औद्योगिक स्मार्ट सिटी, सेटेलाईट एम्स व हाईटेक बस अड्डा की सौगात देने पर सीएम का हुआ अभिनंदन

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अनुरोध पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किच्छा खुरपिया फार्म में औद्योगिक स्मार्ट सिटी व सेटेलाईट एम्स एवं हाइटेक बस अड्डा की सौगात देने पर किच्छा इन्दिरा गांधी खेल मैदान में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार एवं अभिनंदन समारोह आयोजित हुआ। अभिनंदन समारोह में मुख्यमंत्री धामी का विभिन्न संस्थाओं, संगठनों द्वारा पुष्पगुच्छों व पुष्प मालाओं से भव्य स्वागत किया गया।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री धामी ने विधानसभा किच्छा क्षेत्र में लगभग 8.5 किमी अटरियां सड़क निर्माण, पंतनगर विश्वविद्यालय में अम्बेडकर पार्क में बाबा साहेब डॉ0 भीम राव अम्बेडकर जी की आदम कद मूर्ति स्थापना, विभाजन विभिषिका के सेनानियों की स्मारक स्थापना, बण्डियां नमक फैक्ट्री के पास पुल निर्माण व दरऊ में अम्बेडकर पार्क का सौन्दर्यकरण की घोषणा की।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि किच्छा क्षेत्र में ऐतिहासिक विकास कार्य हुए है, जिनमे एम्स निर्माण, बस अड्डा निर्माण, औद्योगिक स्मार्ट सिटी का निर्माण होने जा रहा है जो भविष्य में मील का पत्थर साबित होगें। उन्होंने कहा कि पूरे देश में मात्र 12 नये औद्योगिक स्मार्ट पार्क बनने थे एक औद्योगिक स्मार्ट पार्क किच्छा में बनाया जा रहा है इसके लिए उन्होने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होने कहा कि किच्छा के पास पंतनगर में अंतरराष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट बनाया जा रहा है, जिससे क्षेत्र का स्वर्णिम विकास होगा। उन्होने कहा कि हमने 850 एकड़ भूमि एयरपोर्ट विस्तारीकरण के लिए हस्तगत कर दी है। अब शीघ्र ही एयरपोर्ट का कार्य प्रारम्भ होने जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले लगभग पांच दशकों से लंबित जमरानी बांध को भी स्वीकृति मिल गयी है। जो पेयजल व सिंचाई के लिए मील का पत्थर साबित होगा साथ ही गिरता हुआ भूजल भी बढेगा। उन्होंने कहा भारत सरकार द्वारा एचएमटी की भूमि राज्य सरकार को दी गयी है। अब राज्य सरकार एचएमटी की भूमि अन्य प्रयोजन के लिए भी उपयोग कर सकती है। उन्होने कहा कि प्रदेश को देश के मॉडल राज्य के रूप में विकसित किया जा रहा है जो पूरे देश के लिए नजीर बनेगा। हम देवभूमि के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक विकास की धारा पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रदेश में सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया है, जिसमे योग्यता, प्रतिभा और क्षमता होगी, उसे आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल में राज्य सरकार द्वारा 17 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां दी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम प्रदेश में कनेक्टिविटी, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने से लेकर विभिन्न योजनाओं के जरिए जन-जन का उत्थान सुनिश्चित करने तक, हर क्षेत्र में काम कर रहे हैं। औद्योगिकीकरण, पर्यटन और कृषि के क्षेत्र में विकास कर रोजगार सृजन और आर्थिक विकास को गति प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि लॉजिस्टिक नीति, स्टार्टअप नीति और सर्विस सेक्टर नीति सहित अनेक नई नीतियां लाकर हम नवाचार के साथ कार्य कर रहे हैं। हमारी सरकार जल, जंगल और ज़मीन के संरक्षण पर कार्य करते हुए इकोलॉजी और इकोनॉमी के बीच समन्वय के साथ आगे बढ़ रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण लागू करने का ऐतिहासिक कार्य भी किया है, उन्होंने कहा कि हमारी सरकार देवभूमि उत्तराखंड की डेमोग्राफी को बचाए रखने पर लगातार कार्य कर रही है। हमने सख्त धर्मान्तरण रोधी कानून लागू करने के साथ ही किच्छा में अवैध अतिक्रमण को हटाकर 270 एकड़ सरकारी जमीन को मुक्त करवाया है। इसके साथ ही प्रदेश में सुख, शांति और समानता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून, दंगा रोधी कानून और समान नागरिक संहिता लागू करने का ऐतिहासिक कार्य भी हमारी सरकार ने ही किये है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उधम सिंह नगर के खुरपिया में एक हजार एकड़ में एक इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी स्थापित की जा रही है जिससे अरबों का निवेश होगा तथा लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा। इससे क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।

कार्यक्रम में सांसद अजय भट्ट, विधायक शिव अरोरा, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, ब्लाक प्रमुख ममता जल्होत्रा, दर्जा मंत्री अनिल कपूर डब्बू, उत्तम दत्ता, राजपाल सिंह, खतीब अहमद, पूर्व विधायक डॉ0 प्रेम सिंह राणा, डॉ0 शैलेन्द्र मोहन सिंघल, निवर्तमान मेयर रामपाल सिंह, जिलाध्यक्ष कमल जिदंल, मंडलायुक्त दीपक रावत, जिलाधिकारी उदयराज सिंह, एसएसपी मणिकांत मिश्रा, सीडीओ मनीष कुमार उपस्थित थे।

शहीद खेमचंद डोरबी डिग्री कॉलेज में सात योजनाओं का हुआ लोकार्पण व शिलान्यास

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बेतालघाट, नैनीताल में शहीद खेमचन्द्र डोरबी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने 1486.75 लाख की कुल 07 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। जिसमें 691.06 लाख की 6 योजनाओं का लोकार्पण एवं 795.69 लाख की 1 योजनाओं का शिलान्यास शामिल हैं।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कई घोषणाएं की। जिसमें सुयालबाड़ी ओडाखान मोटर मार्ग के मध्य से 4 कि.मी. लंबे छीनी मटेला मोटर मार्ग के निर्माण की स्वीकृति, सुयालबाड़ी ओडाखान मोटर मार्ग के मध्य से सुयालबाड़ी गांव की ओर 2.5 कि.मी लंबे मोटर मार्ग का निर्माण, छीयोड़ी सुयालखेत मोटर मार्ग के मध्य से चाफा गॉव तक 2 किमी. लंबे मोटर मार्ग का निर्माण, विकासखण्ड बेतालघाट एवं कोटाबाग के नोनिया विनायक मोटर मार्ग से बिडारी पोखरधार मोटर मार्ग का मिलान एवं चौड़ीकरण कर हॉटमिक्स का कार्य, बेतालघाट दुर्गापुरी माता के मंदिर को मानसखण्ड परियोजना के अन्तर्गत स्वीकृति, सूखा मल्ली चुलिया गोल्जयू देवता मैतू मुकोटी मंदिर को मानसखण्ड परियोजना के अन्तर्गत स्वीकृति प्रदान करने, भवाली रामनगर एवं भीमताल नगर पालिका क्षेत्र में सीवर एवं ड्रेनेज प्लान, लेटीबुंगा एवं भीमताल में मिनी स्टेडियम की स्वीकृति, रामनगर-बेतालघाट टू लेन सडक मार्ग की तथा महाविद्यालय बेतालघाट में आडिटोरियम के निर्माण कार्य करने घोषणा शामिल है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शहीद खेम चंद्र डॉरबी के माता-पिता को शॉल ओढ़ाकर और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंने 11 महिलाओं को लखपति दीदी बनने, अमेल की सीएससी संचालिका पूजा रावत, कॉलेज के प्रधान सहायक दिनेश जोशी और हरतपा के सहायक अध्यापक प्रदीप बोरा को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि महज 20 साल की उम्र से ही सेना में भर्ती होकर देश की सेवा में अपना सर्वस्व समर्पित करने वाले खेम चन्द्र जी का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणादाई है। 50 राष्ट्रीय रायफल्स में तैनात खेम चन्द्र जी ने 2014 में जम्मू-कश्मीर में बाढ़ राहत कार्य के दौरान आतंकियों से लोहा लेते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। उन्हें मरणोपरांत महामहिम राष्ट्रपति द्वारा वीरता पदक से सम्मानित किया गया। उन्होने कहा जब किसी मनुष्य में शिक्षा और संस्कार दोनों का विकास होता है, तभी वह परिवार, समाज और देश का विकास कर सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने इस वर्ष के बजट में युवा शक्ति के हितों का विशेष ख्याल रखते हुए युवा कल्याण, खेल-कूद, उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा आदि पर 1700 करोड़ रूपए से अधिक खर्च करने का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा राज्य में बाहरी व्यक्तियों को आवंटित भूमि की भी जांच की जा रही है। भूमि जिस प्रयोजन के लिए ली गई है, उसका इस्तेमाल उसी प्रयोजन में हो इसकी जांच करवाई जा रही है। यदि उसका प्रयोग उसी प्रयोजन में नहीं मिलेगा तो भूमि सरकार में निहित की जाएगी। आगामी बजट सत्र तक भू कानून का कार्य भी पूर्ण हो जायेगा।

मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पण की गई योजनाओं में राजीव गांधी अभिनव विद्यालय बेतालघाट में 321.38 लाख से छात्रावास निर्माण, राजकीय आश्रम पद्धति उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बेतालघाट में 171.71 लाख से प्रथम तल पर छात्रावास एवं सीसी मार्ग का निर्माण एवं टाइप 2 के दो आवास और चहारदीवारी व दो पानी की टंकी व टॉयलेट्स का निर्माण, नैनीताल के सुनकिया में 75 लाख पेट्रोल डीजल रिफिलिंग सेंटर का निर्माण, राजकीय आदर्श इंटर कॉलेज बेतालघाट में 61.50 एक एक भौतिक एवम जीव विज्ञान प्रयोगशाला निर्माण, राजकीय इंटर कॉलेज जीतूवापीपल में 61.50 लाख की लागत से प्रयोगशाला निर्माण कार्य शामिल है।

मुख्यमंत्री द्वारा शिलान्यास की गई योजनाओं में 795.69 लाख की लागत से भीमताल बाईपास मोटर मार्ग के 1 से 3 किमी में डीवीएम एवम सीसी मार्ग सुधारीकरण और 150 मीटर नहर कवरिंग का कार्य शामिल है।

इस अवसर पर नैनीताल सांसद अजय भट्ट, नैनीताल विधायक सरिता आर्य, दर्जा मंत्री दिनेश आर्य, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, प्राचार्य डॉ विनय विद्यालंकार, सीडीओ अशोक पांडे, एडीएम फिंचा राम चौहान, प्राधिकरण सचिव विजय नाथ शुक्ला, एसडीएम प्रमोद कुमार, विपिन पंत एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

सीएम ने किसान मेले का शुभारंभ किया विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पं.गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर पहुँचकर 116वां अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण किया और हरेला उद्यान का वर्चुअल शुभारम्भ भी किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विभिन्न जनपदों से आये प्रगतिशील कृषकों को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 116वां किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी की बधाई देते हुए कहा कि भारत में हरित क्रांति के अग्रदूत के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में आकर उन्हें हर्ष का अनुभव हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के किसान मेले प्रदेश के किसान भाईयों की उन्नति में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि इस प्रकार के कृषि मेलों के माध्यम से वैज्ञानिक, किसान एवं उद्यमी एक ही स्थान पर कृषि सम्बन्धी नवीनतम तकनीकों तथा विभिन्न जानकारियों का आदान-प्रदान कर सकते हैं। किसानों को उन्नत बीज, पौध, कृषि यंत्र और जैविक खाद सहित कृषि से जुड़ी सभी आवश्यक वस्तुएं एक ही स्थान पर मिल जाती हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस मेले में उपलब्ध कराई जा रही तकनीकी जानकारियों से हमारे किसान अवश्य लाभान्वित होंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला यह मेला वास्तव में कृषि का एक ऐसा कुंभ है, जो किसानों को आधुनिक तकनीकी का बोध कराकर उन्हें समृद्ध बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के किसानों को कुशल, समृद्ध और आधुनिक सुख-सुविधा युक्त बनाने के लिए व्यापक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। आज एक ओर उपज बढ़ाने के लिए तकनीकी के प्रयोग और नवाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर मोदी सरकार द्वारा किसानों को सभी प्रमुख फसलों पर बढ़ी हुई एम.एस.पी देकर किसानों की आय में बढ़ोत्तरी सुनिश्चित की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के प्रति मोदी जी की प्रतिबद्धता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस बार जब उन्होंने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली तो सबसे पहले उन्होंने किसान भाईयों को किसान सम्मान निधि आवंटित करने वाली फाइल पर हस्ताक्षर किए। किसान सम्मान निधि की योजना के जरिए आज उत्तराखंड के भी लगभग 8 लाख से अधिक किसानों को आर्थिक संबल मिल रहा है, इतना ही नहीं, मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने पिछले दिनों किसान भाईयों का जीवन स्तर बेहतर करने और उनकी आय बढ़ाने के उद्देश्य से करीब 14 हज़ार करोड़ रुपये की लागत वाली कुल सात नई योजनाओं को भी मंजूरी दी है। जिन योजनाओं से किसानों को बड़े पैमाने पर लाभ मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से राज्य सरकार भी प्रदेश के किसानों के उत्थान एवं समृद्धि हेतु संकल्पित होकर निरंतर कार्य कर रही है। वर्तमान में प्रदेश में किसानों को तीन लाख रुपए तक का ऋण बिना ब्याज के दिया जा रहा है तथा किसानों को कृषि उपकरण उपलब्ध कराने के उद्देश्य “फार्म मशीनरी बैंक“ योजना के जरिये कृषि उपकरण खरीदने के लिए 80 फीसदी तक की सब्सिडी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि गेहूं खरीद पर कृषकों को प्रति क्विंटल 20 रू. का बोनस दिया जा रहा है, गन्ने के रेट में भी 20 रूपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों के लिए नहर से सिंचाई को बिल्कुल मुफ्त कर दिया गया है। चाय बागान धौलादेवी, मुन्स्यारी और बेतालघाट को जैविक चाय बागान के रूप में परिवर्तित किया जा रहा है। सगंध खेती को बढ़ावा देने के लिए 6 एरोमा वैली विकसित करने पर कार्य किये जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार के बजट में 200 करोड़ रूपए का प्रावधान विशेष रूप से पॉलीहाउस निर्माण के लिए किया है, जिससे किसानों की आय बढ़ने के साथ ही रोजगार के साधन भी बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में वर्षा आधारित खेती को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए लगभग 1000 करोड़ रुपये की लागत से “उत्तराखंड क्लाइमेट रिस्पॉन्सिव रेन-फेड फार्मिंग प्रोजेक्ट“ भी स्वीकृत किया गया है। फलों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए भी सरकार विभिन्न स्तर पर काम कर रही है, जिसके अंतर्गत सेब और कीवी का उत्पादन व्यापक स्तर पर बढ़ाने के उद्देश्य से राज्य में एप्पल और कीवी मिशन की शुरुआत की गई है। एप्पल मिशन के अंतर्गत सेब के बागान लगाने वाले किसानों को 80 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है। कीवी के बगीचे स्थापित करने में भी सरकार हर संभव मदद कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पं.गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय “उन्नत कृषि-समृद्ध किसान“ के संकल्प को साकार करने के लिए निरंतर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि यहां पर विकसित की गई फसलों, सब्जियों एवं फलों की विभिन्न प्रजातियां और अनेक उन्नत कृषि तकनीकें ना सिर्फ उत्तराखंड बल्कि पूरे देश के किसानों को फायदा पहुंचा रही हैं। आज आयोजित हो रहा यह किसान मेला निश्चित रूप से किसान भाईयों के उत्थान में अहम योगदान देगा।

पं.गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान ने सभी अतिथियों व किसानों का स्वागत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश विकास की ओर अग्रसर है तथा प्रदेश की जीडीपी भी तेजी से बढ़ी है। उन्होंने पंतनगर विश्वविद्यालय की प्रगति की जानकारी देते हुए कहा कि पूरे देश में दलहन की 28 बीज स्वीकृत हुए हैं जिसमें से 10 बीज पंतनगर विश्वविद्यालय के खाते में आये हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ग्लोबल बनने जा रहा है विगत दो वर्षों में विश्वविद्यालय द्वारा 7 एमओयू अंतरराष्ट्रीय स्तर के हुए हैं तथा विश्वविद्यालय द्वारा 300 कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये गए हैं तथा ड्रोन व एआई तकनीक (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) पर भी विश्वविद्यालय द्वारा कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बद्री गाय का क्लोन भी विश्वविद्यालय द्वारा तैयार किया जा रहा है।

इस अवसर पर विधायक शिव अरोड़ा, तिलक राज बेहड़, राज्य मंत्री अनिल कपूर डब्बू, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, जिलाध्यक्ष भाजपा कमल जिंदल, गुंजन सुखीजा, जिला महामंत्री भाजपा अमित नारंग, प्रदेश मंत्री विकास शर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष विवेक सक्सेना, उप महानिदेशक यूएस गौतम, मंडलायुक्त दीपक रावत, जिलाधिकारी उदय राज सिंह, एसएसपी मणिकांत मिश्र, मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, संयुक्त मजिस्ट्रेट आशिमा गोयल, एसपी सिटी मनोज कत्याल सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण व किसान आदि उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना के प्रति भी तेजी से बढ़ रही लोगों की रुचि

सचिव डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम ने बताया है कि मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना की गाइडलाइन में संशोधन के बाद इस योजना के प्रति लोगों की तेजी से रूचि बढ़ी। अभी इस योजना के तहत 174 मेगावाट की परियोजनाओं पर कार्य गतिमान हैं। इस योजना के तहत टिहरी, उत्तरकाशी और चम्पावत जिला में काफी अच्छा कार्य हो रहा है। मोरी तहसील के कुकरेड़ा गांव में सोलर के साथ अदरक की खेती का कार्य भी हो रहा है। एक ही भूमि का दो तरीके से सदुपयोग किया जा रहा है।

सचिव डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम ने कहा कि प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत राज्य में आवेदनों के डिस्पोजल रेट के हिसाब से उत्तराखण्ड देश में पहले नम्बर पर है। इस योजना में भी राज्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। राज्य सरकार द्वारा भी इस योजना के तहत सब्सिडी दी जा रही है। आगामी दो-तीन साल में राज्य के सभी शासकीय भवनों में सोलर रूफ टॉप लगाये जायेंगे।

उन्होंने बताया कि राज्य में स्मॉल हाइड्रो पावर पॉलिसी भी संशोधित की गई है, इसके तहत छह प्रोजेक्ट में निविदा की जा चुकी है। इसके अतिरिक्त कुल 19 प्रोजेक्ट और पाइपलाइन में हैं। उन्होंने बताया कि इन्वेस्टर समिट के दौरान भी स्मॉल हाइड्रो प्रोजेक्ट को लेकर कंपनियों ने रुचि दिखाई गई है।

राज्य में पंप्ड स्टोरेज प्लांट पॉलिसी भी बनाई गई है। इसमें इन्वेस्टर समिट के अंतर्गत दिल्ली में हुए रोड शो में जेएसडब्लू ग्रुप ने अपनी रूचि दिखाई थी। कंपनी ने उस समय 15 हजार करोड़ का एमओयू हस्ताक्षरित किया था जिसमें से 8 हजार करोड़ के इन्वेस्टमेंट प्रपोजल की फ़ाइल स्वीकृति हो चुकी है और बहुत ही जल्द उसके अलॉटमेंट आर्डर एक समारोह में प्रदान किए जाएंगे। यह प्रोजेक्ट अल्मोड़ा में प्रस्तावित है। इसके अलावा अन्य कंपनियों ने भी पंपड स्टोरेज प्लांट में अपनी रुचि दर्शायी है।
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प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना और मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना, राज्य में ऊर्जा उत्पादन के साथ-साथ स्वरोजगार के अवसरों को बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। सौर ऊर्जा के माध्यम से न केवल राज्य के दूर-दराज के क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी, बल्कि युवाओं और ग्रामीणों को अपने गांवों में रोजगार के अवसर भी मिल रहे हैं। यह पहल स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए भी महत्वपूर्ण है।

– पुष्कर सिंह धामी
मुख्यमंत्री, उत्तराखंड

आपदा प्रभावितों को राहत राशि वितरित किए जाने में ना हो किसी भी प्रकार की देरीः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक दिवसीय भ्रमण पर जनपद चंपावत पहुंचे। उन्होंने जनपद के आपदा प्रभावित क्षेत्र सरयू घाटी,काली घाटी, पंचेश्वर घाटी, रौसाल तथा तामली आदि विभिन्न क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके पश्चात् एनएचपीसी गेस्ट हाउस, बनबसा में जनपद के अधिकारियों के साथ बैठक कर मुख्यमंत्री ने अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों तथा अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में जन जीवन सामान्य बनाने तथा पुनर्निर्माण कार्यों की अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली।

इससे पूर्व मुख्यमंत्री जनता से मिले और उनकी समस्याएं सुनी इस दौरान जनता द्वारा मुख्यमंत्री को विभिन्न समस्याओं से संबंधित ज्ञापन दिया गया। मुख्यमंत्री ने जनता को उनकी हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने जनपद में आपदा से क्षतिग्रस्त हुए सड़क मार्गों एवं पुलों को ठीक करने हेतु किए जा रहे कार्यों की भी विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित क्षेत्रों में व्यवस्थाएं सामान्य बनाने हेतु आवश्यक कदम उठाए जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि क्षतिग्रस्त मार्गों, पेयजल एवं विद्युत लाइनों को यथाशीघ्र बहाल किया जाए। तथा वैकल्पिक तौर पर उरेडा द्वारा सौर ऊर्जा से विद्युत व्यवस्था की जाए।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए की जनपद के प्रत्येक आपदा प्रभावित को हर संभव मदद दी जाए। जिन प्रभावितों को आपदा राहत राशि वितरित की जानी है तत्काल राहत राशि वितरित की जाए। जनपद में पुनर्निर्माण कार्यों सहित जनपद के विभिन्न व्यवस्थाओं को शीघ्र सामान्य कराएं और जनपद में बंद पड़ी सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर यातायात हेतु सुचारु किया जाए। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आपदा ग्रसित क्षेत्रों में स्वयं जाकर स्थलीय निरीक्षण करने तथा वहां प्रभावितों को उचित सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनता को किसी भी प्रकार की समस्या ना हो इस बात को सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आपदा से हुए नुकसान तथा राहत कार्यों की प्रगति की जानकारी लेने के साथ ही क्षेत्र में आपदा प्रभावितों से बात कर उनकी समस्याओ व मांगों को भी सुने और जनता की समस्याओ का प्राथमिकता से समाधान करें। उन्होंने आपदा राहत के कार्यों को तत्परता तथा समयबद्धता के साथ पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावितों में राहत राशि वितरित करने के साथ ही पुनर्निर्माण के कार्यों में युद्ध स्तर पर कार्य किया जाए। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को कहा कि जनपद में जो भी नुकसान हुआ है प्रत्येक विभाग द्वारा आकलन करते हुए प्रस्ताव शीघ्र शासन को भी भेजें।

बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा सड़क निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, ऊर्जा, खाद्यान्न, स्वास्थ्य, पेयजल आदि विभागों से किए गए कार्यों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तराखंड राज्य में साल भर किसी न किसी रूप में आपदा से काफी नुकसान होता था उसके मध्यनजर माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुरोध किया गया, उनके द्वारा राज्य को 200 गुना अधिक धनराशि आपदा में बढ़ाई गई जिससे पुननिर्माण आदि के कार्य तत्काल किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा लोगों को तत्काल राहत राशि प्रदान कर मदद करना सरकार की प्रथम प्राथमिकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि आपदा के बाद राहत कार्यों के पश्चात् अब प्रथम प्रयास पुनर्निर्माण के कार्यों में होना चाहिए। इस दौरान उन्होंने तल्लादेश, मंच, तामली सहित टनकपुर, बनबसा क्षेत्र में हुए नुकसान से स्थानीय लोगों द्वारा अवगत कराया गया। मुख्यमंत्री ने शारदा नदी, हड्डी नदी एवं किरोड़ा नाला से हो रहे नुकसान के स्थाई समाधान हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश जिलाधिकारी व सिंचाई विभाग को दिए। मुख्यमंत्री ने कहा बनबसा में नेपाल को बन रहे ड्राई पोर्ट में जल भराव की समस्या के समाधान हेतु एनएचएआई के अधिकारियों को निर्देश दिए की समस्या का स्थाई जिम्मेदारी से समाधान करें। साथ ही उन्होंने नेपाल को जोड़ने वाले उक्त सड़क से स्थानीय गांव को भी कनेक्टिविटी से जोड़ने के निर्देश दिए।

इस दौरान उपस्थित जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रशासन द्वारा तत्काल एवं तत्परता से राहत एवं बचाव कार्यों के साथ-साथ आपदा ग्रसित क्षेत्र के लिए किया जा रहे कार्यों की सराहना की गई।

बैठक में जिलाधिकारी नवनीत पांडे द्वारा मुख्यमंत्री को जनपद में हुई क्षति के संबंध में जानकारी देते हुए अवगत कराया की विगत दिनों हुई भारी बारिश से जिले के विभिन्न मुख्य एवं ग्रामीण सड़क मार्ग जो बंद हो गए थे उन्हें खोलकर यातायात हेतु सुचारु किया गया है तथा जो मार्ग अभी भी बंद हैं उन पर कार्य निरंतर गतिमान हैं। साथ ही आपदा ग्रसित क्षेत्र में ग्रामीणों को खाद्यान्न किट जिसमें आवश्यक खाद्यान्न सामग्री के अतिरिक्त गैस सिलेंडर, आवश्यक रोजमर्रा की वस्तुओं को शामिल कर वितरित किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने बताया की जनपद की सभी सस्ता गल्ला दुकानों में अक्टूबर तक का खाद्यान्न स्टॉक रखकर उपभोक्ताओं को वितरित किया जा रहा है। साथ ही आपदा प्रभावित गांवों के सभी सस्ता गल्ला की दुकानों में खाद्यान्न पैकेट के स्टॉक भी पर्याप्त संख्या में रखे गए हैं ताकि आवश्यकता पड़ने पर जरूरतमंद व आपदा प्रभावितों में वितरित किया जा सके। जिलाधिकारी ने बताया कि जिले के दूरस्थ क्षेत्र जहां बड़े वाहनों के माध्यम से रसोई गैस वितरण नहीं हो पा रहे हैं, वहां छोटे वाहनों आदि के माध्यम से रसोई गैस नियमित रूप से वितरित किए जा रहे हैं।

बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में 23 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद है जिनमें यतायात सुचारु किये जाने हेतु निरंतर कार्य गतिमान है। राष्ट्रीय राजमार्ग- 09 पूर्ण सुरक्षा व्यवस्था के साथ यातायात हेतु सुचारु किया गया है। इसके अतिरिक्त जनपद अंतर्गत पेयजल निगम की 77 अवरुद्ध पेयजल योजना में से 52 पेयजल योजनाओं को तथा जल संस्थान की 136 में से 123 पेयजल योजनाओं को सुचारु किया गया है। तथा जिन क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था अवरुद्ध है उन क्षेत्रों में पिकअप तथा टैंकरों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति कराई जा रही है।

विद्युत विभाग द्वारा 17 ग्रामों/कस्बों में बाधित विद्युत् व्यवस्था में से 11 ग्रामों/कस्बों में विद्युत् व्यवस्था सुचारू की गई है तथा शेष में निरंतर कार्य किया जा रहा है। तथा वहां वैकल्पिक रूप से उरेडा के माध्यम से सौर ऊर्जा स्थापित की गई है।

जनपद में विगत दिनों आपदा से हुई क्षति में अब तक प्रभावितों को कुल 01 करोड़ 34 लाख 79 हजार 954 रुपए की राहत राशि का वितरण किया गया है।

जनपद में आपदा ग्रसित 50 परिवारों को 2.50 लाख (2 लाख 50 हजार )की अहैतुक सहायता राशि प्रदान की गई है। इसके अतिरिक्त जनपद में विगत दिनों हुई अतिवृष्टि से 03 जनहानि के अतिरिक्त 35 पशु हानि हुई जिसमें पशुपालकों को 12 लाख की धनराशि वितरित की गई है तथा जनपद में कुल 41 मकान (21 पूर्ण तथा 20 तीक्ष्ण) क्षतिग्रस्त हुए हैं। जिस हेतु प्रभावितों को 62 लाख की धनराशि वितरित की गई। जनपद में 294 परिवारों को फसलों की क्षति हेतु 7 लाख 34 हजार 454 रुपए की धनराशि वितरित की गई है। इसके अलावा जनपद में आपदा ग्रसित क्षेत्र के लिए तैनात की गई टीमों द्वारा लगातार आपदा ग्रसित क्षेत्र में जाकर हुई क्षति का आंकलन किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त जनपद में पुनर्निर्माण के कार्य प्रारंभ किये जा चुके हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में जो मार्ग बंद है तथा अन्य हुए नुकसान का आकलन कर मनरेगा अंतर्गत प्रस्ताव तैयार कर कार्य कराए जा रहे हैं।

बैठक में मा0 विधायक लोहाघाट खुशाल सिंह अधिकारी, विधायक प्रतिनिधि चंपावत प्रकाश तिवारी तथा विधायक प्रतिनिधि टनकपुर दीपक रजवार, भाजपा महामंत्री मुकेश कलखुड़िया, रोहिताश अग्रवाल, अपर पुलिस अधीक्षक नैनीताल हरवंश सिंह मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग एमसी पलडिया, अधिशासी अभियंता जल संस्थान बिलाल युनुस, जल निगम, अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग, विद्युत विभाग, जिला पूर्ति अधिकारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

मां नंदा सुनंदा महोत्सव को सीएम ने किया वर्चुअल संबोधित

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल माध्यम से नैनीताल में आयोजित माँ नन्दा-सुनन्दा महोत्सव-2024 के शुभारंभ अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी को नन्दा महोत्सव-2024 की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि माँ नन्दा-सुनन्दा सभी श्रद्धालुओं एवं प्रदेशवासियों की मनोकामनाओं को पूर्ण करें तथा सदैव कृपा बनाये रखें। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि पारंपरिक मेले हमें हमारी संस्कृति के साथ अपनी जड़ों से जोड़ने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश के पौराणिक मेलों का संरक्षण करते हुए नए आयामों को जोड़कर भव्यता प्रदान कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार धार्मिक आस्था का सम्मान करते हुए विकास कर रही है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ की भूमि से कहा था कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा। जिस पर राज्य सरकार निरंतर कार्य कर रही है।

नैनीताल के कालाढूंगी के तहत पनचक्की चौराहे से कमलुवागांजा तक नहर कवरिंग के निर्माण कार्य को मिली स्वीकृति

मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने नैनीताल के कालाढूंगी के तहत पनचक्की चौराहे से कमलुवागांजा तक 8.2 कि0मी0 लम्बी नहर कवरिंग के निर्माण कार्य के प्रस्ताव को सचिवालय में आयोजित व्यय वित्त समिति की बैठक में अनुमोदन दिया। इस नहर के कवरिंग व सुदृढ़ीकरण से मार्ग की चौड़ाई बढ़ने से चौफला, कठघरिया, कमलुवागांजा, घुनी, भगवानपुर एवं रामणी की आबादी लाभान्वित होगी। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने इस योजना को निर्माण की गुणवत्ता बनाए रखते हुए समयबद्धता से पूरा करने के निर्देश दिए हैं। योजना के निर्माण की अवधि 12 माह प्रस्तावित की गयी है। योजना की लागत 1245.64 लाख रूपये है। मुख्य सचिव ने योजना के निर्माण के दौरान ग्राउण्ड वाटर रिचार्ज व पौधारोपण पर विशेष रूप से ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।

सीएस रतूड़ी ने कहा कि कॉलटैक्स-पनचक्की से लेकर चौफुला-कठघरिया तक नहर कवरिंग एवं मार्ग का चौड़ीकरण करने से यह मार्ग एक 2 लेन बाईपास के रूप में कार्य करेगा। जिसके फलस्वरूप नैनीताल से दिल्ली/देहरादून वाया बाजपुर/रामनगर, कॉर्बेट नेशनल पार्क को आने जाने वाले यात्रियों के लिए यह उपयोगी सिद्ध होगा। इससे हल्द्वानी शहर के यातायात घनत्व को कम किया जा सकता है।

बैठक में सचिव पंकज कुमार पाण्डेय, अपर सचिव डा0 अहमद इकबाल, विनीत कुमार सहित लोक निर्माण विभाग एवं सिंचाई विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

राज्य आंदोलनकारियों के सपनो के अनुरूप विकसित उत्तराखंड बनाना हमारा लक्ष्यः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा स्थित शहीद स्थल पर शहीदों की मूर्तियों पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की और शहीदों के परिजनों को शॉल भेंट कर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य आन्दोलनकारियों के सपनों के अनुरूप विकसित उत्तराखण्ड बनाना हमारा लक्ष्य है। हमारे बेहतर भविष्य के लिये इन महान आत्माओं ने अपना वर्तमान और भविष्य दोनों कुर्बान किया है, उत्तराखण्ड की जनता इन वीरों की सदैव ऋणी रहेगी। उन्होंने कहा कि इन महान लोगों ने स्वयं का बलिदान इसलिए दिया था कि उत्तराखंड अलग राज्य बनकर ही सच्चे अर्थों में उनके सपनों को पूरा कर सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वे स्वयं एक आंदोलनकारी होने के नाते आंदोलनकारियों के परिवार की पीड़ा समझ सकते है। खटीमा गोलीकांड को याद कर आज भी खटीमा वासियों सहित पूरे उत्तरखण्ड के लोगों का दिल सहम जाता है। पृथक राज्य निर्माण के लिए सबसे पहली शहादत खटीमा की धरती पर दी गई थी और इस शहादत के फलस्वरूप हम पृथक राज्य के रूप में अपनी अलग पहचान बना पाएं हैं, जो खटीमावासियों के लिए गर्व की बात है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा एक-एक पल राज्य आंदोलनकारियों के सपनों का उत्तराखंड बनाने के लिए समर्पित है। देवभूमि के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक विकास की धारा पहुंचाने के लिए भी हम प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया है, जिसमे अब युवाओं की योग्यता, प्रतिभा और क्षमता को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता।

मुख्यमंत्री ने खटीमा गोलीकांड की 30वीं बरसी पर अपना बलिदान देने वाले उत्तराखंड के महान सपूत स्व. भगवान सिंह सिरौला, स्व. प्रताप सिंह , स्व. रामपाल, स्व. सलीम अहमद, स्व. गोपीचंद, स्व. धर्मानन्द भट्ट तथा स्व. परमजीत सिंह को नमन करते हुए कहा कि 1 सितंबर, 1994 को हुए खटीमा गोलीकांड का दर्द हम कभी नहीं भूल सकते है। वे सभी उत्तराखंड का विकास और उत्थान चाहते थे, विश्वास था कि उत्तराखंड अलग राज्य बनकर ही सच्चे अर्थों में उनके सपनों को पूरा कर सकता है। इन महान आत्माओं के बलिदान और उनके त्याग को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम सभी मिलकर उनके सपनों का उत्तराखंड बनाएं। हमारी सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ राज्य आंदोलनकारियों के आदर्शों और उनके सपनों को साकार करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हमारा एक-एक पल राज्य आंदोलनकारियों के सपनों का उत्तराखंड बनाने के लिए समर्पित है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम प्रदेश में कनेक्टिविटी, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन की अवस्थापना सुविधाओं को मजबूत करने से लेकर विभिन्न योजनाओं के जरिए जन-जन का उत्थान सुनिश्चित करने के लिए हर क्षेत्र में काम कर रहे हैं। औद्योगिकीकरण, पर्यटन और कृषि के क्षेत्र में विकास कर रोजगार सृजन और आर्थिक विकास को गति प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि लॉजिस्टिक नीति, स्टार्टअप नीति और सर्विस सेक्टर नीति सहित अनेक नई नीतियां लाकर हम नवाचार के साथ कार्य कर रहे हैं। हमारी सरकार जल, जंगल और ज़मीन के संरक्षण पर कार्य करते हुए इकोलॉजी और इकोनॉमी के बीच समन्वय के साथ आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने राज्य आंदोलनकारियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए राज्य आंदोलनकारियों और उनके आश्रितों हेतु 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण भी लागू किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य आन्दोलन में नारी शक्ति की भी बड़ी भूमिका रही है। नारीशक्ति को नमन करते हुए हमारी सरकार ने महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण’ लागू करने का ऐतिहासिक कार्य भी किया है, वहीं दूसरी ओर, शहीद आंदोलनकारियों के परिवारों को प्रतिमाह 3000 रूपए पेंशन भी दी जा रही है। जबकि जेल गए, घायल और सक्रिय आंदोलनकारियों को क्रमशः 6000 और 4500 रूपए प्रतिमाह पेंशन दी जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों के अधिकतम दो बच्चों को स्कूलों और कॉलेजों में निःशुल्क शिक्षा, सरकारी बसों में निःशुल्क यात्रा और उनके आश्रितों को पेंशन की सुविधा भी प्रदान की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पृथक राज्य की परिकल्पना में हमारे प्रदेश की डेमोग्राफी संरक्षित रखने की चिंता भी शामिल थी। हमारी सरकार देवभूमि उत्तराखंड की डेमोग्राफी को बचाए रखने पर लगातार कार्य कर रही है। हमने सख्त धर्मान्तरण विरोधी कानून लागू करने के साथ ही अवैध अतिक्रमण को हटाकर 5000 एकड़ सरकारी जमीन को लैंड जिहाद से मुक्त करवाया है। इसके साथ ही प्रदेश में सुख, शांति और समानता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से दंगा रोधी कानून और समान नागरिक संहिता लागू करने का ऐतिहासिक कार्य भी हमारी सरकार ने ही किया है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष नीति आयोग द्वारा जारी सतत् विकास लक्ष्य की रैंकिंग में उत्तराखंड को पूरे देश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है जो राज्य के विकास के प्रति हमारे प्रयासों को दर्शाता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश में नई कार्य संस्कृति विकसित हुई है, विकास के नए आयाम स्थापित हुए है। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से शीघ्र ही ऊधमसिंह नगर के खुरपिया में एक इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी स्थापित की जाएगी जिससे इस क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने पिछले तीन वर्षों में 16 हजार से अधिक युवाओं को नौकरियां दी है। आपदा प्रबंधन के तहत 25 करोड़ की धनराशि आपदा प्रभावितों की सहायता हेतु जनपद को जारी की गई है, अबतक 12 करोड़ 68 लाख रूपये की धनराशि आपदा प्रभावितों को वितरित की जा चुकी है। उन्होंने आपदा निर्माण मानकों के कार्यों में शिथिलिकरण व धनराशि बढ़ाये जाने के लिए प्रधानमंत्री व ग्रहमंत्री का आभार भी व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों के सपनों का उत्तराखंड बनाने के लिए “विकल्प रहित संकल्प“ के अपने मूल मंत्र के साथ प्रदेश की उन्नति के लिए कार्य करने के लिए हम निरंतर प्रयासरत है।

कार्यक्रम में सांसद अजय भट्ट ने सभी शहीदों एवं आन्दोलनकारियों को नमन करते हुए आंदोलनकारियों को 10 प्रतिशत के क्षैतिज आरक्षण के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व उत्तराखंड सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि शहीद आंदोलनकारी किसी परिवार का नहीं बल्कि राज्य एवं देश की अनमोल धरोहर हैं।

कार्यक्रम में विधायक गोपाल सिंह राणा, शिव अरोड़ा, भुवन कापड़ी,भाजपा जिलाध्क्ष कमल जिन्दल, उत्तराखंड मंडी अध्यक्ष अनिल कपूर डब्बू, दर्जा मंत्री उत्तम दत्ता,राजपाल सिंह,पूर्व सांसद महेंद्र सिंह पाल,मण्डी अध्यक्ष नन्दन सिंह खड़ायत,काशी सिंह ऐरी ,दान सिंह रावत,रमेश जोशी उर्फ रामू भाई, संतोष अग्रवाल, विवेक सक्सेना,जिलाधिकारी उदयराज सिंह, एसएसपी मन्जूनाथ टीसी, मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी ,पंकज उपाध्याय, उप जिलाधिकारी रवीन्द्र सिंह बिष्ट, सहित क्षेत्रीय जनता आदि उपस्थित थी।

चंपावत में सीटी स्कैन के लिए मरीजों को नहीं जाना पड़ेगा बाहर

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिला अस्पताल चंपावत में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए 5 करोड़ 18 लाख 68 हजार रुपये की धनराशि से स्थापित सिटी स्कैन मशीन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने जिला अस्पताल में मरीजों से मिलकर उनका हाल जाना एवं जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। साथ ही मरीजों को बेहतर से बेहतर ईलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आदर्श जनपद बनने की ओर जिला चंपावत तेजी से बढ़ रहा है। जनपद में विकास कार्यों के साथ-साथ लोगों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। जनपद में सीटी स्कैन मशीन की सुविधा से जहां एक ओर मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया होंगी वही आदर्श जनपद चंपावत की परिकल्पना भी एक कदम और अग्रसित होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद में लगातार स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोतरी हो रही है। जिला अस्पताल लगातार आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित अस्पताल बन रहा है। सीटी स्कैन मशीन संचालित होने के बाद जनपद के मरीजों को बाहरी जनपदों के अस्पतालों की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। मरीजों को सिटी स्कैन की सुविधा अपने ही जिले में प्राप्त होगी। उन्होंने कहा की जिला अस्पताल में लगातार विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की गई है तथा जिन चिकित्सकों/विशेषज्ञों की तैनाती नहीं हुई है, उनकी भी शीघ्र तैनाती की जाएगी। जिससे यहां आने वाले मरीजों को बेहतर उपचार के लिए कहीं अन्यंत्र नहीं जाना पड़ेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि लोगों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा जनपद में क्रिटिकल केयर यूनिट का भी निर्माण कराया जा रहा है जो शीघ्र ही पूर्ण हो जाएगा। उन्होंने कहा अस्पताल में बुनियादी सुविधाओं के विस्तार होने से क्षेत्र में पलायन रुकेगा एवं सीमांत क्षेत्र को इसका लाभ मिलेगा।

इस मौके पर अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय, भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल महारा, विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी, जिलाधिकारी नवनीत पांडे, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश चौहान एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

चंपावत में सीएम ने जानी वरिष्ठजनों व नागरिकों की समस्याएं

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गोरलचौड़ मार्ग चंपावत में स्थित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए वरिष्ठजन एवं जनमानस से भेंटवार्ता कर उनसे संवाद किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के निरीक्षक भवन, चंपावत के प्रथम तल पर सभागार तथा कक्ष/गार्ड रूम निर्माण कार्य का लोकार्पण भी किया।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने बड़ी संख्या में आए स्थानीय लोगों से मुलाकात कर लोगों की समस्याएं सुनी एवं समस्याओें के त्वरित समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी यह बात सुनिश्चित कर लें कि आमजन को अपनी समस्याओं को लेकर बेवजह भटकना न पड़े। जनता की सेवा ही हम सभी का प्रथम कर्तव्य है। सरलीकरण, समाधान निस्तारण राज्य सरकार का मूल मंत्र है, जिसका आभास जन-जन को होना चाहिए।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सामाजिक संरचना को मजबूत आधार देने के लिए वरिष्ठजनों के अनुभवों का उपयोग किया जाना आवश्यक है। आदर्श जनपद की परिकल्पना भी तभी साकार होगी जब वरिष्ठजनों के अनुभव इसमें साझा होंगे। वरिष्ठजन, अपने जीवन में अनुभवों का खजाना संजोए रखते हैं। जो जीवन के हर पहलू को देख चुके होते हैं, हर परिस्थिति का सामना कर चुके होते हैं। उनके पास समस्याओं का समाधान खोजने की एक अनोखी क्षमता होती है, जो युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकती है।

मुख्यमंत्री ने कहा वरिष्ठ जनों के अनुभव इसलिए भी जानने-सुनने जरूरी हैं, ताकि हम अपनी जड़ों से जुड़े रह सकें। यह युवाओं के लिए जरूरत भी है और समाज के लिए बड़ी अहमियत भी। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास कार्य और हर वर्ग और गांव के अंतिम छोर तक योजनाओं का लाभ देना सरकार की प्राथमिकता है। सरकार द्वारा आदर्श उत्तराखंड एवं चंपावत को आदर्श जिला बनाने के लिए निरंतर कार्य किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा अनेक सेवाएं ऑनलाइन दी जा रही हैं, सभी विभागों की कल्याणकारी नीतियों व योजनाओं को ऑनलाइन मोड पर लाया गया है। इस कारण अब लोगों को सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ते हैं। अब लोगों को सरकारी योजनाओं व कार्यक्रमों का घर बैठे सीधा लाभ मिल रहा है। हमारा उद्देश्य है कि राज्य के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को भी सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त हो।

मुख्यमंत्री ने कहा शासन एवं प्रशासन आमजन की समस्याओं को पूर्ण गंभीरता से लेती है। जनहित से जुड़े कार्यों में किसी तरह की भी लापरवाही होने पर संबंधित अधिकारियों एवं विभागों की जवाबदेही तय की जा रही है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य सरकार निरंतर उत्तराखंड को आगे ले जाने के लिए कार्य कर रही है।

इस दौरान अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय, दर्जा राज्य मंत्री गणेश भंडारी, क्षेत्र प्रमुख चंपावत रेखा देवी, लोहाघाट नेहा ढेक, बाराकोट विनीता फर्त्याल, पाटी सुमनलता भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल माहरा, विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी, दीपक रजवार जिलाधिकारी नवनीत पांडे, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, मुख्य विकास अधिकारी, संजय कुमार सिंह, एडीएम हेमंत कुमार वर्मा, सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि गणमान्य नागरिक एवं अन्य लोग मौजूद रहे।