प्रभारी सचिव स्वास्थ्य डॉ आर राजेश कुमार को मिला सम्मान

भारत सरकार स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस के अवसर पर 17 सितंबर 2022 से 1 अक्टूबर 2022 तक देशभर में आयोजित रक्तदान अमृत महोत्सव में उत्तराखंड को रक्तदाता कलेक्शन में दूसरा स्थान हासिल हुआ है। इस उपलब्धि पर राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के अवसर पर दिल्ली में एम्स सभागार में आयोजित सम्मान समारोह में माननीय केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया द्वारा उत्तराखंड के प्रभारी सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा डॉ आर राजेश कुमार को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार के महानिदेशक डॉ अतुल गोयल व एम्स दिल्ली के निदेशक डॉ श्रीनिवासन भी उपस्थित रहे।
सम्मान समारोह में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व प्रभारी सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ आर राजेश कुमार, निदेशक उत्तराखंड रक्त संचरण परिषद डॉ सरोज नैथानी, प्रभारी अधिकारी ब्लड सैल डॉ सुजाता सिंह भी मौजूद रही। स्वैच्छिक रक्तदान में उत्कृष्ट कार्य करने पर प्रदेश को मिली इस उपलब्धि पर प्रभारी सचिव ने सभी अधिकारी, कर्मचारी को बधाई देते हुए कहा कि भारत सरकार द्वारा उत्तराखंड को मिला यह सम्मान गौरव का विषय है, इसके साथ ही प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है।

राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस पर कई शैक्षणिक कार्यक्रमों का आयोजन

रक्ताधान औषधि तथा रक्तकोष विभाग में राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के उपलक्ष्य में माह भर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों का रविवार को समापन किया गया।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वैक्षिक रक्तदान दिवस के उपलक्ष्य में एम्स, ऋषिकेश के रक्ताधान औषधि तथा रक्तकोष विभाग की ओर से विभागाध्यक्ष डा. गीता नेगी की देखरेख में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी माहभर विभिन्न रक्तदान शिविरों के आयोजन के साथ ही रक्तदान से जुड़े शैक्षणिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिनकी शुरुआत माह के प्रारम्भ में पोस्टर तथा स्लोगन लेखन प्रतियोगिता से की गई।
उक्त कार्यक्रमों में एम्स के छात्र-छात्राओं के अलावा स्टाफ मेबरों व स्वैच्छिक रक्तदाताओं ने भी चढ़कर हिस्सा लिया। रविवार को समापन कार्यक्रम में पोस्टर तथा स्लोगन लेखक प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अपने संदेश में एम्स निदेशक प्रोफेसर अरविंद राजवंशी ने कहा कि स्वैच्छिक रक्तदाताओं से लिया गया रक्त सर्वश्रेष्ठ होता है। उन्होंने युवाओं से स्वैच्छिक रक्तदान में बढ़चढ़कर प्रतिभाग करने का आह्वान भी किया।
संस्थान के संकायाध्यक्ष अकादमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता ने कहा कि लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान को लेकर प्रेरित करने के लिए इस तरह के शैक्षणिक कार्यक्रम मील का पत्थर साबित होते हैं। उन्होंने रक्तकोष विभाग के कार्यक्रमों की सराहना की व ऐसे कार्यक्रमों के ज्यादा से ज्यादा आयोजन के लिए प्रेरित किया।
विभागाध्यक्ष डा. गीता नेगी ने बताया कि एम्स प्रतिवर्ष ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करता है जिसमें संस्थान के विद्यार्थी, चिकित्सक, कर्मचारियों के अलावा आम नागरिकों का सहयोग प्राप्त होता है। विभाग की फैकल्टी सदस्य डा. दलजीत कौर व डा. आशीष जैन जरूरतमंद व्यक्ति के जीवन की रक्षा के लिए स्वैच्छिक रक्तदान बेहद जरूरी है, इसके लिए सभी को आगे आने की आवश्यकता है। बताया कि विभाग आगे भी इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन नियमित रूप से करेगा।