आम आदमी पार्टी ने प्रदेश सरकार के चार साल पूर्ण होने पर किया जोरदार प्रदर्शन

प्रदेश सरकार के चार साल की नाकामियों को लेकर आम आदमी पार्टी ने जोरदार प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया। इस दौरान दो-दो मुख्यमंत्री थोपने के पर आप कार्यकर्ताओं ने सरकार से जनता से माफी मांगने को कहा।

इंद्रमणि बडोनी चैक पर बड़ी संख्या में आप कार्यकर्ता एकत्रित हुए। कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। जवाब दो, हिसाब दो माफी मांगो अभियान कार्यक्रम के तहत इंद्रमणि बडोनी चैक तिराहे पर काली पट्टी बांध विरोध प्रदर्शन करते हुए राज्य सरकार के खिलाप जमकर नारेबाजी की गई।

पार्टी के विधानसभा संगठन मंत्री दिनेश असवाल के नेतृत्व में एकत्रित हुए पार्टी कार्यकर्ताओं ने हाथों में स्लोगन लिखी तख्तियों के साथ राज्य सरकार के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया। संगठन मंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार के पिछले चार सालों में जनता को सिर्फ निराश ही किया है। त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व वाली सरकार के चार साल को देखें तो बिना विजन के सरकार चलाई गई। इसका खामियाजा राज्य की जनता को भुगतना पड़ा।

आप नेता डॉ राजे सिंह नेगी ने कहा कि अब मुख्यमंत्री का चेहरा बदलकर चार साल की नाकामियों पर पर्दा डालने की कोशिश भाजपा द्वारा की जा रही है। इसे जनता भलीभांति समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि भाजपा को पहले चार साल का हिसाब व जवाब देकर फिर जनता से माफी मांगनी चाहिए। चार साल में राज्य सरकार ने बेरोजगारों को सड़कों पे ला दिया। मातृशक्ति पर लाठीचार्ज करवाया। लाखो कर्मचारियों की हक की आवाज को दबाने के लिए मुकदमें दर्ज करवा दिए। कहा कि बीते चार सालों में राज्य सरकार ने अराजकता, निरंकुशता, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर नियंत्रण करने के बजाय उन्हें बढ़ाने का काम किया। प्रदशर्नकारियों में दिनेश कुलियाल, विजय पंवार, अधिवक्ता सूरत रौतेला, प्रवीन असवाल, अमन नौटियाल, प्रवीन जोशी, रजनी कश्यप, संजय सिलस्वाल, ज्ञान रावत, मनोज कोटियाल, सुनील सेमवाल, आशुतोष जुगलान, मनोज कश्यप, राजेन्द्र जुगलान, रजत कालरा, हर्षित चैहान, शिव डिसूजा, नवीन कुमार, इंदु पाल चुग, पंकज वर्मा, ओमकार नेगी, अंशुल कुमार, महेश नौटियाल, ओमकार नेगी, मनोज भट्ट, दीपक भदोरिया, योगेश भगत बहादुर, देवराज नेगी, जयप्रकाश भट्ट, जगदीश सिंह, प्रेम कुमार, सुनील कुमार, सुनील दत्त सेमवाल, दिनेश कुलियाल, चंद्रमोहन, प्रवीण असवाल आदि उपस्थित रहे।

भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने को मेयर ने लिया भगवाकरण का सहारा, प्रेसवार्ता में पार्षदों ने रखी अपनी बात

इन दिनों में ऋषिकेश में भगवा रंग काफी चर्चा में है। बीते 15 मार्च को नगर निगम ऋषिकेश की बोर्ड बैठक में ओरेंज सिटी को लेकर मेयर अनिता ममगाईं की ओर से प्रस्ताव लाया गया। इसमें भाजपा के अधिकांश पार्षद सहित कांग्रेसी पार्षदों ने विरोध जताया था। करीब 27 पार्षदों ने इस प्रस्ताव का विरोध किया था। इसके बावजूद यह प्रस्ताव को निरस्त नहीं किया गया। इसके अगले ही दिन से ऋषिकेश में हर कोई भगवा रंग को लेकर अपनी-अपनी राय देने लगा।

हुआ यूं कि मेयर अनिता ममगाईं ने संतों के साथ न सिर्फ बैठक की, बल्कि नगर के मुख्य मार्ग घाट रोड पर संतों के साथ रैली निकाली। संतों ने भी अपनी-अपनी राय देकर उन पार्षदों की निंदा कर डाली। अब आज मेयर की संतों के साथ रैली में भाजपा पार्षदों ने काउंटर जवाब मारा है। रेलवे रोड स्थित भाजपा कार्यालय में भाजपा पार्षदों की बैठक हुई। इसमें निर्वाचित 16 भाजपा पार्षद शामिल हुए, जबकि चयनित पार्षदों ने भी शिरकत की। सभी ने भगवा रंग को लेकर पार्षदों पर लगाए जा रहे आरोपों को खारिज किया। पार्षदों ने कहा कि भगवा रंग उनके दिलों, दिमाग में बसता है। उसके बारे में गलत कहना तो दूर सुन भी नहीं सकते। उन्होंने बल्कि मेयर अनिता ममगाईं पर ही भाजपाई पार्षदों को संतों के साथ मतभेद पैदा करने का आरोप लगाया।

भाजपा से ही तीन बार के पार्षद शिवकुमार गौतम ने कहा उनका विरोध भगवा रंग के लेकर नहीं है, उन्होंने सिर्फ ओरेंज सिटी के नाम वित्तीय अनियमितता करने का आरोप लगाया था। मगर, मेयर अनिता ने इसे दूसरे रूप में घुमा दिया और पार्षदों के खिलाफ गलत माहौल बनाया। उन्होंने कहा कि सभी पार्षद जनता से मत से जीत कर सदन में पहुंचे है, लिहाजा प्राथमिकता वार्डों में धरातल स्तर पर विकास कार्यों को लेकर होनी चाहिए। जबकि विकास कार्य ठप पड़े हुए है। उन्होंने यहां तक कहा कि मेयर अनिता ममगाईं विकास कार्यों में हुई अनियमितताओं पर पर्दा डालते हुए अपने भ्रष्टाचार को छुपाने को भगवाकरण का शिगूफा चला रही है।
ग्रामीण क्षेत्र से भाजपा पार्षद सुंदरी कंडवाल और शहरी क्षेत्र से भाजपा पार्षद रीना शर्मा ने कहा कि भाजपा हिंदुत्व की पार्टी है। उनके खून में भगवा है। ऐसे में भगवा रंग को लेकर राजनीति करना अच्छी बात नहीं है। उन्होंने मेयर पर आरोप लगाया कि मेयर तानाशाही कर रही है, सदन में पार्षदों की आवाज नहीं सुनी जा रही है।
भाजपा पार्षद विकास तेवतिया ने स्ट्रीट लाइट के यूनीपोल की खरीद फरोख्त को लेकर मेयर अनिता ममगाईं को घेरा। उन्होंने कहा कि इसमें मेयर ने अनियमितता की है। जिस पर उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि आगामी 21 मार्च की बोर्ड बैठक में इस मुद्दे को भी रखा जाएगा। कहा कि भगवा रंग हमारी पहचान है। इसका कोई विरोध नहीं है।

मतभेदों को लेकर दोनों पक्षों से होगी बातः दिनेश सती

ऋषिकेश भाजपा मंडल अध्यक्ष दिनेश सती ने कहा कि तीन दिनों से मेयर और भाजपा पाषदों के बीच मतभेद का मुद्दा गरमाया हुआ है। उक्त मामले को संगठन दोनों पक्षों के साथ मिलकर निपटायेगा। उन्होंनें कहा कि मेयर व पार्षद संगठन के ही लोग है।

प्रेस वार्ता में पार्षद शौकल अली, लव कांबोज, मीनाक्षी बिरला, शारदा देवी, सोनू प्रभाकर, तनु तेवतिया, जयेश राणा, चेतन चैहान, राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट, राजेश दिवाकर, लता तिवारी आदि 16 पार्षद व नामित पार्षद मौजूद रहे।

यूथ के दम पर विधानसभा में सरकार बनाएगी कांग्रेस, 10 वार्डों के अध्यक्ष मनोनीत

रेलवे रोड स्थित कांग्रेस भवन में आज युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की एक बैठक हुई इसमें विधानसभा अध्यक्ष यूथ कांग्रेस अमरजीत सिंह धीमान ने वार्ड एक से 10 तक वार्ड अध्यक्षों के नाम की घोषणा की।

इनमें गुल्लू शाह वार्ड एक, पवन राजभर वार्ड दो, रामबाबू साहनी वार्ड तीन, प्रदीप ठाकुर वार्ड चार, सागर श्रीवास्तव वार्ड पांच, सुशील पंवार वार्ड छह, नितिन वर्मा वार्ड सात, आदित्य झा वार्ड आठ, कार्तिक झा वार्ड 09, आदित्य किंगर वार्ड 10 पर बनाये गए। विधानसभा अध्यक्ष यूथ कांग्रेस अमरजीत सिंह धीमान ने कहा कि युवाओं को आगे आकर सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ सड़कों पर उतरना होगा 2022 के विधानसभा चुनाव में युवाओं के दम पर कांग्रेस सरकार बनाएगी।

पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक तिवारी व अजय धीमान ने कहा कि महंगाई अपनी सीमा पार कर रही है पेट्रोल और डीजल के दाम के साथ ही खाद्य सामग्री की कीमत आसमान छू रही है सरकार की विदाई इस बार पक्की है।

यूथ नेता जितेंद्र पाल पार्टी ने सभी नवनियुक्त वार्ड अध्यक्षों को शुभकामनाएं दी और अधिक से अधिक युवाओं को जोड़ने को कहा। इस मौके पर शिवम सारस्वत, गौरव यादव, बुरान अली, आशीष शर्मा, विशाल स्नेह, रजत लोहानी, शिवम मलिक, नितिन कुमार, हरीश, अक्षय सरदाना, हिमांशु कश्यप, विशाल, मोहित शर्मा, शिवम रावत, आदित्य झा आदि मौजूद रहे।

प्रदेश प्रभारी का जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर स्वागत करने पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ता

प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव व सह प्रभारी राजेश धर्माणी का एयरपोर्ट पहुँचने पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने पूर्व सैनिकों के साथ स्वागत किया व ऋषिकेश में नटराज चैक पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ भव्य स्वागत किया।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने कहा कि प्रदेश प्रभारी व सह प्रभारी श्रीनगर में आयोजित जनआक्रोश रैली में शिरकत करने के लिये उत्तराखण्ड आगमन पर एयरपोर्ट में स्वागत किया गया और वहाँ से नटराज चैक में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्वागत करते हुऐ सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ उन्होने श्रीनगर रैली के लिये प्रस्थान किया।

प्रदेश प्रभारी देवेन्द्र यादव ने कहा कि प्रदेश में चरम पर बेरोजगारी, कमर तोड़ महंगाई, ठप्प पड़े विकास, चरमराती स्वास्थ व्यवस्था, हर तरफ व्याप्त भ्रष्टाचार के विरोध में श्रीनगर जनआक्रोश रैली का शुभारंभ किया जायेगा और पूरे प्रदेश में आने वाले दिनों में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर विरोध किया जायेगा।
एयरपोर्ट पर स्वागत करने वालों में पूर्व सैनिक व कांग्रेस नेता धीरज थापा, गजेन्द्र विक्रम शाही, महिला कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष अंशुल त्यागी, गोकुल रमोला, दीपक नेगी, पूर्व सैनिक अमन पोखरियाल, पूर्व सैनिक कुंवर सिंह गुसाँई, पूर्व सैनिक गिरीश रौथाण आदि मौजूद थे ।

नटराज चैक पर स्वागत करने वालों में मंहन्त विनय सारस्वत, राजपाल खरोला, प्रदेश सचिव मदन मोहन शर्मा, जयपाल जाटव, अशोक शर्मा, विजय पाल रावत, सतीश कुमार, वेद प्रकाश शर्मा, विमला रावत, इन्द्रप्रकाश अग्रवाल, महिला कांग्रेस अध्यक्ष सरोज देवराडी, मधु जोशी, प्रदीप जैन, पार्षद भगवान सिंह पंवार, पार्षद राकेश सिंह, पार्षद देवेन्द्र प्रजापति, पार्षद राधा रमोला, वीरेन्द्र सजवाण, मधु जोशी, पार्षद जगत नेगी, इन्द्रेश बर्तवाल, आर्यन गिरी, गौतम नौटियाल , जीतेन्द्र त्यागी, सोनू पांडेय, वेद प्रकाश शर्मा, दीपक नेगी, नंदकिशोर जाटव, प्रदीप भट्ट, अशोक मास्टर, राजेंद्र जाटव, रोशनी देवी, मीना रस्तोगी, सोमवती पल, नरेश कंडवाल, राजकुमार भतालिये, कमलेश शर्मा, अजय राजभर, वीरेन्द्र सजवाण, विवेक तिवारी, कपिल शर्मा, अजय धीमान, हरिओम यादव, योगेश शर्मा, अनीता पोखरियाल, रोशनी, इंद्रेश अग्रवाल, जयपाल बिट्टू, अमित पाल, बिजेंद्र कुमार, प्यारेलाल, विक्रम भंडारी, प्रदीप जैन, दीनदयाल राजभर, धीरज डोभाल, इमरान सैफी, सुबाष जखमोला, प्रेमचंद गुसाईं, बुरहान अली, शिवा सिंह, ओम प्रकाश, मनीष शर्मा, देवेंद्र प्रजापति, अमित सागर, ललित मोहन मिश्र, भगत सिंह नेगी, अभिषेक शर्मा, संदीप बसनेट आदि मौजूद थे।

विधानसभा चुनावों में सभी सीटों पर उतरेंगे सपा के कैडिडेट

समाजवादी पार्टी उत्तराखंड के प्रदेश सचिव व प्रवक्ता एडवोकेट अतुल यादव ने पार्टी के प्रदेश प्रभारी राजेन्द्र चैधरी से मुलाकात की। इस दौरान आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर चर्चा की गई।

सपा प्रदेश सचिव व प्रवक्ता एडवोकेट अतुल यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी उत्तराखण्ड की सभी 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। विधानसभा चुनावों में संगठन के कार्यकर्ता मजबूती के साथ प्रतिभाग करेंगे। बताया कि पार्टी के वरिष्ठ नेता भी राज्य का दौरा करेगे। कहा कि मंहगाई, रोजगार, आदि मुद्दों को लेकर सपा जनता के बीच जाती रही है। इन्हीं मुद्दो को जनता के बीच पार्टी कार्यकर्ता पुनः जाएंगे। इस पर सपा के प्रदेश प्रभारी व पूर्व कैबिनेट मंत्री उत्तर प्रदेश राजेन्द्र चैधरी से उनकी मुलाकात सकारात्मक रही।

कांग्रेस के बेडे में शामिल हुए पूर्व सैनिक और भारी संख्या में नारी शक्ति

छिद्दरवाला स्थित एक वेडिंग प्वाइंट में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में भाजपा के ओबीसी मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य व पूर्व सैनिक गजेन्द्र विक्रम शाही व भाजपा के पूर्व अनुसूचित जाति के श्यामपुर मण्डल अध्यक्ष राकेश गौड़, भाजपा के किसान मोर्चा के जयराम चैहान, पूर्व सैनिक अमन पोखरियाल, लक्ष्मी नियाल, कमल बनर्जी, अमित धस्माना सहित सैकड़ों महिलाओं सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला के नेतृत्व में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। वहीं, नए सदस्यों के साथ छिद्दरवाला में जुलूस निकाला गया। साथ ही आतिशबाजी कर मिष्ठान भी वितरित किया गया।

भाजपा से लोगों का हुआ मोह भंगः प्रीतम सिंह
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि भाजपा से लोगों का मोह भंग हो गया है, बहुत हुई महंगाई की मार के नारे देने वाली भाजपा ने आज पूरे देश में महंगाई से लेकर बेरोजगारी का हाहाकार मचा है। आज बड़ी संख्या में यहॉं भाजपा, पूर्व सैनिक, मातृ शक्ति, गोर्खाली समुदाय सहित लोगे ने कांग्रेस की सदस्यता लेकर बता दिया कि आज लोग कांग्रेस की ओर देख रहे हैं। आगामी चुनाव में उत्तराखण्ड की जनता भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकनें का काम करेगी और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी और जो विकास की डोर रूकी हुई है। वह कांग्रेस की सरकार में तेजी से दौड़ने लगेगी।

भाजपा में हो रही पुराने लोगों की अनदेखीः जयेंद्र रमोला
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने संचालन करते हुऐ कहा कि भाजपा में पुराने लोगों की अनदेखी देश स्तर के साथ प्रदेश में भी जारी है साथ ही भाजपा के कार्यकर्ताओं में अंसतोष की स्तिथि बनी है जिस कारण भाजपा के लोग आज भाजपा छोड़कर कांग्रेस से जुड़ रहे हैं। विधानसभा ऋषिकेश में यह सदस्यता अभियान का क्रम जारी रहेगा।

भाजपा अब भाजपा नहीं रहीः गजेंद्र विक्रम शाही
सदस्यता लेने के पश्चात गजेन्द्र बिक्रम शाही ने कहा कि भाजपा अब पुरानी भाजपा नहीं रही है यहॉं पुराने व्यक्तियों का सम्मान नहीं रहा है बहुत समय से बीमारी से जूझता रहा परन्तु कोई भाजपा नेता मिलने नहीं आया । मैं भाजपा को परिवार की तरह मानता था परन्तु कई समय से भाजपा की रीति नीति बदल गई है जिस कारण मुझे यह कदम उठाना पड़ा और अब मैं कांग्रेस का कार्यकर्ता हूँ और सच्चे मन से कांग्रेस के लिये कार्य करूँगा।

यह भी रहे शामिल
कार्यक्रम में पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण, राजपाल खरोला, सैनिक संगठन के सचिव धीरज थापा, गोकुल रमोला, महिला कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष अंशुल त्यागी, विवेक तिवारी, बरफ सिंह पोखरियाल, कुंवर गुसाँई, अमन पोखरियाल, सोहन थलवाल, गिरीश रोथाण, टीकाराम वयाश, मनवर सिह, दिनेश चैहान, प्रवीण खरोला, रीता थापा, लक्ष्मी थापा, लक्ष्मी क्षेत्री, योमति गुरूग, संतोषी शर्मा, पूजा क्षेत्री, रेनू क्षेत्री, मनू थापा, रजिता गुरूग, चित्रा ठाकुरी, अंजली कश्यप, चंदा कश्यप, मनु थापा, शोभा रावत, रमा थापा, सीमा थापा, नीरू देवी, पद्मा राणा, प्रमीला थापा, पार्वती देवी, उमा मल्ल, पुष्पा मल्ल, कमलेश तिवारी, सुखी देवी, सीमा कोठारी, निर्मला गौड़, बबीता असवाल, नन्दनी देनी, सुमन रानी, आँचल देवी, सरोज देवी, विमलेश देवी, राधा देवी, प्रभा, सुमित्रा, युवा रजत राना, मोहित ठाकुर, अर्जून पूरी, अर्जून थापा, कृष्णकांत कलूडा, विजय थापा, शशाक, पवन, प्रशांत थापा, हिमांशु, सोनू कश्यप, चाहत ,मनीष, प्रकाश राना, दीपक थापा, सचिन गुरूग, भीम पूरी, जय सिंह रावत, कृपाल सरोज, विजयपाल रावत, केके थापा, अंबिका सजवाण, पार्षद राधा रमोला, पार्षद विजयलक्ष्मी, पार्षद शकुन्तला शर्मा, कृष्णा रमोला, उमा ओबरॉय, अलका क्षेत्री, दीपा चमोली, मदन मोहन शर्मा, सरोज देवरानी, सविता शर्मा, महन्त विनय सारस्वत, देवी ब्याज, प्रेमलाल शर्मा, संदीप खंतवाल, विवेक तिवाड़ी, कपिल शर्मा, जितेन्द्र त्यागी, वेद प्रकाश शर्मा, राकेश कंडियाल, गौरव राणा, नीरज कुमार, प्रकाश पांडेय, रवीन्द्र बिजल्वाण, के डी जोशी, गजेन्द्र चैहान, प्रीतम चैहान, संगीता कुमारी, उत्तरा चैहान, तेजपात कलूडा, संगीता कुमारी, वीरेन्द्र पंवार, आशा देवी, शामिल मल्ल, सत्यम कश्यप, सोनू रावत, आकाश जोशी, अमरीश थापा आदि सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे।

उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने ली पद व गोपनीयता की शपथ

उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में तीरथ सिंह रावत ने पद व गोपनीयता की शपथ ग्रहण की। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने राजभवन में उन्हें शपथ दिलाई। तीरथ छात्र राजनीति से ही सक्रिय रहे हैं। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय मंत्री भी रह चुके हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद खंडूरी के सबसे करीबी लोगों में शामिल तीरथ सिंह को 2012 के विधानसभा में चुनाव में चैबट्टाखाल सीट से मैदान में उतारा गया, जहां उन्होंने जीत हासिल की। फरवरी 2013 में उन्हें पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई और 2015 में उन्हें प्रदेश की राजनीति से हटाकर राष्ट्रीय महासचिव का दायित्व दे दिया गया।

एक नजर में तीरथ सिंह रावत

पिता का नामः कमल सिंह रावत
जन्मतिथिः नौ अप्रैल 1964
निवासीः ग्राम सीरों, पट्टी असवालस्यूं, पौड़ी गढ़वाल।
शिक्षाः हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से समाज शास्त्र में परास्नातक।

राजनीतिक सफर

1983 से 1988 तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रहे। उसके बाद अभाविप के संगठन मंत्री और राष्ट्रीय मंत्री, गढ़वाल विवि में छात्र संघ अध्यक्ष व छात्र संघ मोर्चा (उत्तर प्रदेश) में प्रदेश उपाध्यक्ष रहे। भाजयुमो (उत्तर प्रदेश) के प्रदेश उपाध्यक्ष व राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे।

1997 में पहली बाद उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य निर्वाचित।
2000 में राज्य गठन के बाद उत्तराखंड की अंतरिम सरकार में शिक्षा राज्य मंत्री का दायित्व।
2007 में भाजपा के प्रांतीय महामंत्री बने।
2012 के विस चुनाव में चैबट्टाखाल से जीत हासिल की।
2013 में उत्तराखंड दैवीय आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के अध्यक्ष रहे।
वर्ष 2013 में ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई।

पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद खंडूरी के सबसे करीबी लोगों में शामिल तीरथ सिंह को 2012 के विधानसभा में चुनाव में चैबट्टाखाल सीट से मैदान में उतारा गया, जहां उन्होंने जीत हासिल की। फरवरी 2013 में उन्हें पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई और 2015 में उन्हें प्रदेश की राजनीति से हटाकर राष्ट्रीय महासचिव का दायित्व दे दिया गया।

मैंने कभी भी यहां पहुंचने की कल्पना नहीं की

उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि मुझ पर भरोसा करने के लिए लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी चीफ का धन्यवाद करता हूं। मैं पार्टी का ऐसा कार्यकर्ता हूं जो एक छोटे गांव से आता है। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मैं यहां पहुंचूंगा। मैं जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की कोशिश करुंगा।

जानिए तीरथ सिंह रावत के बारे में खास बातें…
राज्य के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत 2000 में उत्तराखण्ड के प्रथम शिक्षा मंत्री चुने गए थे।
वर्ष 1997 में वे उत्तर प्रदेश विधान परिषद सदस्य के सदस्य निर्वाचित हुए।
इसके बाद 2007 में उत्तराखण्ड के प्रदेश महामंत्री चुने गए थे। उसके बाद वह उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं।
वर्तमान में तीरथ सिंह रावत भाजपा के राष्ट्रीय सचिव के साथ साथ गढ़वाल लोकसभा से सांसद भी हैं।
पौड़ी सीट से भाजपा के उम्मीदवार के अतिरिक्त 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हिमाचल प्रदेश का चुनाव प्रभारी भी बनाया गया था।
तीरथ ने गढ़वाल विवि के बिड़ला परिसर श्रीनगर से छात्र राजनीति शुरू की।
वर्ष 1992 में वह सबसे पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से गढ़वाल विवि बिड़ला परिसर श्रीनगर के छात्रसंघ अध्यक्ष पद का चुनाव लड़े और जीते।
इसके बाद वे अभाविप के प्रदेश संगठन मंत्री, भाजयुमो में प्रदेश उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रहे।
2019 के लोकसभा चुनाव में तीरथ ने गढ़वाल संसदीय सीट से संसदीय राजनीति में पहला कदम रखा था।
पौड़ी-गढ़वाल सीट पर भाजपा प्रत्याशी तीरथ सिंह रावत ने जीत दर्ज की थी। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी मनीष खंडूड़ी को हराया था। तीरथ को 506980 और मनीष खंडूरी को 204311 वोट मिले थे।
वर्ष 2012 में विधानसभा चैबट्टाखाल से विधायक चुने जाने के बाद वर्ष 2013 में उन्हें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया।
वर्ष 2017 में सिटिंग विधायक होते हुए टिकट कटने के बाद पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय सचिव की जिम्मेदारी सौंपी।
वर्तमान में तीरथ हिमाचल प्रदेश के प्रभारी की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं। रामजन्मभूमि आंदोलन में दो माह तक जेल में रहे तीरथ ने उत्तराखंड राज्य आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई।
नवनिर्वाचित गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने प्रदेश अध्यक्ष, प्रभारी और प्रत्याशी के रुप में शत-प्रतिशत परिणाम दिए।
तीरथ को 2013 में भाजपा के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली। 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटें भाजपा की झोली में गईं।
लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टी ने तीरथ को गढ़वाल सीट से प्रत्याशी बनाए जाने के साथ ही हिमाचल प्रदेश के प्रभारी का दायित्व भी सौंपा।
उन्होंने अपनी जीत के साथ हिमाचल प्रदेश की चारों सीटें जिताकर पार्टी में खुद के कद को और मजबूत किया।

गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत संभालेंगे उत्तराखंड के सीएम की कमान


उत्तराखंड की राजनीति में पौड़ी जिले की एक बार पुनः धमक रही। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के प्रस्ताव पर पार्टी हाईकमान ने अपनी मंजूरी दी है। इसके अनुसार अब गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री होंगे। तीरथ का राजनीति में बहुत ईमानदार, स्वच्छ और सभी वर्ग को साथ लेकर चलने वालों में होती है। देखना यह है कि तीरथ सिंह रावत एक वर्ष के कार्यकाल में क्या वह करिश्मा भाजपा के लिए आगामी विधानसभा चुनाव में कर पाएंगे। जिसके लिए उनके कंधों पर हाईकमान ने जिम्मेदारी दी है।

भाजपा की विधानमंडल दल की बैठक आज भाजपा प्रदेश पार्टी कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद के लिए गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत को चुना गया। तीरथ सिंह रावत का नाम पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ही प्रस्तावित किया था।

जनपद पौड़ी से तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड के पांचवें सीएम बने हैं। इसके बाद एक बार फिर प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर पौड़ी जिले की धमक देखने को मिली है
तीरथ सिंह का राजनीतिक करियर
1. वर्ष 2000 में उत्तराखण्ड के प्रथम शिक्षा मंत्री चुने गए थे।
2. इसके बाद 2007 में उत्तराखण्ड के प्रदेश महामंत्री चुने गए थे।
3. यह उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं।

चार वर्ष पूर्ण होने से पूर्व उत्तराखंड सीएम ने दिया इस्तीफा, बोले मौका हर किसी को मिलना चाहिए

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज राज्यपाल बेबीरानी मौर्य को अपना मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया। इसके बाद वह मीडिया से रूबरू हुए। उन्होंने कहा कि सामूहिक से यह फैसला लिया गया कि अब सीएम के किसी ओर को भी मौका दिया जाना चाहिए। इसके लिए उन्होंने भी सहमति दी।

प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि वह एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखते हैं, उनके पिता सैनिक थे। उन्होंने आरएसएस ज्वाइन की। इसके बाद वह प्रदेश संगठन मंत्री के पद पर भी रहे। फिर केंद्रीय नेतृत्व में उत्तराखंड में उन्हें सीएम पद की कमान सौंपी। कहा कि यह उनके लिए गर्व व सौभाग्य की बात है। उन्होंने आगे कहा कि सभी के सामूहिक रूप से यह निर्णय लिया गया कि सीएम पद पर किसी ओर को भी मौका मिलना चाहिए। इसके लिए उन्होंने भी सहमति दी है। इसके चलते उन्होंने अपना इस्तीफा दिया है।

प्रेस वार्ता के दौरान उच्च शिक्षा मंत्री स्वतंत्र प्रभार डा. धन सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वंशीधर भगत, दून मेयर सुनील उनियाल गामा, ऋषिकेश मेयर अनिता ममगाईं आदि मौजूद रहे।

त्रिवेंद्र के खिलाफ षड्यंत्रकारी फिर हुए बेनकाब

देहरादून। उत्तराखंड राज्य बने हुए 20 वर्ष गुजर गए। मगर, राजनीति के मामले में यहां कभी स्थिरता नहीं ठहरती है। पुराना रिकाॅर्ड खंगाला जाए तो यह साफ तौर पर सामने आ जाता है कि जब भी किसी भी पार्टी का मुख्यमंत्री बना है, उसे हटाने के नित नए षड्यंत्र गढ़े जाते है। किसी न किसी बहाने राजनीतिक चर्चाएं गर्म रहती है, ताकि सरकार को अस्थिर किया जा सके। इस बार भी ऐसा ही देखने को मिला। जब तेजी से सोशल मीडिया और कुछ चैनलों में प्रायोजित खबरे चलाई गई कि सीएम त्रिवेंद्र बदले जा सकते है। मगर, त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हर बार की ही तरह इस बार भी विरोधियों को पराजित कर दिया।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भले ही गली-गली में जाकर भुट्टे न खाते हो, किसी दुकान पर जाकर जलेबी न खाते हो। मगर, वह कभी अपने लोगों को झूठे वादे करके बेवकूफ नहीं बनाते है। सीएम की छवि बेहद ही सरल और स्पष्टवादी रही है। शायद यही कारण है कि कुछ लोग उन्हें पसन्द न भी करते हों। इसके बावजूद सीएम त्रिवेंद्र अपनी माटी और राज्य के विकास के लिए वचनबद्ध है। जब से त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सीएम का पद ग्रहण किया है। तभी से उनके विरोधी उन्हें सत्ता से बाहर करने में लगे हुए है। जिसके लिए समय-समय पर ऐसी अफवाहें चलाई जाती रही है, की सीएम अब हटे तब हटे। अब जबकि त्रिवेंद्र सरकर अपने चार साल पूरे करने जा रही है और एनडी तिवारी के बाद त्रिवेंद्र ही ऐसे सीएम होंगे। जो पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे, तब फिर से ऐसी अफवाहें फैलाई जा रही है कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन होने जा रहा है। जो कि शर्मनाक है।

अब उत्तराखंड की जनता भी समझ चुकी है कि राज्य में प्रचंड बहुमत की त्रिवेंद्र सरकार ही मजबूत नेतृत्व दे सकती है। बीते रोज देहरादून में केवल कोर ग्रुप की बैठक आयोजित हुई, जिस पर त्रिवेंद्र के विरोधी सक्रिय हुए और खूब अफवाहें फैलाई गई। लेकिन फिर वही हुआ, जो इन 4 सालों में हुआ, त्रिवेंद्र अजेय है और उनके विरोधी पस्त है। अजेय त्रिवेंद्र फिर से राज्य में भाजपा की सरकार बनाने जा रहे है।