राजकीय महाविद्यालय ऋषिकेश में विभिन्न मांगों को लेकर धरना दे रहे छा़त्रसंघ पदाधिकारियों को अब कांग्रेस का समर्थन मिला है। आज कांग्रेस कमेटी, पूर्व पदाधिकारियों और पार्षदों ने धरना स्थल पहुंचकर धरने को समर्थन दिया। कार्यवाहक प्राचार्य सुषमा गुप्ता व प्रोफेसर डा० दयाधर दीक्षित से छात्रों के समस्याओं को लेकर वार्ता की साथ ही जयेन्द्र रमोला द्वारा कुलपति को फोन किया गया परन्तु कुलपति द्वारा फोन नहीं उठाया गया।
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष जयेन्द्र रमोला ने कहा कि ऋषिकेश राजकीय महाविद्यालय पूरे उत्तराखण्ड के बड़े महाविद्यालयों में से एक है जोकि पूर्व में ऑटोनोमस बॉडी का महाविद्यालय था। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि छात्रों की मांग नहीं माने जाने पर कांग्रेस अनशन करेगी। कांग्रेसियों ने कार्यवाहक प्राचार्या सुषमा गुप्ता से वार्ता की। महानगर कांग्रेस अध्यक्ष मंहन्त विनय सारस्वत ने कहा कि ऋषिकेश राजकीय महाविद्यालय पूरे उत्तराखण्ड के बड़े महाविद्यालयों में से एक है। जोकि पूर्व में ऑटोनोमस बॉडी का महाविद्यालय था और कुछ समय पूर्व यह महाविद्यालय में श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के मुख्य कैम्पस की घोषणा हुई। लेकिन आज एक वर्ष बाद भी कैंपस में विवि का कोई प्रशासनिक कार्यालय नहीं है। कार्यवाहक प्राचार्या डाण् सुषमा गुप्ता व मीडिया प्रभारी डाण् दयाधर दीक्षित ने समस्या के जल्द समाधान का आश्वासन दिया और अनशन स्थगित करने की अपील की। धरने को समर्थन देने वाले में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष जयेन्द्र रमोलाए जगत नेगीए दीपक जाटवए शकुन्तला शर्माए विमला रावतए राकेश सिंहए अजीत सिंह गोल्डीए विजयलक्ष्मी शर्माए संजय शर्माए गौरव यादवए ललित सक्सेनाए मनोज त्यागीए धीरज डोभालए सूरत राणाए अनिल जायसवाल आदि शामिल थे।विश्वविद्यालय के मुख्य कैम्पस की घोषणा हुई जिसमें सत्ता पक्ष के लोगों ने बड़े बड़े होर्डिंग बैनर लगाकर अपने आप की पीठ थपथपाई व बधाइयों दिलवाई और आज जब एक वर्ष बाद पता चलता है कि यह तो केवल विश्वविद्यालय कैम्पस ना होकर केवल उसका एक संस्थान है जिसके लिये छात्र छात्राओं को बड़ी परेशानियाँ उठाना पड़ती है इसलिये आज छात्र नेताओं सहित आम छात्रों को आंदोलन के लिये बाध्य होना पड़ा और हम आंदोलन का पूर्ण समर्थन करते हैं साथ कॉलेज प्रशासन व शासन प्रशासन को आगह भी करते हैं कि शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे छात्रों को भेड बकरियों की तरह हांकने का काम ना करें ना ही धमकाने का काम करें अन्यथा पूर्व पदाधिकारियों सहित कांग्रेस को भी पूर्ण रूप से आंदोलन रत होना पड़ेगा ।
महानगर कांग्रेस अध्यक्ष मंहन्त विनय सारस्वत व पार्षद व पूर्व छात्रसंघ महासचिव जगत नेगी ने कहा कि हम छात्रों की हर लड़ाई में साथ हैं और जरूरत पड़ी तो महाविद्यालय के सम्मान को बचाने के लिये स्वयं अनशन भी करना पड़ेगा तो वह भी करेंगे।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता दीपक जाटव ने कहा कि यह विद्यार्थी नेता उन मांगों के लिए संघर्ष कर रहे हैं जो आने वाली भविष्य की पीढ़ी के लिए मील का पत्थर साबित होगी और व्यवसायिक पाठ्यक्रमों के ऋषिकेश महाविद्यालय में शामिल होने पर बच्चों के उज्जवल भविष्य में सहायक सिद्ध होंगी आज जो छात्र नेता अपने स्वास्थ्य की भी परवाह ना करते हुए आमरण अनशन की वेदी पर खुद को चढ़ाए बैठे हैं यह भविष्य के भविष्य की राजनीति के कर्णधार है। श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय का कैंपस मुख्यालय सरकार की पूर्व घोषणा के अनुसार ऋषिकेश महाविद्यालय में ही होना चाहिए जिससे कि ऋषिकेश और उसके आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के छात्र छात्राओं को अनावश्यक दौड़-धूप भागदौड़ ना करनी पड़े।
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता विमला रावत व पार्षद शकुन्तला शर्मा ने कहा कि इस महाविद्यालय छात्राओं की संख्या सबसे अधिक है और अगर छात्राओं को अपने काम के लिये अन्य जिले में जाना पड़ेगा तो उनको बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा जोकि सही नहीं है इसलिये हम शासन प्रशासन से कहेगें कि शीघ्र छात्रों की माँग का समाधान करें ।
कार्यवाहक प्राचार्य सुषमा गुप्ता व डा० दयाधर दीक्षित ने कहा हमने अपने स्तर से भरपूर प्रयास किये हैं और प्रशासन से लगातार वार्ता जारी है, जल्द ही कोई समाधान निकाला जायेगा तब तक के लिये अनशन को स्थगित किया जाये, क्योंकि महाविद्यालय की छुट्टियाँ भी पड़ने वाली है ।
समर्थन देने वाले पार्षद राकेश सिंह, पार्षद अजीत सिंह गोल्डी, पार्षद विजयलक्ष्मी शर्मा, पार्षद जगत नेगी, पार्षद शकुन्तला शर्मा, विमला रावत, संजय शर्मा, गौरव यादव, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष ललित सक्सेना, पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष मनोज त्यागी, धीरज डोभाल, सूरत राणा, अनिल जायसवाल आदि उपस्थित थे ।