भगवान सिंह भंडारी मरणोपरांत दो जिंदगियों को रोशन कर गए

कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला ने जानकारी देते हुए बताया कि आज ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत खैरी खुर्द श्यामपुर में पशुपालन विभाग ऋषिकेश से सेवानिवृत्त पशुधन प्रसार अधिकारी दिवंगत भगवान सिंह भंडारी के परिजनों उनकी धर्मपत्नी शीला भंडारी व उनके पुत्र रविन्द्र भंडारी और राजेंद्र भंडारी को प्रमाण पत्र देकर समानित किया।
खरोला ने कहा की 30 नवम्बर को खैरी खुर्द में पशुपालन विभाग ऋषिकेश से सेवानिवृत्त पशुधन प्रसार अधिकारी दिवंगत भगवान सिंह भंडारी का निधन हो गया था। परिजनों ने उनकी आंख दान करने का निर्णय लिया था, निर्मल आई इंस्टीट्यूट के चिकित्सको ने उनके निवास स्थान पर पहुचकर मृतक के आंखों से सुरक्षित कार्निया प्राप्त किया था।
खरोला ने कहा कि मरणोपरांत भगवान सिंह भंडारी दो जिंदगियों को रोशन कर गए। उनके परिजनों ने निधन के बाद उनका नेत्रदान करवाकर मानवता का संदेश दिया।

कड़कनाथ के चूजों का एक माह में होगा वितरण, जिला योजना के बजट से खरीदे जाएंगे चूजे

कोविड-19 में उत्तराखंड लौटै प्रवासी युवाओं को गांव में रोकने और उन्हें स्वरोजगार से जोड़े रखने के लिए जिला योजना के बजट से सरकार ने पहल की है। सरकार इस बजट से पौड़ी गढ़वाल और चमोली जिले में पशुलोक ऋषिकेश से 70 हजार कड़कनाथ मुर्गी के चूजे भेजने जा रही है। 10 सितंबर से यह चूजे पशुपालन विभाग को उपलब्ध कराए जाएंगे।

पहली बार जिला योजना के बजट से पशुपालन विभाग मुर्गी के चूजे खरीद रहा है। पशुलोक ऋषिकेश स्थित कुक्कट प्रक्षेत्र के प्रभारी अधिकारी डा. मनोज तिवारी ने बताया कि पौड़ी जिले को कड़कनाथ के एक माह के 60 हजार चूजे और चमोली जिले को 10 हजार चूजे उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने बताया कि हर आठ दिन बाद कई अलग जिले को 1500 चूजे उपलब्ध कराए जाएंगे। 10 सितंबर से यह चूजे उपलब्ध कराए जाएंगे।

कुक्कट प्रक्षेत्र पशुलोक में सात जुलाई को हैदराबाद से एक दिन के रेनबो रोस्टर के 1800 चूजे आए हैं। डॉण्मनोज तिवारी ने बताया कि यह चूजे कुक्कट प्रक्षेत्र में पाले जाएंगे। रेनबो रोस्टर के 1600 मुर्गों की लॉट की नीलामी होनी है। ऐसे में यह चूजे उनके स्थान पर भरे जाएंगे। कुक्कट प्रक्षेत्र में 72 हफ्ते की आयु पूरी होने के बाद मुर्गों की नीलामी की जाती है।