भाजपा सरकार के खिलाफ निकली पदयात्रा, कांग्रेस जिला कोआर्डिनेटर ने किया नेतृत्व

भाजपा शासन में प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार, महंगाई व बेरोजगारी को लेकर ऋषिकेश विधानसभा के छिद्दरवाला ग्रामसभा में जिला कांग्रेस कोऑर्डिनेटर लोकेश वशिष्ठ के नेतृत्व में निकाली पदयात्रा निकाली गई।

जिला कोऑर्डिनेटर लोकेश वशिष्ठ ने कहा कि देश और प्रदेश में भाजपा की सरकार है और जो भाजपा चुनाव से पूर्व प्रति वर्ष दो करोड़ रोजगार देने की बात करती थी आज उसी भाजपा की बदौलत देश में करोड़ों लोगों का रोजगार छिन गया है और महंगाई चरम पर पहुँच गई है परन्तु इनके नेताओं को आम जन की कोई चिंता नहीं ये सिर्फ जनता को अनेक प्रकार के टैक्सों से लूटने का काम कर रही है ।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने कहा कांग्रेस प्रदेश प्रभारी व प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर प्रदेश की कांग्रेसजन सभी विधानसभाओं में भाजपा के कुशासन के विरूद्ध पदयात्रा के माध्यम से जनता के बीच जाकर इनकी पोल खोलने का काम करेंगे उसी के तहत आपसे ऋषिकेश विधानसभा में भी पदयात्रा की शुरूआत विधानसभा के बूथ नम्बर एक से की गई और गाँव में घूम कर नारों के साथ जनता तक भाजपा के कुशासन को उखाड़ फेंकने के लिये जागृत होने का आवाह्न किया ।

पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण ने कहा कि भाजपा के कुशासन से लोग परेशान हो गये हैं इसलिये आज गाँव गाँव जाकर उनके कार्यों की पोल खोलने का काम कांग्रेस जन कर रहे हैं ।
पदयात्रा में जिलाध्यक्ष युवा कांग्रेस भूपेंद्र नेगी प्रदेश उपाध्यक्ष युवा कांग्रेस संदीप चमोली, गोकुल रमोला, राकेश कंडियाल, गजेंद्र विक्रम शाही, कुंवर सिंह गुस्साई, केके थापा, आशा सिंह चैहान, भर्फ सिंह पोखरियाल, रवि राणा, धीरज थापा, दीपक नेगी, धनवीर बेंडवाल, बिट्टू त्यागी, अंशुल त्यागी, हरि सिंह राणा, यश अरोड़ा, रविन्द्र राणा, देव पोखरियाल, ग्रीश रोथड़, राकेश गौंड, अर्जुन थापा, प्रवीण बिष्ट, रोशन व्यास, बीम पूरी, कमल रावत, मोहन सिंह दोबलियाल, रुकुम पंवार, मनोज पंवार, ध्यान सिंह असवाल, गजेंद्र चैहान, सोनू कुमार, पुराण चंद रामोल, हरभजनसिंह चैहान, कृपाल सिंह रावत, किशन थापा आदि उपस्थित रहे।

गुरूवार को साप्ताहिक बंदी का आदेश पारित किया जाएं

देवभूमि उत्तरांचल उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल के नेतृत्व में व्यापारी तहसील पहुंचे। यहां एसडीएम मनीष कुमार को ज्ञापन सौंपा। बताया कि ऋषिकेश धार्मिक के साथ पर्यटन नगरी भी है। शनिवार और रविवार वीकेंड पर बाहरी राज्यों से पर्यटक यहां पहुंचते हैं, लेकिन रविवार को बाजार बंद होने से उन्हें जरूरी सामान से लेकर भोजन आदि में दिक्कत होती है।

पर्यटन पर आधारित बाजार होने से व्यापारियों को भी नुकसान होता है। यही वजह है ऋषिकेश में बाजार साप्ताहिक बंदी की व्यवस्था गुरुवार को काफी समय से बनी है। कोविड कर्फ्यू के चलते इस बार व्यवस्था बदली गई। अब जबकि हालात सामान्य हो रहे हैं तो कोविड नियम के साथ रविवार को बाजार खोलने और गुरुवार को बंद रखने की व्यवस्था की जाए। प्रदेशाध्यक्ष ने बताया कि एसडीएम ने मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। मौके पर वेदप्रकाश ढींगड़ा, भारत भूषण रावल, नरेंद्र शर्मा, रवि चैरसिया,दीपक दरगन, सरदार अमरीक सिंह आदि मौजूद रहे।

तपोवन पुलिस ने हंगामा करने पर आठ युवकों का काटा चालान

मुनिकीरेती थाना पुलिस को दोपहर सूचना मिली कि तपोवन स्थित गंगा किनारे नीम बीच पर कुछ युवक हंगामा मचा रहे हैं। इससे अन्य पर्यटकों को दिक्कत हो रही है। सूचना मिलने पर तपोवन चैकी प्रभारी पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और आठ युवकों को दो कारों समेत चैकी ले आए। जहां पर पुलिस ने वाहनों को सीज करने की कार्रवाई की।

पुलिस ने विकास पुत्र फुल कुमार निवासी शिवा पानीपत चांदनी बाग, विक्की पुत्र चंद्रभान निवासी झज्जर, प्रवीण पुत्र बच्चों सिंह निवासी ग्राम बोडिला झज्जर, आशीष पुत्र राम सिंह निवासी झज्जर, रामू पुत्र सुख सिंह ग्राम सहसपुर, सयोधरा जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश, रोहित कादयान पुत्र जितेंद्र सिंह निवासी ग्राम सिवान, सदर जिला पानीपत, पवन डबास पुत्र अशोक डबास निवासी कंधा वाला सिटी, दिल्ली, दीपक पुत्र नरेंद्र निवासी ग्राम बिचपड़ी, सोनीपत हरियाणा का पुलिस ऐक्ट में चालान किया। इसके बाद सख्त हिदायत देकर छोड़ा।

कोविड नियमों की अनदेखी करने पर फिर बिगड़ सकते हैं हालात

कोविड गाइडलाइन के पालन को लेकर यदि लोग अब भी लापरवाह बने रहे तो कोरोना का ’डेल्टा वेरिएंट’ तीसरी लहर का कारण बन सकता है। इन हालातों में तीसरी लहर के खतरे को कम करने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश ने नागरिकों को कोविड नियमों का पालन गंभीरता से सुनिश्चित करने की सलाह दी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार डेल्टा वेरिएंट अभी तक विश्व के 100 देशों में पाया जा चुका है। डेल्टा वेरिएंट को बी. 1.617.2. स्ट्रेन भी कहते हैं। जबकि ’डेल्टा प्लस’ वेरिएंट बी. 1.617.2.1 है। कोरोना वायरस के स्वरूप में आ रहे बदलावों की वजह से ही डेल्टा वायरस बना है।
निदेशक प्रोफेसर रविकांत ने बताया कि कोरोना वायरस के अन्य सभी वेरिएंटों की तुलना में डेल्टा प्लस वेरिएंट की वजह से फेफड़ों में कोविड निमोनिया का संक्रमण ज्यादा हो सकता है। यह भी संभावना है कि कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट में एंटीबाॅडी काॅकटेल’ जैसी दवा का भी शत- प्रतिशत असर नहीं हो पाए। लेकिन इतना जरूर है कि वैक्सीन लगा चुके लोगों में इसकी वजह से गंभीर किस्म के संक्रमण का कोई मामला फिलहाल भारत में नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि अब तक देश के 12 राज्यों में इसकी पुष्टि हो चुकी है। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर डेल्टा प्लस वेरिएंट के कारण आएगी, यह कहना अभी संभव नहीं है। गत माह एम्स ऋषिकेश द्वारा आईसीएमआर को भेजे गए कोविड के 15 सैंपलों में से एक में भी डेल्टा प्लस वेरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है। इन सैंपलों को रेन्डम के आधार पर एकत्रित किया गया था।

डेल्टा प्लस की विशेषता
संस्थान के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ. दीप ज्योति कलिता जी का कहना है कि कोरोना एक आरएनए वायरस है। आरएनए वायरस की पहचान है कि यह बार-बार उत्परिवर्तित होकर अपना रूप बदलता है। अभी तक कोरोना के अल्फा, बीटा, डेल्टा और डेल्टा प्लस आदि रूपों की पहचान हो चुकी है। डाॅ. कलिता ने बताया कि डेल्टा प्लस वेरिएंट निचली श्वसन प्रणाली में फेफड़ों की म्यूकोसल कोशिकाओं के लिए घातक हो सकता है।
पहचान और लक्षण
कोविड के नोडल ऑफिसर डाॅ. पी.के. पण्डा जी ने बताया कि कोरोना वायरस तेजी से रूप बदलने में माहिर है। ऐसे में डेल्टा प्लस के कई अन्य मामले और हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि वैक्सीन लगने के बाद भी यदि किसी व्यक्ति में कोविड-19 के लक्षण नजर आ रहे हैं तो उसमें डेल्टा प्लस की संभावनाएं हो सकती हैं। इन हालातों में कोरोना के संदिग्ध वेरिएंट वाले मरीज का सैम्पल आईसीएमआर की प्रयोगशाला में भेजा जाता है। अब तक यह भी देखा गया है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट के रोगी में कोविड वैक्सीन ज्यादा प्रभावकारी नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि डेल्टा प्लस वैरिएंट महामारी को रोकने के लिए निम्न 4 चरणों के पालन करने की नितांत आवश्यकता है।
1)- सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण यह है कि कोविड संदिग्ध व कोविड पाॅजिटिव रोगियों की पहचान की जाए। पहचान होने पर संबंधित व्यक्ति को न्यूनतम 7 दिनों के लिए क्वारन्टीन किया जाए। इनमें एचआईवी पाॅजिटिव रोगी, अनियंत्रित डायबिटीज, डायलिसिस कराने वाले क्रोनिक किडनी के रोगी, अंग प्रत्यारोपण वाले रोगी, कैंसर के रोगी, 3 सप्ताह से स्टेरॉयड लेने वाले रोगी और कम प्रतिरक्षा वाले रोगियों को उनकी आरटीपीसीआर रिपोर्ट नेगेटिव आने तक अलग रखा जाना चाहिए। ऐसे रोगियों में कोरोना वायरस लंबे समय तक रहने की प्रबल संभावना होती है।

2) कहीं भी और किसी को भी कोई सामुहिक सभा की अनुमति हरगिज नहीं दी जाए। विशेष परिस्थियों में यदि अनुमति देना जरुरी हो, तो ऐसी स्थिति में सभी लोग कम से कम 1 मीटर की शारीरिक दूरी बनाए रखें और मास्क अनिवार्यरूप से पहनें। ऐसे स्थानों में वेंटिलेशन और हाथ धोने की पर्याप्त सुविधा होनी चाहिए। हाथों को स्वच्छ रखना बहुत जरूरी है। इसके साथ ही सामुहिक सभा में प्रतिभाग करने वाले सभी प्रतिभागियों का पहले से टीकाकरण होना भी अनिवार्य है।

3) प्रत्येक व्यक्ति कोविड व्यवहार के 5 प्रमुख नियमों- शारीरिक दूरी बनाए रखना, हाथों की स्वच्छता, स्वच्छ मास्क पहनना, हवादार कमरे में रहना और कोविड टीकाकरण कराने का अनिवार्यरूप से पालन किया जाए।

४) यह जरूरी नहीं कि प्रत्येक कोविड रोगी का उपचार मल्टीपल काॅम्बिनेशन वाली दवाओं से ही किया जाए। पाॅलीफार्मेसी की आवश्यकता के बिना भी संबंधित दवा कोविड मरीज को ठीक कर सकती हैं।

रायवाला थाने में विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ कांग्रेस ने दी तहरीर

कांग्रेसियों ने रायवाला थाना में विस अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ तहरीर दी। पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण ने कहा कि एक ओर पूरे देश में कोरोना की तीसरी लहर का खतरा बना है। जिसके चलते स्कूल, कॉलेज सहित तमाम शैक्षणिक संस्थाएं बंद हैं। तीसरी लहर में बच्चों पर अधिक खतरा होने की संभावनाएं जताई जा रही है। ऐसे में बीते रोज क्षेत्रीय विधायक द्वारा राइंका छिद्दरवाला में कार्यक्रम आयोजित कर स्कूली बच्चों को बुलवाया गया। इस कार्यक्रम में सामाजिक दूरी का पालन भी नहीं हुआ। इस कार्यक्रम के जरिए कोविड गाइड लाइन का उल्लंघन हुआ है।

एआईसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला ने आरोप लगाते हुए कहा कि क्षेत्रीय विधायक द्वारा बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ किया गया। इसलिए इस मामले में क्षेत्रीय विधायक और स्कूल प्रबंधक पर मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाए। ज्ञापन देने वालों में कांग्रेस प्रदेश सचिव विजयपाल रावत, जिला महामंत्री गोकुल रमोला, प्रधान ध्यान सिंह असवाल, ब्लॉक अध्यक्ष बरफ सिंह पोखरियाल, वीरेन्द्र सिंह, भगवती सेमवाल, राकेश कंडियाल, हरि राणा, दीपा चमोली, अलका क्षेत्री, रविन्द्र राणा, सतीश रावत, कुंवर सिंह गुसाईं, धीरज थापा, राकेश गौड, रूकम पंवार, दीपक नेगी, मोहन सिंह डोबलियाल, रोशन ब्यास, राकेश रावत, आर्यन गिरी, नूतन गिरी, हरभजन सिंह चैहान, हिम्मत कलूडा, पूर्व चन्द रमोला, गब्बर कैन्तुरा, ब्लॉक अध्यक्ष देवेन्द्र रावत आदि शामिल थे।

चिकित्सकों को दी गई है भगवान की संज्ञाः प्रेमचंद अग्रवाल

भारत के महान चिकित्सक डा. बिधान चंद्र राय के जन्मदिवस पर चिकित्सक दिवस मनाया जाता है, मौके पर स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल ने एसपीएस चिकित्सालय पहुंचकर चिकित्सकों का सम्मान किया।

कहा कि चिकित्सक को भगवान की संज्ञा भी दी गई है क्योंकि चिकित्सक प्राणों की रक्षा करते हैं। जिस प्रकार से कोरोना काल में चिकित्सकों ने मनुष्य के प्राण बचाने के लिए अपनी सामथ्र्य अनुसार कार्य किया, वह अत्यंत सराहनीय था। कहा कि चिकित्सक, रोगी को ठीक करने के लिए हर प्रकार के यत्न करता है बल्कि कोरोना काल के दौरान कोरोना संक्रमित लोगों को ठीक करने के लिए अनेक चिकित्सकों ने अपनी जान की बाजी लगाकर पीड़ितों को ठीक किया, ऐसे चिकित्सकों के प्रति उनके मन में आदर है।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ विजयेश भारद्वाज, डॉ सुरेश कोठियाल, डॉ उत्तम खरोला, डॉ मुकेश पाण्डेय, डॉ रोहित उपाध्याय, डॉ संतोष पंत, डॉ बीएस टोलिया, डॉ नीना सैनी, डॉ ममता पुण्डीर, डॉ निधि उपाध्याय, डॉ ऋचा थपलियाल, डॉ साक्षी, डॉ अंकित आनंद को सम्मानित किया। मौके पर नीरज गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

ग्रीष्मकालीन अवकाश हुआ समाप्त, शुरू हुई आनलाइन पढ़ाई


देहरादून। प्रदेश में ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद आज से विद्यालयों में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू हो गई है। इस संबंध में शासन की ओर से महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा को आदेश जारी किए गए हैं।

बता दें कि बीती 8 मई से कोविड 19 संक्रमण की दूसरी लहर की रोकथाम के दृष्टिगत प्रदेश में संचालित समस्त शासकीय, अशासकीय, निजी विद्यालय (बोर्डिंग) स्कूलों में 30 जून 2021 तक ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किया गया था। ऑनलाइन बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षकों को पढ़ाई का रिकॉर्ड रखना होगा। मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून आशा रानी पैन्यूली ने कहा कि शिक्षकों के रिकॉर्ड रखने से अंदाजा लगाया जा सकेगा कि शिक्षकों की ओर से कितना प्रतिशत पाठ्यक्रम पढ़ाया गया है। इस संबंध में जिले के सभी शिक्षकों को सूचित किया जा चुका है।

ऑनलाइन पढ़ाई के पक्ष में बोलते हुए दून के अभिभावकों ने कहा कि अभी बच्चों को स्कूल भेजना सुरक्षित नहीं है। बिना वैक्सीनेशन के बच्चों को स्कूल भेजना उनकी जिंदगी से खिलवाड़ करने जैसा होगा। ऐसे में पहले सरकार को बच्चों के लिए टीके की व्यवस्था करनी होगी। तब तक ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने पर सरकार को ध्यान देना होगा।

स्पीकर अग्रवाल ने अटल उत्कृष्ट विद्यालय छिद्दरवाला का किया नामांकरण उद्धाटन


राजकीय इंटर कॉलेज छिदरवाला अब अटल उत्कृष्ट विद्यालय के नाम से जाना जाएगा। स्पीकर प्रेम चंद अग्रवाल ने इस विद्यालय भवन के नामकरण का उद्घाटन किया।

स्पीकर ने कहा कि राज्य में अंग्रेजी और हिंदी माध्यम से 190 अटल उत्कृष्ट विद्यालयो का आज विधिवत उद्घाटन हुआ है। जिसमें ऋषिकेश विधानसभा में राजकीय इंटर कॉलेज छिदरवाला को चयनित किया गया। उन्होंने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी के नाम से इस विद्यालय का नामकरण कर सरकार ने सराहनीय कार्य किया है ।उन्होंने कहा है कि आधुनिक युग में अंग्रेजी एवं हिंदी माध्यम से शिक्षा को बढ़ावा देने की दृष्टि से सीबीएसई पैटर्न पर प्रदेश के लिए तमाम 190 विद्यालय संचालित किए जाएंगे। जिससे छात्रों को आगे बढ़ने के अवसर प्राप्त होंगे।

उद्घाटन समारोह के अवसर पर स्पीकर ने कहा कि उत्तराखंड प्रदेश के प्रत्येक विकासखंड में दो विद्यालयों को अटल उत्कृष्ट विद्यालय के रूप में चयनित किया गया है। जिससे भारतीय संस्कृति पर आधारित अंग्रेजी और हिंदी माध्यम की शिक्षा मिलेगी श्री अग्रवाल ने कहा है कि सूचना एवं तकनीकी युग में आधुनिक शिक्षा का अत्यंत महत्व है इसलिए इन विद्यालयों में उस प्रकार की शिक्षा दी जाएगी जिससे छात्रों को प्रतिपदा के युग में आगे बढ़ने में सोहलिया तक होगी।

इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ पौधारोपण कर किया गया। मौके पर डोईवाला के ब्लॉक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल, पूर्व जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र नेगी, विद्यालय के प्रधानाचार्य योगेंद्र सिंह रावत, खंड शिक्षा अधिकारी उमा देवी, जिला पंचायत सदस्य रीना रागड, क्षेत्र पंचायत सदस्य अमर खत्री, पंकज किशोर, प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष सोबन केन्तुरा, प्रधान भगवान सिंह महर, प्रधान चमन पोखरियाल, विमला नैथानी, प्रधान कमलजीत कौर, हरीश कालुड़ा, अनीता राणा, सम्मा पवार, एसएन बहुगुणा, पितांबर पैन्यूली, भूपेंद्र रावत, चंद्रवीर धर्म सिंह आदि उपस्थित थे।

दीपक जाटव के समर्थन में आई कांग्रेस, बिना जांच मुकदमा दर्ज करने पर आपत्ति जता फूंका राज्य सरकार का पुतला

आरएसएस और पीएम मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अभद्र भाषा के आरोप में दीपक जाटव पर बीते रोज मुकदमा दर्ज किया गया। आईटी ऐक्ट में दर्ज हुए मुकदमें को लेकर आज कांग्रेस कार्यकर्ता रेलवे रोड पर एकत्र हुए और राज्य सरकार का पुतला फूंका।

एआईसीसी सदस्य जयेन्द्र रमोला के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी किया गया। रमोला ने कहा कि आज भाजपा के शासनकाल में जब जनप्रतिनिधियों के बोलने का अभिव्यक्ति की आजादी को छीनने का काम किया गया है, जो कि निंदनीय हैै। कहा कि मुकदमा राजनीतिक द्वेष के तहत किया गया।

पार्षद देवेन्द्र प्रजापति व जिला महामंत्री एकांत गोयल ने कहा कि भाजपा सरकार अपनी नाकामियों के चलते पूरी तरह से बौखला गई है और इसी बौखलाहट में जो कांग्रेस कार्यकर्ता मुखर होकर सरकार के फेलियर को उजागर कर रहे हैं उन पर फर्जी तरीके से मुकदमे दर्ज दर्ज करा कर उनकी आवाज दबाना चाहती है।

मौके पर महिला कांग्रेस प्रदेश सचिव मधु जोशी, महिला कांग्रेस नगर अध्यक्ष सरोज देवराडी, पार्षद शकुंतला शर्मा, लल्लन राजभर, पार्षद जगत नेगी, संजय शर्मा, ललित सक्सेना, लल्लन राजभर, राहुल शर्मा, जगजीत सिंह जग्गी, अमरदीप सिंह, जितेंद्र पाल पाठी, एनएसयूआई अध्यक्ष शिवा सिंह, श्याम शर्मा, जयपाल बिट्टू, नीरज चैहान, राहुल पाण्डेय, हिमांशु कश्यप, रोहित नेगी, आदित्य, यश अरोड़ा, पंकज गुप्ता, रमन अरोड़ा, आशु वर्मा, ऋषि शर्मा, हिमांशु जाटव, राहुल रावत, मोहन कुमार, विकास केवट, शिवम् भारद्वाज, सागर कोयल, आयुष चैहान, अजय भारद्वाज, शुभम कुमार आदि उपस्थित थे।

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के बजाए संघ लोक सेवा आयोग करे भर्ती


उत्तराखंड जन विकास मंच ने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को समाप्त कर संघ लोक सेवा आयोग से भर्ती प्रक्रिया करवाने की मांग राज्यपाल से की है। उन्होंने इस बावत राज्यपाल को एसडीएम के माध्यम से ज्ञापन भी भेजा है।

मंच अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने बताया कि उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के अस्तित्व में आने के बाद से अब तक कुल 6 परीक्षाएं ही संपन्न हुई है, जिसमें पीसीएस की अंतिम परीक्षा 2016 मैं संपन्न हुई। इसके पश्चात आयोग द्वारा ना तो कोई विज्ञप्ति प्रकाशित हुई और ना ही भविष्य में किसी प्रकार की विज्ञप्ति निकलने की उम्मीद नजर आ रही है। इस प्रकार परीक्षार्थियों की आयु निकल गई है, इसमें सारा दोष लोक सेवा आयोग का है और इसका खामियाजा प्रतियोगी परीक्षा दे रहे छात्रों को भुगतना पड़ रहा है।

इस अवसर पर अधिवक्त शैलेंद्र चैहान, चंदन सिंह राणा, सुनील नवानी, अनिल सक्सेना, भूपेंद्र कुकरेती आदि उपस्थित थे।