गंगोत्री और यमुनोत्री के खुले कपाट, पीएम ने नाम पर हुई पहली पूजा

अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोल दिये गये हैं। इसी के साथ चार धाम यात्रा प्रारंभ हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के अवसर पर उपस्थित रहे। पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से की गई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गंगोत्री में पूजा अर्चना की और प्रदेश वासियों की खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि “आज से चारधाम यात्रा विधिवत रूप से शुरू हो रही है, मैं सभी श्रद्धालुओं का उत्तराखंड देवभूमि आगमन पर स्वागत करता हूं. ये यात्रा ऐतिहासिक हो, सबकी यात्रा सरल व सुगम हो, सबके मंगल की कामना करता हूँ। हमारी सरकार सुगम एवं सुरक्षित चार धाम यात्रा हेतु वचनबद्ध है।“
मुख्यमंत्री ने फोन के माध्यम से यमुनोत्री धाम के मुख्य पुजारियों एवं वहां उपस्थित समस्त श्रद्धालुजनों को अक्षय तृतीया एवं यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के शुभ अवसर की शुभकामनाएं प्रेषित की।

पौराणिक भगवान भरत की शहरी विकास मंत्री ने की सपरिवार परिक्रमा

अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर काबीना मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने सपरिवार ऋषिकेश नारायण भगवान भरत जी के दर्शन कर परिक्रमा की।

ऋषिकेश नारायण भगवान भरत के दर्शन और परिक्रमा करने के बाद काबीना मंत्री ने कहा कि आज बहुत शुभ दिन है। आज के दिन पौराणिक भगवान भरत जी के मंदिर की 108 परिक्रमा करने से भगवान बदरीनाथ के दर्शनों का जितना पुण्य प्राप्त होता है। उन्होंने भगवान भरत से दो वर्ष बाद संचालित चारधाम यात्रा के सकुशल होने की कामना की। साथ ही देश-प्रदेश की खुशहाली, सुख, सृमद्धि की कामना की।

महंत वत्सल प्रपन्नाचार्य महाराज ने बताया कि भरत भगवान की मूर्ति भी उसी शालीग्राम पत्थर से बनी है, जिससे बद्रीनाथ भगवान की मूर्ति बनाई गई है। इसके अलावा अक्षय तृतीया के दिन ही भरत भगवान के चरणों के दर्शन करने का सौभाग्य श्रद्धालुओं को प्राप्त होता है। अक्षय तृतीया के दिन से ही चार धाम यात्रा का विधिवत शुभारंभ हो जाता है। आज के दिन ही यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट भी खोले जाते हैं।

इस मौके पर शशिप्रभा अग्रवाल, पीयूष अग्रवाल, श्री भरत मंदिर के प्रबंधक हर्षवर्धन शर्मा, वरुण शर्मा, मेजर गोविंद सिंह रावत, पार्षद लक्ष्मी रावत, राम कृपाल गौतम, रूपेश गुप्ता, राजपाल ठाकुर सहित कई श्रद्धालु आदि मौजूद रहे।

कृष्ण कुंज आश्रम से निकली भगवान वेणुगोपाल की शोभायात्रा

भगवान वेणुगोपाल के ब्रह्मोत्सव के पंचम एवं समापन दिवस के अवसर पर काबीना मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने प्रतिभाग किया। इस दौरान भगवान वेणुगोपाल की शोभायात्रा में काबीना मंत्री ने शामिल होकर दर्शन किये।

कृष्ण कुंज आश्रम मायाकुंड में बड़ी धूमधाम से नन्द महोत्सव मनाया गया। जगद्गुरु उत्तराखंड पीठाधीश्वर स्वामी कृष्णाचार्य महाराज की अध्यक्षता आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने भगवान वेणुगोपाल के जलाभिषेक में उपयुक्त 108 कलश के दर्शन किये।

कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के अवतार वेणुगोपाल आज अक्षय तृतीया के दिन अपने कक्ष से भक्तों को दर्शन देने के लिए निकलते है, यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है। अक्षय तृतीया अपने आप में से स्वयंसिद्ध मुहर्त हैं कोई भी शुभ कार्य का प्रारंभ आज ही के दिन किया जाता है। इस मौके पर जगद्गुरु कृष्णाचार्य महाराज ने माननीय मंत्री जी को उत्तरीय पुष्पहार पहना कर भगवान वेणुगोपाल का आशीर्वाद दिया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

कृष्णाचार्य महाराज ने आज के दिन का विशेष महत्व बताते हुए कहा कि अक्षय तृतीया के पर्व का विशेष महत्व है इस मुहर्त को बेहतर शुभ माना जाता है आज ही के दिन भगवान परशुराम का जन्म, मां अन्नपूर्णा ‌का जन्म, गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था। कृष्ण-सुदामा मिलन भी आज के दिन हुआ था। कुबेर को आज ही के दिन खजाना मिला। सतयुग त्रेता युग का आज ही के दिन प्रारंभ हुआ। वृंदावन बांके बिहारी मंदिर में आज ही के दिन भगवान के विग्रह के दर्शन होते हैं अन्यथा साल भर वस्त्र में ढके रहते हैं।

रथयात्रा केवलानंद चौक से निर्मल आश्रम, सुभाष चौक, घाट रोड, रेलवे रोड, क्षेत्र रोड़ होती हुई भरत मंदिर भगवान के दर्शन कर पुनः कृष्ण कुंज आश्रम मैं संपन हुई। भगवान वेणु गोपाल का कई जगह पुष्प वर्षा कर यात्रा का स्वागत किया।

इस अवसर पर युवराज संत गोपालाचार्य महाराज, तुलसी मानस मंदिर के मंहत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज, मंहत वल्सल प्रपन्नाचार्य महाराज, महंत जगदीश प्रपन्नाचार्य महाराज, अभिषेक शर्मा, राम कृपाल गौतम, कपिल गुप्ता, धनश्याम भट्ट सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।