ऋषिकेश।
पांच और हजार रुपये के नोट बंद होने का प्रॉपर्टी कारोबार पर व्यापक असर देखने को मिल रहा है। इनदिनों तहसील के सब रजिस्ट्री दफ्तर में सन्नाटा पसरा हुआ है। अनुमान है कि इससे जमीन, मकान और फ्लैट के रेट में गिरावट आ सकती है।
ऋषिकेश तहसील स्थित सब रजिस्ट्री दफ्तर में हररोज 40 से 50 रजिस्ट्री होती हैं। इनदिनों महज पांच से छह भूमि, मकान या फ्लैट की रजिस्ट्री ही हो पा रही हैं। मंदी का असर भूमि की खरीद-फरोख्त पर पड़ता दिख रहा है। एक अनुमान के अनुसार जमीन के रेट में 20 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है। यहीं हाल आवासीय कांम्पलेक्स बनाने वाले बिल्डरों का भी है। फ्लैट के रेट भी 15 से 20 प्रतिशत गिरावट का अनुमान है। उत्तराखंड बनने के बाद से प्रॉपर्टी कारोबार बूम पर था। प्रॉपर्टी कारोबार मंद पड़ने से बिल्डर खासे परेशान हैं।
सब रजिस्ट्री दफ्तर को 69 करोड़ का लक्ष्य
सब रजिस्ट्री दफ्तर के सब रजिस्ट्रार जितेन्द्र कुमार बताते हैं कि ऋषिकेश में हररोज 40 से 50 रजिस्ट्री होती हैं। इनदिनों बेहद कम रजिस्ट्री हो रही है। राज्य को रजिस्ट्री से बीते वर्ष 880 करोड़ का राजस्व मिला था। जबकि इस वर्ष 1200 करोड़ का लक्ष्य दिया गया है। ऋषिकेश को 69 करोड़ का लक्ष्य दिया गया है। मंदी के चलते इस वर्ष लक्ष्य पूरा होने की उम्मीद कम है।