बापूग्राम गली नंबर 12 में नाली सफाई का काम करवा रहे नगर निगम के एक सुपरवाइजर पर निगम के ही दूसरे सुपरवाइजर ने अपने तीन अन्य साथियों के साथ जाकर जानलेवा हमला कर दिया। पीड़ित की पत्नी की तहरीर के आधार पुलिस ने चार आरोपियों में से दो को पकड़ लिया है, जबकि दो अभी फरार हो गए है।
घटनाक्रम के अनुसार, बापूग्राम गली नंबर 12 में शनिवार को शाम करीब पौने चार बजे नगर निगम के सुपरवाइजर विनेश कुमार नाली साफ का कार्य करवा रहे थे। तभी निगम का एक अन्य सुपरवाइजर महेन्द्र अपने दो पुत्रों और एक अन्य युवक के साथ मोटरसाइकिल से पहुंचा। यहां चारों ने लोहे की फावड़ी व पत्थरों से हमला किया और फरार हो गए। मौके पर चीख पुकार मच गई। आनन फानन में पीड़ित सुपरवाइजर को एम्स अस्पताल ले जाया गया। यहां उनके सिर पर नौ टांके आए है।
देर रात पीड़ित सुपरवाइजर की पत्नी उमा देवी की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर लिया है। कोतवाल रितेश शाह ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान महेन्द्र सिंह पुत्र खेमचंद और सचिन पुत्र महेन्द्र दोनों निवासी वाल्मीकी नगर घ्ऋषिकेश के रूप में हुई है, जबकि फरार लोगों की पहचान विशाल उर्फ काका पुत्र महेंद्र सिंह निवासी वाल्मीकि नगर ऋषिकेश और सावन निवासी मेरठ उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है। कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि फरार आरोपियों की धरपकड़ को पुलिस टीम रवाना कर दी गई।