कन्याओं के लिए सरकार की यह है योजनाएं, कल अष्टमी का पूजन

कल यानि 22 अक्तूबर को नवरात्रि की अष्टमी तिथि है। नवरात्रि के इस दिन कन्या पूजन किया जाता है। नवरात्रि में अष्टमी तिथि के दिन महागौरी का पूजन किया जाता है। नवरात्रि की अष्टमी तिथि को महाअष्टमी और दुर्गाष्टमी भी कहते हैं।

बालिकाओं के लिए सरकार की कुछ प्रमुख योजनाएं

– गौरा देवी कन्या धन योजना-
इस योजना के अंतर्गत उत्तराखंड में बेटी के जन्म पर ₹11000 की धनराशि दी जाती है। 12वीं कक्षा पास करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए ₹52000 की राशि प्रदान की जाती है।

– हमारी कन्या हमारा अभिमान योजना के लाभ-
कन्या शिशु के जन्म के समय ₹15000 रुपए की एकमुश्त मदद दी जाती है। इसके लिए कन्या के जन्म से एक साल के अंदर आवेदन किया जा सकता है पहली किश्त के रूप में ₹ पांच हजार का चेक अभिभावकों को दिया जाता है।
₹ दस हजार की धनराशि दस साल के लिए एफडी के रूप में लीड बैंक के माध्यम से कन्या व उसके अभिभावकों के संयुक्त खाते में जमा कराई जाती है

– सुकन्या समृद्धि योजना –
सरकार द्वारा चलाई जा रही यह योजना एक विशेष बचत योजना है। जिसमें बच्ची के दस साल के होने से पहले उसके नाम पर खाता खोला जाता है। जिसमें 15 साल तक बच्ची के माता-पिता या अभिभावक निवेश करते हैं।
खाते के पैसे को बच्ची की पढ़ाई के लिए, कारोबार करने के लिए या शादी के लिए खर्च कर सकते हैं। 7-8 प्रतिशत का सालाना ब्याज मिलता है। इसमें निवेश करने पर आयकर छूट का भी लाभ उठाया जा सकता है।

जागेश्वर धाम को विकसित करने पर जोर दे रही सरकार-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज डोल आश्रम पहुॅचकर श्री कल्याणिका हिमालय देवस्थानम के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। उन्होंने 1100 कन्याओं का पूजन करने के साथ ही नर-नारायण मूर्तियों का अनावरण किया। मुख्यमंत्री ने श्रीयंत्र में पूजा-अर्चना की और देश एवं प्रदेश की सुख समृद्वि की कामना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि परम पूज्य महाराज कल्याणदास जी ने एक साधक के रूप में पांच दशकों तक लगातार साधना की और सम्पूर्ण भारत वर्ष के अन्दर अनेकों ऐसे प्रकंल्प खड़े किये जिनके माध्यम से सामान्य घर में पैदा होने वाले, गरीब घर में पैदा होने वाले लोगों के उत्थान का कार्य, शिक्षा देने का कार्य, स्वास्थ्य सुविधा देने का कार्य, एवं उन्हें आगे बढ़ाने का कार्य किया है। उन्होंने इस आश्रम में जिस प्रकार से श्रीयंत्र स्थापित किया है आने वाले समय में केवल भारतवर्ष ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व के लोग इस आश्रम में शान्ति, आध्यात्म और संस्कृति को जानने के लिए आयेंगे।
मुख्यमंत्री ने उपस्थित सभी लोगों को बुद्व पूर्णिमा की बधाई दी और महात्मा बुद्व के धर्म, शान्ति एवं अंहिसा के मार्ग पर चलने को कहा। उन्होंने कहा कि बाबा जी की जो सोच है कि आने वाले समय पर यहॉ से पलायन पर रोक लगे और यहॉ के लोगों को यहीं पर कार्य करने का अवसर मिले, इस क्षेत्र में यह केन्द्र सभी के अन्दर कही न कही जागृति लाने और उस दिशा में प्रेरित करने का कार्य भी कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आश्रम जहां एक ओर धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दे रहा है, वहीं युवाओं को भारतीय संस्कृति के बारे में शिक्षित करने का महान कार्य भी इसके माध्यम से हो रहा है। देवभूमि उत्तराखंड में जन्म लेना अपने आप में बहुत बड़ा सौभाग्य है। यह आश्रम हमारी जो पुरानी सभ्यता, संस्कृति है उसकी जीती-जागती मिशाल है। यह साधना और आध्यात्म का एक भव्य और दिव्य केन्द्र है। उन्होंने कहा कि आज हमारी सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नये उत्तराखण्ड का संकल्प लेकर निरन्तरता से आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि जागेश्वर धाम भी पॉचवें धाम के रूप में विकसित करने के लिए कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सनातन संस्कृति की पताका सम्पूर्ण विश्व में लहरा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संस्कृति संरक्षण हेतु हमारी सरकार प्रतिबद्व है, इसके लिए हमारी सरकार एक कठोर धमार्न्तरण का कानून लेकर आयी है। हमारी सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि भूमि अतिक्रमण को भी समाप्त किया जायेगा तथा समान नागरिक संहिता को लागू किया जायेगा। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यहॉ पर 03 नये पार्किग स्थल विकसित किये जायेंगे तथा आश्रम में जो संस्कृत विद्यालय संचालित किया जा रहा है उसका महाविद्यालय बनाने के लिए या विश्वविद्यालय बनाने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि डोल आश्रम को पूज्य महाराज कल्याणदास जी ने स्थापित किया। उनकी सोच के अनुरूप धर्म, आध्यात्म, संस्कृति और शिक्षा के एक बड़े केन्द्र के रूप में यह आगे बढ़ रहा है एवं विकसित हो रहा है। उन्होंने महाराज जी का अभिनन्दन करते हुए कहा कि उन्होंने सम्पूर्ण जीवन यहॉ के लोगों की सेवा एवं परमार्थ के कार्यों में लगाया। उन्होंने कहा कि जो हमारा मानसखण्ड मन्दिरमाला मिशन है उस मिशन के अन्तर्गत यह आश्रम भी एक अंग के रूप में विकसित होगा तथा आने वाले समय में जिस प्रकार चारधाम यात्रा चलती है उसी प्रकार मानसखण्ड यात्रा एवं कैलाश मानसरोवर यात्रा भी चलेगी तथा उसका एक बहुत बड़ा पड़ाव डोल आश्रम तथा जागेश्वर धाम भी होगा। उन्होंने कहा कि शासन का जो मानसखण्ड मन्दिर माला मिशन का मास्टर प्लान है वह पूर्णरूप से तैयार हो चुका है, उसकी शुरूआत जागेश्वर धाम से की जायेगी।
इस अवसर पर जागेश्वर विधायक मोहन सिंह मेहरा, विधायक अल्मोड़ा मनोज तिवारी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल, पूज्य महाराज कल्याणदास, भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश बहुगुणा, सुभाष पाण्डे, जिलाधिकारी वन्दना, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रचिता जुयाल, सहित अनेक अखाड़ों के मंहत, अनेक जनप्रतिनिधि एवं श्रद्वालु उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम का संचालन स्वामी हरि चौतन्य ने किया।

आदि शक्ति भगवती की उपासना कर सीएम ने दी प्रदेशवासियों को नवरात्रि की शुभकामनाएं

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चौत्र नवरात्रि की नवमी के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में विधि-विधान से कन्या-पूजन किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विश्व के कल्याण एवं शांति के लिए ’सर्वे भवंतु सुखिनः’की भावना से नौ दुर्गा की प्रतीक नौ कन्याओं को भोजन कराया।

मुख्यमंत्री ने आदि शक्ति भगवती के उपासना पर्व नवरात्रि की भी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी है।

साल के 365 दिनों में होना चाहिए कन्या पूजन

भाजपा महिला मोर्चा द्वारा उत्तराखंड के संगठनात्मक 14 जिलों के 252 मंडलों में भव्य कन्या पूजन के कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसी कड़ी में ऋषिकेश मंडल में महिला मोर्चा के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं द्वारा आवास विकास क्षेत्र में कन्या पूजा कार्यक्रम के दौरान मेहंदी प्रतियोगिता सहित अन्य कार्यक्रम आयोजित किए गए।
ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ऋषिकेश मंडल में आवास विकास स्थित मंडल उपाध्यक्ष भावना भट्ट के आवास पर आयोजित कन्या पूजन कार्यक्रम के दौरान विधिवत रूप से शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम के दौरान महिला मोर्चा की मंडल अध्यक्ष उषा जोशी ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य भाजपा सरकार द्वारा संचालित योजना एवं कार्यों को अधिक से अधिक सक्रिय होकर जन-जन तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि कन्या पूजन करके बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को और अधिक शक्तिशाली बनाने का संकल्प लिया गया।
कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष के प्रतिनिधि के तौर पर उपस्थित सहायक जनसंपर्क अधिकारी कौशल बिजलवान ने कहा कि कन्या पूजन के माध्यम से पूरे भारतवर्ष को यह विश्वास दिलाया जा रहा है कि सिर्फ 9 दिन ही कन्याओं का सम्मान नहीं करना चाहिए। अपितु देवी स्वरूप कन्या का 365 दिन सम्मान होना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान छोटी-छोटी कन्याओं का पूजन किया गया एवं मेहंदी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।
इस अवसर पर माधवी गुप्ता, सिमरन गाबा, पुष्पा नेगी, भावना किशोर गौड़, कंचन बंसल, शमिष्टा पटेल, पूर्णिमा तायल, उषा अरोड़ा, मेघा शर्मा, शारदा शर्मा, मण्डल उपाध्यक्ष अंकित पाण्डेय, सुमित सेठी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।