ऋषिकेश।
मंगलवार को नगर पालिका ऋषिकेश को शासन की ओर से टंचिंग ग्राउंड बनाने के लिए आवंटित दस एकड़ भूमि का उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने निरीक्षण किया। श्यामपुर खड़कमाफ में ग्राम समाज की भूमि का निरीक्षण करने पहुंचे सहायक आयुक्त डॉ. अनिल सिंह ने हाईकोर्ट के आदेश पर भूमि की पैमाइश की। उन्होंने प्रस्तावित टंचिंग ग्राउंड से पॉलीटेक्निक कॉलेज, गंगा नदी व आबादी से दुरी नापी। बताया कि शीघ्र ही जांच रिपोर्ट तैयार कर हाईकोर्ट को प्रेषित की जायेगी।
गौरतलब है कि ग्राम समाज की भूमि में टंचिंग ग्राउंड बनाने का ग्रामीण विरोध कर रहे है। ग्रामीणों के द्वारा हाईकोर्ट में एक याचिका डाली गयी थी, जिस पर कोर्ट ने कुछ दिन पूर्व ही गंगा को जीवित व्यक्ति मानते हुए सरकार व गंगा को नोटिस जारी करते हुए कुछ बिन्दुओं पर जवाब तलब किया है। इसी के मद्देनजर उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने मंगलवार को उक्त भूमि का स्थलीय निरीक्षण किया है।
प्रस्तावित भूमि की जानकारी ही नही
मौका मुआयना करने आये अधिकारियों को प्रस्तावित भूमि की सही जानकारी नही थी। खसरा नबर 22 की जानकारी नही होने पर स्थानीय लोग ही अधिकारियों को प्रस्तावित भूमि पर ले गये। ग्राम प्रधान सरोप सिंह पुण्डीर, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष शांति प्रसाद थपलियाल, वीरेन्द्र रयाल, ईश्वर सिंह, करम सिंह चौधरी ने खसरा नबंर 22 की जानकारी दी। बताया कि प्रशासन ने अभी तक प्रस्तावित भूमि का पैमाइश नही की है। इस लिए प्रस्तावित टंचिंग ग्रांउड की भूमि का पालिका के अधिकारियों को भी पता नही है। मौके पर नगर पालिका के सफाई निरीक्षक सचिन रावत भी मौजूद रहे।
आज संयुक्त सर्वे करेगा प्रशासन
एसडीएम ऋषिकेश वृजेश कुमार तिवारी ने बताया कि खसरा नंबर 22 का बुधवार को पालिका प्रशासन, रवेन्यू विभाग व तहसील स्तर पर संयुक्त सर्वे किया जायेगा। गौरतलब है कि दो वर्ष से अधिक का समय बीत चुका है लेकिन प्रशासन ने नगर पालिका को आवंटित भूमि की पैमाइश और नक्शा नजीर नही सौंपे है। अभी तक आवंटित भूमि का सही जानकारी किसी के पास नही है। सिर्फ ग्रामीणों को ही आंवटित भूमि की जानकारी है। अब हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन में हड़कंप होने से बुधवार को भूमि बंदोबस्त के कर्मचारी भी मौके पर मौजूद रहेंगे।