पुलिस ने बाबा के खोए बैग को ढूंढ़ निकाला, हुई प्रशंसा


ऋषिकेश पुलिस ने एक स्वामी के विक्रम में खोए बैग को सीसीटीवी कैमरे की मदद से खेाज निकाला। बैग पाकर स्वामी ने पुलिस की प्रशंसा में तारीफ के कसीदे पढ़े।

दरअसल, स्वामी अवधूत रघुनाथ आचार्य निवासी दंडी आश्रम मायाकुंड ऋषिकेश ने घाट चौकी आकर सूचना दी। बताया कि वह मुखर्जी मार्ग ऋषिकेश से विक्रम में बैठकर चंडी घाट हरिद्वार गए थे। वहां, चंडी घाट हरिद्वार में जल्दबाजी में उतर कर अपना बैग विक्रम में ही भूल गए। बताया कि बैग में लैपटॉप, मोबाइल, कैसेट, नकदी व अन्य जरूरी सामान है। उक्त सूचना पर चौकी पुलिस ने बैग की तलाश के लिए सीसीटीवी कैमरों को खंगाला।
पुलिस के अनुसार, एक विक्रम यूके 07 टीसी 0014 पर आगे की सीट पर उक्त स्वामी बैठे हुए दिखाई दिए। विक्रम मालिक से पूछताछ पर चालाक का नाम मालूम हुआ। बताया कि चालक से पूछताछ हुई तो उसने बात स्वीकार की और बैग अपने घर से लाकर चौकी में स्वामी के सुपुर्द किया। जिस पर स्वामी द्वारा चौकी के समस्त कर्मचारियों की भूरी भूरी प्रशंसा की गई।

उक्त कार्य के लिए पुलिस टीम में चौकी प्रभारी उप निरीक्षक जगत सिंह, कांस्टेबल तेज सिंह, राधेश्याम आदि मौजूद रहे।

150 परिवारों को महीने भर का राशन वितरित किया गया

आर्थिक रुप से कमजोर परिवारों को गैर सरकारी संगठनों ने संयुक्त रूप से महीने भर का राशन वितरित किया। ये अनाज वितरण कार्यक्रम तीन दिन तक चलाया गया। मौके पर 150 परिवारों को अनाज बांटा गया।
सेवा चाइल्ड (कैलिफोर्निया) और अखिल भारतीय महिला एवं बाल विकास समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ो परिवार राशन पाने के लिए उमड़े। समिति की अध्यक्ष भवप्रीता ठाकुर ने इस दौरान बताया कि मुफ्त राशन वितरण कार्यक्रम पूरे उत्तराखण्ड में संचालित किया जा रहा है। इसके तहत कोरोना महामारी के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहे परिवारों को मुफ्त अनाज मुहैया कराया जा रहा है। इसका मकसद गरीब परिवारों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध करवाना है। ऋषिकेश के मायाकुंड स्थित स्लम बस्ती के अनाज वितरण कार्यक्रम बीते शुक्रवार से शुरु किया गया था, जिसे रविवार तक जारी रखा गया। भवप्रीता ठाकुर ने बताया कि अनाज वितरण कार्यक्रम का अगला पड़ाव गंगौलीहाट में होगा। वहां भी आर्थिक रुप से कमजोर परिवारों को पौष्टिक आहार और अनाज उपलब्ध कराया जायेगा। इसके अलावा पिथौरागढ़ ज़िला के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में भी अनाज वितरण की योजना बनाई गई है।