग के बिना यह अस्पताल संभव नहीं था। इस दौरान जिला अधिकारी अल्मोडा नितिन भदौरिया, कुमायूँ रेजिमेंट सेंटर के ब्रिगेडियर आइएस सौमयाल एव जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।

अल्मोड़ा पहुंचे सीएम, कोविड कंट्रोल रूम का किया निरीक्षण

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत जनपद अल्मोड़ा के मुख्यालय पहुॅचे। जहॉ उन्होंने बेस चिकित्सालय-मेडिकल कालेज का निरीक्षण किया। उन्होंने बेस चिकित्सालय में चल रही व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने सर्वप्रथम चिकित्सालय में कोरोना मरीजों की जानकारी के लिए स्थापित हैल्प डैस्क का निरीक्षण कर जानकारी प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने चिकित्सालय में डिजीटल डिस्प्ले सिस्टम जिसके माध्यम से लोग प्रतिदिन बेस में हो रहे आरटीपीसीआर सैम्पल की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, का भी निरीक्षण किया।
वहीं कोविड कन्ट्रोल रूम का भी उन्होंने निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने सीएनडीएस द्वारा बनाये जा रहे 12 बैड के आईसीयू कक्षों का निरीक्षण भी किया। प्राचार्य मेडिकल कालेज द्वारा इसके बारे में जानकारी प्रदान की गयी। उन्होंने आईसीयू कक्ष को जल्द से जल्द संचालित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।

निरीक्षण के दौरान उन्होंने कोविड वार्ड व उसमें भर्ती मरीजों की जानकारी अधिकारियों से प्राप्त की और कहा कि मरीजों के ईलाज में किसी भी प्रकार की कमी न होने दी जाय और उन्हें बेहतर ईलाज मुहैया कराया जाय। इस दौरान एचएलएल संस्था द्वारा बेस में निर्माणाधीन आक्सीजन जनरेशन प्लान्ट का निरीक्षण करते हुए उन्होंने अधिकारियों को 25 मई तक प्लान्ट निर्माण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि एचएलएल के उच्चाधिकारियों से उनके द्वारा वार्ता कर कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि मेडिकल कालेज के अवशेष निर्माण कार्य किन्ही कारणों से रूके थे जो अब प्रारम्भ हो चुके है और उन्हें जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए आवश्यक संसाधनों की कमी आडे़ नहीं आने दी जायेगी। अल्मोड़ा को एक दो दिन में 35 आक्सीजन कन्सन्ट्रेटर्स उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेडिकल कालेजों में अन्तिम वर्ष के छात्रों व पूर्व सैनिकों की सेवायें लेकर कोविड में मैनपावर की कमी को दूर किया जायेगा।

इसके बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा राजकीय होटल मैनेजमेंट में चल रहे वैक्सीनेशन सेन्टर का निरीक्षण भी किया उन्होंने टीका लगा रहे लोगों से जानकारी प्राप्त की और कहा कि हमें अधिक से अधिक लोगां का टीकाकरण करते हुए इस महामारी को रोकने के प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि आज से प्रदेश में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के नागरिकों के लिए मुफ्त टीकाकरण प्रारम्भ किया गया है जिसमें 400 करोड़ से अधिक धनराशि का व्यय होगी जिसका वहन राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार जनता के साथ खड़ी है सभी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध कराने के हर सम्भव प्रयास किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 में मीडिया कर्मियों द्वारा बेहतर कार्य किया गया है इस दौरान मीडिया के महत्व को देखते हुए उन्हें फ्रर्न्ट लाईन वर्कर के रूप में प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन लगायी जा रही है।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए बेहतर प्रबन्ध करने, दवाईयों व आवश्यक उपकरणों की कालाबाजारी करने वाले पर सख्ती और जनपद की सीमाओं में कड़ी निगरानी रखते हुए प्रत्येक आने वाले व्यक्ति की गहन जॉच करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष ध्यान देने की जरूरत है, आशा सर्विलांस बढ़ाया जाय। पॉजिटिव आ रहे लोगां को होम आईसोलेशन किट तत्काल उपलब्ध कराये और उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेते रहें। उन्होंने कहा कि लोगों को इस बात के लिए प्रेरित किया जाय कि हल्के लक्षण होने पर भी अपनी जॉच अवश्य करायें व डाक्टर का परामर्श अवश्य लें।

जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने जनपद में करोना संक्रमण की रोकथाम एवं आवश्यक तैयारियों की पॉवर पाइंट प्रजेंटशन के माध्यम से मुख्यमंत्री के सम्मुख रखी। इस दौरान प्राचार्य मेडिकल कालेज आर.जी. नौटियाल ने भी मेडिकल कालेज के कार्यों की प्रगति व समस्याओं के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराया जिस पर उन्होंने शीघ्र समाधान करने का आश्वासन दिया। इस दौरान मा0 विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चैहान, सांसद अजय टम्टा, विधायक महेश नेगी, विधायक महेश जीना ने कई समस्यायें सम्बन्धित क्षेत्र से मुख्यमंत्री के सम्मुख रखी जिस पर उन्होंने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया।

कार्यक्रम के दौरान कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, बाल विकास राज्य मंत्री रेखा आर्या, सांसद नैनीताल अजय भट्ट, भाजपा जिलाध्यक्ष रवि रौतेला, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, मुख्य विकास अधिकारी नवनीत पाण्डे, अपर जिलाधिकारी बीएल फिरमाल, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सविता हंयाकी, एसीएमओ डॉ. योगेश पुरोहित, डॉ. दीपांकर डेनियल, उपजिलाधिकारी सीमा विश्वकर्मा, मोनिका, तहसीलदार संजय कुमार, पीएमएस एचसी गढ़कोटी, अनिल आर्या, पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा गोविन्द सिंह पिलख्वाल, रमेश बहुगुणा, कैलाश गुरूरानी, पुलिस उपाधीक्षक वीर सिंह, आपदा प्रबन्धन अधिकारी राकेश जोशी आदि उपस्थित थे।

हल्द्वानी पहुंच सीएम ने किया 500 बेड फ्रेबीकेटेड चिकित्सालय का निरीक्षण


मुख्यमंत्री तीरथ सिह रावत ने हल्द्वानी के एमबीपीजी काॅलेज में कोविड वैक्सीनेशन सेंटर का फीता काटर शुभारंभ किया। सीएम ने युवाओं से कहा कि शतप्रतिशत कोविड वैक्सीन लगायें तथा औरों को भी कोविड बचाव, वैक्सीनेशन आदि हेतु जागरूक करें। उन्होने कहा प्रदेश मे सभी को मुफ्त वैक्सीन लगाई जा रही है। जिसमें 400 करोड से अधिक व्यय होगा, उन्होने कहा सरकार जनता के साथ खडी है सभी को स्वास्थ्य सुविधायें दी जायेंगी। उन्होने कहा कोविड से लडने के लिए सभी सुविधायें, उपकरण चिकित्सालयों में उपलब्ध कराये जायेंगे। मुख्यमंत्री तीरथ ने कहा मीडिया को हमने फं्रट लाइन वकर्स घोषित किया है उन्हें प्राथमिकता से कोविड वैक्सीन लगाई जा रही है। उन्होने अपील करते हुये कहा कि सावधानी बरतें तथा सामाजिक दूरी का पालन करें तथा मास्क पहनें। उन्होने कहा प्रदेश में कोविड कर्फ्यू चल रहा है इसलिए बहुत जरूरी हो तो ही घर से बाहर निकलें।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने मिनी स्टेडियम हल्द्वानी में 150 बैड का संचालित कोविड चिकित्सालय की व्यवस्थाओं का मुआयना किया। उन्होने कहा कि हल्द्वानी कुमाऊ का मुख्य द्वार है जहां पर पर्वतीय क्षेत्रों से कोरोना के मरीजो का दबाव है। कोविड संक्रमित लोगों को तत्परता से उपचार देने के लिए मिनी स्टेडियम में आक्सीजन युक्त चिकित्सालय लाभप्रद होगा। जिलाधिकारी धीराज सिह गर्ब्याल ने मुख्यमंत्री को बताया कि मिनी स्टेडियम में आक्सीजन युक्त 150 बैड का चिकित्सालय बनाया गया है। सुशीला तिवारी चिकित्सालय में बैड न होने की दशा में मरीजों को यहां रखकर उनका उपचार किया जायेगा। उन्होने बताया कि निजी चिकित्सालयों को भी अधिग्रहण किया है साथ ही उन्हे भी बैड संख्या बढाने को कहा गया है। इसके बाद मुख्यमंत्री ने सुशीला तिवारी चिकित्सालय में चिकित्सालय स्टाफ की बैठक ली। बैठक मे उन्होने चिकित्सालय की व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी लेते हुये चिकित्सकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। प्राचार्य डॉ. सीपी भैसोडा ने बताया कि सुशीला तिवारी कोविड चिकित्सालय में आक्सीजन युक्त बैड की संख्या 500 से बढाकर 600 कर दी गई है।

जिलाधिकारी धीराज सिह गर्ब्याल ने बताया कि सांसद निधि से क्रय किये जाने वाले 300 आक्सीजन सिलेन्डर सुशीला तिवारी अस्पताल को दिये जायेंगे। उन्होने बताया कि कुमाऊ का सबसे बडा चिकित्सालय होने की वजह से यहां बडी संख्या मे कोविड पॉजेटिव मरीजों का इलाज किया जा रहा है। ऐसे मे आक्सीजन सिलेन्डरो की खपत भी यहां ज्यादा है। ऐसे मे सांसद निधि से क्रय किये जाने वाले 300 आक्सीजन सिलेन्डर सुशीला तिवारी चिकित्सालय को दिये जायेंगे जो कोविड मरीजों के काम आयेंगे। उन्होने बताया कि सांसद निधि से क्रय किये जाने वाले 2000 पल्स आक्सीमीटर जिले भर के सभी सरकारी चिकित्सालयों को वितरित किये जायेगे। उन्होने बताया कि 45 लाख की धनराशि से जिले में एक नया आक्सीजन प्लांट भी लगाया जायेगा।

इसके उपरान्त मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राजकीय मेडिकल कालेज परिसर में डीआरडीओ द्वारा बनाये जा रहे 500 बैड के फ्रैब्रीकेटेड चिकित्सालय निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। डीआरडीओ के प्रोजेक्ट मैनेजर ने फैब्रीकेटेड चिकित्सालय लेआउट के माध्यम से मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। उन्हांने बताया कि इस 500 बैड फैब्रीकेटेड कोविड चिकित्सालय में 100 बैड आक्सीजन युक्त तथा 125 आईसीयू बैड भी बनाये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुये कहा कि यह महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है इसलिए सभी सम्बन्धित अधिकारी चिकित्सालय निर्माण एवं व्यस्थाओं में प्राथमिकता से सहयोग करें तथा निरंतर आपसी समन्वय बनाकर कार्य को पूर्ण करें।

निरीक्षण के दौरान सांसद अजय भट्ट, शहरी विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री बंशीधर भगत, कृषि एवं जनपद प्रभारी मंत्री सुबोध उनियाल, पशुपालन एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या, विधायक संजीव आर्य, रामसिंह कैडा, माहपौर डॉ. जोगेन्दर पाल सिह रौतेला, अध्यक्ष जिला पंचायत बेला तोलिया, उपाध्यक्ष जिला पंचायत आनन्द सिह दरम्वाल, जिलाध्यक्ष भाजपा प्रदीप बिष्ट, महामंत्री सुरेश भटट, पूर्व दर्जा मंत्री प्रकाश हरर्बोला, हेमन्त द्विवेदी, गजराज बिष्ट, सभासद प्रमोद तोलिया,उपाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, लक्ष्मण खाती, विनीत अग्रवाल, नवीन पंत, भूपेन्द्र क्वीरा, गणेश पंत, मुकेश बोरा सहित आईजी अजय रौतेला, मुख्य विकास अधिकारी नरेन्द्र सिह भण्डारी, एसएसपी प्रीति प्रियदर्शनी, सीएमओ डॉ. भागीरथी जोशी, एसीएमओ डा0 रश्मि पंत, एसटीएच पीएमएस डा0 अरूण जोशी, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, उपजिलाधिकारी विवेक राय आदि उपस्थित थे।

पूर्णागिरी मेला हुआ शुरू, कोविड नियमों का करना होगा पालन

टनकपुर (चंपावत)। उत्तराखंड के चंपावत में विश्व प्रसिद्ध पूर्णागिरि मेला आज से शुरू हो गया है। मां पूर्णागिरि धाम में हर साल होली के अगले दिन से तीन माह का मेला लगता है, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने मेला अवधि 30 दिन तय की है। 30 मार्च से शुरू हो रहा मेला 30 अप्रैल तक चलेगा। मेले में कोरोना से बचाव के लिए श्रद्धालुओं को सरकार की गाइडलाइन का पालन करना होगा।

10 हजार श्रद्धालु ही एक दिन में कर सकेंगे दर्शन, पंजीकरण भी अनिवार्य

मेला मजिस्ट्रेट एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने बताया कि ककरालीगेट से मुख्य मंदिर तक पथ प्रकाश, अस्थायी शौचालय, यात्रि विश्राम शेड आदि व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। जगह-जगह श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग से जांच की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा नोडल अधिकारी सीओ अविनाश वर्मा ने बताया कि कुंभ मेले के कारण फिलहाल जिले का ही फोर्स मेले की सुरक्षा व्यवस्था संभालेगा। कुंभ मेले की ड्यूटी में गई फोर्स भी वापस मंगा ली गई है।

रोडवेज चलाएगा दस बसें
पूर्णागिरि मेले में इस बार भी रोडवेज टनकपुर से पूर्णागिरि के लिए दस बसें चलाएगा। एआरएम संचालन केएस राणा ने बाताया कि पूर्णागिरि मार्ग पर चलाने को दस बसों की व्यवस्था की गई है। बसों का संचालन रोडवेज बस स्टेशन से किया जाएगा।

नहीं चलेगी मेला स्पेशल ट्रेन
पूर्णागिरि मेले के लिए फिलहाल मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन नहीं होगा। अलबत्ता एक अप्रैल से त्रिवेणी एक्सप्रेस का संचालन शुरू हो जाएगा। यात्रियों को रूटीन ट्रेनों, रोडवेज की बसों या फिर निजी वाहनों से ही दर्शन के लिए आना होगा।

सल्ट उप चुनाव में भाजपा और कांग्रेस ने खोले प्रत्याशियों के नाम

कुमाऊं मंडल की सल्ट विधानसभा के विधायक सुरेंद्र सिंह जीना का पिछले वर्ष नवंबर में अचानक निधन हो गया था। इसके बाद से ही यह सीट रिक्त चल रही थी। चुनाव आयोग ने सल्ट विधानसभा के उपचुनाव की तिथि 17 अप्रैल को निश्चित की है। अब राज्य के दोनों बड़े राजनीतिक दलों ने अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा की है। भाजपा ने उपचुनाव में इस सीट पर दिवंगत विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के भाई महेश जीना को प्रत्याशी बनाया है, पार्टी ने महेश जीना के नाम की घोषणा कर एक तरह से मतदाताओं से सहानुभूति बटोरने का काम किया है।

तो वहीं, कांग्रेस ने इस सीट पर 2017 में कांग्रेस की प्रत्याशी रही महिला उम्मीदवार गंगा पंचोली पर ही पुनः दांव खेला है। कांग्रेस का गंगा पंचोली पर दांव खेलने के पीछे का एक कारण यह भी हो सकता है कि पिछले विस चुनाव में गंगा पंचोली ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी थी। उस दौरान वह मात्र 2600 मतों के अंतर से पराजित हुईं थी।

तीरथ सिंह रावत की हो सकती है परीक्षा
2022 के चुनाव से पूर्व राज्य में 17 अप्रैल को होने जा रहा उप चुनाव एक तरह से मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की परीक्षा भी साबित होगा। भाजपा के चार साल के कार्यकाल से लेकर मुख्यमंत्री बदलने तक के सफर तक का जनता इस चुनाव के जरिए अपने मतों का उपयोग करेगी।

विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास कर सीएम ने अल्मोड़ा में की 14 घोषणाएं

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास से वर्चुअल माध्यम से अल्मोड़ा जनपद के सल्ट विधानसभा की विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने कुल 38 करोड, 44 लाख, 44 हजार रूपये की योजनाओं का शिलान्यास तथा लोकार्पण किया, जिसमें 35.13 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण तथा 3.31 करोड की योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने इस अवसर पर सल्ट विधानसभा क्षेत्र के लिए 14 घोषणाएं भी की। जिसमें मरचूला को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए प्रत्येक वर्ष पर्यटन विभाग के सहयोग से स्व. सुरेन्द्र सिंह जीना की स्मृति में एडवेंचर मीट का आयोजन किये जाने, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, मानिला कुणीधार का नाम स्व. सुरेन्द्र सिंह जीना के नाम पर रखे जाने तथा उनकी मूर्ति सहित स्मारक का निर्माण किये जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने मरचूला में एडवेंचर स्पोर्ट्स सेंटर का निर्माण किये जाने, मोलेखाल सल्ट स्थित तहसील परिसर में स्थित भवनों का सुदृढ़ीकरण किये जाने, मछोड़ उप तहसील में तहसील भवन एवं आवासीय भवनों का निर्माण किये जाने, भिकियासैंण से मरचूला तक रामगंगा नदी के किनारे के क्षेत्र को एंगलिंग हब के रूप में विकसित करने, सल्ट विधानसभा के समस्त प्राथमिक विद्यालयों का रूपान्तरण कार्यक्रम के अन्तर्गत कायाकल्प किये जाने, विकासखण्ड सल्ट खुमाड़ के विकासखण्ड कार्यालय एवं आवासीय भवन का सुदृढ़ीकरण करने, राजकीय इण्टर कॉलेज पैसिया का भवन निर्माण किया जायेगा। रतखाल से हनेड़-बसेड़ी तक मोटर मार्ग का निर्माण किये जाने, हरड़ा-नगचूला मोटर मार्ग का भिकियासैंण तक मिलान किये जाने, हरड़ा में जिला सहकारी बैंक की शाखा खोले जाने, राजकीय इण्टर कॉलेज मझोड़ के भवन का निर्माण करने तथा राजकीय इण्टर कॉलेज मझोड़ को करगिल शहीद गोपाल सिंह रावत के नाम पर रखे जाने की घोषणा शामिल है।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि 18 मार्च को सरकार के चार साल पूर्ण हो जायेंगे। इन चार सालों में हमारी सरकार ने विकास के अनेक आयाम स्थापित किये गये। जिसमें सड़को के निर्माण, रेल लाईन से संबंधित कार्य ऑल वेदर रोड, ग्राम और शहरी कनेक्टिविटी, नेटवर्किंग के क्षेत्र में अनेक कार्य किये गये। रोजगार और स्वरोजगार की दिशा में भी विशेष प्रयास किये गये। जल जीवन मिशन, ग्रामीण आजीविका से जुड़े हुए क्षेत्रों में केन्द्र सरकार से राज्य को भरपूर सहयोग मिला है। राज्य के विकास के लिये 01 लाख करोड़ से अधिक की योजनाये भारत सरकार से लाने में सफल हुए हैं। पिछले चार वर्ष में राज्य में 11 हजार किमी सड़को का निर्माण एवं पुनर्निमाण किया है। गांवों को सडक कनेक्टिविटी से जोड़ने का रिकार्ड कार्य किया गया है। जल जीवन मिशन के तहत मात्र एक रूपये में ग्रामीण क्षेत्रों में पानी का कनेक्शन दिया जा रहा है। शहरी गरीबों को भी 100 रूपये में पानी का कनेक्शन देने का निर्णय लिया है।

उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत अधिकतम पानी के कनेक्शन देने वाले राज्यों में उत्त्राखण्ड देश में पांचवे स्थान पर पहुंच चुका है। 14 लाख 61 हजार कनेक्शन राज्य में दिये जाने हैं, अभी तक 06 लाख 30 हजार कनेक्शन दिये जा चुके हैं। पानी की पर-कैपिटा मात्रा 40 लीटर से बढ़ाकर 55 लीटर किया जायेगा। इसके लिए 100 जूनियर इंजीनियर की आउटसोर्सिंग से भर्ती की जायेगी। राज्य में महिलाओं को पति की पैतृक सम्पति में सह खातेदार बनाया गया है। इससे आने वाले समय में महिलाओं की प्रदेश के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका होगी। मुख्यमंत्री घस्यिरी कल्याण योजना राज्य में लाई जा रही है। महिलाओं के सिर से घास के बोझ को हटाने के लिय यह योजना लाई जा रही है। इस बार हरेला पर्व पर व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण किया जायेगा। इसलिए 16 जुलाई को राज्य में अवकाश घोषित किया गया है। इस दृष्टि से सभी जनपद अपनी योजना बनायेंगे। वृक्षारोपण में फलदार, चारे वाले वृक्षारोपण भी किया जायेगा।

इस अवसर पर वन मंत्री व अल्मोड़ा जनपद के प्रभारी मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत, शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री रेखा आर्य, वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी अल्मोड़ा नितिन भदौरिया उपस्थित थे।

अल्मोड़ा को सीएम त्रिवेंद्र ने दी सौगात, करोड़ों की योजनाओं का हुआ शिलान्यास व लोकार्पण

अपने दो दिवसीय जनपद भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज अल्मोड़ा पहुॅचकर जनपद को अनेक सौगातें दी। उन्होंने कुल 150.31 करोड़ रूपए की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। जिसमें 67.95 करोड़ रू0 की योजनाओं का लोकार्पण एवं 82.36 करोड़ रू0 की योजनाओं का शिलान्यास किया।
विधानसभा क्षेत्र अल्मोडा के अर्न्तगत जिन विकास योजनाओं का लोकापर्ण किया। उसमें रमसा में रा0इ0का0 बाड़ेछीना भवन निर्माण लागत 46.48 लाख रू0, रमसा के अन्तर्गत रा0इ0का0 डीनापानी भवन निर्माण लागत 59.85 लाख रू0, जिला चिकित्सालय अल्मोड़ा में आक्सीजन सप्लाई पाईप लाईन निर्माण कार्य लागत 36.89 लाख रू0, टैक्सी स्टैण्ड कम शापिंग काम्पलैक्स में लिफ्ट व फायर फाईटिंग इक्यूपमैन्ट लगाने का कार्य लागत 52.36 लाख रू0, हेमवती नन्दन बहुगुणा र्स्पोटस स्टेडियम अल्मोड़ा में जिम हाल व बॉक्सिंग रिंग का निर्माण लागत 60.47 लाख रू0, अल्मोड़ा पिथौरागढ़ मुख्य मोटर मार्ग से बाडेछीना से ग्राम कुमौली तक ग्रामीण मार्ग का निर्माण लागत 484.60 लाख रू0, रीवर व्यू फैक्ट्री अल्मोड़ा मुख्य भवन का मरम्मत कार्य लागत 25.59 लाख रू0, लाट लिफ्ट सिंचाई योजना का निर्माण लागत 82.72 लाख रू0, राजकीय प्राथिमक विद्यालय बौड़ा में कक्षा-कक्षों का निर्माण लागत 35.130 लाख रू0, राजकीय प्राथमिक विद्यालय पलना में कक्षा-कक्षों का निर्माण लागत 35.280 लाख रू0, माडल कैरियर सेन्टर क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय अल्मोड़ा लागत 15.100 लाख रू0, रतखान से चैमू मोटर मार्ग लागत 152.26 लाख रू0, सुपई खान बमनतिलाड़ी मोटर मार्ग के किमी0 03 से 24 मी0 स्पान स्टील गार्डर ब्रिज का निर्माण लागत 131.48 लाख रू0, हिलांस किसान आउटलेट चैघानपाटा अल्मोड़ा लागत 4.87 लाख रू0, कृषि प्रसंस्करण इकाई ग्रोथ सेन्टरध्गुणवत्ता नियन्त्रण प्रयोगशाला हवालबाग लागत 42.38 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र प्रगति आजीविका स्वायत्त सहकारिता पातलीबगड़ लागत 12.50 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र शीतला आजीविका सहकारिता शीतलाखेत लागत 12.50 लाख रू0 है।

मुख्यमंत्री ने विधानसभा क्षेत्र जागेश्वर में रमसा के अन्तर्गत अर्न्तगत जिन विकास योजनाओं का लोकापर्ण किया उसमें रा0इ0का भेटा बडोली भवन निर्माण लागत 47.28 लाख रू0, रमसा के अन्तर्गत राजकीय इण्टर कालेज बमनस्वाल भवन निर्माण लागत 49.65 लाख रू0, रमसा के अन्तर्गत राजकीय इण्टर कालेज चमतोला भवन निर्माण लागत 50.28 लाख रू0, सामु0 स्वास्थ्य केन्द्र धौलछीना में चिकित्साधिकारी के लिए ट्रांजिट हास्टल का निर्माण कार्य लागत 242.86 लाख रू0, पशु सेवा केन्द्र धन्यान का निर्माण लागत 28.53 लाख रू0, जैंती पिपली मुख्य मोटर मार्ग से ग्राम तल्ला भटयाड़ा तक मोटर मार्ग का निर्माण लागत 223.60 लाख रू0, आटी डसीली मुख्य मोटर मार्ग से ग्राम डसीली तक ग्रामीण मोटर मार्ग का निर्माण लागत 211.77 लाख रू0, रा0इ0का0 चैड अनुली में 04 कक्षा कक्ष, 02 प्रयोगशाला, प्रधानाचार्य एवं कार्यालय कक्ष, 02 शौचालय एवं 01 कम्प्यूटर कक्ष का निर्माण लागत 18.63 लाख रू0, वृद्ध जागेश्वर मंदिर अल्मोड़ा का जीणोद्धार कार्य लागत 20.00 लाख रू0, राजकीय प्राथमिक विद्यालय कनरा में कक्षा-कक्षों का निर्माण लागत 35.380 लाख रू0, राजकीय इण्टर कालेज दन्या में कक्षा-कक्ष का निर्माण लागत 30.360 लाख रू0, राजकीय प्राथमिक विद्यालय भीमादेवी में भवन निर्माण लागत 35.250 लाख रू0, राजकीय इण्टर कालेज चैसाला में 02 कक्षा-कक्षों का निर्माण लागत 39.970 लाख रू0, राजकीय प्राथमिक विद्यालय बानठौक में अतिरिक्त कक्ष का निर्माण लागत 17.170 लाख रू0, कुशल बैण्ड से रूल डूॅगरा मोटर मार्ग के किमी0 02 से 24 मी0 स्पान स्टील गर्डर ब्रिज का निर्माण लागत 117.01 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र झारसैम आजीविका स्वायत्त सहकारिता गुरूड़ाबाज धौलादेवी लागत 12.50 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र प्रगति आजीविका स्वायत्त सहकारिता मोतियापाथर लागत 12.50 लाख रू0 है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने विधानसभा क्षेत्र द्वाराहाट अर्न्तगत जिन विकास योजनाओं का लोकार्पण किया उसमें सलना तक मोटर मार्ग का सुधारीकरण एवं डामरीकरण का कार्य ल0 3. किमी0 लागत 187.86 लाख रू0, विकासखण्ड भिकियासैंण के अन्तर्गत तकुल्टी-सुन्दरखाल मोटर मार्ग का डामरीकरण का कार्य ल0 4 किमी0 लागत 258.36 लाख रू0, कोटिला-ग्वाड़ मोटर मार्ग का सुधारीकरण एवं डामरीकरण का कार्य ल0 3 किमी0 लागत 127.12 लाख रू0, विजयपुर-धनखलगॉव मोटर मार्ग में सुधारीकरण एवं डामरीकरण का कार्य ल0 3 किमी0 लागत 140.78 लाख रू0, बमनपुरी पम्पिंग पेयजल योजना लागत 82.38 लाख रू0, चॉदीखेत ग्राम समूह पेयजल योजना लागत 103943 लाख रू0, बिजयपुर ग्राम समूह पम्पिंग पेयजल योजना लागत 367.86 लाख रू0, छाना भेट ग्राम समूह पम्पिंग योजना लागत 673.84 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र रामगंगा आजीविका स्वायत्त सहकारिता दूनागिरी लागत 12.50 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र रामगंगा आजीविका स्वायत्त सहकारिता खीड़ाताल चैखुटिया लागत 12.50 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र उगतासूरज आजीविका स्वायत्त सहकारिता काम लागत 12.50 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र हिमदृश्य आजीविका स्वायत्त सहकारिता मजखाली लागत 12.50 लाख रू0, तडागताल खोला प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क मार्ग से ग्राम न्योली मोटर मार्ग लागत 146.51 लाख रू0, गैरसैण विकास परिषद के अन्तर्गत विभिन्न कार्य लागत 112.50 लाख रू0 है।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने विधानसभा क्षेत्र रानीखेत अर्न्तगत जिन विकास योजनाओं का लोकार्पण किया। उसमें राजकीय चिकित्सालय रानीखेत में आक्सीजन सप्लाई पाईप लाइन एवं आई0सी0यू0 की स्थापना लागत 343.19 लाख रू0, राजकीय चिकित्सालय रानीखेत में चिकित्साधिकारियों के लिए ट्राजिंट हास्टल का निर्माण लागत 242.78 लाख रू0, राजकीय प्राथमिक विद्यालय हरनौली में कक्षा-कक्षों का निर्माण लागत 35.270 लाख रू0, राजकीय कन्या इण्टर कालेज रानीखेत में प्रयोगशाला का निर्माण लागत 30.140 लाख रू0, राजकीय इण्टर कालेज रघुलीपीपली में 02 कक्षा-कक्षों का निर्माण लागत 30.050 लाख रू0, गोविन्द सिंह मेहरा राजकीय चिकित्सालय रानीखेत में चिकित्साधिकारियों के लिए ट्रान्जिट हास्टल का निर्माण लागत 242.780 लाख रू0, राजकीय प्राथमिक विद्यालय मनिहार मटेला में भवन निर्माण लागत 35.250 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र नई क्रान्ति आजीविका स्वायत्त सहकारिता मल्ला विश्वा ताड़ीखेत लागत 12.50 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र फल्दाकोट आजीविका स्वायत्त सहकारिता जैनोली लागत 12.50 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र नई शक्ति आजीविका स्वायत्त सहकारिता पंतकोटली लागत 12.50 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र नई उड़ान आजीविका स्वायत्त सहकारिता पीपली लागत 12.50 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र शेर चैगॉव स्वायत्त सहकारिता बमस्यूॅ लागत 12.50 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र अनमोल आजीविका स्वायत्त सहकारिता आजीविका स्वायत्त सहकारिता विल्लेख लागत 12.50 लाख रू0, चापड-हिडाम-विल्लेख मोटर मार्ग के लोधियाखान से थलाड़ तक ग्रामीण मोटर मार्ग लागत 142.86 लाख रू0 है।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा क्षेत्र अल्मोड़ा में किये जाने वाले शिलान्यास के अन्तर्गत जिला चिकित्सालय अल्मोड़ा में आक्सीजन प्लान्ट का निर्माण लागत 99.66 लाख रू0, अल्मोड़ा बेरीनाग अस्कोट मोटर मार्ग के किमी0 31 से 42 में बी0एम0 द्वारा सुधारीकण लागत 245.57 लाख रू0, एनटीडी कफड़खान मोटर मार्ग के कि0मी0 02 से ग्राम भुल्यूड़ा सब्जी उत्पादन क्षेत्र हेतु मोटर मार्ग का नव निर्माण कार्य लागत 188.06 लाख रू0, विकासखण्ड हवालबाग में खूॅट-महारूद्रेश्वर मोटर मार्ग के किमी0 01 से 3.00 में डामरीकरण का कार्य ल0 03 किमी0 लागत 125.54 लाख रू0, राज्य योजना के अन्तर्गत कठपुड़िया-बंगसर मोटर मार्ग का निर्माण ल0 03 किमी0 लागत 105.00 लाख रू0, विकासखण्ड हवालबाग के अन्तर्गत करबला से ग्राम माल को जोड़ने हेतु लिंक मोटर मार्ग का निर्माण ल0 04 किमी0 लागत 237.99 लाख रू0, ईवीएम वीवीपैट के गोदाम का निर्माण लागत 334.41 लाख रू0, डाईट अल्मोड़ा में चाहरदीवारी का निर्माण कार्य लागत 158.23 लाख रू0, रूरल बिजनेस इन्यक्यूवेटर की स्थापना कार्य लागत 86.69 लाख रू0, विकासखण्ड भैसियाछाना में जिंगल में लिफ्ट सिंचाई योजना का निर्माण लागत 71.87 लाख रू0, पशु चिकित्सालय एनटीडी अल्मोडा में चारागाह का निर्माण लागत 14.31 लाख रू0, श्रा0प्रा0वि0 बमौरी तरोला में भवन निर्माण लागत 35.50 लाख रू0 है।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा जागेश्वर में किये जाने वाले शिलान्यास के अन्तर्गत मोरनौला से खॉकर मोटर मार्ग ल0 4.400 किमी0 लागत 287.14 लाख रू0, जैंती से नया सिंगरोली मोटर मार्ग ल0 7.075 किमी0 लागत 385.04 लाख रू0, चनोली से नगरधारा तक मोटर मार्ग का निर्माण कार्य लागत 273.06 लाख रू0, विकासखण्ड लमगड़ा मे चैमू से कलसीमा तक मोटर मार्ग का निव निर्माण कार्य ल0 3 किमी0 लागत 24.70 लाख रू0, विकासखण्ड धौलादेवी का निर्माण लागत 163.87 लाख रू0, धौलानेली में पशु चिकित्सालय का निर्माण लागत 36.64 लाख रू0, नैनी पारकोट में पशुचिकित्सालय का निर्माण लागत 36.13 लाख रू0, रा0 उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जलना में कक्षा कक्षों का निर्माण लागत 30.25 लाख रू0, चलमोड़ी गाड़ा से कलौटा मोटर मार्ग लागत 1550.71 लाख रू0, रा0उ0मा0वि0 चगेठी में कला, शिल्प एवं कम्प्यूटर कक्ष निर्माण लागत 77.965 लाख रू0, रा0उ0मा0वि0 नैनीचैगर्खा में कला, शिल्प एवं कम्प्यूटर कक्ष निर्माण लागत 77.965 लाख रू0, रा0उ0मा0वि0 झालडुंगरा में कला, शिल्प एवं कम्प्यूटर कक्ष निर्माण लागत 77.965 लाख रू0 , रा0उ0मा0वि0 जसकोट में कला, शिल्प एवं कम्प्यूटर कक्ष निर्माण लागत 77.965 लाख रू0 है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने विधानसभा द्वाराहाट में किये जाने वाले शिलान्यास के अन्तर्गत कोटिला-ग्वाड़ मोटर मार्ग का सुरईखत तक मिलान ल0 15 किमी0 लागत 598.30 लाख रू0, कुनीगाड़-हिरूली बजार मोटर मार्ग का रामपुर चैखुटिया तक लागत 177.55 लाख रू0, नौबाड़ा से नैथाना देवी मोटर मार्ग का डामरीकरण एवं सुधारीकरण लागत 135.71 लाख रू0, जालली-तकुल्टी-भन्टी-पटास-उत्तमछानी मोटर मार्ग का नव निर्माण लम्बाई 05 किमी0 लागत 139.00 लाख रू0, असगोली-चमीनी-कुनस्यारी मोटर मार्ग लागत 330.85 लाख रू0, बकरीगाड़-गोदी-मोहणी-तल्ला बिठौली बयेडा मोटर मार्ग का नव निर्माण ल0 10 किमी0 लागत 499.65 लाख रू0, दुधोली बैण्ड से पंचायत घर तक मोटर मार्ग का सुधारीकरण एवं डामरीकरण लागत 134.31 लाख रू0, द्वाराहाट सुरईखेत मोटर मार्ग से बयेला-नाड मोटर मार्ग का निर्माण लम्बाई 4.00 किमी0 लागत 111.20 लाख रू0 गनाई-अखेती मोटर मार्ग का सुधारीकरण एवं डामरीकरण का कार्य ल0 03 किमी0 लागत 103.16 लाख रू0, गनाई-जौरासी मोटर मार्ग से आगर मनराल तक मोटर मार्ग ल0 4.50 किमी0 लागत 125.10 लाख रू0, ग्राम सभा ईडा में जमीनीवार से सेल्टा बाखली चैधार तक मोटर मार्ग का नव निर्माण लागत 135.93 लाख रू0, बरल में लिफ्ट सिंचाई योजना का निर्माण लागत 60.12 लाख रू0, शक्रेश्वर महादेव मन्दिर साकुनी का जीर्णोद्धार लागत 125.00 लाख रू0, रा0इ0का0 योगसैण रामपुर में दो कक्षा कक्ष निर्माण लागत 30.28 लाख रू0, रा0प्रा0वि0 मुझोली में भवन निर्माण लागत 56.18 लाख रू0, मिनी स्टेडियम विन्ता का निर्माण लागत 96.04 लाख रू0, रा0इ0का0 महतगॉव में कला, शिल्प, प्रयोगशाला, पुस्तकालय भवन का निर्माण लागत 58.42 लाख रू0 है।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा रानीखेत के में किये जाने वाले शिलान्यास के अन्तर्गत स्वास्थ्य उपकेन्द्र सूरी विकासखण्ड ताड़ीखेत का निर्माण लागत 45.00 लाख रू0, रा0उ0मा0वि0 सौनी में 02 कक्षा कक्ष निर्माण लागत 3030 लाख रू0, रा0उ0मा0वि0 सरमोली में 02 कक्षा कक्ष निर्माण लागत 30.29 लाख रू0, रा0इ0का0 शेर में 02 कक्षा कक्ष निर्माण लागत 40.91 लाख रू0, विकासखण्ड भिकियासैंण में कार्यालय व सभागार का पुर्ननिर्माण लागत 14.85 लाख रू0, विकासखण्ड ताड़ीखेत अन्तर्गत चमड़खान में आयुर्वेदिक चिकित्सालय निर्माण लागत 59.97 लाख रू0, रा0इ0का0 जमोली में कला, शिल्प, पुस्तकालय, कम्प्यूटर कक्ष निर्माण लागत 58.39 लाख रू0 है।
इस अवसर पर विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चैहान, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डा0 धन सिंह रावत, बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्या, सांसद अजय टम्टा, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा, सहकारी बैंक अध्यक्ष ललित लटवाल, उपाध्यक्ष राज्य महिला आयोग ज्योति साह , मुख्यमंत्री के जनसर्म्पक अधिकारी विजय बिष्ट, जिलाध्यक्ष रवि रौतेला, महामंत्री महेश नयाल, आयुक्त कुमाऊ मण्डल अरविन्द सिंह हयांकी, पुलिस महानिरीक्षक अजय रौतेला, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, मुख्य विकास अधिकारी नवनीत पाण्डे, उपजिलाधिकारी सीमा विश्वकर्मा, मोनिका आदि उपस्थित रहे।

सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सल्ट में स्व. जीना दंपति को दी श्रद्धाजंलि, की स्मारक बनाने की घोषणा

विधानसभा सल्ट के पूर्व विधायक स्व. सुरेन्द्र सिंह जीना के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्व. जीना दंपति को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि जनहित के कार्यों व प्रदेश के विकास में स्व. जीना का योगदान भुलाया नहीं जा सकता। उनके अधूरे कार्यों को राज्य सरकार पूरा करेगी। सीएम ने सल्ट क्षेत्र में जीना की स्मृति में एक स्मारक बनाने समेत क्षेत्र के विकास के लिए कई घोषणाएं कीं।

मुखयमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि स्व. जीना से सबका बहुत ही सहज और सरल रिश्ता था। उन्होंने कहा कि स्व. जीना का अपने क्षेत्र के लोगों से गहरा लगाव था। उन्होंने कहा कि उनके कहने पर इस क्षेत्र जनहित की 63 विकास योजनाओं की मैंने घोषणाएं की हैं। जिसमें से 42 पूर्ण हो चुकी हैं। बाकी भी जल्द पूरा हो जायेंगी। इस मौके पर उन्होंने राजकीय महाविद्यालय मनीला को स्व. सुरेन्द्र सिंह जीना के नाम पर करने की घोषणा की। साथ ही क्षेत्र में स्व. जीना का स्मारक बनाने की घोषणा की। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने मार्चुला को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के एडवेंचर मीट का आयोजन, हरडा में एडवेंचर स्पोर्ट्स सेंटर की स्थापना, रामगंगा के तट को एंगलिग हब के रूप में विकसित करने, हरडा में जिला सहकारी बैंक की स्थापना के साथ ही स्कूलों में रूपांतरण कार्यक्रम के तहत बेहतर करने की घोषणा की।