कांग्रेस कभी भी चुनाव के लिए राजनीति नहीं करतीः प्रीतम सिंह

कांग्रेस पार्टी की ओर से ऋषिकेश विधानसभा के ग्रामीण क्षेत्र श्यामपुर में जन सहायता कार्यालय का विधिवत शुभारंभ कर दिया गया।

कार्यालय का उद्धाटन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की जन समस्याओं के निराकरण के लिए ग्रामीण क्षेत्र में जन सहायता कार्यालय का शुभारम्भ किया गया है। ग्रामीण क्षेत्र में पार्टी कार्यालय की नितांत आवश्यकता थी जो पूरी हो गई है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी कभी भी चुनाव के लिए राजनीति नहीं करती पार्टी केवल जन समस्याओं के निराकरण के राजनीती करती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रहीं है आने वाले विधानसभा चुनाव में ऐसी जनविरोधी सरकार को उखाड़ फेंककर भारी बहुमत से सत्ता में आएगी।

क्षेत्र में कांग्रेसजनों व आमजनों की सुविधा और सहायता के लिए ऋषिकेश विधानसभा के ग्रामीण क्षेत्र में कांग्रेस जन सहायता कार्यालय का शुभारम्भ हुआ है। मौके पर ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी, प्रकाश जोशी, शूरवीर सिंह सजवाण, राजपाल खरोला, जयेंद्र रमोला, विनय सारस्वत, केएस राणा, जयसिंह रावत, मधु सेमवाल, मधु जोशी, गौरव चैधरी, माधव अग्रवाल, विवेक तिवाड़ी, अजय धीमान, दीपक वर्मा आदि मौजूद रहे।

रामगंगा पर बनने वाले बांध का डिजाइन को लेकर सीएम ने दिए अधिकारियों को निर्देश

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को गैरसैंण में बनने वाली चौरड़ा झील का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गैरसैंण में पेयजल की व्यवस्थाओं के लिए सुनियोजित प्लानिंग की जाए। ग्रीष्मकालीन राजधानी बनने के बाद गैरसैंण एवं उसके आस-पास के क्षेत्रों में सम्भावित आबादी वृद्धि के अनुरूप पेयजल की व्यवस्था की जानी है। रामगंगा पर जो चौरड़ा झील बनायी जा रही है, इस झील से 2070 तक अर्थात अगले 50 साल तक 31 हजार की आबादी को पेयजल आपूर्ति होगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि रामगंगा पर बनने वाले बांध का डिजायन इस तरह तैयार किया जाये कि भविष्य में इससे पेयजल की क्षमता में और वृद्धि हो सके।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि इस झील का निर्माण पूर्ण होने से गैरसैंण, भराड़ीसैंण एवं उनके आस-पास के क्षेत्रों में पूर्ण ग्रेविटी का जल उपलब्ध होगा। गैरसैंण में पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था हो इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को अन्य विकल्प भी तलाशने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बांध की टेंडर प्रक्रिया अप्रेल 2020 में की जायेगी। उसके बाद जल्द कार्य भी शुरू कर दिया जायेगा।