ऋषिकेश।
तीर्थनगरी व आस-पास के क्षेत्र डेंगू व चिकनगुनिया से प्रभावित हो रहे है। वायरल पीड़ितों में मलेरिया व टाइफाइड की भी पुष्टि हो रही है। एम्स, सरकारी व प्राइवेट अस्पताल में वायरल पीड़ित बड़ी संख्या में ब्लड जांच करवा रहे है। बुधवार को सरकारी अस्पताल में एक व प्राइवेट अस्पताल में दो लोगों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है।
बुधवार को डेंगू व चिकनगुनिया के चलते नगर के अस्पतालों में मरीजों की अत्यधिक भीड़ रही। एम्स की ओपीडी में 1450 मरीजों ने पंजीकरण कराया। 424 मरीज वायरल पीड़ित रहे। डेंगू की आशंका के चलते यहां 60 मरीजों के ब्लड की जांच की गई। वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी हरीश थपलियाल ने जानकारी दी कि पिछले 15 दिनों में 300 मरीजों के डेंगू की आंशका के चलते जांच हुई है, जिसमें 16 मरीजों में डेंगू पॉजीटिव मिला है।
सरकारी अस्पताल में 51 मरीजों की डेंगू जांच करने पर एक मरीज पॉजीटिव मिला। 98 मरीजों की मलेरिया व टाइफाइड जांच करने पर क्रमश: दो और अट्ठारह मरीजों में मलेरिया व टाइफाइड की पुष्टि हुई। यहां ओपीडी में 640 लोगों ने पंजीकरण कराया। बुधवार को सिर्फ एक ही फिजिशियन डॉ. महेश सैनी ने वायरल पीड़ित मरीजों का उपचार किया। फिजिशियन डॉ. ऋचा रतूड़ी डे ऑफ पर रही।
वहीं, प्राइेवट अस्पतालों की ओपीडी पन्द्रह सौ के पार पहुंची। प्राइवेट अस्पतालों में उपचार करा रहे वायरल पीड़ित दो मरीजों में डेंगू पॉजीटिव मिला है। नगर के संक्रामक रोग नियंत्रक एसएस यादव ने बताया कि डेंगू व चिकनगुनिया मच्छर जनित रोग है। उन्होंने नगर के लोगों से स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करने की अपील भी की।
तहसील में दहशत
ऋषिकेश तहसील में कार्यरत एक संग्रह अमीन के बेटे को डेंगू पॉजीटिव आने से अन्य कर्मचारियों में दहशत है। तहसील कॉलोनी में रह रहे कर्मचारी आस-पास पानी जमा होने व झाड़ियां काटने की मांग कर रहे है। उनका कहना है कि लंबे समय से यहां पानी का जमाव व झाड़ियां होने के कारण डर लगने लगा है।
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष को भी डेंगू
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष व वरिष्ठ पत्रकार अरुण शर्मा भी डेंगू की चपेट में आ गये है। प्राइवेट अस्पताल के चिकित्सक उनका उपचार कर रहे है। बुधवार जांच के बाद उनकी प्लेट्लेटस सताईस हजार के करीब पहुंच गई थी।