बुधवार को पुलिस न मिलने से पालिका को हुई थी परेशानी
ऋषिकेश।
ऋषिकेश नगर पालिका ने अवैध होर्डिंग के खिलाफ अभियान रोक दिया है। अब पुलिस फोर्स मिलने पर ही पालिका कार्रवाई करेगी।
नगर पालिका ने शहर में अवैध होर्डिंग हटाने की कार्रवाई के लिए पुलिस के सहयोग मांगा था। प्रशासन के माध्यम से पुलिस फोर्स उपलब्ध कराने की मांग की थी। लेकिन सोमवार को पुलिस फोर्स नहीं मिलने के कारण पालिका की टीम कार्रवाई नहीं कर सकी। इसके बाद बुधवार को पुलिस फोर्स उपलब्ध कराने का आश्वासन मिला। बुधवार को पालिका की टीम दून मार्ग पर कार्रवाई करने पहुंचीए लेकिन इस बार भी पुलिस नहीं पहुंची। पालिका कर्मचारियों ने खुद ही यातायात व्यवस्था संभालते हुए कार्रवाई की और छह अवैध होर्डिंग गिराए। इस दौरान पालिका की टीम को विरोध भी झेलना पड़ा। पालिका का तर्क है कि दो बार सहमति बनने के बाद भी पुलिस प्रशासन से सहयोग नहीं मिला।
कर अधीक्षक निशात अंसारी ने बताया कि गुरुवार को अवैध होर्डिंग के खिलाफ अभियान नहीं चला। पुलिस की मौजूदगी में ही अभियान चलाया जाएगा। इस बाबत उच्चाधिकारियों को सूचित किया गया है।
विभागों में आपसी तालमेल में कमी
अवैध होर्डिंग हटाने के लिए पुलिस.प्रशासन का सहयोग नहीं मिलना शहर में चर्चा कर विषय बना हुआ है। पालिका के अधिकारियों का दावा है कि प्रशासन से लिखित में फोर्स उपलब्ध कराने की मांग की थी। फोन से संपर्क कर तिथि तय की गई। लेकिन फिर भी पुलिस फोर्स नहीं मिली। ऐसे में विभागों में आपसी तालमेल की कमी भी नजर आ रही है।
कार्रवाई से हरकत में होर्डिंग कंपनियां
अवैध होर्डिंग पर कार्रवाई से कंपनियां हरकत में आ गई हैं। बुधवार को चले कार्रवाई अभियान के बाद तीन कंपनियों ने 99 हजार रुपये होर्डिंग किराया के रूप में पालिका में जमा कराया है। हालांकि अभी भी कई कंपनियों के होर्डिंग अवैध तरीके से शहर की सूरत बिगाड़ रहे हैं।