ऋषिकेश।
शनिवार को गंगातट के राफ्टिंग प्वाइंटों पर उस समय हड़कंप मच गया। जब प्रशासन की टीम ने छापेमारी अभियान चलाया। एसडीएम नरेन्द्रनगर लक्ष्मीराज चौहान के नेतृत्व में प्रशासन की टीम ने गंगा में नियम विरुद्ध राफ्ट संचालन करने पर छापेमारी की। टीम के औचक निरीक्षण करने पर राफ्ट संचालकों में हड़कंप मच गया। प्रशासन की टीम को औचक निरीक्षण में भारी कमियां मिलीं। 15 राफ्टें बिना लाइसेंस पंजीकरण के गंगा में राफ्टिंग करा रही थीं। वहीं दर्जनभर राफ्टें ओवरलोड रहीं। पर्यटकों को बिना हेल्मेट पहनाए राफ्टिंग करावाने को प्रशासन ने गंभीर माना है।
वहीं, गंगा में पर्यटकों को राफ्टिंग करा रहे कई गाइड लाइसेंस ही नहीं दिखा पाए। परिवहन विभाग के अधिकारियों ने गाइडों का एल्को मीटर से परीक्षण किया। टिहरी के डीएम ने पर्यटकों की सुरक्षा के मद्देनजर गंगा घाटी राफ्टिंग प्रबंधन कमेटी का गठन किया है। एसडीएम नरेन्द्रनगर कमेटी के उपाध्यक्ष है। डीएम के निर्देश पर औचक निरीक्षण कर एसडीएम ने चालान और कार्रवाई की संस्तुति की है। एसडीएम लक्ष्मीराज चौहान ने बताया कि नियम विरुद्ध संचालन करने वाले 15 लोगों का चालान किया गया।
एसडीएम ने बताया कि साहसिक पर्यटन के तहत 289 पंजीयन हैं, जिनमें से 35 लोगों का निरीक्षण किया गया। 15 नियम विरुद्ध राफ्ट का संचालन करते मिले। उन्होंने नाराजगी जताई कि बिना लाइसेन्स के राफ्टों का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ओवरलोड और बिना हेल्मेट के पर्यटकों की जान जोखिम में न डाली जाए। बताया कि 15 राफ्ट संचालकों के नियम विरुद्ध संचालन करने पर पर्यटन विभाग को कार्रवाई की संस्तुति की जा रही है। मौके पर सहायक परिवहन अधिकारी ज्योति शंकर मिश्रा, जिला पर्यटन अधिकारी सोबत सिंह राणा, थानाध्यक्ष रवि कुमार सैनी आदि टीम के सदस्य मौजूद रहे।