भारतेन्दु शंकर पाण्डेय।
अमर शहीद भगतसिंह, सुखदेव व राजगुरू की शहादत दिवस पर गांधी पार्क में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने द्वीप प्रज्जवलित कर आजादी के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। वीर सावरकर युवा संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शहीदों को नमन करते हुए मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि देश को आजादी दिलाने में शहीद भगतसिंह, सुखदेव, राजगुरू की महत्वपूर्ण भूमिका थी। उनकी शहादत ने उस दौर के युवाओं में इन्कलाब की भावना भर दी। वीर सावरकर ने सेल्युलर जेल में देश की आजादी के लिए कड़ी यातनाएं सहीं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि तथाकथित 300 साल की गुलामी का समय गुलामी का नहीं बल्कि देश की आजादी के लिए संघर्ष का काल था। इन तीन सौ वर्षों में एक भी दिन ऐसा नहीं था जब देश के लोगों ने आजादी की आवाज बुलंद नहीं की हो। हमें इतिहास में 1857 का गदर पढ़ाया जाता रहा जबकि यह हमारा प्रथम स्वतंत्रता संग्राम था। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के लिए हंसते हंसते अपने प्राण न्यौछावर करने वाले युवाओं की शहादत को अपने दिलों में याद रखना है। आज जरूरत देश के लिए मरने की बजाय देश के लिए कुछ करने की है। वीर सावरकर युवा संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में 2100 दीप प्रज्ज्वलित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।