ऑनलाइन टैक्सी सर्विस के संचालन को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया

गढ़वाल टैक्सी चालक एवं मालिक एसोसिएशन ने ऑनलाइन टैक्सी सर्विस के संचालन को अनुमति देने के लिए प्रदेश सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया है। टैक्सी संचालकों ने एक स्वर में उत्तराखंड में ऑनलाइन टैक्सी सर्विस का लाइसेंस निरस्त करने की मांग उठाई है।
रविवार को आईएसबीटी परिसर ऋषिकेश में गढ़वाल टैक्सी चालक एवं मालिक एसोसिएशन की बैठक में अध्यक्ष विजय पाल सिंह रावत ने कहा कि ऑनलाइन टैक्सी सर्विस को उत्तराखंड से खदेड़ने के लिए आंदोलन के साथ-साथ न्यायालय की शरण भी ली जाएगी। सरकार ने इसे उत्तराखंड में लाइसेंस देकर स्थानीय टैक्सी-मैक्सी संचालकों के हितों के साथ कुठाराघात किया है। इसके चलते पूर्व से आर्थिक मंदी झेल रहे टैक्सी-मैक्सी संचालकों के समक्ष भुखमरी की नौबत आ गई है। कहा कि सोमवार को इस मामले को लेकर शहरी विकास मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल से मुलाकात की जाएगी।
मौके पर सचिव बिजेंद्र कंडारी, सह सचिव रमेश सिंह रावत, जौलीग्रांट एयरपोर्ट टैक्सी चालक एवं मालिक समिति के अध्यक्ष महेंद्र प्रसाद, टाटा सूमो जीप कमांडर एसोसिएशन ऋषिकेश के सचिव राधेश्याम व्यास, कोषाध्यक्ष दिनेश कोठियाल, ऋषिकेश डीलक्स टैक्सी मैक्सी ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हेमंत डग, सचिव ललित सक्सेना, सह सचिव सोमेंद्र बासु, नीलकंठ टाटा सुमो जीप कमांडर कल्याण समिति अध्यक्ष सोनू डंगवाल, टूरिस्ट टैक्सी ओनर्स एसोसिएशन लक्ष्मण झूला के अध्यक्ष राजेश कंडारी, इनोवा टैक्सी मैक्सी एसोसिएशन के सचिव नवीन सेमवाल, दून थ्रीव्हीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र लांबा आदि शामिल रहे।

ऑनलाइन टैक्सी सर्विस के संचालन को लाइसेंस दिए जाने का विरोध जताया

टैक्सी चालकों एवं मालिकों ने सोमवार को प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। टैक्सी संचालकों ने उत्तराखंड में ऑनलाइन टैक्सी सर्विस के संचालन को लाइसेंस दिए जाने पर आक्रोश जताया है। उन्होंने प्रदेश सरकार से इसे जल्द निरस्त करने की मांग की है।
सोमवार को गढ़वाल मंडल टैक्सी चालक एवं मालिक एसोसिएशन ने ऋषिकेश में हरिद्वार मार्ग स्थित कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। एसोसिएशन के अध्यक्ष विजयपाल सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड प्रदेश में रोजगार के सीमित संसाधन होने के कारण टैक्सी व्यवसाय ही एकमात्र रोजगार का माध्यम है। ऐसे में धामी सरकार ऑनलाइन टैक्सी सर्विस को उत्तराखंड में संचालित कर स्थानीय टैक्सी संचालकों के हितों पर कुठाराघात करने का काम कर रही है। इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। कहा कि प्रदेश सरकार को उक्त तुगलकी फरमान तुरंत वापस लेना चाहिए। एसोसिएशन सदस्यों ने एआरटीओ अरविंद पांडेय के जरिए सीएम को ज्ञापन भी भेजा। मौके पर एसोसिएशन सचिव विजेंद्र कंडारी, सह सचिव रमेश सिंह रावत, कोषाध्यक्ष उमेश चौहान, कार्यकारिणी सदस्य अनुपम भाटिया, अमर सिंह, वीरेंद्र कुमार मिश्रा, छोटेलाल दीक्षित, गोपाल दत्त, महावीर सिंह, राधेश्याम, पूरण सिंह रावत, टीकम सिंह रावत, नरेंद्र सिंह चौहान, राम कुमार चौहान, राजीव शर्मा आदि उपस्थित रहे।