वित्त मंत्री अग्रवाल ने पीएनबी बैंक की देहरादून मंडल की 100वीं ब्रांच का किया उद्धाटन

देश के दूसरे सबसे बड़े राष्ट्रीय बैंक पंजाब नेशनल बैंक ने देहरादून मंडल के छिद्दरवाला में अपनी 100वीं ब्रांच खोली। जिसका उद्धाटन वित्त मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने आज रिबन काटकर किया।
शुक्रवार को बैंक की 100वीं शाखा का उद्धाटन कर मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि देश का अग्रणी बैंक पंजाब नैशनल बैंक अपने सामाजिक दायित्वों का भली-भांति निर्वहन कर रहा है, बैंक ग्राहकों को सुविधा प्रदान करने के लिए निरंतर प्रगतिशील है और अधिक से अधिक बैंक की शाखाओं का विस्तार कर रहा है। जिससे लोग लाभान्वित हो रहे हैं, जो कि एक सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि पंजाब नेशनल बैंक सीमांत क्षेत्रों में भी अपनी सेवाएं दे रहे है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से बैंक लोगो को लाभान्वित कर रहे है। कहा कि आज का समय डिजिटल ट्रांजैक्शन का है और भारत वर्तमान में तेजी से डिजिटलाइजेशन की ओर बढ़ रहा है, आज भारत में लगभग 40 प्रतिशत ट्रांजैक्शन डिजीटली हो रहा है।
वित्त मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि आने वाले समय में ग्राहकों को और बेहतर बैंकिंग सेवा मिलेगी। कहा कि आज सरकार डीबीटी के माध्यम से लाभार्थियों के खाते में धनराशि जमा कर रही है जिससे बिचौलिए खत्म होते जा रहे है। उन्होने कहा कि सरकार प्रत्येक क्षेत्र में विकास कार्य कर रही है और दूरस्थ क्षेत्र में पंक्ति पर खड़े अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं को पहुंचा रही है।
बैंक के अचल प्रबंधक संजय कांडपाल ने बताया कि बैंक की 100वीं शाखा के छिद्दरवाला में खुलने से सभी गांवों को बेंकिंग सेवाएं प्राप्त होंगी। बचत व जमा राशि से जुड़े विभिन्न उत्पादों से लेकर कृषि ऋण, खुदरा लोन, स्वयं सेवा समूह स्थापना व उनको दिये जाने वाले लोन, ट्रैक्टर, जेसीबी के लोन आदि को यह शाखा जन साधारण करवाएगी। इससे क्षेत्र का असीमित विकास हो सकेगा।
इस मौके पर बैंक के देहरादून मंडल के प्रमुख यशपाल सिंह राजपूत, उप अचल प्रबंधक सुनील सखूजा, उप महाप्रबंधक सिद्धार्थ अधिकारी, सहायक महाप्रबंधक प्रिय रंजन, छिद्दरवाला शाखा प्रबंधक गोपाल पोखरियाल, लीड बैंक अधिकारी देहरादून कुलवीर सिंह पांगती, जिला पंचायत सदस्य रीना रांगड़, ब्लॉक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल, व्यापार सभा छिद्दरवाला के अध्यक्ष धनराज रावत, पूर्व जिपंस रमन रांगड़, पूर्व जिपंस देवेंद्र नेगी, छिद्दरवाला इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार थपलियाल, समा पंवार, सचिन पोखरियाल, विमला नैथानी, बगीचा सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणजन मौजूद रहे।

’’रेड नोटिस’’ जारी हुआ तो पीएनबी को पहले किश्त मिल गई

पंजाब नेशनल बैंक से धोखाधड़ी मामले में बैंक को वसूली की पहली किश्त के रूप में 24.33 करोड़ रुपये मिले हैं। ये जानकारी कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय ने दी है। मंत्रालय ने कहा कि पंजाब नेशनल बैंक ने सूचित किया है कि उसे अमेरिका से नीरव मोदी मामले में वसूली की पहली किश्त के रूप में अमेरिकी डॉलर 3.25 मिलियन (24.33 करोड़ रुपये के बराबर) प्राप्त हुए हैं। मंत्रालय ने कहा कि 2018 में पीएनबी ने मंत्रालय को अमेरिका में नीरव मोदी की कंपनियों के बारे में जानकारी दी थी। इन कंपनियों ने वहां न्यूयार्क के दक्षिणी जिले में दिवाला सुरक्षा के तहत याचिका दायर की थी। पंजाब नेशनल बैंक ने तब मंत्रालय से न्यूयार्क में दिवाला प्रक्रिया में मदद करने का अनुरोध किया था।
मंत्रालय की विज्ञप्ति में इसकी जानकारी देते हुये कहा गया है कि पीएनबी ने उसे सूचित किया है कि बैंक को उसके बकाये की वसूली के तौर पर 32.5 लाख डालर (24.33 करोड़ रुपये) की पहली किस्त प्राप्त हुई है। इसमें कहा गया है कि कर्जदार की संपत्ति के परिसमापन से अमेरिका के चैप्टर 11 ट्रस्टी के पास 1.10 करोड़ डालर (करीब 82.66 करोड़ रुपये) की राशि उपलब्ध है जिसे पीएनबी सहित बिना सुरक्षा प्रावधान वाले रिणदाताओं में वितरित किया जायेगा। आगे की वसूली अन्य खर्चो और दूसरे दावेदारों के दावों के निपटान पर निर्भर करेगी।
बता दें कि इससे पहले मंगलवार को ही इंटरपोल ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले में मुख्य आरोपी नीरव मोदी की पत्नी एमी मोदी के खिलाफ धन शोधन के आरोपों में एक वैश्विक गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। उन्होंने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अनुरोध पर वैश्विक पुलिस निकाय इंटरपोल ने ‘रेड नोटिस’ जारी किया है।
एक बार भगोड़े के खिलाफ जारी किए गए इस तरह के नोटिस के बाद, इंटरपोल अपने 192 सदस्यीय देशों को उस व्यक्ति को गिरफ्तार करने या हिरासत में लेने के लिए कहता है, जब उसे उनके देशों में देखा जाता है। इसके बाद प्रत्यर्पण या निर्वासन की कार्यवाही शुरू हो सकती है।
ऐसा माना जा रहा है कि 2018 में बैंक धोखाधड़ी का कथित मामला प्रकाश में आने के तुरंत बाद एमी मोदी देश छोड़ चुकी हैं। ईडी ने एमी मोदी पर अपने पति नीरव मोदी के अलावा उसके रिश्तेदार मेहुल चोकसी और अन्य पर धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत आरेाप लगाया है।
लंदन में मार्च, 2019 में गिरफ्तार किये जाने के बाद नीरव मोदी (49) इस समय ब्रिटेन की जेल में है। इस वर्ष की शुरूआत में मुंबई की एक अदालत ने उसे भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया था और उसकी संपत्तियों को जब्त किये जाने के भी आदेश दिये थे। ईडी नीरव मोदी से संबंधित लगभग 329 करोड़ रुपये की संपत्तियों को पहले ही जब्त कर चुकी है।
गौरतलब है कि मुंबई में पीएनबी की एक शाखा में दो अरब डॉलर से अधिक की कथित धोखाधड़ी के सिलसिले में धनशोधन के आरोपों में ईडी नीरव मोदी, चोकसी और अन्य की जांच कर रहा है।

माल्या को सुप्रीम कोर्ट से चाहिए राहत, अर्जी दाखिल की

भारतीय बैंकों का कर्जदार और देश छोड़कर भागे कारोबारी विजय माल्या ने अपने और अपने रिश्तेदारों के स्वामित्व वाली संपत्तियों को कुर्क किए जाने पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। माल्या ने अपनी याचिका में कहा कि सिर्फ किंगफिशर कंपनी से संबंधित संपत्ति ही कुर्क की जाए। सुप्रीम कोर्ट 29 जुलाई यानी कि सोमवार को इस मामले की सुनवाई करेगा। अपनी दलील में माल्या ने कहा है कि उसकी निजी संपत्ति और परिवार के अन्य सदस्यों क संपत्ति जब्त नहीं की जाए।

माल्या पर भारतीय बैंकों का नौ हजार करोड़ रुपये लोन लेने और बिना चुकाए फरार होने का आरोप है। शराब कारोबारी विजय माल्या को 11 जुलाई को झटका लगा था। बंबई हाई कोर्ट ने इससे पहले विजय माल्या की इसी याचिका को खारिज कर दिया था। इस याचिका के जरिए माल्या ने सरकारी एजेंसियों द्वारा उसकी संपत्ति को जब्त करने की प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग की थी।