ऋषिकेश घूमने आए पर्यटकों ने पैदल नापे रास्ते
ऋषिकेश।
गुरुवार से बैंकों में पांच सौ और हजार रुपये के नोट बदलने की प्रक्रिया शुरू हो हुई, लेकिन पर्यटक बैंकों के बाहर लंबी-लंबी लाइन देखकर नोट बदलने से बचते रहे। खुल्ले पैसों के अभाव में उन्हें परेशानी झेलनी पड़ी। बड़ी संख्या में पर्यटक से राफ्टिंग को सुबह 11 बजे रोडवेज बस से यात्रा अड्डे पहुंचे, लेकिन बड़े नोट नहीं चलने से वह परेशान रहे। मजबूरी में वह पैदल ही कैलाशगेट स्थित राफ्टिंग कंपनियों के कार्यालय पहुंचे। दिल्ली में ग्रेजुएशन कर रही प्रीति सिन्हा ने बताया कि होटल में तो वह कार्ड से खर्च कर लेंगी, लेकिन विक्रम-ऑटो चालक खुल्ले मांग रहे हैं। इसलिए वह पैदल ही कैलाशगेट जा रही हैं। वह पहले भी राफ्टिंग करने ऋषिकेश आ चुकी हैं। इस बार अपने दोस्तों के साथ आई हैं। वह दो दिन ऋषिनगरी में ही ठहरेंगे। उन्होंने पहले ही ऑनलाइन होटल और राफ्टिंग की बुकिंग करवा रखी है। उधर, रेलवे मार्ग पर खरीददारी को पहुंचे विदेशी पर्यटक भी परेशान रहे। वह स्वर्गाश्रम स्थित एक आश्रम में ठहरे हैं। गुरुवार को वह खरीदारी को ऋषिकेश के बाजार आए। बाजार बंदी के कारण उन्हें लौटना पड़ा। विदेशी एक सप्ताह के टूर पर आए हैं। इसके अलावा स्वर्गाश्रम, लक्ष्मणझूला, कैलाशगेट आदि इलाकों से कई यात्री पैदल रेलवे स्टेशन और बस अड्डा पहुंचे।
हरिद्वार मार्ग के पेट्रोल पंप पर तेल खत्म
500 और 1000 के नोट पेट्रोल पंपों पर ही चल रहे थे। मंगलवार रात से हरिद्वार मार्ग स्थित एक पेट्रोल पंप का भारी भीड़ रही। इस कारण गुरुवार सुबह 10 बजे पेट्रोल और डीजल खत्म हो गया। पंप मालिक को पेट्रोल खत्म होने का बोर्ड लगाना पड़ा। शहर के सभी पंपों पर पेट्रोल-डीजल लेने को भीड़ रही। गुरुवार को भी शहर के सभी पंपों पर एक लाख लीटर पेट्रोल-डीजल की बिक्री हुई। इस दौरान पांच सौ से कम का तेल नहीं दिया गया। पंप संचालक 100 और 50 के नोट नहीं होने का बहाना बनाते रहे।