गंगा में टापू पर पहुंचे थे स्नान करने, तेज बहाव में बहने लगे तो पुलिस ने समय रहते बचाया

पूर्णानंद घाट पर अंतिम यात्रा में पहुंचे गुमानीवाला के दो लोगों को मुनिकीरेती जल पुलिस के जवानों से डूबने से बचा लिया। रैस्क्यू के दौरान जल पुलिस के जवानों को राफ्ट का सहारा लेना पड़ा।
दरअसल, थाना मुनिकीरेती क्षेत्रांतर्गत जानकी झूला पुल के समीप पूर्णानंद शमशान घाट पर रूषा फार्म गुमानीवाला से कुछ व्यक्ति अंत्येष्टि के लिए पहुंचे थे। अंत्येष्टि के दौरान दो व्यक्ति गंगा स्नान के लिए टापू पर पहुंच गए। इसी बीच गंगा का जल स्तर बढ़ने लगा। इसके चलते चीख पुकार मच गई। मौके पर सूचना जल पुलिस को मिली। राफ्ट की मदद से दोनों को सकुशल गंगा से बाहर लाया गया।

थाना इंचार्ज राम किशोर सकलानी ने दोनों की पहचान 50 वर्षीय राजेंद्र कुमार पुत्र चमन लाल और 48 वर्षीय सोहन लाल पुत्र पन्ना लाल दोनो निवासीगण रूषा फार्म गुमानीवाला देहरादून के रूप में हुई।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने किया ऋषिकेश में जानकी झूला पुल का लोकार्पण


मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गंगा नदी पर टिहरी से पौड़ी को जोड़ने वाले जानकी झूला पुल का लोकार्पण किया। मुनिकीरेती गंगा नदी में निर्मित यह झूला पुल 48.85 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ है। इसकी लंबाई 346 मीटर है, यह पैदल के साथ दोपहिया वाहनों के लिए भी उपलब्ध है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शीघ्र ही ऋषिकेश में अभिनव कला वाला ग्लास युक्त बजरंग पुल का भी लोकार्पण किया जायेगा। यह पुल भी डोबरा-चांठी की भांति देश व दुनिया के लोगों के आकर्षण का केन्द्र बनेगा। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही सिंगटाली एवं बीन नदी पर भी एकेश्वर क्षेत्र के लिये पुल का निर्माण किया जायेगा। योजनाओं के निर्माण के लिये पूरी एकमुश्त धनराशि स्वीकृत की जा रही है।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य में पिछले साढ़े तीन साल में 250 से अधिक पुलों के निर्माण का रिकार्ड बना है। इन पुलों में सीमांत क्षेत्रों में बनने वाले पुल भी शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने प्रदेश में परम्परा से हटकर कार्य करना आरम्भ किया है। अब योजनाओं के निर्माण के लिये 2-4 करोड़ स्वीकृत करने के बजाय योजना की लागत का पूरा बजट तथा एक साल में अधिकतम व्यय होने वाली पूरी धनराशि स्वीकृत की जा रही है। डोबरा चांठी पुल के लिये 88 करोड़ एकमुश्त स्वीकृत होने का ही परिणाम रहा कि आज यह पुल बनकर जनता को समर्पित कर दिया गया है। हमारी सोच लक्ष्य पूरा करने की है।

14 वर्ष की लंबी यात्रा के बाद बना जानकी झूला पुल
कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि 14 वर्ष के लंबी यात्रा के बाद आज जानकी पुल का मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा लोकार्पण किया। इस पुल लोकार्पण केवल आवागमन का ही माध्यम नहीं है। नौजवानों को रोजगार की संभावनाओं को बलवती बनाना भी है। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश विविध विविधताओं को समेटे हुए है।

जानकी सेतु लोगों के विश्वास, आस्था एवं सपनों को यथार्थ करने का प्रतीक
विधायक ऋतु खण्डूड़ी ने कहा कि जानकी सेतु ऋषिकेश एवं यमकेश्वर क्षेत्र के लिए विश्वास, आस्था एवं सपनों को यथार्थ करने का प्रतीक है। यह पुल उत्तराखण्ड में आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केन्द्र एवं सुविधाजनक होगा।

इस अवसर पर पालिकाध्यक्ष रोशन रतूड़ी, मेयर ऋषिकेश अनिता मंमगाई, गढ़वाल मण्डल विकास निगम के उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार सिंघल, सचिव लोक निर्माण विभाग आरके सुधांशु, जिलाधिकारी टिहरी इवा आशीष श्रीवास्तव, एसएसपी टिहरी डॉ. वाईएस रावत आदि उपस्थित रहे।