देहरादून।
बुधवार को लोअर नेहरूग्राम में आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि इन दो राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेजों में एक रायपुर व दूसरा कोटद्वार में खोला जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन कॉलेजों की स्थापना के लिए भूमि चयन व अन्य औपचारिकताएं तुरंत शुरू कर दी जाएं। शुरुआत में यदि जिला होम्योपैथिक कार्यालय या अन्य जगह कक्षाएं संचालित करने की गुंजाइश बनती है तो इसके भी प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने जिला होम्योपैथिक कार्यालय में डिस्पेंसरी संचालित करने की भी घोषणा की। रावत ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि डिस्पेंसरी के संचालन के लिए एक डॉक्टर, फार्मेसिस्ट व अन्य स्टाफ की तुरंत व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि हमें ऐसा माहौल बनाना होगा किसी बीमार व्यक्ति के लिए आयुष अंतिम नहीं, पहला विकल्प बने। पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को वैज्ञानिक आधार दिया जाए और शोधपरक सोच के साथ आगे बढ़ाएं। ताकि उत्तराखंड बाकी राज्यों के लिए भी मिसाल बने। इससे पूर्व कार्यक्रम अध्यक्ष एवं रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ ने क्षेत्र में होम्योपैथिक कॉलेज व नवनिर्मित कार्यालय में होम्योपैथिक डिस्पेंसरी खोलने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि होम्योपैथिक कॉलेज की भूमि के लिए वह व्यक्तिगत तौर पर प्रयास करेंगे। कार्यक्रम में ब्लाक प्रमुख बीना बहुगुणा, निदेशक आयुर्वेद डॉ. अरुण कुमार त्रिपाठी, निदेशक होम्योपैथी डॉ. बीएस कनवासी, जिला होम्योपैथी अधिकारी डॉ. जेपी नौटियाल, ग्राम प्रधान रमेश थापा, बीडीसी सदस्य लक्ष्मी नेगी आदि उपस्थित रहे।