हाथरस की घटना शर्मनाक, आरोपियों को मिले कठोर सजाः नीरजा

त्रिवेणी घाट पर हाथरस पीड़िता मनीषा वाल्मीकि को नीरजा देवभूमि चेरिटेबल ट्रस्ट ने कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान मौन रखकर व ईश्वर से पीड़ित परिवार को इस दुख की घड़ी में धैर्य धारण करने की कामना की गई।

ट्रस्ट की संस्थापक व पैरा ओलंपिक खिलाड़ी नीरजा गोयल ने हाथरस घटना को शर्मनाक बताया। कहा कि मामले की किसी प्रकार की राजनीति नहीं होनी चाहिए। जरूरत है तो पीड़ित परिवार के साथ खड़े होने और न्याय दिलाने की। उन्होंने कहा कि गैंगरेप के आरोपियों को ऐसा सजा मिलनी चाहिए जो एक मिसाल बने और भविष्य में किसी भी बेटी व बहन के साथ ये घटना न हो।

उन्होंने कहा कि रेप जैसी घटना देशभर में बढ़ रही है। इसके लिए सांसदों को आगे आना चाहिए और एक ऐसा कानून बनाने की पैरवी करनी चाहिए। जिससे ऐसी घटना को अंजाम देने वालो के भीतर भय बने। इस मौके पर 2 मिनट का मौन रखकर पीड़िता की आत्मशांति की कामना की गई।

इस अवसर पर ट्रस्ट की सह संस्थापक नूपुर गोयल, ट्रस्ट सदस्य मनीष अग्रवाल, अंशुल, दिवाकर मिश्रा, आचार्य संतोष व्यास, शिवानी गुप्ता, विकास, डीपी राठौड़ी, आशू, सूरज रतूड़ी, अमित जायसवाल आदि मौजूद थे।

बेटियों के बाद नीरजा ने अब दिव्यांग बच्चों का उठाया पढ़ाई का खर्च

नीरजा देवभूमि चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से बेटियों के शिक्षा का खर्च उठाने के बाद अब दिव्यांग बच्चों की मदद की है। ट्रस्ट की संस्थापक नीरजा ने दो बच्चों की स्कूल की चार माह की फीस स्कूल जाकर भरी है।

लॉकडाउन में कामकाज न हो पाने के चलते आईडीपीएल निवासी दो दिव्यांग बच्चों की स्कूल की सात माह की फीस देनी बाकी थी। इसकी जानकारी पैरा ओलंपिक खिलाड़ी व ट्रस्ट की संस्थापक नीरजा गोयल को मालूम हुई। उन्होंने बच्चों के स्कूल सेंट मदर टेरेसा जाकर प्रधानचार्य अमित जसवाल से बात की। नीरजा के आग्रह पर प्रधानाचार्य ने दोनों बच्चों के 3 माह की फीस माफ की। वहीं ट्रस्ट की ओर से दोनों बच्चो के चार माह की करीब 4 हजार रुपए जमा कराए। साथ की स्कूल का फीस माफ करने पर आभार भी जताया।

बता दें कि ट्रस्ट की ओर से बीते दिनों बिटिया दिवस पर बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान के तहत शांति नगर निवासी 2 बेटियों की शिक्षा की जिम्मेदारी ली गयी है। इस अवसर पर ट्रस्ट की सह संस्थापक नूपुर गोयल भी मौजूद रहीं।