ईद के त्योहार पर बधाई और शांति व्यवस्था बनाने पर जोर

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों विशेष तौर पर राज्य के मुस्लिम नागरिकों को ईद-उल-जुहा की बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि खुशियों का यह त्यौहार त्याग, बलिदान और आपसी विश्वास का संदेश देता है तथा मानवता और भाईचारे को सुदृढ़ बनाने की प्रेरणा देता है। मुख्यमंत्री ने त्यौहार शांति आपसी सद्भाव के साथ मनाने की भी अपील की है।
इस सम्बन्ध में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार को सम्बोधित पत्र में स्पष्ट किया है कि 29 जून, 2023 को ईद-उल-जुहा के पर्व के अवसर पर साम्प्रदायिक सौहार्द एवं शान्ति/कानून व्यवस्था बनाये रखने के संबंध में सुदृढ़ पुलिस प्रबन्ध सुरक्षा व्यवस्था अपने निकट पर्यवेक्षण/निर्देशन में कराना सुनिश्चित करें जिससे किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना घटित न होने पाये और कानून व्यवस्त्या अक्षुण्ण बनी रहे। उन्होंने कहा कि ईद-उल-जुहा के त्यौहार को शान्ति एवं सौहार्द पूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने हेतु विशेष सतर्कता अपेक्षित है। प्रदेश में स्थानीय अभिसूचना इकाई एवं अन्य अभिसूचना तंत्र को सक्रिय करने एवं कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाले सूचनाओं का तत्काल संज्ञान लेते हुए प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर एवं व्हाट्सअप आदि पर सतर्क दृष्टि रखी जाए। भ्रामक सूचना प्रसारित होने पर विधिक कार्यवाही करते हुए तत्काल उसके खण्डन की प्रभावी कार्यवाही की जाए।

बाढ़ पीड़ितों को त्योहारों से पूर्व दें पैसाः नीतीश

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ पीड़ितों के लिए जल्द आर्थिक मदद मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि बकरीद से पहले ही पीड़ितों को आर्थिक मदद दी जाए। नीतीश कुमार ने बताया कि बाढ़ राहत के लिए दी जाने वाली 6 हजार नगद राशि को बकरीद के पहले दिए जाने के लिए अधिकारी काम करें। ताकि बाढ़ पीड़ितों को त्योहार के पहले राशि मिल सके। उन्होंने कहा कि अगर किसी पीड़ित का खाता नहीं खुला हो तो प्रशासन के लोग उस व्यक्ति के खाते को खुलवाने की व्यवस्था करें। ताकि आरटीजीएस के माध्यम से उनके खाते में राशि का ट्रांसफर किया जा सके।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर समीक्षा बैठक
मुख्यमंत्री ने इसके लिए सभी जिलों के पदाधिकारियों के साथ वीडियो बैठक की। मुख्यमंत्री ने बाढ़ राहत कार्य, पर्व-त्योहारों की तैयारी, विधि व्यवस्था समेत अन्य महत्वपूर्ण मुद्दे की समीक्षात्मक बैठक की। सीएम ने कहा कि इस बार की बाढ़ अभूतपूर्व है जिसे हवाई सर्वेक्षण के दौरान उन्होंने स्वयं महसूस किया है। उन्होंने कहा कि सरकारी पंचायत भवन में कम्यूनिटी रिलिफ सेंटर की व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि आपदा के समय उसका उपयोग किया जा सकें। उन्होंने कहा कि भविष्य में बनने वाले पंचायत भवन में भी इसका इंतजाम किया जाए। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि बिहार की बाढ़ की रोकथाम को लेकर नेपाल के पीएम से बात हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से सड़कों पर जल निकासी की व्यवस्था को लेकर भी बात हुई है। बता दें कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बिहार में बाढ़ से 19 जिलों की करीब पौने दो करोड़ आबादी प्रभावित हुई है। सरकारी आंकड़े के मुताबिक 28 अगस्त तक बाढ़ से 514 लोगों की मौत हो चुकी है।