सीएम धामी को मिला अयोध्या से न्यौता मिला

अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से मुख्यमंत्री आवास में अक्षत वितरण टोली के सदस्यों द्वारा श्री राम मंदिर, अयोध्या से लाए गए पूजित अक्षत, श्री राम मंदिर का चित्र एवं निमंत्रण पत्रक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भेंट किये गये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्री राम आगामी 22 जनवरी को श्री अयोध्या धाम में नव्य-दिव्य मंदिर में विराजमान होंगे, जिसके अंतर्गत पूरे देश में धूमधाम से “अक्षत कलश यात्रा“ संचालित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को हम सब प्रभु श्री रामलला को भव्य मंदिर में विराजमान होते हुए देखेंगे।
मुख्यमंत्री को पूजा-अर्चना के साथ टोली के सदस्यों चन्द्रगुप्त विक्रम, ज्ञानेश श्री गोविन्द, सतीश, नीरज गौड़ एवं अन्य लोगो ने पूजित अक्षत, श्री राम मंदिर का चित्र एवं निमंत्रण पत्रक भेंट किये।

टीवी पर अयोध्या से लाइव प्रसारण देख सीएम ने मंदिर निर्माण में संघर्षों को किया याद

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या में श्रीराम मंदिर का भूमि पूजन एवं शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन का टेलीविजन पर सीधा प्रसारण देखा।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अयोध्या में श्री राम मन्दिर का भूमि पूजन एवं शिलान्यास किया। कई वर्षों के संघर्ष के बाद आज यह स्वर्णिम अवसर आया है। देश और अयोध्या में सैकड़ों परिवार ऐसे हैं, जो काफी समय से अखण्ड रामायण का पाठ एवं रामधुन कर रहे हैं। अयोध्या में श्रीराम मन्दिर बने, हजारों लोगों ने इसके लिए बलिदान दिया। आज उन हजारों लोगों का संघर्ष स्वरूप ले रहा है। उन्होंने कहा कि 1989 में जब अयोध्या में श्रीराम मन्दिर के निर्माण के लिए आन्दोलन बहुत तीव्र हुआ था, सब लोग श्रीराम मन्दिर निर्माण के लिए जागरण करते थे।

उन्होंने कहा कि 1989 में जब श्रीराम मन्दिर के लिए आन्दोलन चल रहा था, तब लोगों से श्रीराम मन्दिर निर्माण के लिए सवा रूपये एकत्रित किये जाते थे, कि श्रीराम मन्दिर के निर्माण के लिए एक पत्थर आपके नाम का भी लग जायेगा। उत्तरकाशी के दूरस्थ गांव लिवाड़ी-खिताड़ी 18 किमी पैदल चलकर लोग श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए वहां से शिला लाये। श्रीराम मन्दिर के भूमि पूजन से ऐसे लोगों की आत्मा को शांति मिलेगी। वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रचारक मोरोपंतजी पिंगले, अशोक सिंघल, महन्त अवैध्यनाथ एवं कोठारी बंधुओं ने इस आन्दोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

मुख्यमंत्री ने अपने स्मरण को साझा करते हुए कहा कि श्रीराम मन्दिर के निर्माण के लिए जब 1989 में आन्दोलन चल रहा था, तब वे मेरठ में थे। भेष बदलकर हमने इस आन्दोलन में भाग लिया था। हमारे साथ हजारों लोगों ने इस आन्दोलन में भाग लिया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि उनकी उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता हुई। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र जल्द ही अयोध्या जाकर भगवान श्रीराम के दर्शन करेंगे। अयोध्या में जो श्रीराम मन्दिर बनेगा उसका स्वरूप भी देखकर आयेंगे।