सीएस ने दी कई बाढ़ सुरक्षा कार्यों पर सैद्वांतिक व वित्तीय स्वीकृति

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी सचिवालय में आयोजित व्यय वित्त समिति (ईएफसी) की बैठक में नैनीताल के हल्द्वानी के गोलापार स्थित इन्दिरा गांधी स्पोर्टस कॉम्पलैक्स स्टेडियम के बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों तथा टिहरी गढ़वाल के भिलंगना के बूढ़ाकेदार में धर्मगंगा नदी के बांये तट व बालगंगा नदी के दायें तट पर बाढ़ सुरक्षा कार्यों पर सैद्धान्तिक एवं वित्तीय स्वीकृति दी है।

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि अतिवृष्टि के कारण गोला नदी में आयी बाढ़ के पानी के साथ आए मलबें/आरबीएम एवं पत्थरों के स्टेडियम के समीप जमा होने तथा नदी के बहाव स्टेडियम की ओर होने के फलस्वरूप स्टेडियम की तलहटी में कटाव हो जाने के कारण स्टेडियम की काफी भूमि कटकर नदी में बह गयी। भविष्य में स्टेडियम के क्षतिग्रस्त होने का खतरा बना हुआ है। अतः स्टेडियम की सुरक्षा हेतु बाढ़ सुरक्षा के कार्यों का समयबद्धता से एवं गुणवत्तापूर्ण होना आवश्यक है। 3682.97 लाख रूपये की लागत की योजना का वित्त पोषण आपदा न्यूनीकरण मद से किया जाएगा। योजना की कार्यदायी संस्था आपदा प्रबन्धन विभाग तथा सिंचाई विभाग है।

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी कहा कि अतिवृष्टि एवं बादल फटने के कारण टिहरी गढ़वाल के भिलंगना के बूढ़ाकेदार में धर्मगंगा नदी के बांये तट व बाल गंगा नदी के दायें तट पर मलबा एवं भारी मात्रा में पानी आने के कारण इस क्षेत्र की दुकानों, आवासीय भवनों व सड़कों को काफी नुकसान हुआ है तथा भविष्य में भी नुकसान होने की सम्भावना बनी हुई है। अतः दुकानों, आवासीय भवनों व सड़कों की सुरक्षा हेतु बाढ़ सुरक्षा कार्यों को समयबद्धता से किया जाना चाहिए। 1706.37 लाख रूपयें की इस योजना का वित्त पोषण आपदा न्यूनीकरण मद से किया जाएगा। सीएस राधा रतूड़ी ने अधिकारियों को बाढ़ सुरक्षा कार्यों में गुणवत्ता एवं समयबद्धता को गम्भीरता से लेने की सख्त हिदायत दी है।

बैठक में विशेष प्रमुख सचिव अमित सिन्हा सहित सभी सम्बन्धित विभागों के सचिव, अपर सचिव एवं विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

मुनिकीरेती में बाढ़ सुरक्षा कार्यों का हुआ शिलान्यास

मुख्यमंत्री की घोषणा के तहत ढालवाला बाढ़ सुरक्षा कार्य और खराश्रोत बाढ़ सुरक्षा कार्य का कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने शिलान्यास कर जनता को समर्पित किए। दोनों कार्यों को वित्तीय स्वीकृति मिलने पर स्थानीय लोगों ने कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल का आभार जताया।

शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि नरेंद्र नगर विधानसभा में विकास कार्यों का दौर लगातार जारी है। बीते 100 दिनों में 100 से अधिक सड़कों को नरेंद्र नगर विधानसभा में स्वीकृति दी जा चुकी है। अधीक्षण अभियंता आरके गुप्ता ने बताया कि ढालवाला में चार करोड़ 84 लाख (484.41लाख) और खाना स्रोत में साढ़े तीन करोड़ (359.29लाख) रुपए की लागत से बाढ़ सुरक्षा कार्य किया जाना है। उन्होंने बताया की टेंडर इंडिया शुरू कर दी गई है। जनवरी माह से कार्य शुरू होने की उम्मीद की जा रही है।

मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष रोशन रतूड़ी, ऋषिकेश मंडी अध्यक्ष विनोद कुकरेती, क्रेजी फेडरेशन अध्यक्ष मनीष डिमरी, सभासद मीनू गोड़ियाल, वंदना थलवाल, मंडल अध्यक्ष राकेश बट, महामंत्री गोपाल चौहान, बीना जोशी, सिंचाई विभाग विभाग के अधिशासी अभियंता कमल सिंह आदि उपस्थित थे।

9 करोड़ से होंगे बाढ़ सुरक्षा निर्माण कार्य, विस अध्यक्ष ने बैठक के बाद दी जानकारी

ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत सौंग नदी पर स्थित ग्राम गौहरीमाफी में 9 करोड रुपए की लागत से बाढ़ सुरक्षा निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ होगा। इसकी जानकारी आज उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के संग बैठक के बाद दी।
बैराज स्थित कैंप कार्यालय में उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ने ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत तटीय इलाकों पर बाढ़ सुरक्षा कार्यों के लिए प्रस्तावित योजनाओं के संबंध में सिंचाई विभाग के अधिकारियों से जानकारी ली। विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि नेपाली फॉर्म रायवाला में सौंग नदी के दाएं तट पर गौहरीमाफी बाढ़ सुरक्षा कार्य के लिए नाबार्ड से 9 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्राप्त हुई है जिस पर सिंचाई विभाग द्वारा टेंडर प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। विस अध्यक्ष अग्रवाल ने कहा कि सभी आवश्यक प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद जल्द ही गौहरीमाफी में सौंग नदी पर 1 किलोमीटर लंबाई की बाढ़ सुरक्षा दीवार कार्य का निर्माण प्रारंभ होगा। उन्होंने कहा कि विगत कई समय से गौहरीमाफी में बाढ़ सुरक्षा कार्य योजना के लिए वह लगातार प्रयासरत थे जिसके चलते उनके द्वारा इस संबंध में सिंचाई विभाग के उच्चाधिकारियों के संग कई बार बैठक भी की गई थी। उन्होंने कहा कि बाढ़ सुरक्षा दीवार का निर्माण होने से गौहरीमाफी क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति को नियंत्रित किया जा सकेगा।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने ठाकुरपुर, साहब नगर, गुमानीवाला बाढ़ सुरक्षा कार्य एवं नहरों हेतु प्रस्तावित योजनाओं के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली। जिस पर सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता आर के तिवारी ने विधानसभा अध्यक्ष को अवगत किया कि लगभग 4.50 करोड़ रुपए की लागत से ठाकुरपुर बाढ़ सुरक्षा कार्य, 4.93 करोड़ रुपए की लागत से साहब नगर बाढ़ सुरक्षा कार्य योजना, 3.41 करोड़ रुपए की लागत से गुमानीवाला में बंगला नाला बाढ़ सुरक्षा कार्य, 1.32 करोड़ रुपए की लागत से गौहरीमाफी नहर एवं पुरानी गूलों के पुनरुद्धार निर्माण की योजना, 1.77 करोड़ रुपए की लागत से हरिपुर नहर एवं पुरानी गूलों के पुनरुद्धार निर्माण की योजना एवं 3 करोड रुपए की लागत से रायवाला नहर एवं गूलों के पुनरुद्धार निर्माण की योजना नाबार्ड की स्वीकृति हेतु प्रेषित की गई है जोकि अंतिम चरण में है, जिस पर शीघ्र ही स्वीकृति मिलने के पश्चात निर्माण कार्य प्रारंभ किए जाएंगे।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों को ठाकुरपुर, साहब नगर, गुमानीवाला में प्रस्तावित बाढ़ सुरक्षा कार्य योजनाओं को शीघ्र स्वीकृत कराने के लिए निर्देशित किया। विस अध्यक्ष ने गौहरीमाफी बाढ़ सुरक्षा कार्यों के निर्माण के दौरान गुणवत्ता एवं मानकों के अनुसार निर्माण कार्य करवाने की बात कही। साथ ही उन्होंने निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही को कतई बर्दाश्त न करने की भी हिदायत दी।
इस अवसर पर सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता आरके तिवारी, अधिशासी अभियंता डीसी उनियाल एवं सहायक अभियंता अनुभव नौटियाल मौजूद रहे।

बाढ़ सुरक्षा के तहत सिंचाई विभाग मुस्तैद, मंत्री ने दी जानकारी

(एनएन सर्विस)
बरसाती मौसम में उत्तराखंड की प्रमुख नदियों में बढ़ते जलस्तर से बाढ़ के खतरों को भांपते हुए राज्य का सिंचाई विभाग पूरी तैयारियों के साथ बाढ़ सुरक्षा की दृष्टि मुस्तैद है। उत्तराखंड में बाढ़ सुरक्षा सम्बन्धी तैयारियों की जानकारी देते हुए प्रदेश के सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि बरसात के मौसम में राज्य की प्रमुख नदियों के बढ़ते जलस्तर के खतरे को देखते हुए सिंचाई विभाग ने समय से अपनी पूरी तैयारियां कर दी हैं।
सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य की प्रमुख नदियों भागीरथी, अलकनंदा, पिंडर, मंदाकिनी, नयार और गंगा जिनका कि बरसात में जलस्तर बढ़ जाने से कई स्थानों पर भवन, भूमि, फसलों, मार्गों आदि को हमेशा खतरा बना रहता है। उस खतरे से निपटने के लिए सिंचाई विभाग ने बाढ़ सुरक्षा के तहत अपनी योजनाओं का काम पूरा कर लिया है।
श्री केदारनाथ धाम स्थित केदारपुरी में मंदाकिनी नदी से सुरक्षा, श्री केदारनाथ के सीतापुर/गौरीकण्ड के पूर्ननिर्माण कार्य, सौंग नदी के दायें तट पर स्थित गौरी माफी ग्राम में जल भराव से निजात दिलाने के लिए 379.49 लाख रूपये की लागत से लगभग 500 मीटर के बन्दे का निर्माण किया गया है। अल्मोडा के विकासखण्ड चैखुटिया में शीर्ष बन्धों का पुनर्निमार्ण कराया गया है। विकासखण्ड स्याल्दे, विकासखण्ड मुनस्यारी एवं चमोली जनपद के विकासखण्ड घाट में भी पुनर्निमार्ण के कार्य गतिमान हैं।
सतपाल महाराज ने बताया कि मानसून में बाढ़ तथा जल भराव की दृष्टि से हरिद्वार, पौड़ी, रूद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ, चम्पावत, उधमसिंह नगर, देहरादून और उत्तरकाशी जनपदों के सभी संवेदनशील स्थलों का चिन्हीकरण कर बाढ़ सुरक्षा की तैयारियां पूर्ण की जा चुकी हैं। उन्होने बताया कि देहरादून के सिंचाई खण्ड परिसर में राज्य का केन्द्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष बनाने के अलावा दोनों मण्डलों सहित जिला स्तर पर भी बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किये गये हैं। इतना ही नहीं प्रदेश स्तर पर सभी अधिकारियों का बाढ़ से सम्बन्धित सूचनाओं के आदान प्रदान हेतु एक वाट्सऐप ग्रुप भी बनाया गया है। जिसके माध्यम से सुबह के समय नदी का डिसचार्ज एवं क्षेत्र में हुई वर्षा की माप की सूचना केन्द्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष को करवाई जायेगी।
सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने बाढ़ सुरक्षा तैयारियों के बारे में बताया केन्द्रीय जल आयोग से प्राप्त नदियों के जलस्तर का पूर्वानुमान शासन द्वारा सम्बन्धित जिलाधिकारी एवं विभाग के क्षेत्रीय एवं स्थानीय अधिकारियों को उपलब्ध करवाने के साथ-साथ केन्द्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष के द्वारा प्रतिदिन बाढ़ संबंधित सूचनाएं शासन और उच्चाधिकारियों को भी पहुंचाई जायेंगी।
सतपाल महाराज ने बताया कि नैनीताल, उधमसिंह नगर, चम्पावत, हरिद्वार और टिहरी जनपदों में कुल 72 बाढ़ चैकियां स्थापित कर दी गई हैं जिनके माध्यम से ग्रामीणों को सजग रहने की व्यवस्था की गई है। सिंचाई मंत्री ने बताया कि बाढ़ सम्बन्धी सूचनाओं के लिए अल्मोडा, श्रीनगर और देहरादून में नोडल अधिकारियों की तैनाती भी की गई है। उन्होने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की मानिटरिंग के लिए जनपदों में एक स्टीयरिंग ग्रुप का भी गठन किया गया है।