धामी सरकार ने किया फिट और हेल्दी उत्तराखण्ड का आह्वान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वस्थ भारत, सशक्त भारत के विजन को साकार करने के लिए उत्तराखण्ड सरकार आगे आई है। इस संकल्प को पूरा करने के लिए उत्तराखंड सरकार ने फिट उत्तराखण्ड अभियान का आगाज कर दिया है। इस अभियान के तहत नागरिकों को संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वस्थ उत्तराखंड की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण द्वारा संचालित श्ईट राइट इंडिया अभियान के प्रभावी कार्यान्वयन की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि इस अभियान को तेजी से लागू किया जाए। इसके लिए नोडल अधिकारियों की तैनाती कर दी गई है। जन-प्रतिनिधियों के साथ ही, सभी सचिव, जिलाधिकारी, विभागध्यक्ष और अन्य संबंधित अधिकारी इसके लिए पूर्ण समन्वय के साथ कार्य करेंगे। यही नहीं बदलती जीवनशैली को देखते हुए आमजन को कम तेल, कम चीनी और कम नमक की खपत करने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर उत्तराखंड शासन अभियान को सफल बनाने में जुट गया है। अभी सचिवालय परिसर, सुद्धोवाला जेल, पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी को ईट राइट कैंपेन के तहत सर्टिफाइड किया गया है। इसके अलावा अन्य विश्वविद्यालयों, महाविद्यालय, अस्पताल, मेडिकल कॉलेज और जेल परिसरों को ईट राइट कैंपस और ईट राइट स्कूल प्रमाणन के लिए पात्र बनाया गया है। प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार की ओर से सभी शिक्षण संस्थानों और विभागों को इस संबंध में दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।

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हमारी सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विजन को साकार करने का संकल्प लिया है। ईट राइट इंडिया अभियान मधुमेह, हृदय रोग, मोटापा और अन्य गैर-संचारी बीमारियों की रोकथाम के लिए लोगों को स्वस्थ, सुरक्षित और संतुलित आहार अपनाने के लिए प्रेरित करेगा। युवाओं, शिक्षकों, अभिभावकों और आम जनता को संतुलित और पौष्टिक भोजन के महत्व से अवगत कराया जाएगा। यह संदेश राज्य के रेस्तरां, भोजनालयों और मेस में भी प्रदर्शित किया जाएगा, ताकि लोग सही पोषण के प्रति जागरूक हो सके।
-पुष्कर सिंह धामी
मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड

सीएम धामी ने यूपी के प्रयागराज में आयोजित तृतीय कुंभ कॉन्क्लेव में किया वर्चुअल प्रतिभाग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में आयोजित तृतीय कुम्भ कॉन्क्लेव के समापन समारोह को वर्चुअल रूप से संबोधित किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह कुंभ कॉन्क्लेव भारतीय सनातन संस्कृति, सभ्यता और आध्यात्मिकता के मूल्यों को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करने का एक प्रभावशाली मंच है। जिसके आयोजन के लिए मुख्यमंत्री ने इंडिया थिंक काउंसिल का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि त्रिवेणी की ये भूमि गंगा, यमुना और सरस्वती जैसी पवित्र नदियों की संगम स्थली के साथ हमारी सनातन संस्कृति, आस्था और आध्यात्मिक परंपराओं का भी संगम है। यहां होने वाला कुंभ धार्मिक स्नान, पाप मुक्ति के साथ ही व्यक्ति को आत्मिक, वैचारिक और मानसिक शुद्धि भी प्रदान करता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति मात्र एक पूजा-पद्धति नहीं बल्कि जीवन जीने का एक ऐसा मार्ग है, जिसमें प्रत्येक प्राणी के कल्याण की भावना निहित है। हमारी संस्कृति वसुधैव कुटुंबकम की भावना पर आधारित है। कुंभ का आयोजन भी हमारी इसी विचारधारा का प्रतीक है, जहां देश-विदेश से लाखों लोग बिना किसी भेदभाव के संगम में डुबकी लगाकर आत्मिक शांति प्राप्त करते हैं। कुम्भ मेले के माध्यम से हम अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भावी पीढ़ियों तक भी पहुंचाते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुंभ के आयोजन में विश्वभर से लोग भारतीय संस्कृति, योग, आयुर्वेद और आध्यात्मिकता के रहस्यों को जानने और समझने हेतु आते हैं। इससे भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार होता है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास भी और विरासत भी के मूल मंत्र के साथ एक नया इकोसिस्टम भी विकसित किया जा रहा है। केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धाम का पुनर्निर्माण कार्य, अयोध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, महाकाल लोक का विकास, योग को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाना, कुंभ को यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर का दर्जा दिलवाने जैसे अनेकों ऐतिहासिक कार्य उनके नेतृत्व में हुए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में तीर्थ स्थलों के विकास और कल्याण की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। जिसके बाद देश में बड़े बदलाव हुए है। उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सनातन संस्कृति को बढ़ावा दिया जा रहा है। निश्चित ही उन्हीं के नेतृत्व में होने जा रहे महाकुंभ का आयोजन भी भव्य और ऐतिहासिक होगा। उन्होंने कहा कुंभ जैसे आयोजन हमें अपनी जड़ों से जुड़ने में मदद करते हैं और हमें समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए भी प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहा निश्चित ही प्रयागराज में होने जा रहा महाकुंभ भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।

इस दौरान कार्यक्रम में स्वामी चिदानंद महाराज, अशोक मेहता, सौरभ पांडे, आर.एस वर्मा, चंपत राय एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

सीएम ने अतिवृष्टि से हुए नुकसान का आंकलन कर मुआवजा राशि वितरित करने के दिये निर्देश।


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने टनकपुर, बनबसा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय एवं हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ प्रभावितों से मिलकर उनकी समस्यायें सुनी। मुख्यमंत्री ने आयुक्त कुमाऊं तथा जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि जनपद में अतिवृष्टि से हुए नुकसान का आंकलन कर पीड़ितों को मुआवजा धनराशि का वितरण सुनिश्चित किया जाए। विगत दिनों में हुई भारी बारिश के चलते जनपद चंपावत में हुए नुकसान के साथ ही मैदानी क्षेत्रों में जलभराव से हुए नुकसान व प्रभावितों से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी टनकपुर व बनबसा पहुंचे और अधिकारियों से हुए नुकसान की जानकारी लीं। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर प्रभावितों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी व अधिकारियों से आपदा के कारण हुए क्षति, नुकसान की जानकारी ली और आश्वस्त किया की भारी बारिश के कारण प्रभावित लोगों को जो भी नुकसान हुआ है उसकी भरपाई सरकार द्वारा की जायेगी, उन्होंने कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत एवं जिलाधिकारी नवनीत पांडे को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश देते हुए कहा कि तत्काल प्रभावितों को सहायता राशि वितरित करने के साथ ही रिस्टोरेशन के कार्य तत्परता से किया जाए। स्थलीय भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री ने सैलानीगोठ, शारदा घाट पहुंचकर जल भराव के साथ ही अन्य प्रकार से प्रभावित लोगों से वार्ता कर भरोसा दिलाया कि सरकार इस आपदा की घड़ी में प्रभावित लोगों की सहायता हेतु प्रतिबद्ध है। शारदा घाट में स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री को बताया कि सिंचाई विभाग द्वारा किए गए कार्यों के कारण क्षेत्र में नुकसान कम हुआ है तथा मांग की कि इसी प्रकार के बाढ़ सुरक्षा के कार्य अन्य स्थानों में भी कराए जाय। इस दौरान मुख्यमंत्री ने टनकपुर, बनबसा क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया,तत्पश्चात अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को शीघ्र ही बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों, परिवारों को हुई क्षति व नुकसान की जानकारी लेते हुए प्रभावितों को तत्काल राहत राशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रभावित लोगों से मुलाकात कर कहा कि इस संकट में सरकार प्रभावित लोगों को हर सम्भव मदद पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है और सरकार लोगों को हुए नुकसान की भरपाई करेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि भारी बारिश के चलते जनपद में हुए सरकारी परिसम्पत्तियों का आंकलन शीघ्र तैयार कर उसके भरपाई हेतु प्रस्ताव अविलम्ब तैयार कर शासन को भेजें, ताकि सरकारी परिसम्पत्तियों को हुए नुकसान की भरपाई शीघ्र की जा सकें। उन्होंने टनकपुर, बनबसा मैदानी क्षेत्रों में जहा-जहा जल भराव हुआ है वहा से पानी की निकासी की तत्काल व्यवस्था करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।

मुख्यमंत्री ने बताया कि टनकपुर, बनबसा क्षेंत्रों में जो ड्रेनेज की समस्या के स्थाई समाधान हेतु धनराशि अवमुक्त कर दी जायेगी, जिससे यहा के लोगों को ड्रेनेज की समस्या से निजात मिल जायेगा। उन्होंने सिचाई विभाग को किरोड़ा नाला के डाईवर्जन के लिए बृहद कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये, ताकि किरोड़ा नाला का पानी आबादी क्षेत्र में ना जाये और लोगों को किसी भी प्रकार का नुकसान न हो। उन्होंने सड़कों पर आये मलवा, बोल्डर आदि के निस्तारण की कार्यवाही तुरन्त करने के निर्देश सड़क निर्माण विभागों के अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा किरोड़ा पुल से लेकर बाटनगाढ़ तक यदि मलवे आदि के कारण मार्ग अवरूद्ध हो तो उसके तत्काल खोलने की कार्यवाही करें ताकि मॉ पूर्णागिरि के दर्शन हेतु आये श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या न हो।

जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि भारी बारिश के दौरान सोमवार तक जनपद में 01 जनहानि, 17 गाय तथा 43 बकरियों की हानि हुई है, 02 भवन पूर्ण क्षतिग्रस्त तथा 42 भवन आंशिक क्षतिग्रस्त हुए। उन्होंने बताया कि टनकपुर, बनबसा क्षेत्र में जलभराव से प्रभावित परिवारों को राहत शिविर एवं उनके रिश्तेदारों के यहां पहुंचाया गया है।

इस दौरान, आयुक्त कुमाऊँ दीपक रावत डीआईजी योगेंद्र रावत, जिलाधिकारी नवनीत पांडे, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, सीडीओ संजय कुमार सिंह सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, ग्रामीण आदि मौजूद रहे।

बगैर पूर्व सूचना और लावलश्कर मुख्यमंत्री को अपने घर पर देखकर चौंके अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष जीवन चंद्र आर्या

हल्द्वानी। लोकसभा चुनाव की व्यस्तता के बावजूद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मार्निंग वॉक के दौरान आम लोगों से मिलना, उनकी कुशल क्षेम पूछना और उनसे अपनी सरकार के कामकाज का फीडबैक लेना का सिलसिला नहीं छोड़ा। आज हल्द्वानी प्रवास के दौरान प्रातःकाल वह अचानक भाजपा नैनीताल जनपद के अनुसूचित जाति मोर्चा के उपाध्यक्ष जीवन चंद्र आर्या के घर पहुंच गए। उन्होंने आर्या के परिवारजनों से भेंट कर लम्बी बातचीत की और उनसे सुझाव भी लिये। मुख्यमंत्री को अचानक अपने घर में देखकर आर्या के परिजन और मोहल्ले के लोग अचंभित हो गए। उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

मुख्यमंत्री बुधवार की सुबह लगभग 7 बजे हल्द्वानी में अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष जीवन चंद्र आर्या जी के घर पहुंच गए। बिना किसी पूर्व सुचना और तामझाम के मुख्यमंत्री ने आर्या के घर अचानक आमद दर्ज कराई। एक क्षण के लिए आर्या को भी विश्वास नहीं हुआ कि सूबे के मुखिया उनके घर पधारे हैं। आनन-फानन में उन्होंने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और अपने परिजनों को इसकी सूचना दी। मुख्यमंत्री ने आर्या को गले लगाकर उनसे किसी फार्मेलिटी न पड़ने का आग्रह किया और वह खुद आंगन में लगी कुर्सी पर बैठ गए। इसी बीच मोहल्ले के लोग भी बड़ी संख्या में वहां पहुंच गए। मुख्यमंत्री ने किसी को निराश नहीं किया। वह एक-एक कर सभी से मिले और उनकी कुशलक्षेम पूछी।

दरअसल, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देहरादून में हो या जिलों के दौरे पर, सुबह की सैर के दौरान वह राह चलते हुए आम लोगों से मुखातिब होते रहे हैं और उनसे सरकार के कामकाज का फीडबैक लेते हैं। उनकी यह आदत हमेशा से चर्चा में रही है। मुख्यमंत्री को बिना लावलश्कर के सड़क पर अकेले चलता देख लोग हैरान जरूर होते हैं लेकिन इस दौरान जिले में चल रहे कार्यों और सरकार की योजनाओं पर वह आसानी से अपनी प्रतिक्रया सीधे मुख्यमंत्री को दे पाते हैं। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री भी लगे हाथ उनसे सुझाव ले लते हैं। जनता से मिलने वाले स़ुझावों को कई बार वह सरकार की योजनाओं और कार्य संस्कृति में शामिल भी कर चुके हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का विजन है कि वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को देश के अग्रिम पायदान की श्रेणी में लाना है। इसके लिए वह साफ कह चुके हैं कि यह उनकी अकेले की यात्रा नहीं बल्कि प्रदेश के सवा करोड़ लोगों की सामूहिक यात्रा है। अपने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए वह लगातार प्रयास करते हैं कि ज्यादातर समय जनता के बीच बताएं और उनके फीडबैक व सुझाव लें।

मुख्यमंत्री ने ड्रग्स माफियाओं पर ताबड़तोड़ कार्यवाही के दिए निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट किया है कि यदि राज्य में ड्रग्स माफिया को जड़ से समाप्त करने के लिए नकल विरोधी कानून की तरह कड़े से कड़े कानून को लाने की जरूरत पड़ी तो, यह भी लाया जा सकता है। सीएम श्री धामी ने उत्तराखण्ड में नशे की सप्लाई चौन तोड़ने के लिए पुलिस विभाग को नशे का व्यापार करने वाले अपराधियों व ड्रग्स माफिया पर ताबड़तोड़़ कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सीएम ने आगामी 26 जून को वर्ल्ड एन्टी ड्रग्स डे के अवसर पर प्रदेशभर के युवाओं के एण्टी ड्रग ई प्लज के आंकड़े को 55300 से बढ़ाकर नया रिकॉड बनाने का लक्ष्य पुलिस विभाग को दिया है। उन्होंने कहा कि योग दिवस की भांति ही आगामी 26 जून को राज्यभर में वर्ल्ड एन्टी ड्रग्स डे मनाया जाएगा।

मुख्यमंत्री धामी ने सचिव स्वास्थ्य को निर्देश दिए कि राज्य में नशा मुक्ति केन्द्रों की स्थापना, संचालन, उपचार एवं चिकित्सकों की व्यवस्था हेतु स्पष्ट गाइडलाइन्स एवं वर्किंग प्लान को जल्द से जल्द कार्यान्वित करने में आ रही बाधाओं के समाधान हेतु मुख्यमंत्री स्तर पर सीधा सम्पर्क किया जाए। वर्तमान में राज्य में निजी प्रयासों से 43 निजी नशा मुक्ति केंद्र संचालित है।
आज सचिवालय में एनसीओआरडी (स्टेट लेवल नारकोटिक्स को-ऑर्डिनेशन मीटिंग) की चौथी राज्य स्तरीय बैठक में उन्होंने एण्टी ड्रग्स टास्क फोर्स को मजबूत करने की भी बात की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि 2025 तक ड्रग्स फ्री उत्तराखण्ड के लक्ष्य को पूरा करने के लिए अधिकारियों को मात्र बैठकों तक सीमित न रहकर कार्याे कों धरातल पर उतारने के लिए ऑनरशिप लेने की कार्य संस्कृति विकसित करनी होगी। यह अधिकारियों के कर्तव्य के साथ ही मानवता की सेवा का भी कार्य है।

मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखण्ड पुलिस विभाग के अधिकारियों व जवानों को नारकोटिक्स कन्ट्रोल ब्यूरो में प्रतिनियुक्ति व प्रशिक्षण हेतु भेजने हेतु कार्ययोजना पर गम्भीरता से कार्य करने के निर्देश भी दिए हैं।

बैठक में नारकोटिक्स कन्ट्रोल ब्यूरों के डिप्टी डायरेक्टर जनरल ज्ञानेश्वर सिंह ने जानकारी दी कि उत्तराखण्ड में वर्ष 2022 में 238 किलोग्राम चरस, 30 किलोग्राम डोडा, 12 किलोग्राम अफीम, 19.11 किलोग्राम स्मैक, 1.57 किलोग्राम हिरोइन, 1232.55 किलोग्राम गांजा, 105390 कैप्सूलस, 17506 इंजेक्शन, 32110 टैब्लेट्स सीज की गई। इसके साथ ही वर्ष 2022 में 141.5 एकड़ भांग तथा 108.5 भांग की फसल नष्ट की गई। इस वर्ष मई 2023 तक तक एनडीपीएस एक्ट के तहत 586 केस रजिस्टर्ड हो चुके हैं जिनमें 742 आरोपी गिरफतार हो चुके हैं।

समाज कल्याण विभाग उत्तराखण्ड द्वारा जानकारी दी गई कि एडीक्शन ट्रीटमेंट फैसिलिटी (एटीएफ) हेतु भारत सरकार द्वारा श्रीनगर, उत्तरकाशी, चम्पावत एवं अल्मोड़ा का चयन किया गया है। इसके तहत मादक पदार्थाे के दुष्प्रभावो के उपचार हेतु राजकीय चिकित्सालय/स्वास्थ्य केन्द्रों में उपचार सहायता उपलब्ध करायी जाती है।

बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सचिव आर के सुधांशु, नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरों तथा उत्तराखण्ड शासन के उच्चाधिकारी मौजूद रहे।