प्रेमी को शादी के लिए मनाने को प्रेमिका ने अपनाया अनोखा अंदाज

प्रेमी युगल में किसी बात को लेकर ऐसी बनी कि प्रेमी ने प्रेमिका को शादी के लिए इंकार कर दिया। फिर क्या था प्रेमिका ने भी गांधीगिरी से इस समस्या को सुलझाने की ठानी। प्रेमिका ने प्रेमी के गांव पहुंचकर उसके घर के बाहर धरना दिया। सूचना पाकर पुलिस भी पहुंची और दोनों के परिवारिक सदस्यों को बैठाकर समझौता करा दिया। इसके बाद गांव वालों ने दोनों का आपस में विवाह संपन्न करा दिया।

दरअसल यूएस नगर जिले के ग्राम रेहमापुर जसपुर निवासी एक युवती के घर ग्राम नन्नूवाला ठाकुरद्वारा निवासी युवक का आना जाना था। इसी दौरान दोनों के बीच प्रेम पनपा और जब बारी शादी की आई तो युवक मुकर गया। युवती प्रेमी के गांव पहुंचकर शादी करने की जिद करते हुए धरने पर बैठ गई। उसने प्रेमी के घर की चैखट पर अपनी जान देने की धमकी दी। शोर सुनकर ग्रामीण भी जमा हो गए। पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों बालिग होने के कारण परिवार के लोगों के बीच समझौता करवा दिया। इसके बाद दोनों के बीच शादी करा दी गई।

दैवीय आपदा पर सीएम ने जताया दुख, राहत कार्य युद्ध स्तर पर चलाये के दिए निर्देश

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जनपद पिथौरागढ की तहसील बंगापानी के अंतर्गत कई गांवों में भारी वर्षा, भूस्खलन एवं भू कटाव के हुई जनहानि पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने जिलाधिकारी पिथौरागढ़ को निर्देश दिए हैं कि राहत और बचाव कार्य में किसी तरह की कोताही न बरती जाए। इस घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी पिथौरागढ़ को आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों के लिए प्रभावित क्षेत्र में तुरंत एसडीआरएफ की एक टीम और भेजे जाने के निर्देश दिए। प्रभावितों को तत्काल अनुमन्य राहत राशि उपलब्ध कराने के साथ ही साथ ही जरूरी सुविधाएं भी मुहैया कराने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं। जो लोग अभी तक लापता हैं, उनकी खोज के लिए तत्काल युद्ध स्तर पर खोज अभियान शुरू किया जाए।

उन्होंने जिलाधिकारियों को मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी आम जानता को नियमित रूप से अवगत कराने तथा संवेदनशील स्थलों, गांवों एवं भवनों आदि की स्थिति का आंकलन भी नियमित रूप से किये जाने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने कुमाऊँ एवं गढ़वाल आयुक्तों को भी इस प्रकार की घटनाओं के प्रति सजगता के साथ त्वरित कार्यवाही करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने सचिव आपदा प्रबंधन एवं आईजी. एसडीआरएफ को भी निरन्तर जिलाधिकारियों के सम्पर्क में रहने तथा उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान के भी निर्देश दिये हैं।

सरकार हर परिस्थिति से लड़ने और निपटने को है सक्षम

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जनपद भ्रमण के दौरान राधास्वामी सत्संग व्यास स्टेजिग एरिया में क्वारंटीन सेंटर का निरीक्षण किया। इसके बाद जिला चिकित्सालय मे रामसुमेर शुक्ल मेडिकल कालेज के 300 बेडों के चिकित्सालय का निरीक्षण एवं चिकित्सालय मे व्यवस्थाओं का जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने एपीजे अब्दुल कलाम सभागार मे कोविड-19 राहत कार्यो एवं बचाव मे लगे सम्बन्धित अधिकारियों की समीक्षा बैठक की।

सीएम ने कहा कि उत्तराखण्ड में विभिन्न प्रांतों से आ रहे प्रवासियों से कोरोना पॉजिटिव केस बढ़ रहे है ऐसे मे सभी लोगों को एहतियात बरतने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि विभिन्न प्रान्तो़ से उत्तराखण्ड के लोगों को लाने का निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है। सरकार को पहले से ही अनुमान था कि बाहर से लोगों को लाने पर कोरोना केस बढेंगे इसलिए सरकार पहले से ही तैयारियों में जुटी है। उन्होने कहा कि सरकार हर परिस्थिति से लडने व निपटने के लिए तैयार व सक्षम है।

क्वारंटीन व्यक्ति नियमों का पालन न करें, तो सख्ती से निपटें
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि क्वारंटीन किये गये व्यक्ति यदि क्वारंटीन के नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो उनसे सख्ती से पालन करवाया जाए। संक्रमण का दौर है सभी जनता अपनी जिम्मेदारियों को समझे व इस लडाई मे सहयोग करें।

सांसद ने प्रवासियों से की अपील
सांसद अजय भटट ने प्रवासियों से अपील की है कि वे क्वारंटीन के नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करें। उन्होने जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग व अन्य विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा इस आपदा दौर मे किये जा रहे कार्यो की सराहना की। उन्होने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता प्रत्येक आम नागरिक को बचाने की है।