कुछ घंटे शेष, शांतिपूर्ण मतदान के लिए निर्वाचन तैयार

19 अप्रैल को होने वाले मतदान में चंद घंटे शेष बचे हैं। प्रसासन निर्वाचन को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए तैयारी कर चुका है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी वी आर पुरुषोत्तम ने वोटिंग के दिन विद्युत, पेयजल, स्वास्थ्य एवं लोक निर्माण विभाग से जुड़े कार्मिकों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद स्वास्थ्य सचिव ने शुक्रवार को सभी अस्पतालों और चिकित्सा इकाइयों को खुला रखने के आदेश जारी किए हैं। उधर राज्यपाल ने भी मतदान के दिन सभी सरकारी, प्राइवेट स्कूलों, संस्थानों, सार्वजनिक उपक्रमों, को बंद रखने के निर्देश दिए हैं।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. वी.बी.आर.सी.पुरुषोत्तम ने गुरुवार को सचिवालय में आवश्यक सेवा से जुड़े समस्त विभागों एवं एजेंसियों के साथ बैठक की। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बैठक में निर्देश दिये कि मतदान के दिन मतदान समाप्ति तक सभी अस्पतालों में मेडिकल स्टाफ की अनिवार्य रूप से उपस्थिति रहे। इसके अतिरिक्त विद्युत एवं पेयजल अपूर्ति से जुड़े संबंधित विभाग सभी मतदान केंद्रों पर व्यवस्था सुनिश्चित करें। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिये हैं कि मतदान पार्टियों के अपने गंतव्यों तक सुरक्षित वापसी होने तक सभी राजमार्गों, सड़कों, संपर्क मार्गों पर लैंड स्लाइड या अन्य किसी भी बाधा के दृष्टिगत अलर्ट मोड पर रखा जाए।

इसके बाद स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने आदेश जारी किए कि मतदान के दिन 19 अप्रैल, 2024 को उत्तराखंड की समस्त चिकित्सा इकाइयां / मेडिकल कॉलेज एवं उनसे सम्बन्धित समस्त चिकित्सा इकाइयां खुली रहेंगी। इन चिकित्सा इकाइयों में कार्यरत कार्मिकों का मतदान रोटेशन के आधार पर सम्बन्धित चिकित्सा इकाई के चिकित्सा अधीक्षक / नियंत्रक अधिकारी द्वारा सुनिश्चित कराया जायेगा।

कल रहेगी छुट्टी, वोट देने जरूर जाएं

उधर राज्यपाल ने भी मतदान के दिन सभी सरकारी, प्राइवेट स्कूलों, संस्थानों, सार्वजनिक उपक्रमों, को बंद रखने के निर्देश दिए हैं। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग वोट देने जरूर जा सकें। वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, दुकानों, फैक्ट्रियों या उद्योगों में काम करने वाले मजदूरों के लिए भी 19 अप्रैल के दिन अवकाश रहेगा। प्रदेश के सभी बैंक, ट्रेजरी, उप ट्रेजरी भी कल बंद रहेंगे

स्पीकर प्रेमचंद से मिला ‘उत्तरांचल प्रधानाचार्य परिषद’ का शिष्टमंडल

विधानसभा अध्यक्ष से आज ‘उत्तरांचल प्रधानाचार्य परिषद’ के एक शिष्टमंडल ने शिष्टाचार भेंट की। शिष्टमंडल ने अशासकीय विद्यालयों में कार्यरत समस्त प्रभारी प्रधानाचार्य को पदोन्नत कर प्रधानाचार्य के पदों पर यथावत रखने के संबंध में अपना प्रार्थना पत्र सौंपा। साथ ही आवश्यक कार्यवाही की मांग की।

उत्तरांचल प्रधानाचार्य परिषद के शिष्टमंडल ने विधानसभा अध्यक्ष को अवगत किया कि प्रदेश में वर्तमान समय में मान्यता प्राप्त अशासकीय विद्यालय में कार्यरत वरिष्ठतम प्रवक्ताओं द्वारा प्रभारी प्रधानाचार्य के उत्तरदायित्व का निर्वहन किया जा रहा है। राज्य सरकार के शासनादेश संख्या 969 दिनांक 28 अक्टूबर, 2020 के अनुसार ऐसे सभी प्रभारी प्रधानाचार्य को अपने मौलिक प्रवक्ता पद पर प्रत्यावर्तीत किया जा रहा है। इस संदर्भ में संगठन द्वारा विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष शासनादेश के क्रम में पूर्व से कार्यरत सभी प्रभारी प्रधानाचार्य को दीर्घ सेवा के आधार पर डाउनग्रेड पदोन्नति दिए जाने एवं मात्र एक बार नियमों में शिथिलीकरण प्रदान करने हेतु विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष प्रार्थना पत्र सौंपा गया।

विधानसभा अध्यक्ष ने उत्तरांचल प्रधानाचार्य परिषद के प्रार्थना पत्र के संबंध में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को पत्र लिखकर प्रार्थना पत्र में उल्लेखित बिंदुओं पर विचार कर मान्यता प्राप्त अशासकीय विद्यालयों में कार्यरत समस्त प्रभारी प्रधानाचार्य को पदोन्नति हेतु आवश्यक कार्यवाही करने का अनुरोध किया। इस अवसर पर विधानसभाध्यक्ष ने उपस्थित प्रभारी प्रधानाचार्यों को आश्वस्त करते हुए कहा कि उनकी पदोन्नति के संबंध में सकारात्मक हल निकाला जाएगा।

इस अवसर पर एसडीएम इंटर कॉलेज रायवाला के प्रभारी प्रधानाचार्य राम प्रसाद नैथानी, पंजाब सिंध क्षेत्र इंटर कॉलेज के प्रभारी प्रधानाचार्य ललित किशोर शर्मा, भरत मंदिर इंटर कॉलेज के प्रभारी प्रधानाचार्य गोविंद सिंह रावत मौजूद थे।