जेपी नड्डा और बलूनी के जन्मदिन पर किया गंगा में दुग्धाभिषेक

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी जी का भाजपा कार्यकर्ताओं ने क्षेत्रीय विधायक व कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल की मौजूदगी में जन्मदिन मनाया। इस मौके पर माँ गंगा में दुग्धाभिषेक कर उनके दीर्घायु जीवन की कामना की गई। साथ ही मिष्ठान खिलाकर एक-दूसरे को बधाई दी गयी।

साईं घाट स्थित गंगा तट पर एकत्र कार्यकताओं को सम्बोधित कर मंत्री डॉ अग्रवाल ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी के कुशल और प्रेरक नेतृत्व में पार्टी निरंतर नई ऊंचाइयों को छू रही है। वह कार्यकर्ताओं से मिलकर उनकी राय लेते है, यही उनकी खासियत है।

डॉ अग्रवाल ने राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी श्री अनिल बलूनी जी को भी जन्मदिन पर बधाई दी। कहा कि अनिल बलूनी जी का मार्गदर्शन सदैव उत्तराखंड को मिलता है, उनका मार्गदर्शन से राज्य को अनेक सौगातें मिली हैं।

इस मौके पर मंत्री डॉ अग्रवाल ने माँ गंगा से श्री नड्डा और श्री बलूनी जी के सदा स्वस्थ और दीर्घायु रहने की भी कामना की। इस मौके पर जिलाध्यक्ष रविन्द्र राणा, मंडल अध्यक्ष सुमित पंवार सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने भी अपने विचार रखे।

इस अवसर पर जिला अध्यक्ष रविंद्र राणा, मंडल अध्यक्ष सुमित पंवार, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष कविता शाह, मडल अध्यक्ष महिला मोर्चा माधवी गुप्ता, मण्डल महामंत्री पवन शर्मा, जिला उपाध्यक्ष दिनेश सती, जितेंद्र अग्रवाल, मनोज ध्यानी, चेतन शर्मा, राधे जाटव, अनिल ध्यानी, मेजर गोविंद सिंह रावत, रमेश अरोड़ा, दीपक बिष्ट, राजपाल ठाकुर, पार्षद प्रदीप कोहली, पूर्व पालिका अध्यक्ष शम्भू पासवान, विनोद भट्ट, रूपेश गुप्ता, जिला कार्यालय प्रभारी देवदत्त शर्मा, भावना किशोर गौड़, सुरेंद्र कक्कड़, सुधा असवाल, रीता गुप्ता, राजबाला पाल, गुड्डी कालूड़ा, निवेदिता सरकार, आशा शुक्ला, रुचि जैन, संगीता, रेखा चौबे, अभिनव पाल, राकेश पाल, गोपाल सती, रंजन अंथवाल, शशि मिश्रा, अविनाश भारद्वाज, मोहित, रोशन, कृष्णा, रवि, माहिर रवि कुमार आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार कर गये नड्डा

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा उत्तराखंड में अपना चार दिवसीय प्रवास पूरा कर सोमवार को लौट गए। जाने से पहले वह संगठन और सरकार को खास पांच मंत्र दे गए। तीन दिन चली मैराथन बैठकों में शीर्ष नेताओं से लेकर आम कार्यकर्ताओं से हुए संवाद में उन्होंने साफ किया कि 2022 और 2024 में मिशन इलेक्शन का लक्ष्य हिंदुत्व कार्ड, मोदी मैजिक, मजबूत और सक्रिय सांगठनिक नेटवर्क, निरंतर प्रवास और सहज आचरण से ही सधेगा।
ये सारी बातें नड्डा के विचारों और आचरण से बार-बार सामने आई। अपने 120 दिन के देशव्यापी प्रवास की शुरुआत उन्होंने देवभूमि उत्तराखंड से यूं नहीं की। कुंभनगरी हरिद्वार के गंगा तट हर की पौड़ी से प्रवास की शुरुआत के विशेष निहितार्थ हैं। बेशक नड्डा कहें कि यह उनकी दिली इच्छा थी, लेकिन सियासी जानकार इसे आरएसएस और भाजपा का हिंदुत्व एजेंडा मानते हैं। नड्डा ने गायत्री परिवार के संचालक उन प्रणव पंड्या से मुलाकात की, जिनकी संस्था के देश दुनिया में करीब 20 करोड़ अनुयायी हैं। 
उत्तराखंड में राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर प्रवास अमित शाह ने भी किया था। शाह के दौरे के अनुभव के आधार पर पार्टी नेताओं ने नड्डा के दौरे को लेकर उसी तरह की धारणाएं बनाई थी, लेकिन शाह के आक्रामक रुख से जुदा नड्डा ज्यादा सहज और संतुलन साधते नजर आए।

अनुभवी और हिमाचली होने के फायदा
उनकी बातों ने सरकार और संगठन दोनों को सहज किया। कोविडकाल की बंदिशों के बीच पार्टी नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं से उन्होंने जितना भी संवाद बनाया, उसमें उन्होंने निरंतर प्रवास पर फोकस किया। उन्होंने मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष से लेकर शक्ति केंद्र के मुखिया और उसकी टीम को निरंतर प्रवास करने की सलाह दी। बदलती राजनीतिक चुनौती से मुकाबला करने के लिए उन्होंने सांगठनिक नेटवर्क के विस्तार पर जोर दिया। उनका मानना था कि भाजपा को रोकने के लिए सभी राजनीतिक दल एकजुट होकर लड़ेंगे, लिहाजा पार्टी को उसी हिसाब से तैयारी करनी है। इसके लिए उन्होंने अपना एजेंडा तय करने का मंत्र दिया।
नड्डा का यह मंत्र पीएम मोदी के नेतृत्व कौशल, केंद्र और राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की चाशनी में लिपटा है, जिसे जन जन के कान में फूंकने की उनकी योजना है। इससे साफ हो गया कि प्रदेश में पार्टी के शीर्ष नेताओं से लेकर आम कार्यकर्ता की जुबान पर मोदी ही नजर आएंगे। सांगठनिक नेटवर्क की रीढ माने जाने वाले जमीनी कार्यकर्ता के बीच भी उन्होंने यह संदेश देने की कोशिश की कि संगठन नेतृत्व के जेहन में उनका सबसे ज्यादा ख्याल है। जिला, मंडल और बूथ अध्यक्ष के साथ मंच साझा करना इसी रणनीति का हिस्सा माना गया। साथ ही इसे प्रदर्शित करके राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सहजता का संदेश भी दिया। 
राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रवास के दौरान पहाड़ के मर्म पकड़ पाए। उन्होंने कहा भी, मैं पहाड़ी हूं, इसलिए पहाड़ का दर्द खूब समझता हूं। उन्होंने पहाड़ पर महिलाओं के संघर्ष को बयान किया। उन्होंने कहा कि पहाड़ हिमाचल का हो या उत्तराखंड का, संघर्ष दोनों ही जगह समान है। साथ ही उन्होंने मोदी सरकार की उज्ज्वला और सौभाग्य योजनाओं का जिक्र किया, कहा कि दोनों योजनाओं ने पहाड़ के लोगों और महिलाओं का संघर्ष कम किया है।