मुख्यमंत्री धामी ने परेड ग्राउंड में रावण दहन कार्यक्रम में किया प्रतिभाग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विजयदशमी पर्व के अवसर पर परेड ग्राउंड में आयोजित दशहरा महोत्सव व रावण दहन में प्रतिभाग किया।

समस्त प्रदेशवासियो को विजयदशमी की शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भगवान श्रीराम से सभी प्रदेशवासियों के लिए स्वस्थ जीवन, उज्ज्वल भविष्य, सुख और समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करने की प्रार्थना की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि दशहरे का पर्व न केवल हमारी सांस्कृतिक धरोहर का अमूल्य हिस्सा है बल्कि यह पर्व हमें मानव जीवन में धर्म, सत्य और मर्यादा के महत्व का बोध भी कराता है। यह हमें रावण जैसे अहंकारी और अधर्मी के अंत और भगवान श्रीराम के आदर्श जीवन के गुणों का स्मरण कराता है। दशहरे का पर्व हमें ये संदेश देता है कि अधर्म, अन्याय और अहंकार चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो, अंततः उसकी हार निश्चित है। रावण के पास अपार बल, सोने की लंका और शक्तिशाली सेना थी, लेकिन वह अपने अहंकार और अधर्म के कारण पराजित हुआ। यह त्योहार हमें सिखाता है कि अहंकार की ज्वाला स्वयं उस व्यक्ति का नाश करती है, जिसके भीतर अहंकार होता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमें यहां सिर्फ पुतला दहन नहीं करना है, बल्कि इस त्योहार से प्रेरणा लेकर हम सभी को अपने अंदर की बुराइयों का त्याग कर सत्य, धर्म और मानवता की राह पर चलने का संकल्प भी लेना है। दुनिया भर के करोड़ों सनातन प्रेमियों के आस्था के केंद्र भगवान श्रीराम ने सद्गुण और धर्म के महत्व को रेखांकित करने के लिए ही इस संसार में जन्म लिया। उनके द्वारा स्थापित मानव मूल्यों ने न केवल सनातन भारतीय संस्कृति को आकार दिया, बल्कि सम्पूर्ण मानवता को प्रेरित करने का कार्य भी किया। उनका आदर्श जीवन हमें यह सिखाता है कि जीवन में कितनी भी विपरीत परिस्थितियां क्यों न हों, हमें अपने सिद्धांतों और वचनों का पालन अवश्य करना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विजयादशमी पर्व हमें हर वर्ष यह भी याद दिलाता है कि अभी भी समाज में कई ’’रावणों’’ का संहार करना बाकी है। क्योंकि, समय बदल गया है, लेकिन रावण आज भी अलग-अलग रूपों में हमारे बीच मौजूद है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जीएसटी के क्षेत्र में केंद्र सरकार द्वारा किए गए सकारात्मक निर्णय से उत्तराखंड सहित पूरे देश के व्यापारियों एवं उपभोक्ताओं को बड़ा लाभ प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता की ओर से वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हृदय से आभार प्रकट करते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपावली से पहले लिया गया यह निर्णय प्रदेशवासियों के लिए एक सुखद और लाभकारी तोहफा है। इससे न केवल व्यापारियों को राहत मिलेगी बल्कि उपभोक्ताओं को भी प्रत्यक्ष रूप से फायदा होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा समय-समय पर लिए जा रहे ऐसे फैसले देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने और आमजन को सुविधा प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विजयदशमी के अवसर पर सभी उत्तराखंडवासी यह संकल्प लें कि हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सफल बनाने में अपना पूरा योगदान देंगे। साथ ही देश को विश्व गुरु बनाने के प्रधानमंत्री के संकल्प को साकार करने के लिए भी हम सब मिलकर कार्य करेंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केदारनाथ धाम से यह संकल्प व्यक्त किया था कि इस सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संकल्प को पूर्ण करने की जिम्मेदारी केवल सरकार की नहीं, बल्कि पूरे उत्तराखंड की है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश का प्रत्येक नागरिक यदि अपने-अपने क्षेत्र में योगदान देगा तो यह लक्ष्य शीघ्र ही प्राप्त होगा। चाहे वह शिक्षा का क्षेत्र हो, पर्यटन, उद्योग, कृषि या स्वरोजगारकृहर क्षेत्र में उत्तराखंडवासियों की सक्रिय भागीदारी से प्रदेश देश का अग्रणी राज्य बनेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के इस विश्वास और आशीर्वाद को पूरा करने के लिए राज्य सरकार निरंतर संकल्पबद्ध होकर कार्य कर रही है। हमारी कोशिश है कि आत्मनिर्भर उत्तराखंड के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भी उत्तराखंड की महत्वपूर्ण भूमिका सुनिश्चित हो।

उन्होंने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि वे एकजुट होकर प्रधानमंत्री के सपनों और संकल्प को साकार करने में अपना सक्रिय योगदान दें, ताकि उत्तराखंड आने वाले वर्षों में पूरे देश और विश्व के लिए एक आदर्श राज्य बन सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज देश हर क्षेत्र में नई ऊँचाइयों को छू रहा है। जनकल्याणकारी योजनाओं और सुधारात्मक कदमों से आम नागरिकों के जीवन स्तर में लगातार सुधार हो रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में भी इसी प्रकार केंद्र और राज्य सरकार मिलकर प्रदेशवासियों के जीवन को सुखद, समृद्ध और उज्ज्वल बनाने के लिए निरंतर कार्य करती रहेंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम प्रभु श्री राम के आदर्शों से प्रेरणा लेकर उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के अपने “विकल्प रहित संकल्प’’ को पूर्ण करने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि हमारे इस संकल्प को पूर्ण करने के लिए आप सभी अपने जीवन में सत्य, ईमानदारी और कर्तव्यपरायणता जैसे मूल्यों को अपनाकर एक सशक्त, समृद्ध और न्यायपूर्ण समाज की नींव रखेंगे और अपने राज्य और देश को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का प्रयास करेंगे।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, विधायक खजानदास, सविता कपूर सहित जनप्रतिनिधि, बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।

विजयदशमी का पर्व हमारे सामाजिक मूल्यों का प्रतिबिंबः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी परेड ग्राउंड में बन्नू बिरादरी दशहरा कमेटी द्वारा आयोजित दशहरा महोत्सव में शामिल हुए। मुख्यमंत्री द्वारा इस अवसर पर भगवान श्री राम एवं हनुमान जी की पूजा अर्चना के तत्पश्चात् रावण, मेघनाथ और कुम्भकर्ण के पुतलों का दहन किया गया। मुख्यमंत्री ने सभी को विजयदशमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि दशहरा का पर्व बुराई पर अच्छाई तथा अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि वर्षों से हम रावण का दहन करते आ रहे है। रावण अधर्म एवं बुराई का प्रतीक था, इसलिये उसे हर वर्ष जलना होता है। उन्होंने कहा कि यह अवसर हमें समाज में जहां भी बुराई नजर आती है उसे दूर करने का भी सन्देश देता है। अच्छा इंसान बनकर ही हम अच्छे समाज व देश के निर्माण में सहभागी बन सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विजयादशमी का यह पर्व हमारे समाज के लिये एक सीख और सामाजिक मूल्यों का प्रतिबिंब है। यह पर्व हमारे सामूहिक शक्ति को प्रदर्शित करने, हमारी सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने, और सामाजिक बुराइयों को दूर करने की दिशा में प्रयास करते रहने की परंपरा को आगे बढ़ाता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे त्यौहार, हमारी समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं से जुड़े होने के साथ ही कृषि, नदियों, पहाड़ों और हमारे इतिहास से जुड़े हुए हैं। युगों-युगों से भगवान राम, भगवान कृष्ण की गाथाएं हमारे सामाजिक परिवेश में प्रेरणा एवं जागृति का स्रोत रही हैं। नवरात्रि के शुभ दिनों के बाद आज विजयादशमी के दिन रावण का पुतला दहन हमारी महान परंपरा का ही हिस्सा है। उन्होंने कहा कि भगवान राम जिस संकल्प को लेकर अयोध्या से निकलते हैं, उसी संकल्प से वे एक बड़ी सामूहिक शक्ति का निर्माण करते हैं और रावण पर उनकी जीत में समाज के हर वर्ग की भागीदारी का मार्ग प्रशस्त करते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की सनातन संस्कृति का पुनर्जागरण हुआ है। हम सभी जानते है कि प्रभु श्री राम का मंदिर अयोध्या में बनने को है। यह हमारा सौभाग्य है कि सैकड़ों साल के संघर्ष के बाद आज प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में वहां हम भव्य मंदिर बनते हुए देख रहे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे प्रदेश में भी भगवान राम, लक्ष्मण व माता सीता से जुड़े कई स्थान है। हनुमान जी ने प्रदेश के द्रोणगिरी पर्वत से ही संजीवनी लेकर लक्ष्मण जी की जीवन रक्षा की थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश का दुनिया में मान व सम्मान बढा है। देश में जी-20 देशों का सफल आयोजन इसका उदाहरण है। इस आयोजन में दुनिया ने नये भारत के सामर्थ्य तथा सांस्कृतिक वैभव को देखा। आज देश के अंदर एवं सीमाओं पर पूर्णतः शान्ति का माहौल है।

मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि इस विजयादशमी पर प्रतिज्ञा लें कि हम 2025 तक, जब हम अपनी राज्य गठन की रजत जयन्ती मनाएंगे, अपने राज्य के लिए कुछ सकारात्मक योगदान देंगे तथा राज्य आन्दोलनकारियों के सपनों का प्रदेश बनाने का संकल्प लें। हमें प्रदेश में मादक पदार्थों के बढ़ते उपयोग को रोकने एवं वर्ष 2025 तक पूर्ण लक्षित “ क्तनह थ्तमम क्मअइीववउप “ बनाने का संकल्प भी लेना होगा।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल, डॉ .धन सिंह रावत, विधायक खजान दास, विनोद चमोली, मेयर सुनील उनियाल गामा, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष डा. आर. के. जैन, बन्नू बिरादरी समिति के अध्यक्ष सन्तोष नागपाल, प्रेम भाटिया, गगन सेठी सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा बडी संख्या में लोग उपस्थित थे।