नरेन्द्रनगर राज दरबार से गाडू घड़ा रवाना

ऋषिकेश।
शनिवार सुबह 50 से अधिक सुहागिन महिलाएं पीले वस्त्र धारण कर नरेन्द्रनगर राज दरबार पहुंचीं। यहां राज पुरोहित संपूर्णानंद जोशी ने पूजा-अर्चना की। इसके बाद टिहरी की सांसद महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह की अगुवाई में ढोल-दमाऊ की थाप पर महिलाओं ने सिलबटे पर पीसकर तिल का तेल का पिरोया। देर शाम आठ बजे गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा राज दरबार से बदरीनाथ धाम के लिए रवाना हुई।
इस मौके पर महाराजा मनुजयेंद्र शाह, प्रतापगढ़ की पूर्व सांसद और महारानी की ननद राजकुमारी रत्ना सिंह, व्यवसायी चंद्रवीर पोखरियाल के साथ ही श्री बदरीनाथ डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के शरद कुमार डिमरी, बुद्धि प्रकाश डिमरी, ऋषि कुमार डिमरी, अरविंद डिमरी, ज्योतिष डिमरी, हेमचंद डिमरी आदि मौजूद रहे। तेल पिरोने वाली महिलाओं में पालिकाध्यक्ष नरेन्द्रनगर दुर्गा राणा, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल की पत्नी सुमन उनियाल, सरिता जोशी, दिगंबरी रयाल आदि शामिल रहीं।

कब कहां पहुंचेगा गाडू घड़ा
गाडू घड़ा ऋषिकेश चेला चैतराम धर्मशाला में रात्रि विश्राम के बाद 23 अप्रैल को श्रीनगर के लिए रवाना होगा। यहां रात्रि विश्राम के बाद 24 अप्रैल को डिमर गांव पहुंचेगा। यहां एक सप्ताह तक लक्ष्मी नारायण मंदिर में रहेगा। तीन मई को यहां से जोशीमठ के लिए रवाना होगा। चार को पांडुकेश्वर और पांच मई को कपाट खुलने से बदरीनाथ धाम पहुंचेगा।

चारधाम यात्रा की सफलता को भद्रकाली माता मंदिर में पूजा अर्चना

ऋषिकेश।
उत्तराखंड के प्रमुख चारधाम की यात्रा के लिए अब एक पखवाड़े का समय शेष रह गया है। 28 अप्रैल को गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुल जाएंगे। जबकि तीन मई को केदारनाथ व पांच मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुल रहे हैं। 27 अप्रैल को ऋषिकेश से यात्रा का विधिवत शुभारंभ होगा। चारधाम यात्रा के लिए सभी व्यवसायिक वाहनों को ग्रीन कार्ड लेना अनिवार्य है। इसके लिए ऋषिकेश के सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय सहित प्रदेश के अन्य परिवहन कार्यालयों से भी वाहनों को ग्रीन कार्ड जारी किए जाते हैं। चारधाम यात्रा का प्रवेश द्वार होने के कारण ऋषिकेश के सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय से सर्वाधिक ग्रीन कार्ड जारी किए जाते हैं। शुक्रवार को परिवहन विभाग द्वारा चारधाम यात्रा की सफलता के लिये भद्रकाली माता मंदिर में पूजा-अनुष्ठान व हवन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि अपर परिवहन आयुक्त सुनीता सह व सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी डॉ. अनीता चमोला ने पूजा व हवन में आहूति डालकर सुखद व निर्विघ्न चारधाम यात्रा के लिये कामना की। अपर परिवहन आयुक्त ने अधीनस्थों को चारधाम यात्रा को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि वाहनों की फिटनेस पर विशेष ध्यान दिए जाने की जरूरत है। चालकों को यातायात नियामों का पालन कराने के साथ उन्हें सुरक्षित चालन व अच्छे व्यवहार के साथ यात्रियों से पेश आने के लिए प्रेरित करने के निर्देशित किया। उन्होंने एआरटीओ कार्यालय का निरीक्षण कर यहां व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। इस अवसर पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी विनोद भट्ट, आरआइ अर¨वद यादव, प्रशासनिक अधिकारी देवेंद्र रावत, प्रेमदत्त बिजल्वाण, जनवीर रावत, विनय, सुरेश कोटनाला, नवीन सकलानी, कमल नेगी सहित परिवहन संस्थाओं के पदाधिकारी शामिल थे।

हनुमान जंयती पर निकाली शोभायात्रा

ऋषिकेश।
मंगलवार को सुबह 10 बजे आश्रम से विभिन्न झांकियों से सजी वीर हनुमान की भव्य शोभायात्रा नगर भ्रमण के बाद वापस आश्रम में पहुंचकर संपन्न हुई। यात्रा में साधना में लीन हनुमान, राम दरबार, अशोक वाटिका, संजीवनी बुटी लाते हनुमान, विराट हनुमंत की झांकियां सबके आकर्षण का केंद्र रही। यात्रा का नगर के मार्गों पर श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा के साथ स्वागत किया। साथ ही दर्शनों का लाभ उठाया। इसके बाद अन्नक्षेत्र परिसर में श्रद्धालुओं ने संकट मोचक हनुमान को सवामणी भोग लगाया।
इस अवसर पर जयराम आश्रम के पीठाधीश्वर ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि वीर हनुमान सेवा, समर्पण, बुद्धिमता एवं मर्यादा के देवता माने हैं। उधार चरित्र, सहज सेवाभाव, निष्ठा के कारण ही उन्हें महावीर की संज्ञा दी गई। उन्हें कलयुग में लोकमंगल का देवता भी कहा जाता है। वीर हनुमान का जीवन चरित्र मानव समाज के लिए अनुकरणीय है। ब्रह्मचारी ने अनुयायियों को माता, पिता और गुरू की सेवा का महत्व भी बताया।
हनुमान जयंती उत्सव में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, महामंडलेश्वर हरिचेतनानंद महाराज, ऋषेश्वरानंद महाराज, संजय शास्त्री, सतपाल ब्रह्मचारी, बचन पोखरियाल, विनोद अग्रवाल, गौरी शंकर पोद्दार, अशोक रस्तोगी, अनीता ममगाईं, शिव सहगल, कर्मवीर शर्मा, प्रदीप शर्मा, खैराती लाल सिंघला, गौरीशंकर शर्मा, लाला हेमराज, पंकज शर्मा, अशोक शर्मा, राहुल शर्मा, पीडी शर्मा आदि मौजूद थे।

जयराम आश्रम में हनुमान जयंती उत्सव शुरू

ऋषिकेश।
हरिद्वार मार्ग स्थित आश्रम परिसर में रविवार को महंत ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने पूजा अर्चना के हनुमान जयंती उत्सव का शुभारंभ किया। इसके बाद यज्ञ में 101 ब्राह्मणों व सस्कृति विद्यार्थियों ने हनुमंत महामंत्र, हनुमान चालीसा, बजरंग बाण का पाठ किया। ब्रह्मचारी ने बताया कि उत्तराखंड राज्य की खुशहाली और चार धाम यात्रा के निर्विघ्न आयोजन की कामना की है। बताया कि सोमवार को दो दिनी अखंड रामायण और सुंदरकांड का पाठ शुरू होगा। मंगलवार को यज्ञ में पूर्णाहुति डाली जाएगी। साथ ही नगर में वीर हनुमान और देवी देवताओं की झांकियों से सजी भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी।
मंगलवार दोपहर में श्रद्धालुओं की ओर से वीर हनुमान को सवामणी भोग अर्पित कर उसे प्रसाद स्वरूप वितरित किया जाएगा। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम और हनुमान की अर्चना से मानव जीवन के सभी मंगल कार्य संपन्न होते हैं। उत्सव में ट्रस्टी अशोक शर्मा, विनोद कुमार अग्रवाल, संजीव शर्मा, विनोद शर्मा, बृजमोहन बडोनी, प्रदीप शर्मा, सूर्यप्रकाश, वेदाचार्य मायाराम रतूड़ी, पंडित हंसराज, प्रवीण, सतेंद्र भट्ट, राजेश, राधे कृष्ण आदि शामिल थे।

जैन समाज ने महावीर जंयती पर निकालीं शोभायात्रा

ऋषिकेश।
रविवार को भगवान महावीर की जयंती पर श्री दिगम्बर जैन पंचायती मंदिर से भव्य रथयात्रा निकालीं गई। श्रद्धालु जय महावीरा के जयघोष के साथ रथयात्रा में शामिल हुये। जैन धर्म के 24वें भगवान महावीर की 2616वीं जयंती ऋषिनगरी में धूमधाम से मनायी गयी। जैन श्रद्धालुओं ने ध्वजारोहण से जन्मोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की। उसके बाद सैकड़ों श्रद्धालुओं ने महावीर की प्रतिमा को रथ पर विराजमान कर बैंडबाजे के साथ नगर में शोभायात्रा निकाली।
गौरतलब है कि जैन धर्म के 24वें भगवान महावीर की जयंती को अहिंसा दिन के रुप में मनाया जाता है। नगर के विभिन्न मार्गों में रथयात्रा का फूल वर्षा के साथ स्वागत किया गया। इससे पूर्व देहरादून से आये सुनील जैन, प्रशिक्षु आईपीएस निहारिका भट्ट, देवबंद से आये प्रवीण कुमार जैन ने रथयात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। वक्ताओं ने भगवान महावीर के बताये मार्गों व सिद्धातों पर चलने का आह्वान किया।
महावीर जंयती पर आयोजित रथयात्रा में कैम्ब्रिज पब्लिक स्कूल इन्द्रानगर के छात्रों ने सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। छात्रों ने जैन धर्म की विशेषता व संस्कृति का परिचय भी दिया। छात्रों की प्रस्तुति को दर्शकों ने सराहा। कार्यक्रम में ऋषभ, सलोनी, अभिजय, तनु, प्रियांशी, तनिशा, राधिका, अंकित, आर्यन, हर्ष, आरुषि, अंशिका, अनिशा, सत्यम आदि छात्रों ने प्रस्तुति दी। मौके पर प्रधानाचार्य रमा जैन, प्रबंधक मुकेश जैन, अध्यापिका कविता, प्रीति, कमलप्रीत, माया, मंजू, नीलम, किरन आदि मौजूद रहे।

श्रीराम जन्मोत्सव पर नगर में निकाली शोभायात्रा

ऋषिकेश।
बुधवार को राम नवमी के उपलक्ष्य में गोपाल मंदिर ने शोभायात्रा निकाली। शोभायात्रा लक्ष्मणझूला, क्षेत्र बाजार, पुराना टिहरी बस अड्डा मार्ग, मेन बाजार, घाट रोड, हरिद्वार रोड, तिलक रोड, रेलवे रोड होते हुए मंदिर परिसर मुखर्जी मार्ग में संपन्न हुई। शोभायात्रा में दुर्गा माता की झांकी, रामदरबार, विराटराम, पंचवटी, शिव पूजा, कैलाश पर्वत, केवट लीला, वीर बंजरंग बली, राधा कृष्ण और शंकर पार्वती के नृत्यों की झांकियों को दर्शाया गया। बैंड की धुन और शोभायात्रा के दृश्यों को दर्शकों ने खूब सराहा।
इस मौके पर ब्रदीनारायण मिश्र, सतवीर पाल, संजय नागपाल, गौरव यादव, मोहन लाल, बंटी वर्मा, रुपेश कपूर, अभिषेक यादव, जगमोहन मिश्रा, शिवमोहन मिश्रा, प्रभाकर शर्मा, रवि कुन्दनानी, अखिलेश, सचिन आहूजा, संजय शर्मा, हरिमोहन, मिलन, अमित, श्याम, दीपक, ध्रुव, शैलेन्द्र साहनी, जुगल, बब्बल, नरेन्द्र वर्मा, हेमन्त गुप्ता, अनिरुद्ध अग्रवाल आदि मौजूद थे।

नवरात्रों में वास्तु के हिसाब से रखें अंखंड ज्योति

चैत्र नवरात्रि का महापर्व शुरू हो चुका है और भक्‍तों के लिए इसके नौ दिन बेहद बेहद खास होते हैं। खास तौर से घर में घट (कलश) स्‍थापना करने वालों के लिए, जिसका वास्‍तु शास्‍त्र में भी विशेष महत्‍व होता है और अगर वास्‍तु के अनुसार अगर इसे किया जाए तो यह और भी ज्‍यादा शुभ व फलदायी साबित हो सकता है। इसके लिए बस कुछ खास बातों का ध्‍यान रखने की जरूरत है, जैसे कि कई लोगों को इस बात का पता नहीं होगा कि नवरात्रि में अखंड ज्‍योति को किस दिशा में जलाकर रखना चाहिए। तो चलिए आपको इसी तरह के नवरात्रि पूजा व घट स्‍थापना से जुड़े वास्‍तु नियमों से अवगत कराते हैं।
ईशान कोण यानि उत्तर-पूर्व दिशा को देवी-देवताओं का स्थान माना गया हैं। इसी दिशा में माता की प्रतिमा और घट की स्थापना करना उचित व शुभ होता है। कलश को गलती से भी नीचे जमीन पर ना रखें, बल्कि चंदन के पटिए पर इसकी स्थापना करें। यह बहुत ही शुभ माना जाता है। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि पूजा वाली जगह के ऊपर कोई गंदे कपड़े आदि पड़े हुए ना हो।
जिस जगह पर माता की प्रतिमा को स्थापित किया गया है, वहां के आस-पास की जगह को थोड़ा खुला रखें। अगर आपने नवरात्र में अखंड ज्यो​ति जलाने का संकल्प लिया हैं तो इसे गलत दिशा में ना रखें। अखंड ज्यो​ति पूर्व-दक्षिण कोण यानि आग्नेय कोण में ही रखने पर शुभ होता हैं। ध्यान रहें पूजा के समय इसका मुंह पूर्व या फिर उत्तर दिशा में होना चाहिए। नवरात्रि में कुछ लोग अपने घर पर लगे ध्वज को भी बदलते हैं, मगर इस बार उसे बदलते हुए उसकी दिशा को ध्यान में जरूर रखें। घर की छत पर उत्तर-पश्चिम कोने पर ही उसे लगाएं।

गंगा किनारे विशेष धर्म का निर्माण बर्दाश्त नहीं: भगवान

ऋषिकेश।
गुरुवार को हिन्दू जागरण मंच के प्रदेश सह संगठन मंत्री भगवान कार्की ने गंगा किनारे विशेष धर्म के निर्माण को लेकर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहाकि गंगातटों के आसपास इनके निर्माण को बर्दाश्त नही किया जायेगा। टो टूक शब्दों में कार्की ने प्रशासन को चेतावनी दी कि कुनाऊ गांव में गंगा किनारे विशेष धर्म का निर्माण नही होना चाहिये। उन्होंने बैराज रोड स्थित एक केन्द्रीय संस्थान में कार्यरत डॉक्टर की भूमिका पर भी सवाल खड़े किये।
भगवान कार्की ने प्रशासन से वर्षों से अवैध रुप से हो रहे जंगलों के कटान और संदिग्ध लोगों की भूमिका की जांच की मांग भी की। मंच के कार्यकर्ताओं ने यूपी की तर्ज पर प्रदेश में भी कार्रवाई करने की मांग राज्य सरकार से की है। मौके पर संजीव चौहान, नवनीत राजपूत, विकास सेमवाल, भूपेन्द्र राणा, संजय भट्ट, बृजेश चतुर्वेदी, भरत लाल, गजेन्द्र नागर, राजू प्रजापति, जितेन्द्र धाकड़, मुकेश पांडे, पवनजय, राहुल त्रिपाठी, मुकेश, रामजी, मोहनलाल आदि मौजूद थे।

राम मंदिर बनाने को संत समाज सक्रिय

हरिद्वार।
यूपी में भाजपा के बहुमत हासिल करने के बाद अब संत समाज और अखाड़ा परिषद को राम मंदिर बनने की उम्मीद जगी है। वहीं कोर्ट द्वारा मामले को आपसी रज़ामंदी से सुलझाने पर भी संत समाज विचार करने के मूड में है। इसी को लेकर आज संतों ने हरिद्वार में एक अहम बैठक आयोजित की।
अखाड़ा परिषद् के प्रवक्ता मोहन दास बाबा ने राम मंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया है उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण हिन्दुओ की आस्था से जुड़ा हुआ मामला है बीजेपी अगर पूर्ण बहुमत में भी राम मंदिर का निर्माण नहीं कर पाती तो साधु संतो का बीजेपी से विश्वास समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अखाडा परिषद् जल्द राम मंदिर मसले पर बैठक करेगा उन्होंने कहा कि मुस्लिम धर्मगुरु से भी इस सम्बन्ध में बैठक कर विचार विमर्श करेगा
स्वामी हरिचेतनानंद ने कोर्ट का स्वागत करते हुए कहा कि मुस्लिम समुदाय भी जानता है कि वहां रामलला का मंदिर है और पूजा होती है इसलिए उन्हें आगे बढ़कर इस कार्य को संपन्न कराने में मदद करनी चाहिए। संत महेश्वर दास का कहना है कि ये भगवन राम की जन्म भूमि है यदि देश के सभी नागरिकों को इस मंदिर मस्जिद के विवाद से ऊपर उठकर मुद्दे को सुलझाने की ज़रुरत है जिसपर सबको एक समाधान निकालना चाहिए 67 वर्ष बाद अब समाधान निकालना चाहिए। स्वामी ज्ञान देव का कहना है कि जन्म भूमि पर राम मंदिर बनना चाहिए ये कार्य बिना सद्भाव के नहीं हो सकता।

ऋषिकेश में इंडोनेशिया हिन्दू समुदाय केन्द्र खोलने पर मंथन

ऋषिकेश।
गुरुवार को परमार्थ निकेतन में आयोजित चर्चा में धर्मगुरुओं ने ऋषिकेश के गंगा तट पर इंडोनेशिया हिन्दू समुदाय केन्द्र खोलने पर गहन मंथन किया। धर्मगुरुओं ने कहा कि यह सांस्कृतिक आदान-प्रदान का ऐसा केन्द्र होगा। जहां पर इन्डोनेशिया के संगीतप्रेमी व संस्कृति के वाहक उत्तराखंड की भूमि पर आ सकेंगे। यहां योग की संस्कृति को आत्मसात कर अपने जीवन में बदलाव लायेंगे। स्वामी चिदानन्द मुनि ने कहा कि भारत की संस्कृति और सभ्यता संसार की प्राचीनतम संस्कृतियों में से एक है। इसमें योग और आयुर्वेद जैसे खजानों के राज छुपे हुये है। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर सांस्कृतिक आदन-प्रदान के केन्द्र स्थापित करते है तो इससे अनेक समस्याओं का हल सहजता से निकाला जा सकता है।
गांधीपुरी आश्रम के संस्थापक इन्द्रा उद्यान ने कहा कि यह सांस्कृतिक केन्द्र दो परम्पराओं एवं संस्कृतियों के मिलन का केन्द्र होगा। इंडोनेशिया व बाली के लोग भी भारतीय आध्यात्म, योग एवं आयुर्वेद को आत्मसात कर पायेंगे। बाली से आये प्रतिनिधिमण्डल ने विश्व के सभी व्यक्तियों तक शुद्ध जल एवं शुद्ध प्राणवायु की उपलब्धता को लेकर वाटर ब्लेसिंग सेरेमनी में सहभाग किया। चिदानंद मुनि ने पर्यावरण व जल स्रोतो को संरक्षित करने का संकल्प करवाया।