सीएम ने पौड़ी में एनसीसी कैडेट्स के किया संवाद, पलायन रहा विषय

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विकास भवन, पौड़ी में एनसीसी कैडेट्स व अन्य प्रतिभाशाली स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ “क्यों होता है गाँव से पलायन“ विषय पर संवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित भी किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के लिए पलायन एक बड़ी चिंता का विषय है। कई गांव का खाली होना राज्य एवं देश की सुरक्षा के लिए खतरा भी है। उन्होंने कहा राज्य सरकार बड़े स्तर पर रिवर्स माइग्रेशन पर कार्य कर रही है। केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं से लोगों को रोजगार एवं स्वरोजगार प्रदान कर गांव में रोकने का कार्य किया जा रहा है। कोरोना काल में लाखों प्रवासी भाई बहन अपने गांव आए। सरकार के लिए उन्हें स्वरोजगार से जोड़ना एक बड़ा अवसर था। कोरोना काल में कई युवाओं ने स्वरोजगार को अपनाया। आज वही युवा कई अन्य लोगों को भी रोजगार देने का कार्य कर रहे हैं। सरकारी एवं जनता के बीच आपसी समन्वय एवं सहभागिता से पलायन रुकेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों का रुझान लगातार होम स्टे की ओर बढ़ रहा है। राज्य सरकार होम स्टे को लगातार बढ़ावा देने का कार्य कर रही है। विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह को ऋण वितरित किया जा रहा है। आज महिलाएं भी आत्मनिर्भर बन गांव से पलायन रोकने में अपनी अहम भूमिका निभा रही है। हमारा राज्य संभावनाओं से भरा हुआ है। इन संभावनाओं को हम प्रयास एवं परिश्रम से खोज सकते हैं, जिससे पलायन रुकेगा एवं लोगों को आर्थिक फायदा भी होगा। उन्होंने कहा हमारे युवा वर्ग को सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं से अवगत होना चाहिए। उन्होंने जिला अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि जिले में युवाओं को सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष कैंपों का आयोजन किया जाए।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस बार उत्तराखंड की झांकी “मानसखंड“ को गणतंत्र दिवस परेड में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा एन.सी.सी से हमें सेना के जैसा अनुशासन एवं साहस सीखने को मिलता है। एन.सी.सी जवान हर मोर्चे पर अपने तन मन के साथ खड़े रहते हैं। देश के अंदर आने वाले हर संकट में एनसीसी हमेशा आगे रहती है। उन्होंने कहा जीवन में शिक्षा प्राप्त करने का समय अमूल्य होता है। हमें अपने विद्यार्थी काल में पूरे मनोयोग से कार्य करना चाहिए। यदि संकल्प लेकर आगे बढ़ा जाए तो सपने जरूर साकार होते हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश निरंतर आगे बढ़ रहा है। आज देश का मान, सम्मान, स्वाभिमान पूरे विश्व में बढ़ा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमें जी-20 की अध्यक्षता करने का मौका मिला है। हम सभी उत्तराखण्डवासियों के लिए गौरव की बात है कि हमारे प्रदेश में जी-20 की दो बैठकें आयोजित होने वाली हैं। जी 20 देशों के साथ अन्य 9 देश एवं 15 अंतरराष्ट्रीय संगठन भी भारत आ रहे हैं। उन्होंने कहा राज्य सरकार विकल्प रहित संकल्प के ध्येय वाक्य के साथ उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने की ओर आगे बढ़ रही है।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष शान्ति देवी, विधायक पौड़ी राजकुमार पौरी, विधायक यमकेश्वर रेनू बिष्ट, गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष प. राजेन्द्र अंथवाल, सदस्य पलायन आयोग वीरेंद्र सिंह रावत, जिलाधिकारी पौडी डॉ.आशीष चैहान, भाजपा जिला अध्यक्ष सुषमा रावत एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

पौड़ी में विकास कार्यो की सीएम त्रिवेंद्र ने की समीक्षा बैठक

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विकास भवन सभागार पौड़ी में अधिकारियों के साथ जनपद के विकास कार्यो की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने सरकारी योजनाओं से जनमानस को अधिकाधिक लाभ दिलाने हेतु मैकेनिजम बनाने के निर्देश दिये। साथ ही कोविड के दौरान कार्यो की भरपाई हेतु विकास कार्यो में तेजी के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि शीघ्र ही बहुउद्देशीय शिविरों के आयोजन की शुरूआत की जायेगी।

मुख्यमंत्री ने जनपद पौड़ी में जिला योजना के तहत स्वरोजगार के क्षेत्र में किये जा रहे विकास कार्यो को बेहतर बताया। जबकि राज्य योजना, केन्द्र पोषित में और सुधार लाने हेतु मण्डलायुक्त रविनाथ रमन एवं जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल को मानीटरिंग करने के निर्देश दिये। क्यूआरटी में 75 प्रतिशत समाधान को अच्छा कार्य बताया। उन्होने समूहों के लिए निर्धारित मानक बनाने को कहा, जिसके आधार पर समूहों के उत्पादों का आकलन कर, उनकी कार्य प्रगति की समीक्षा की जा सकें। उद्यान विभाग के समीक्षा के दौरान मौनपालन कार्य को बढ़ाने के निर्देश दिये। कहा कि मधु न्याय पंचायतों को हब बनाने की परिकल्पना है, ताकि खरीददार वहीं पर मिल सके। मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना बहु लाभदायक योजना है। इसमें लोगों की भागीदारी बढ़ने के लिए पंचायती राज विभाग को अपनी भूमिका निभाने के निर्देश दिये। जनपद में स्थापित पिरूल प्लान्ट की जानकारी लेते हुए कहा कि पिरूल की योजना से गरीब वर्ग के लोगों को आय प्राप्ति के अवसर देता है। कृषि विभाग को जानवरों से फसलों की सुरक्षा हेतु घेरबाड कार्य को बेहतर बताया तथा और अधिक बढ़ाने के निर्देश दिये। ताकि लोगों की फसलों की सुरक्षा के साथ साथ क्षेत्र में पैदावार को बढा़वा मिल सकें। उन्होने पशुपालन विभाग द्वारा की जा रही कड़कनाथ पॉट्री पालन एवं पशुओं की कृत्रिम गर्भाधान की जानकारी ली। जिस पर जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में तीन लाख के करीब कड़क नाथ मुर्गी का लक्ष्य रखा गया है।

जिलाधिकारी धीरज सिंह गब्र्याल ने बताया कि जनपद में 20 हेक्टेअर पर कीवी प्लांटेंसन का कार्य चल रहा है, जिसमें पहली बार बजट का प्रोविजन किया गया है तथा हिमाचल, बागेश्वर से प्लांट मंगाये गये हैं। मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई ने विकास कार्यो की जानकारी देते हुए बताया कि जिला योजना में 7986.00 लाख अनुमोदित परिव्यय के सापेक्ष क्रमिक व्यय 6369.05 अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष ब्यय 88.66 प्रतिशत है। बीस सूत्रीय कार्यक्रम के तहत जनपद की प्रगति 86.11 के साथ पहला स्थान पर है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष प्राइमरी सेक्टर विभाग यथा कृषि, पशुपालन, उद्यानीकरण, पर्यटन, दुग्ध, मत्स्य, मौन पालन, सहकारिता आदि क्षेत्रों पर फोकस किया गया, जिसमें अनुमोदित परिव्यय 13.40 करोड़ था। बताया कि 702 पॉलीहाउस को एनआरएलएम एवं आईएलएसपी के समूहों को दिये गये हैं तथा 90 प्रतिशत सब्सिडी दे रहे हैं। जनपद के सभी विकास खण्डों में करीब 300 न्यूट्री गार्डन बना रहे है। जिनमें से 105 बनकर तैयार हो गये है, जिनकी रख रखाव महिला समूह आदि किया जा रहा है।

इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिह रावत, विधायक पौड़ी मुकेश सिह कोली, विधायक लैंसडोन दिलीप रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, नगर पालिकाध्यक्ष यशपाल बेनाम, बहुउद्देशीय सहकारिता समिति अध्यक्ष संपत सिह रावत आदि उपस्थित थे।