सुखरो नदी पर बने पुल के समीप हुए कटाव को लेकर मंत्री ने दिए निर्देश

वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने बाढ सुरक्षा को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इससे पूर्व उन्होंने आपदा से हुए लालढांग-चिलरखाल मार्ग पर हुए कटान का निरीक्षण जेसीबी मशीन में बैठकर किया। उन्होंने सुखरो नदी पर बने पुल के समीप हुए कटाव का देखते हुए अपने आवास पर अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने अधिकारियों को कटाव के कारण पुल को उत्पन्न खतरे को देखते हुए सिंचाई विभाग के अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। साथ ही जेसीबी मशीन लगाकर चैनलाइज कर नदी का बहाव बीच में करने के निर्देश दिए। साथ ही पुल के पिलर की सुरक्षा के लिए वायरक्रेट लगा सुरक्षा दीवार बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को बरसात बंद होने का इंतजार किए बगैर तुरंत बाढ सुरक्षा कार्य शुरू कराने के निर्देश भी दिए। साथ ही विधानसभा क्षेत्र में सभी जगहों का निरीक्षण कर जहां जहां नुकसान हुआ है, वहां भूकटाव रोकने और आपदा से नुकसान को रोकने के प्रबंध करने के निर्देश भी दिए।
इस मौके पर उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता शिवराम जगूडी, लोनिवि दुगड्डा के अधिशासी अभियंता निर्भय सिंह, नगर निगम के सहायक नगर अधिकारी संजय कुमार, जेई अखिलेश खंडूडी, मीडिया प्रभारी धर्मवीर गुसाई आदि मौजूद रहे।

जानें, धामी कैबिनेट किन मुद्दों पर लगाई मुहर

विधानसभा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में कैबिनेट की महत्वपूर्ण बैठक संम्पन हुई। इस बैठक में जनहित से जुड़े कई मुद्दों पर मुहर लगी।
पंतनगर विश्वविद्यालय को केन्द्रिय दर्जा देने के लिए प्रस्ताव केन्द्र को भेजा जायेगा। इससे सम्बन्धित सम्पत्ति के सम्बन्ध में मुख्य सचिव की अघ्यक्षता में समिति बनाई जायेगी।
समस्त स्थानीय निकाय में दोहरी लेखा प्रणाली लागू करने के लिए उत्तराखण्ड मैनुअल एकाउटिंग में संशोधन किया जायेगा।
उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम को कार्यदायी सस्था के रूप में चयनित किया जायेगा।
उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, उच्च न्यायलय विधिक सेवा समिति, तहसील विधिक सेवा समिति, स्थायी लोक अदालत एवं वैकल्पिक विवाद समाधान के लिए केन्द्रीय कर्मचारी सेवा नियमावली प्रख्यापित किया गया।
उत्तराखण्ड भू सम्पदा (विनियमन तथा विकास) (सामान्य) नियमावली 2017 को प्रख्यापित किया गया।
स्वामित्व योजना के कार्याे को त्वरित गति से करने के लिए उत्तराखण्ड आबादी सर्वेक्षण और संक्रिया नियमावली 2020 के नियम 14(5) और 18(2) में संशोधन किये जाने के लिए और उत्तराखण्ड आबादी सर्वेक्षण और संक्रिया नियमावली 2021 बनाई जायेगी।
केदारनाथ एवं बद्रीनाथ के पुर्ननिमाण हेतु बड़ी एजेन्सी चयन कर कार्य कराने की अनुमति दी जायेगी।
खनन सम्बन्धी मामले का सरलीकरण कर स्व मूल्यांकन सम्बन्धी मामले में शासन की जगह निदेशालय स्तर पर निर्णय लिया जायेगा।
जल जीवन मिशन के अन्तर्गत तकनीकी परीक्षण के बाद दो से पॉच करोड के कार्य कराने हेतु जिलाधिकारियों को अधिकार दिया गया।
सभी अर्बीटेशन सम्बन्धी मामले के निपटारे के लिए उच्च न्यायलय के सेवा निवृत्त न्यायधीश की अघ्यक्षता में तीन सदस्य समिति के माध्यम से निर्णय किया जायेगा।

धामी ने नाकाम किए विपक्ष के सभी वार, जनहित और विकास से जुड़े कई फैसले लिये

उत्तराखण्ड विधानसभा का पांच दिवसीय मानसून सत्र मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए धमाकेदार रहा। शुरुआत से अन्त तक मुख्यमंत्री ने जमकर बैटिंग की। उन्होंने न सिर्फ विपक्ष के हर वार को नाकाम किया बल्कि ऑन स्पॉट कई लोकप्रिय फैसले किए। 6 भविष्य के तय रोड मैप को धरातल पर उतारने के लिए 5762 करोड़ का अनुपूरक बजट भी पारित करवाया। खासी तवज्जो मिलने से विपक्ष भी मुख्यमंत्री का मुरीद हो गया। पांच दिन के सत्र में कई बार ऐसे मौके भी आए कि विपक्ष के विधायकों ने सीएम धामी की दिल खोलकर सराहना की।
विधानसभा का पांच दिवसीय सत्र मुख्यमंत्री धामी का बतौर मुख्यमंत्री पहला सत्र था। चूंकि 18 मार्च 2022 से पहले राज्य में नई सरकार का गठन होना है, लिहाजा यह मौजूदा सरकार का अंतिम सत्र भी माना जा रहा है। ऐसे में मुख्यमंत्री धामी पर सत्र के दौरान अपनी परफॉर्मेंस को लेकर काफी दवाब था, लेकिन उन्होंने दृढ़ इच्छाशक्ति और कार्य संस्कृति के बूते इस चुनौती को अवसर में बदल दिया। सदन में धामी ने ग्रेड पे के मामले में पुलिस कर्मियों को वचन दिया कि उनके साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। एक झटके में उन्होंने नंदा गौरा कन्याधन योजना की राशि पाने से वंचित तकरीबन 33 हजार कन्याओं के लिए 50 करोड़ की राशि देने का ऐलान कर दिया। केंद्र की तर्ज पर उन्होंने राज्य के लगभग तीन लाख राज्य कर्मियों व पेंशनर्स का 11 फीसदी डीए बढ़ाने में कोई लागदृलपेट नहीं की। राज्य की वित्तीय स्थिति से जुड़े ये निर्णय मुख्यमंत्री धामी की त्वरित निर्णायक क्षमता को प्रदर्शित करते हैं। इतना ही नहीं बिजली उपभोक्ताओं को बिल का एकमुश्त लंबित भुगतान करने पर फिक्स्ड और विलम्ब शुल्क की छूट दे दी। सत्र के दौरान सदन में पर्याप्त मौजूदगी के साथ ही शासन स्तर की बैठकों पर भी उनका फोकस रहा।
सदन के बाहर और भीतर विपक्ष की बातों को भी उन्होंने पूरा सम्मान दिया। अपने मांगों को मानने के लिए पोस्टर और नारे का सहारा लेने वाले विपक्ष के विधायकों को दुलारते हुए उनकी मांगों के निस्तारण का गंभीर प्रयास किया। अधिकारियों को बुलाकर उनकी मांगों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने के निर्देश भी दिए। संभवतया उत्तराखण्ड में किसी मुख्यमंत्री ने इस तरह की पहल पहली बार की है। भले ही धामी पहली बार मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं लेकिन सत्र के दौरान उनमें कहीं भी आत्मविश्वास और अनुभव की कमी नजर नहीं आई।

अनुराधा पौडवाल ने मुख्यमंत्री से की मुलाकात

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में पद्मश्री अनुराधा पौडवाल ने भेंट की। मुख्यमंत्री ने पौडवाल से राज्य के पारम्परिक एवं ऐतिहासिक मंदिरों एवं स्थलों का विश्व पटल पर लाने तथा इनके व्यापक प्रचार में सहयोग की अपेक्षा की।
पौडवाल ने मुख्यमंत्री से प्रदेश के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही राज्य में आयोजित होने वाले पौराणिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूप रेखा निर्धारण में अपना सहयोग देने की बात कही।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, अपर प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सुमित अदलखा, मनु गौड आदि उपस्थित थे।

पूर्व दर्जा राज्यमंत्री भूपेश उपाध्याय ने थामा आम आदमी पार्टी का दामन


नई दिल्ली। आज उत्तराखंड सरकार में रहे पूर्व दर्जा राज्य मंत्री भूपेश उपाध्याय ने दिल्ली में विधिवत आप पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर आप प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया और सीएम उम्मीदवार कर्नल कोठियाल भी मौजूद रहे। भूपेश उपाध्याय कपकोट, बागेश्वर से बसपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी भी रहे हैं।

इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भूपेश उपाध्याय के पार्टी में शामिल होने से पार्टी को उत्तराखंड में नई ऊर्जा मिलेगी और इसके साथ साथ लोग पार्टी से जुड़ते रहेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि, उनके अनुभवों का पार्टी को लाभ मिलेगा और भूपेश उपाध्याय पार्टी की मजबूती के लिए सबके साथ मिल जुलकर कार्य करेंगे।

वहीं इस दौरान भूपेश उपाध्याय ने आप की सदस्यता लेने के बाद अरविंद केजरीवाल, कर्नल कोठियाल और प्रभारी दिनेश मोहनिया का आभार जताया और कहा वो आप की नीतियों से प्रभावित होकर पार्टी का दामन थाम रहे और अब वो पार्टी के लिए समर्पित होकर काम करेंगे।

वहीं कर्नल कोठियाल ने कहा कि, आप पार्टी का विस्तार बडी तेजी से हो रहा है और आप पार्टी की नीतियों से लोग लगातार प्रभावित हो रहे हैं। इसके साथ अब विपक्षी पार्टियां भी अरविंद केजरीवाल जी की नीतियां अपनाने के लिए विवश हो गई हैं। उन्होंने कहा कि, आप पार्टी नीतियों की लडाई लडने वाली पार्टी है और यही वजह है कि समाज के हर वर्ग से जुडे प्रबु़द्ध लोग आप पार्टी का दामन थाम रहे हैं। सभी ने भूपेश उपाध्याय का पार्टी में स्वागत करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की ,और उम्मीद जताई कि उनके अनुभवों का लाभ उठाते हुए पार्टी आने वाले चुनाव में मजबूती के साथ मैदान में अपना जौहर दिखाएगी।

इस दौरान अरविंद केजरीवाल जी के साथ भूपेश उपाध्याय के अलावा आप प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया, कर्नल अजय कोठियाल, आप प्रदेश उपाध्यक्ष बसंत कुमार, पूर्व डीएवी कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष कुलदीप कुमार मौजूद रहे।

बुलंदशहर में कल्याण सिंह की निकली अंतिम यात्रा, सीएम धामी भी हुए सम्मिलित


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज नरोरा, बुलंदशहर जाकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, राजस्थान के निवर्तमान राज्यपाल कल्याण सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल होकर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. कल्याण सिंह योग्य प्रशासक एवं कुशल राजनीतिज्ञ थे, वे हम सभी के लिये हमेशा प्रेरणास्रोत रहेंगे।

मुख्यमंत्री के साथ ही केन्द्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट, कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, विधायक एवं भाजपा प्रदेश अक्ष्यक्ष मदन कौशिक ने भी स्व. कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की।

उत्तराखंड की धरती ने देश को कई नायाब हीरे दिए-नड्डा

रायवाला के एक रिजॉर्ट में आयोजित पूर्व सैनिक संवाद एवं सैनिक सम्मान कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार ने केंद्र में आने के बाद सबसे पहले पूर्व सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन देने का काम किया, यह मांग 42 सालों से लंबित थी। देश में पहले बुलेट प्रुफ जैकेट आयात की जाती थी, लेकिन आज यह जैकेट विदेशों में निर्यात की जा रही है।

पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि भी है और वीरभूमि भी। उत्तराखंड के कई लोग सेना में बड़े पदों पर आसीन रहे हैं। जिनमें जनरल बिपिन रावत खुद देश के सीडीएस हैं। रक्षा बजट में हर साल एक लाख 35 हजार करोड़ रुपये नए असलहे खरीदने के लिए रखे जाते हैं। पहले सेना और बॉर्डर पर स्थित गांवों के लिए बरसात से पहले छह माह का राशन एकत्रित करके रखा जाता था, लेकिन ऑल वेदर रोड बनने के बाद अब राशन एकत्रित नहीं करना पड़ता। अभी तक करीब 3,300 किमी ऑल वेदर रोड बन चुकी हैं। सीमांत राज्यों में कई रेल परियोजनाओं पर काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि सेना में 34 राफेल फाइटर जुड़ चुके हैं। आर्म्ड फोर्स पर लोगों का विश्वास बढ़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ मेें देश सुरक्षित है। दीपावली के त्योहार में हर कोई अपने रिश्तेदारों और परिचितों के घर जाता है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर साल दीपावली बॉर्डर पर सैनिकों के साथ मनाते हैं। पहले जम्मू कश्मीर के किसी जिले में आतंकवादियों की ओर से फायरिंग की जाती थी तो वहां पर तैनात जवानों को जवाबी कार्रवाई के लिए दिल्ली का इंतजार करना पड़ता था, दिल्ली से कहा जाता था कि अभी संदेश का इंतजार करो। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सैनिकों को गोली का जवाब गोली से देने की छूट दे रखी है। प्रधानमंत्री की कार्यकुशलता के कारण ही चीन को पीछे हटना पड़ा। 17 अगस्त को जम्मू में शहीद हुए पौड़ी के वीर जवान को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। 

केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने कहा कि अब हमारा देश आत्मनिर्भर हो रहा है। देश में सुई से सब्बल का निर्माण हो रहा है। पहले जो रक्षा उपकरण आयात किए जाते हैं, आज भारत में निर्मित एक हजार प्रकार के रक्षा उपकरण निर्यात किए जा रहे हैं। उन्होंने पूर्व सैनिकों को भरोसा दिलाया कि वह सैनिक वेलफेयर के लिए काम करेंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने काव्य पंक्तियां….ये देश सुरक्षित सो रहा है…..से अपना संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में हर परिवार से एक व्यक्ति सेना में है। शहीदों के परिजनों को सगूह ग और घ में नौकरी दी जा रही है।

द्वितीय विश्व युद्ध में शहीद हुए वीर जवानों की वीरांगनाओं को पहले अनुदान चार हजार मिलता था, जिसे बढ़ाकर उनकी पार्टी ने पहले आठ हजार उसके बाद अब 10 हजार कर दिया गया है। पूर्व सैैनिकों के आश्रितों सेना भर्ती से पूर्व प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 1212 युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। सेना में भर्ती होने से पहले युवाओं को हल्द्वानी और देहरादून में ट्रेनिंग दी जा रही है। करीब 660 युवाओं को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। एनडीए और सीडीएस की तैयारी के लिए प्रदेश सरकार 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दे रही है। 

नड्डा ने परंपरागत वोट बैंक की नब्ज टटोली
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के दो दिवसीय दौरे में यह तय हो गया कि मिशन 2022 के लक्ष्य को हासिल करने अपने पारंपरिक वोट बैंक और सेना के एजेंडे पर फोकस करेगी और सत्ता में वापसी के लिए सांगठनिक सक्रियता का मंत्र फूंकेगी।  
अपने दो दिनी दौरे में नड्डा एक दर्जन कार्यक्रमों में शामिल हुए। हर बैठक में उनका जोर 2022 के विधानसभा चुनाव के लिहाज से संगठन का एजेंडा तय करने पर रहा। देवभूमि और सैन्य बहुल्य राज्य होने के नाते नड्डा ने रणनीतिक तरीके से दूसरे दो मुख्य कार्यक्रम किए। पहला पूर्व सैनिकों से संवाद और दूसरा साधु-संतों का आशीर्वाद। सैनिक सम्मेलन के कार्यक्रम में नड्डा ने सीमाओं की सुरक्षा, निर्णय लेने का अधिकार और आधुनिक हथियारों की सुविधा, सीमा पर सड़कों का विस्तार की बातें कर राष्ट्रवाद की संवेदनाओं को छूने का प्रयास किया।
अपने इस पारंपरिक वोट बैंक को झोली बनाए रखने के लिए नड्डा ने सैनिकों व पूर्व सैनिकों के बीच यह संदेश देने की कोशिश की कि भाजपा के लिए वे खास अहमियत रखते हैं। इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष और उनकी पूरी टीम जिसमें प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, सह प्रभारी रेखा वर्मा ने संतों के पांव छूकर आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री ने संतों के आश्रमों व धर्मशालाओं में व्यावसायिक दरों पर वसूले जाने वाले करों को घरेलू दरों पर करने की घोषणा करके संतों को खुश करने का प्रयास किया। कुंभ के बाद संतों के सम्मान का कार्यक्रम करने का आश्वासन देकर संतों के सानिध्य के सिलसिले को आगे बढ़ाकर अपने हिंदुत्व एक एजेंडे को आगे बढ़ाने के संकेत भी दे दिए। 
इससे पूर्व नड्डा ने पार्टी कोर ग्रुप से लेकर मंडल अध्यक्ष तक के साथ ताबड़तोड़ आठ बैठकें कीं। इन बैठकों में उनका एक ही सूत्र वाक्य था, सांगठनिक ताकत को बढ़ाएं। हर बूथ को मजबूत करें। उनका मानना था कि कैडरबेस पार्टी होने के नाते भाजपा के पक्ष में जो वातावरण बना है, उसे अपने पक्ष में बनाए रखें और सत्ता में वापसी का मार्ग प्रशस्त करें। अपनी सभी बैठकों में उन्होंने जनसंपर्क पर जोर दिया मोदी और धामी सरकार की लोकलुभावन योजनाओं, कार्यक्रमों और फैसलों को जन-जन तक पहुंचाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद साधु-संतों को बड़ी राहत

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में स्थापित साधु संतों के आश्रमों व धर्मशालाओं को बड़ी राहत देने की घोषणा की है। अब इनके बिजली पानी के बिल और सीवरेज टैक्स व्यावसायिक दरों के स्थान पर घरेलू दरों पर वसूलेगी। दो दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ संतों का आशीर्वाद कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने यह मांग उठाई। जिस पर मुख्यमंत्री धामी ने यह एलान किया।

हरिद्वार में सबसे ज्यादा आश्रम और धर्मशाला
बता दें कि मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद तीर्थनगरी हरिद्वार में 950 से अधिक आश्रमों और धर्मशालाओं को कामर्शियल दरों से राहत मिलेगी। इस निर्णय से पूरे प्रदेश में चेरिटेबल ट्रस्ट के तहत संचालित साधु संतों धर्मशालाओं और मंदिर मठों को फायदा होगा। 

भाजपा ने कांग्रेस पर लगाया आरोप
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार में साधु संतों के आश्रमों, धर्मशालाओं, मंदिरों और मठों के गृह कर, बिजली, पानी के बिल और सीवरेज का टैक्स व्यावसायिक कर दिया गया था। जब वह शहरी विकास मंत्री बनें तो उन्होंने एक्ट में संशोधन के माध्यम से गृह कर को व्यावसायिक से घरेलू कर दिया था। लेकिन बिजली, पानी का बिल और सीवरेज का टैक्स घरेलू नहीं हो पाया था। कौशिक ने राहत के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। 

मुख्यमंत्री घोषणा के बाद कार्यक्रम में उपस्थित साधु संतों के चेहरे पर चमक बिखर गई। उन्होंने मुख्यमंत्री की घोषणा का स्वागत किया। साथ ही मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश अध्यक्ष के सहयोग की सराहना की।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि संतों के आश्रमों व धर्मशालाओं में व्यावसायिक तौर पर लिए जाने वाले कर को हम घरेलू दरों में परिवतिर्त करेंगे व आगामी समय में कुंभ के लिहाज से संत समाज का एक सम्मान समारोह भी किया जाएगा।

खुशी को वात्सलय योजना का लाभ दिलाने का रेखा आर्य ने दिया भरोसा

रुद्रप्रयाग जिले की अपने माता-पिता को खो चुकी 9 वर्षीय मासूम खुशी को अब मंत्री बुआ का साथ मिला है। शनिवार को कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने खुशी से फोन पर वार्ता की और हर संभव मदद का भरोसा दिया। साथ ही यह आश्वासन दिया कि उसकी बुआ हर परिस्थिति में उसके साथ है। इसके अलावा वात्सल्य योजना का लाभ दिलाने की बात भी कही।

बता दें कि रुद्रप्रयाग जिले के जखोली ब्लॉक के कपणियां गाँव की निराश्रित मासूम 9 वर्षीय बालिका खुशी की माता का देहांत दो वर्ष पूर्व हो चुका था। तभी से पिता के कंधों पर माता की भी जिम्मेदारी आ गयी थी। मगर विधाता को कुछ और ही मंजूर था। कुछ दिनों पूर्व इस मासूम बालिका के पिता भी इस दुनिया को अलविदा कहकर चले गए। खुशी के लिए मानो पूरी दुनिया ही उजड़ गयी हो।

यह जानकारी उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य को लगी। उन्होंने तत्काल मौके पर विभागीय अधिकारियों को भेजा और जानकारी जुटाई। इसी क्रम में शनिवार को कैबिनेट मंत्री ने खुशी को दूरभाष के जरिए संपर्क किया। देहरादून अपने निवास स्थान से मंत्री ने बालिका खुशी को फ़ोन लगाया, तो दूसरी ओर रुद्रप्रयाग जिले के कपणियां गाँव से खुशी की आवाज़ आयी। इधर से मंत्री रेखा आर्य ने खुशी का हाल जाना। उन्होंने मासूम बालिका को निराश्रित ना होने का एहसास दिलाया। स्वयं को बुआ के रूप में प्रस्तुत कर मंत्री ने हर समय मदद का आश्वासन दिया। वात्सल्य योजना का लाभ दिलाने के साथ ही अपने व्यक्तिगत नंबर को भी खुशी से शेयर किया। कहा कि प्रदेश सरकार सदैव आपके साथ है, जीवन मे खुद को अकेला न समझना, आपकी बुआ के रूप में रेखा आर्य उसके साथ है।

पारपंरिक वाद्य यंत्रों से विस अध्यक्ष ने नड्डा का कराया स्वागत

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र में पहुंचने पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के नेतृत्व में हजारों स्थानीय कार्यकर्ताओं ने नेपाली फार्म तिराहे एवं रायवाला में ढोल दमाऊ, नगाड़ों के साथ जोरदार स्वागत किया।
विस अध्यक्ष ने बताया कि हजारों कार्यकर्ताओं ने अपार जोश एवं उमंग के साथ भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय विचारधारा से ओतप्रोत भारतीय जनता पार्टी ने आम जनमानस से जुड़ी अनेक योजनाएं संचालित की है जिसके कारण लोगों में भारी उत्साह है। कहा है कि केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार ने आमजन के लिए जो योजनाएं प्रारंभ की है उसका लाभ सीधे आम व्यक्ति को मिल रहा है। कहा कि अनुच्छेद 370 को हटाना, श्री राम जन्मभूमि के मंदिर निर्माण को लेकर लंबे समय से हो रहे प्रयास को पूर्ण करना तथा तीन तलाक जैसे मुद्दों का निस्तारण कर भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रहित में कार्य किया है।
इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्योति प्रसाद गैरोला, जिला अध्यक्ष शमशेर सिंह पुंडीर, जिला महामंत्री सुदेश कंडवाल अरुण मित्तल, डोईवाला के ब्लॉक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल, ऋषिकेश मंडल के अध्यक्ष दिनेश सती, वीरभद्र मंडल के अध्यक्ष अरविंद चौधरी, श्यामपुर मंडल अध्यक्ष गणेश रावत, चंद्र मोहन पोखरियाल, सोवन कैंतूरा, शिव कुमार गौतम, इन्द्र कुमार गोदवानी, हरीश तिवाड़ी, सतीश पाल, शरद प्रसाद, सतपाल सैनी, सुंदरी कंडवाल, नवीन चमोली, संजीव चौहान, सुरेंद्र सुमन, रमेश शर्मा, सुमित पंवार, कविता शाह, अरुण बडौनी, राजकुमार भारती, मनोरमा देवी, विजय जुगलान, राजेश जुगलान, नीलम चमोली, शमा पवार, बबीता, कमल कुमार, आरती दुबे, रजनी बिष्ट, राजवीर रावत, जितेंद्र पोखरियाल आदि उपस्थित थे।