अध्यात्मिकता और शांति से मिलती है सफलता

अंर्तराष्ट्रीय उद्बोधन श्रृखंला के अंर्तगत विश्व शांति दिवस के उपलक्ष्य में एक दिवसीय विचार गोष्ठी का आयोजन
शिमला विश्वविद्यालय के कुलपति अरुण दिवाकर नाथ वाजपेयी मुख्य वक्ता रहे
ऋषिकेश।
बुधवार को ज्योति विशेष विद्यालय में आध्यात्मिक और शांति विषय पर वक्ताओं ने अपने विचार रखें। शिमला विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य अरुण दिवाकर नाथ बाजपेयी ने आध्यात्म और शांति को परिभाषित किया। कहा कि जीवन में सफलता पाने का सूत्रधार आध्यात्म है, और आध्यात्म से ही शांति मिलती है। जीवन में शांति पाने के लिए आज लोग करोड़ों रुपये खर्च कर रहे है, लेकिन आध्यात्म की ओर किसी का ध्यान नही है। लोग अध्यात्मिकता और शांति को एक निश्चित उम्र का पैमाना मानते है। 103
कार्यक्रम में उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय हरिद्वार के कुलपति प्रो. पीयूषकांत दीक्षित, हमीरपुर उत्तरप्रदेश के विधायक युवराज सिंह, श्री भरत मंदिर ऋषिकेश के महंत अशोक प्रपन्नाचार्य, विधायक प्रेमचंद अग्रवाल, एडवोकट अश्वनी दुबे ने भी अपने विचार रखें। कार्यक्रम संयोजक लक्ष्मी नारायण जोशी ने अतिथियों का धन्यवाद दिया। प्रो. पीयूषकांत दीक्षित, प्रो. निशांत सिंह देवल व प्रो. ईश्वर दास को आजीवन उपलिब्ध सम्मान से नवाजा गया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रकाश पंत ने किया। मौके पर पूर्व दर्जाधारी ऊषा रावत, मदन मोहन शर्मा, ज्योति सजवाण, इन्द्र कुमार गोदवानी, रवि कुमार जैन, चेतन शर्मा, डीबीएस रावत, कुसुम जोशी, कमला नेगी, सभासद हरीश तिवाड़ी, राकेश पारछा, विवेक तिवारी, अमित गांधी आदि मौजूद थे।