अरुण शर्मा।
विश्व बैंक टीम ने डिजास्टर रिस्क मैनेजमेन्ट स्टडी हेतु अपनी कंस्लटेंसी फर्म द्वारा आपदा प्रबन्धन एवं न्यूनीकरण विषय को लेकर सुधारात्मक उपाय के सन्दर्भ में कार्यशाला की गई। रोशनाबाद कलक्ट्रेट सभागार में हुई कार्यशाला में आपदा प्रबन्धन से सम्बन्धित विभागों द्वारा की गई तैयारी के उपायों को साझा किया गया। आपदा प्रबन्धन हेतु विभिन्न विभागों से अपने से सम्बन्धित डाटा आंकड़ा तैयार किया। इन आंकड़ों में क्या कमियां हैं। इन कमियों को किस प्रकार से दूर किया जाए। इस सम्बन्ध में भी चर्चा की गई।
आपदा प्रबन्धन के लेकर यह फर्म ब्लाॅक लेबल पर आंकड़ों को लेकर माइक्रोलेबल पर मैपिंग कर प्लान देगी। इस प्लान का उपयोग बेहतर तरीके से आपदा के समय कर सकते हैं। यह फर्म मुख्यतः बाढ़ नियंत्रण एवं आपदा प्रबन्धन को लेकर अपनी योजना प्रस्तुत करेगी। इस कार्यशाला में बताया गया कि किस प्रकार आपदा से सम्बन्धित क्षेत्रों का मूल्यांकन कर मैपिंग की जाए और आपदा के समय प्रभावी तरीके से निपटा जाए।
जिलाधिकारी एस.ए. मुरूगेशन ने कार्यशाला में कहा कि आपदा-प्रबन्धन के लिए माइक्रोलेबल पर तैयारी की जाए। विश्व बैंक टीम द्वारा द्वारा दी गई जानकारी को आपदा प्रबन्धन के लिए प्रयोग किया जाए। जनपद में बाढ़ नियंत्रण के अतिरिक्त संभावित भूकम्प और औद्योगिक क्षेत्रों के कारण हुई आपदा गैस रिसाव आदि के समय निपटने के लिए डाटा प्लान तैयार किया जाए।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व डाॅ ललित नारायण मिश्र, उप जिलाधिकारी कौस्तुभ मिश्र, आपदा प्रबन्धन अधिकारी मीरा कैन्तुरा, विश्व बैंक टीम में आर.एस. नेगी,वरिष्ठ कन्स्लटेन्ट राम बर्की, प्रोजक्ट मैनेजर पी.डी. माथुर, मिस्टर टार्क, मिस्टर जूलियन, मिस्टर ल्यूस इत्यादि उपस्थित थे।