सीएम ने काठगोदाम-अमृतसर के बीच ट्रेन संचालन को मंजूरी मिलने पर पीएम का जताया आभार

काठगोदाम रेलवे स्टेशन से अमृतसर जंक्शन के लिए ट्रेन संचालन को रेल मंत्रालय ने मंजूरी प्रदान कर दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार प्रकट करते हुए कहा कि इस रेल के चलने से यात्रियों को काफी सहूलियत होगी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विगत 2 दिसंबर 2023 को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र भेजकर काठगोदाम से अमृतसर के मध्य सीधी रेल सेवा के संचालन का अनुरोध किया था।

अब, रेल मंत्रालय ने उनके इस अनुरोध को स्वीकार करते हुए काठगोदाम-अमृतसर के मध्य ट्रेन संचालन को मंजूरी प्रदान कर दी है। रेल मंत्रालय द्वारा मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर अवगत कराया गया है नयी ट्रेन के संचालन को मंजूरी दे दी गई है।

सप्ताह में एक दिन चलने वाले देहरादून, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ हैली सेवा शुरू, सीएम ने किया रवाना


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट से देहरादून-अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ हैली सेवा का फ्लैग ऑफ किया। यह हैली सेवा देहरादून से हल्द्वानी, पंतनगर, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ तक चलेगी। 7 सीटर पवन हंस की यह सेवा अभी सप्ताह में एक दिन चलेगी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हैली सेवा को शुरू करवाने के लिए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य एम सिंधिया का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उड़ान योजना के तहत राज्य में जो हैली सेवाएं चल रही हैं, ये उत्तराखंड में एयर कनेक्टिविटी को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी। इन सेवाओं से लोगों को आवागमन की सुविधा आसान होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड धार्मिक एवं पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य है। राज्य सरकार का प्रयास है कि श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को राज्य में आवागमन के लिए हर प्रकार की सुविधा मिले। मुख्यमंत्री ने कहा की राज्य में एयर कनेक्टिविटी को और विस्तार दिया जा रहा है। उन्होंने पवन हंस को इस सेवा को सप्ताह में तीन दिन करने एवं सीटों की संख्या बढ़ाने को कहा।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, सुबोध उनियाल, सचिव दिलीप जावलकर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी यूकाडा सी रविशंकर, पवन हंस के महाप्रबंधक संजय कुमार उपस्थित थे।

मुख्य सचिव ने पर्यटन एवं लोनिवि अधिकारियों की बैठक ली


मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने सचिवालय स्थित अपने सभागार में पर्यटन एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ मानसखण्ड कॉरिडोर विकसित करने एवं रोप-वे निर्माण परियोजनाओं के चिन्हीकरण एवं क्रियान्वयन के सम्बन्ध में बैठक ली। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मानसखण्ड कॉरिडोर के अन्तर्गत कुमाऊं मंडल में स्थित महत्त्वपूर्ण मंदिरों को जोड़ने हेतु अच्छी गुणवत्ता की सड़कों के निर्माण हेतु प्रस्ताव तैयार किया जाए। उन्होंने इसमें पर्यटन की दृष्टि से विकसित किए जा सकने वाले क्षेत्रों को भी शामिल करने के निर्देश दिए।

मुख्य सचिव ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि गढ़वाल एवं कुमाऊं की कनेक्टिविटी को बढ़ाने के क्षेत्र में भी कार्य किया जाए। प्रदेश की ऐसे सभी मार्गों, जिनसे गढ़वाल एवं कुमाऊं को जोड़ा जा सके, को विकसित करने हेतु भी कार्ययोजना तैयार की जाए। इसके साथ ही, मुख्य सचिव ने पर्यटन की दृष्टि से प्रदेश को विकसित किए जाने हेतु रोप- वे विकसित किए की आवश्यकता बताई। इसके लिए उन्होंने पर्वतमाला योजना के अन्तर्गत गढ़वाल एवं कुमाऊं क्षेत्र में रोप-वे निर्माण की सम्भावनाओं को तलाशते हुए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव लो.नि.वि. आरके सुधांशु एवं सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर सहित अन्य उच्चाधिकारी भी उपस्थित थे।