सीएम धामी ने साध्वी ऋतंभरा को दी शुभकामनाएं, की सुदीर्घ जीवन की कामना

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मथुरा में साध्वी ऋतंभरा के षष्ठिपूर्ति महोत्सव में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने साध्वी ऋतंभरा को वात्सल्य और ममता की प्रतिमूर्ति बताते हुए शुभकामना दी तथा उनके सुदीर्घ जीवन की कामना की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उपस्थित संत महात्माओं को भी नमन कर उनका आशीर्वाद लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि साध्वी ऋतंभरा का व्यक्तित्व अद्भुत और कृतित्व अकल्पनीय है। उनकी वात्सल्य शक्ति से न जाने कितनी बच्चियों को प्रेरणा और नया जीवन मिला। उनसे सदैव वात्सल्य और ममता का सानिध्य प्राप्त होता हे। मुख्यमंत्री ने कहा कि साध्वी ऋतंभरा के स्नेह और आशीर्वाद से उन्हें व्यक्तिगत रूप से हमेशा लोगों की सेवा करने की शक्ति मिलती है। वे स्वयं उनसे सबसे पहले तब प्रभावित हुए थे जब उनके मुखारबिंदु से श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के समय प्रखर उद्बोधन सुना था। उनके ओजस्वी उद्बोधन ने लाखों लोगों को हृदय की गहराइयों तक प्रभावित किया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 22 जनवरी को करोड़ों देशवासियों का रामलला को उनकी जन्मस्थली पर विराजमान करने का संकल्प पूर्ण होने जा रहा है। आज रामलला उस समय अपने जन्मस्थान में विराजमान हो रहे हैं, जब भारत दुनिया की पांचवी अर्थव्यवस्था बन चुका है, सनातन संस्कृति का परचम चारों ओर लहरा रहा है, चाँद पर भारत का चंद्रयान उतर चुका है, सूर्य के चारों ओर आदित्य एल वन चक्कर लगा रहा है, पूरा विश्व, भारत की बात कर रहा है, सनातन का भगवा ध्वज चारों ओर फिर से लहरा रहा है, हम दुनिया को कोरोना की मुफ्त वैक्सीन प्रदान करने में सक्षम हो चुके हैं, हम सफलतम जी-20 सम्मेलन की अध्यक्षता करने में सफल हुए हैं और जब हमारे देश के नेतृत्व का लोहा सारे विश्व के नेता मान रहे हैं, यही नहीं प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में देश पहली बार गुलामी की मानसिकता से बाहर आने में सफल हुआ है। आज काशी में बाबा विश्वनाथ मंदिर के भव्य कॉरिडोर का बनना, उज्जैन में महाकाललोक कॉरिडोर का बनना, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम का सौंदर्यीकरण होना, केदारनाथ तथा हेमकुन्ट साहिब के लिये रोपवे का निर्माण इस बात का स्पष्ट संकेत है कि आज हमारे मंदिरों का ही नहीं बल्कि हमारी संस्कृति का भी संरक्षण और संवर्धन हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रामभक्तों पर गोली चलाने वाले न तो राम मंदिर बना पाते, न धारा 370 हटा पाते और न ही तीन तलाक हटा पाते। यह प्रधानमंत्री मोदी की ही क्षमता है जो बिना झुके, थके, व डिगे अपने कर्तव्यपथ पर आगे बढ़ते ही रहे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से ही वे भी बिना थके, बिना डिगे उत्तराखण्ड की जनता की सेवा कर रहे हैं। उत्तराखंड में विगत ढाई वर्षों में अनेक ऐसे महत्वपूर्ण और कठोर निर्णय हमने लिए हैं, जो विगत 23 वर्षों में संभव नहीं हो पाये थे। हमने एक ओर जहां उत्तराखंड में देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून लागू किया, वहीं धर्मांतरण रोकने के लिए भी कानून बनाया, प्रदेश में पहली बार लैंड जिहाद के खिलाफ कार्रवाई कर पांच हजार हेक्टेयर सरकारी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त किया गया है। भ्रष्टाचारियों के खिलाफ भी पहली बार कार्रवाई करने से हम पीछे नहीं हटे,यही नहीं अब हम देवभूमि में समान नागरिक आचार संहिता को भी लागू करने की तैयारी कर रहे हैं, शीघ्र ही इसे विधानसभा में प्रस्तुत किया जायेगा। उत्तराखण्ड देवभूमि है, हमारी देवभूमि का मूल स्वरूप बना रहे इस दिशा में प्रभावी कदम उठाये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने उपस्थित जन समूह से अनुरोध किया कि यहां से हम अपने संतों का आशीर्वाद पाकर भगवान श्री राम को स्वयं में धारण करने की यात्रा पर आगे बढ़ें, राम को स्वयं में धारण करने के लिए प्रेम से बढ़कर कोई दूसरा मार्ग नहीं है। राम चरित मानस में कहा भी गया है ‘रामहि केवल प्रेम पियारा’ उन्होंने कहा कि यह तभी संभव होगा जब हम श्री राम और श्री कृष्ण को मानने के साथ साथ उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग का अनुसरण भी करेंगे।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में संत महात्मा एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री धामी का गोवर्धन मथुरा में आयोजित सम्मान समारोह में हुआ सम्मान

मुख्यंमत्री पुष्कर सिंह धामी के सम्मान में शुक्रवार को गुरू कृपा अतिथि गृह गोवर्धन मथुरा में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। ब्रज भूमि और ब्रज के लोगों का आभार वक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हे जो सम्मान मिला है यह सिर्फ उनका सम्मान नहीं है बल्कि ब्रज की भूमि पर यह सम्मान देवभूमि की सवा करोड़ जनता का सम्मान है।
मुख्यंमत्री ने भगवान श्री कृष्ण, राधा रानी और ब्रज के सभी संतों को नमन करते हुए कहा कि मथुरा ’भक्ति आंदोलन’ की विभिन्न धाराओं का संगम स्थल रहा है। आज इस भक्ति यज्ञ को भगवान श्री कृष्ण के आशीर्वाद से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ाया जा रहा है। यही नहीं प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में देश पहली बार गुलामी की मानसिकता से बाहर आया है। आज भगवान राम का भव्य और दिव्य मंदिर बन रहा है, जिसके साक्षी हम सभी 22 जनवरी को बनेंगे। इस दिशा में प्रधानमंत्री शनिवार को अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तथा भव्य रेलवे स्टेशन के साथ ही अन्य कई योजनाओं का लोकार्पण करने वाले हैं। रामलला हम आयेंगे मंदिर वहीं बनायेंगे की कामना पूर्ण हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विकास की नई गाथा लिख रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रामभक्तों पर गोली चलाने वाले न तो राम मंदिर बना पाते, न धारा 370 हटा पाते और न ही तीन तलाक हटा पाते। यह प्रधानमंत्री मोदी की ही क्षमता है जो बिना झुके, थके, व डिगे अपने कर्तव्यपथ पर आगे बढ़ते ही रहे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की प्रेरणा से ही वे भी बिना थके, बिना डिगे उत्तराखण्ड की जनता की सेवा कर रहे हैं। उत्तराखंड में विगत ढाई वर्षों में अनेक ऐसे महत्वपूर्ण और कठोर निर्णय हमने लिए हैं, जो विगत 23 वर्षों में संभव नहीं हो पाये थे। हमने एक ओर जहां उत्तराखंड में देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून लागू किया, वहीं धर्मांतरण रोकने के लिए भी कानून बनाया, प्रदेश में पहली बार लैंड जिहाद के खिलाफ कार्रवाई की गई, वहीं भ्रष्टाचारियों के खिलाफ भी पहली बार कार्रवाई करने से हम पीछे नहीं हटे, इसके साथ ही हमने प्रदेश की महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था भी प्रारंभ की। यही नहीं अब हम देवभूमि में समान नागरिक आचार संहिता को भी लागू करने की तैयारी कर रहे हैं। उत्तराखण्ड देवभूमि है, इस देवभूमि का मूल स्वरूप बना रहे इस दिशा में कदम उठाये गये हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत विकास और प्रगति के पथ पर निरंतर अग्रसर है। देश में 2014 से 2019 का समय आवश्यकताओं को पूरा करने का था, जबकि 2019 से 2024 का समय आकांक्षाओं की पूर्ति करने का कालखंड है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 2024 से 2029 का समय भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा। अपने इंग्लैंड व अन्य देशों के भ्रमण के दौरान उन्होंने देश के मान व सम्मान को स्वयं भी महसूस किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की ख्याति का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है, हमारा भी यह कर्तव्य बनता है कि भारत की इस विकास यात्रा में हम भी सहभागी बनें। आज ’’प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’’ के तहत गरीबों को निःशुल्क राशन, ’’प्रधानमंत्री आवास योजना’’ के अंतर्गत गरीबों को पक्के मकान, ’’आयुष्मान भारत योजना’’ के तहत गरीबों को पांच लाख रूपये तक का निःशुल्क इलाज का लाभ तथा लाखों किसानों को ’’प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’’ के माध्यम से सम्मान राशि सीधे बैंक खातों में मिल रही है यही नहीं ऐसी कई अन्य योजनाएं हैं, जिनका लाभ आम आदमी को मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि काशी में बाबा विश्वनाथ मंदिर तथा उज्जैन में महाकाललोक के भव्य कॉरिडोर के निर्माण, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम का सौंदर्यीकरण होना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि आज हमारे मंदिरों का ही नहीं बल्कि हमारी संस्कृति का भी संरक्षण और संवर्धन हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के अनुरूप भव्यता के साथ श्री केदारनाथ मंदिर क्षेत्र का भव्य पुनर्निर्माण, श्री बदरीनाथ का मास्टर प्लान के तहत निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है। प्रधानमंत्री के हाल ही में 18 हजार फिट की ऊंचाई पर स्थित आदि कैलाश, पार्वती कुण्ड की यात्रा से भी उत्तराखण्ड की पहचान देश व दुनिया में बढ़ी है। इस वर्ष उत्तराखण्ड के चारधाम यात्रा में 56 लाख यात्री शामिल रहे। यह राज्य के धार्मिक पर्यटन के लिये निश्चित रूप से शुभ संकेत हैं।
इस अवसर पर विधायक गोवर्धन मथुरा, मेघश्याम, प्रभारी भाजपा मथुरा, अशोक कटारिया, महानगर अध्यक्ष भाजपा घनश्याम लोदी, महानगर उपाध्यक्ष भाजपा श्याम सिंघल, अनेक जन प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।

सीएम ने शिक्षा के क्षेत्र में विद्यालय द्वारा किये जा रहे प्रयासों को सराहा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जनपद सम्भल के जनता कृषक इंटर कॉलेज पंवासा के रजत जयंती वार्षिकोत्सव में शामिल हुये। मुख्यमंत्री ने शिक्षा के क्षेत्र में विद्यालय के प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विद्यालय के मेधावी छात्रों को पुरस्कृत कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा का हमारे जीवन में विशेष महत्व है, शिक्षा से व्यक्ति का भौतिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक विकास सुनिश्चित होता। व्यक्तित्व के निर्माण के लिए भी शिक्षा नितांत आवश्यक रहती है। शिक्षा और संस्कार मनुष्य के जीवन के दो कीमती उपहार है, जो व्यक्ति के जीवन की दिशा और दशा दोनों बदल देते है। उन्होंने कहा कि जब मनुष्य में शिक्षा और संस्कार दोनों का विकास होता है, तभी वह परिवार, समाज और देश का विकास कर सकता है। हमारी शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक ही सीमित न रहे, बल्कि अच्छी शिक्षा के साथ-साथ हमारा चारित्रिक विकास भी सुनिश्चित हो, इस दिशा में ध्यान दिये जाने पर भी उन्होंने बल दिया। इसमें माता-पिता और गुरुजनों का अहम योगदान रहता है।

उन्होंने कहा कि माता-पिता और शिक्षकों का यह कर्तव्य होना चाहिए कि बच्चों को सदा सच्चाई के मार्ग पर चलना सिखाएं। उन्हें सहनशील, कर्तव्यनिष्ठ बनाएं तथा सभी से प्रेम पूर्वक आत्मीयता का व्यवहार करना सिखाएं। क्योंकि मनुष्य अपने जीवन में जो डिग्री हासिल करता है वह सिर्फ एक कागज का टुकड़ा मात्र है, जबकि व्यक्ति की असली डिग्री उसके संस्कार हैं, जो उसके व्यवहार में झलकते हैं। प्राचीन काल से ही भारत में संस्कारों का पाठ पढ़ाया जाता रहा है। मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से अपेक्षा की कि बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी दें। देश के कल का भविष्य तैयार करने की बड़ी जिम्मेदारी शिक्षकों के ही कंधों पर है। शिक्षक किसी भी विद्यार्थी के जीवन को प्रकाश एवं उन्नति से आलोकित करने का सर्वश्रेष्ठ माध्यम है। उनके मार्गदर्शन में ही छात्र साधारण से असाधारण की यात्रा करने में सफल होता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत प्राचीनकाल से ही विश्व गुरू रहा है और आज का नया भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पुनः विश्व गुरु का स्थान प्राप्त करने के लिए पूरी शक्ति के साथ शिक्षा सहित हर क्षेत्र में विकास की दिशा में अग्रसर है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के कुशल नेतृत्व में देश को आज नई शिक्षा नीति प्राप्त हुई है। उत्तराखण्ड राज्य में इस नीति को लागू कर दिया गया है। जो हमारे लिये गौरव की बात है।

उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति से सभी वर्ग के लोगों को समानता के आधार पर शिक्षा प्राप्त करने के अवसर मिलेंगे तथा स्कूल स्तर पर युवाओं के कौशल विकास में सहायता प्राप्त होगी। इस नीति से शोध एवम अनुसंधान को बढ़ावा मिलने के साथ ही युवा पीढ़ी को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में युवाओं के भविष्य की बेहतरी के लिये विशेष रोड मैप तैयार किया जा रहा है। इसके आधार पर उत्तराखण्ड सरकार राज्य के युवाओं को प्रत्येक स्तर पर उनके सपने साकार करने में सहायता प्रदान करने का हर संभव प्रयास कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की डबल इंजन की सरकारों में बडे स्तर पर जहां मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की जा रही है वहीं प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा के विकास पर भी पूर्ण ध्यान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिखाए मार्ग पर चलते हुए हम शीघ्र ही एक विकसित भारत बनाने में अवश्य सफल होंगे। इस वर्ष देश में आयोजित हुये जी-20 सम्मेलन से पूरी दुनिया भारत के सामर्थ्य और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित हुई है। आज विश्व मंच पर भारत की बात सुनी जाती है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के कुशल नेतृत्व में नये भारत का मॉडल तैयार हुआ है तथा 2047 तक विकसित भारत की संकल्पना साकार करने की दिशा में मजबूती के साथ कदम बढाये जा रहे है।

लखनऊ पहुंचकर सीएम धामी ने यूपी सीएम आदित्यनाथ से की मुलाकात

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने प्रभु बदरी विशाल जी की प्रतिमा और प्रदेश में उत्पादित श्रीअन्न से बने उत्पाद उपहार स्वरूप प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश के मध्य आस्तियों एवं दायित्वों के विभाजन संबंधी विभिन्न विषयों पर भी चर्चा की।

भेंट के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जनपद हरिद्वार के असिंचित क्षेत्रों हेतु गंग नहर से 665 क्यूसेक जल सिंचाई हेतु उत्तराखण्ड राज्य को उपलब्ध कराये जाने का पुनः अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कहा है कि जनपद हरिद्वार के तीन विकासखण्डों के 74 गांवों की 18280 हैक्टेयर असिंचित भूमि में सिंचाई सुविधा प्रदान करने हेतु 35 कि0मी0 लम्बी इकबालपुर नहर प्रणाली तथा कनखल एवं जगजीतपुर नहर की क्षमता विस्तार किया जाना प्रस्तावित है। प्रश्नगत क्षेत्र में सिंचाई हेतु कोई नदी व अन्य जल श्रोत उपलब्ध नहीं हैं। जिस कारण गंग नहर से 665 क्यूसेक पानी उत्तराखण्ड को दिया जाना आवश्यक है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अधीक्षण अभियन्ता गंग नहर संचालन मंडल, उ०प्र०. सिं०वि०, मेरठ द्वारा गंग नहर से 665 क्यूसेक जल मात्र खरीफ फसल हेतु उत्तराखण्ड राज्य को उपलब्ध कराये जाने हेतु प्रारम्भिक फिजीबिलिटी रिपोर्ट प्रेषित की गयी थी एवं फिजीबिलिटी रिपोर्ट में अवगत कराया गया था कि 665 क्यूसेक जल खरीफ फसल हेतु उपलब्ध कराया जा सकता है, और रबी की फसल की सिंचाई हेतु जल उपलब्ध नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड राज्य द्वारा टिहरी बाँध से मिलने वाले 4879 क्यूसेक अतिरिक्त जल में से 665 क्यूसेक जल की मांग की गयी है, वह न्यूनतम एवं औचित्यपूर्ण है, जो टिहरी बाँध से उपलब्ध होने वाले अतिरिक्त जल का 13.5 प्रतिशत मात्र है तथा उत्तर प्रदेश की प्रस्तावित उपयोगिता 4000 क्यूसेक जल के पश्चात् अवशेष उपलब्ध जल से भी कम है, जिस पर सहमति उ०प्र० शासन स्तर पर लंबित है। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से उत्तराखंड राज्य की प्रस्तावित सिंचाई योजनाओं हेतु 665 क्यूसेक पानी की आपूर्ति उत्तरी गंग नहर से किये जाने के सम्बन्ध में स्वीकृति प्रदान किये जाने का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के दौरान उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश राज्य के मध्य आस्तियों एवं दायित्वों के विभाजन के सम्बन्ध में भी चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद हरिद्वार में सिंचाई विभाग की 615.836 है0 भूमि एवं 348 सं0 आवासीय भवन तथा 167 सं० अनावासीय भवन उत्तराखण्ड राज्य को हस्तान्तरण किये जाने हेतु दोनो मुख्य सचिवों द्वारा संयुक्त सहमति व्यक्त की गयी है। इसी प्रकार ‘‘जनपद ऊधमसिंहनगर की कुल 332.74 है भूमि में से 322.00 है० नानक सागर बांध डूब क्षेत्र की भूमि से उत्तराखण्ड राज्य के सहयोग से अतिक्रमण हटाये जाने तथा अवशेष 10.748 है0 भूमि उत्तराखण्ड राज्य को उपलब्ध कराये जाने के संबंध में शीघ्र निर्णय लिये जाने की अपेक्षा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों राज्यों के अधिकारियों द्वारा बनबसा स्थित भूमि का पुनः सर्वेक्षण कर कन्दूर मैप एवं प्लान तैयार कर लिया गया है तथा उस पर विभिन्न प्रकार की भूमि का अंकन भी कर लिया गया है। सिंचाई विभाग उत्तराखण्ड के अधिकारियों द्वार कुल 1410.55 है भूमि में से 162.06 हैक्टेयर भूमि को हस्तान्तरण हेतु उपयुक्त पाया गया है। इन सभी बिंदुओं पर दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ हुई बैठक में सैद्धान्तिक सहमति प्राप्त हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने अनुरोध किया कि जिन परिसम्पत्तियों के उत्तराखण्ड राज्य को हस्तान्तरण पर सहमति हो गयी है, उनके हस्तान्तरण के लिये शीघ्र शासनादेश निर्गत किया जाये।

यूपी और यूके में एनएच 734 खंड के सुधार और उन्नयन को केंद्र से मिली धनराशि

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्य में एनएच-734 खंड के मुरादाबाद-ठाकुरद्वारा-काशीपुर, मुरादाबाद और काशीपुर बाईपास सहित सेक्शन के सुधार और उन्नयन के कार्य को 2,006.82 करोड़ रुपए की लागत के साथ स्वीकृति दिए जाने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन विकास के हाईवे से निश्चित रूप से उत्तराखण्ड में पर्यटन और उद्योगों के विकास को बल मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में राज्य में कनेक्टीवीटी में अभूतपूर्व काम हुआ है। जिसका लाभ भी राज्य को हो रहा है।

हमारी संस्कृति और दर्शन में जैन धर्म का अतिविशिष्ट स्थानः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ग्राम वहलना मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश में श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के अवसर पर आयोजित वार्षिक मेला एवं रथयात्रा महोत्सव में प्रतिभाग किया। इस दौरान उन्होंने श्री जैन दिगंबर मंदिर, वहलना में दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज ही के दिन देश में दो महान विभूतियों राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और दूसरे मां भारती के सच्चे सपूत व भारत रत्न से अलंकृत पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्म हुआ। उन्होंने दोनों महामानवों को श्रद्धापूर्वक नमन करते हुए उनके स्थापित किए आदर्शों को आत्मसात करने का प्रण लेने की बात कही। इन दोनों की जीवन यात्रा देश की हर पीढ़ी को कर्तव्य पथ पर चलने के लिए सदैव प्रेरित करती रहेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी संस्कृति और दर्शन में जैन धर्म का अतिविशिष्ट स्थान है। जैन धर्म में प्राणी मात्र के कल्याण की भावना निहित है। अहिंसा जैन धर्म का प्रमुख आधार है और जैन धर्म के अनुयायी के जीवन में अहिंसा को सर्वाेच्च स्थान दिया गया है। महात्मा गांधी जी के पूरे जीवन एवं विचारों में सत्य, अहिंसा और अपरिग्रह के साक्षात् दर्शन होते हैं। उन्होंने कहा जैन दर्शन के ही अनुरूप गांधी जी ने भी आजीवन सिद्धांतों पर अटल रहते हुए सामाजिक, नैतिक और आर्थिक प्रगति को सुनिश्चित करने की शिक्षा दी। राष्ट्रपिता ने अहिंसा का एक ऐसा प्रायोगिक रूप प्रस्तुत किया जिससे पूरी दुनिया ने परतंत्रता के बंधन तोड़े।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जैन समाज का देश की आर्थिक गतिविधियों में बहुत बड़ा योगदान है और अपने विभिन्न व्यवसायों के जरिए असंख्य लोगों को रोजगार दिया है। जैन समाज ने हमेशा अपनी सर्वश्रेष्ठ संस्थाओं के माध्यम से समाज की उत्तम से उत्तम सेवा की है और यही कारण है कि केवल हमें ही नहीं पूरे देश को जैन समाज पर गर्व है। उन्होंने जैन समाज के उद्यमियों को उत्तराखंड में भी अपनी निर्माण और व्यवसायिक इकाइयां स्थापित करने एवं प्रदेश के विकास में अपना योगदान देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा उत्तराखंड सरकार आपके ऐसे हर विचार को प्रोत्साहित करेगी और हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव कुमार बाल्यान, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार (उत्तर प्रदेश सरकार) कपिलदेव, विधायक प्रदीप बत्रा, क्षेत्र प्रबंध समिति के अध्यक्ष राजेश जैन, महामंत्री संजय जैन, कोषाध्यक्ष मनोज जैन, योगेश जैन, विपिन जैन, अजय जैन एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

यूपी और यूके के परिवहन निगम के मध्य आस्तियों के विभाजन की समस्या का हुआ समाधानः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा परिवहन निगम की परिसम्पत्तियों की अवशेष एक सौ करोड़ की धनराशि उत्तराखण्ड परिवहन निगम को उपलब्ध कराने के लिये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अवशेष धनराशि रू.100 करोड़ की धनराशि उत्तराखण्ड परिवहन निगम को भुगतान कर दिये जाने से दोनो राज्यों के परिवहन निगम के मध्य आस्तियों के विभाजन की समस्या का समाधान हुआ है। इससे उत्तराखण्ड परिवहन निगम को अपनी अवस्थापना सुविधाओं के विकास में मदद मिलेगी।

उत्तर प्रदेश के सीएम के शपथ ग्रहण में शामिल हुए यूके के सीएम धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। उन्होंने योगी आदित्यनाथ को बधाई दी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज लखनऊ में आयोजित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने योगी आदित्यनाथ को बधाई देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में विकास के नये आयाम प्राप्त करेगा।

मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश सरकार के नव नियुक्त मंत्रिमण्डल के सदस्यों को भी शुभकामनाएं दी।

बुलंदशहर में कल्याण सिंह की निकली अंतिम यात्रा, सीएम धामी भी हुए सम्मिलित


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज नरोरा, बुलंदशहर जाकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, राजस्थान के निवर्तमान राज्यपाल कल्याण सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल होकर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. कल्याण सिंह योग्य प्रशासक एवं कुशल राजनीतिज्ञ थे, वे हम सभी के लिये हमेशा प्रेरणास्रोत रहेंगे।

मुख्यमंत्री के साथ ही केन्द्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट, कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, विधायक एवं भाजपा प्रदेश अक्ष्यक्ष मदन कौशिक ने भी स्व. कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की।

यूपी की किशोरी की एम्स ऋषिकेश में हुई सफल हार्ट सर्जरी

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश के सीटीवीएस विभाग के चिकित्सकों ने मुरादाबाद, उत्तरप्रदेश निवासी एक 12 वर्षीय किशोरी के दिल की जन्मजात गंभीर बीमारी का सफल ऑपरेशन कर उत्तराखंड में चिकित्सा क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम की है।

बताया गया है कि इस किशोरी के दिल में जन्म से छेद था, जिससे उसका शरीर अक्सर नीला पड़ जाता था। अपने शहर के आसपास उच्च चिकित्सकीय सुविधाओं के अभाव के चलते अब तक किशोरी के माता-पिता उसका उपचार नहीं करा पा रहे थे, लिहाजा इस किशोरी को उम्र बढ़ने के साथ साथ दिल की जन्मजात बीमारी के कारण सांस लेने में कठिनाई होने लगी।

इसके बाद किशोरी के परिजनों ने उसके समुचित उपचार के लिए एम्स ऋषिकेश की ओर रुख किया। एम्स अस्पताल में किए गए सीटी स्कैन से पता चला कि किशोरी को डीओआरवी, पीएस नामक हृदय की बीमारी है,जिसके लिए ऑपरेशन की आवश्यकता है। इसके साथ ही उसके शरीर में कुछ ऐसी नसें भी थी, जिन्हें ऑपरेशन से पहले एन्जियोग्राफी से बंद करना था।

संस्थान की हृदय रोग विभागाध्यक्ष डा. भानु दुग्गल एवं डा. यश श्रीवास्तव ने एन्जियोग्राफी के माध्यम से किशोरी की इन नसों में छल्ला डाला, जिसके बाद सीटीवीएस विभाग के पीडियाट्रिक कॉर्डियक सर्जन डा. अनीश गुप्ता ने उसकी जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।

चिकित्सकीय टीम की इस सफलता के लिए एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी ने उन्हें प्रोत्साहित किया, साथ ही निदेशक प्रो. रवि कांत ने चिकित्सकों को भविष्य में भी इसी तरह मरीजों की मदद करने के साथ साथ सुपरस्पेशलिटी सुविधाओं के सुचारू संचालन का भरोसा दिलाया। डा. अनीश ने बताया ​कि​ सर्जरी के बाद एनेस्थेटिस्ट डा. अजेय मिश्रा की टीम ने किशोरी का भली प्रकार से खयाल रखा। किशोरी को अब पूर्णरूप से स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

क्या है डीओआरवी एवं पीएस बीमारी यह एक जन्मजात हृदय की बीमारी है,जिसमें स्वच्छ व गंदे खून की नसें एक साथ एक ही खाने भाग से निकलती हैं तथा फेफड़े की नस में रुकावट रहती है। जिसके कारण बच्चे का शरीर नीला पड़ता है, साथ ही उसे सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। इस बीमारी से बच्चा कभी कभी बेहोश भी हो सकता है। इस बीमारी का पता इको और सीटी स्कैन से चल पाता है। जिसका उपचार ऑपरेशन से ही संभव है। इस बीमारी की जटिलता के हिसाब से बीमारी से संबंधित कई तरह से सर्जरी की जाती है। इस बीमारी के प्रति लापरवाही व बिना इलाज के जान जाने का खतरा होता है।