राज्य सरकार ने शुरू किया पर्वतीय क्षेत्रों में नये शहर की स्थापना को कार्य

आवास विभाग के माध्यम से नये शहरों की परिकल्पना पर कार्य करना प्रारम्भ कर दिया गया है। इसी क्रम में आवास विभाग द्वारा उत्तराखण्ड नगर एवं ग्राम नियोजन तथा विकास अधिनियम, 1973 में आवश्यक संशोधन विधानसभा के बजट सत्र में पारित किया गया था। आवास विभाग के निर्देशन में उत्तराखण्ड आवास एवं नगर विकास प्राधिकरण द्वारा नये शहरों की स्थापना हेतु विस्तृत अध्ययन उपरान्त पर्वतीय क्षेत्रों में नये शहर की स्थापना हेतु कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। यह जानकारी आवास मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने दी।

आवास मंत्री ने बताया कि उत्तराखण्ड राज्यान्तर्गत शहरी क्षेत्रों में बढते जनसंख्या दबाव के कारण शहरों में यातायात तथा अन्य अवस्थापना सुविधाओं पर बहुत अधिक दबाव पड़ रहा है, जिस कारण नये शहरों की ओर कदम बढ़ाना समय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में मैदानी क्षेत्रों में पलायन तेजी से बढ़ रहा है, जिसका मूलभूत कारण पर्वतीय क्षेत्रों में आधुनिक आवश्यकता के अनुरूप नये शहर विकसित न हो पाना भी है।

डा. अग्रवाल ने बताया कि अभी तक उत्तराखण्ड राज्य में टिहरी बाँध बनने के फलस्वरूप तत्समय उत्तर प्रदेश राज्य में नयी टिहरी शहर की स्थापना के अलावा अन्य कोई नया शहर अब तक नियोजित रूप से नहीं बन सका है। राज्य सरकार द्वारा इस समस्या के समाधान के लिये आवास विभाग के माध्यम से नये शहरों की परिकल्पना पर कार्य करना प्रारम्भ कर दिया है। बताया कि आवास विभाग के निर्देशन में उत्तराखण्ड आवास एवं नगर विकास प्राधिकरण द्वारा नये शहरों की स्थापना हेतु विस्तृत अध्ययन उपरान्त पर्वतीय क्षेत्रों में नये शहर की स्थापना हेतु कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है।

डा. अग्रवाल ने बताया कि इसमें सर्वप्रथम बेलकेदार, श्रीनगर, जिला पौड़ी गढ़वाल अन्तर्गत स्थल चयन करते हुए प्रस्तावित शहर के अन्तर्गत आने वाली सरकारी भूमि आवास विभाग को हस्तान्तरित किये जाने की कार्यवाही प्रारम्भ किये जाने के साथ ही प्रस्तावित नये शहर की महायोजना हेतु कन्सल्टेन्ट चयन की प्रक्रिया प्रारम्भ की गयी है। बताया कि उत्तराखण्ड आवास एवं नगर विकास प्राधिकरण को निर्देशित किया गया है कि वह माह मार्च, 2025 तक कन्सल्टेन्ट के चयन की प्रक्रिया पूर्ण कर आगामी 06 माह अन्तर्गत प्रस्तावित शहर की महायोजना एवं मॉडल तैयार कर अग्रेत्तर कार्यवाही सुनिश्चित कर लें।

डा. अग्रवाल ने बताया कि कुमाऊँ मण्डल के पर्वतीय क्षेत्र हेतु भी यथाशीघ्र नये शहर की स्थापना हेतु भूमि चयन की कार्यवाही पूर्ण कर लेने के लिये भी निर्देशित किया गया है। आवास मंत्री ने बताया कि आवास विभाग की प्राथमिकता है कि पर्वतीय क्षेत्र में उचित शिक्षा, स्वास्थ्य, बेहतर रोजगार के अवसरों के साथ आवासीय सुविधाओं के साथ नये शहरों की स्थापना पर कार्य करें।

जल्द जनता के सुपुर्द होगा हरिद्वार का 23 मार्च पार्क

आवास व शहरी विकास मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने शिव मूर्ति निकट केबल पुल के समीप बने 23 मार्च पार्क का निरीक्षण किया। इस दौरान एचआरडीए द्वारा निर्मित पार्क की डॉ अग्रवाल ने प्रशंसा की और कहा कि जल्द से जनता के सुपुर्द किया जाएगा।

निरीक्षण के दौरान एचआरडीए के उपाध्यक्ष आईएएस अंशुल ने बताया कि करीब एक करोड़ 90 लाख की लागत से इस पार्क का निर्माण किया गया है। उन्होंने बताया कि पार्क में लोगों के बैठने के लिए पर्याप्त बेंच, पथ प्रकाश, फाउंटेन, चलने के लिए पथ, पुष्प वाटिका लगाई गई है।

उन्होंने बताया कि 23 मार्च पार्क नाम के तहत देश के लिए प्राणों की आहूति देने वाले शहीद भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु की प्रतिमा भी लगाई गई है। बताया कि करीब 15 बीघा में बने इस पार्क को लोगों के लिए निशुल्क रखा गया है।

डॉ अग्रवाल ने निरीक्षण के दौरान मुख्य हाइवे पर पार्क के नाम से श्राइन बोर्ड लगाने के लिए निर्देश दिए। इसके अलावा पार्क को शहीदों के नाम से रखे जाने को कहा। उन्होंने कहा कि एचआरडीए द्वारा अक्सर नवाचार किया जाता है। यह पार्क भी एचआरडीए द्वारा बनाया गया है जो बहुत ही आकर्षक है, इसे जल्द ही जनता के सुपुर्द किया जाएगा।

इस अवसर पर उपाध्यक्ष एचआरडीए आईएएस अंशुल, सचिव उत्तम सिंह चौहान, अधीक्षण अभियंता टीपी नौटियाल, पूर्व महापौर नगर निगम हरिद्वार मनोज गर्ग, ओमकार जैन आदि उपस्थित रहे।