स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लेने धाम तक पहुंच रहे स्वास्थ्य सचिव

श्री बदरीनाथ धाम पहुंचकर स्वास्थ्य सचिव ने स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा/स्थलीय निरीक्षण किया। बदरीनाथ एवं श्री हेमकुंड साहिब यात्रा को लेकर तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य के लिए विशेष इंतजाम के तहत यात्रियों को स्वास्थ्य जोखिम को कम करने के लिए तथा यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा इंतजामों को पुख्ता करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग ने श्री बदरीनाथ धाम एवं श्री हेमकुंड साहिब यात्रा पड़ाव में पड़ने वाले यात्रा मार्ग में स्थित स्वास्थ्य सेवाओं की सुविधाओं के स्थलीय निरीक्षण एवं तैयारियों हेतु स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार निरीक्षण के दूसरे दिन जनपद चमोली के सुप्रसिद्ध धाम श्री बदरीनाथ मैं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं मेडिकल रिलीफ पॉइंट का निरीक्षण किया।
स्वास्थ्य सचिव ने सभी केंद्रों पर यात्रा से पूर्व सभी आवश्यक जीवनदायिनी औषधियों, स्वास्थ्य उपकरण, उच्च हिमालय क्षेत्रों में होने स्वास्थ्य जोखिम को कम करने वाले स्वास्थ्य उपाय व अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं को यात्रा से पूर्व सुसज्जित करने का मुख्य चिकित्सा अधिकारी निर्देशित किया। सुबह जोशीमठ से आगे 38 किलोमीटर की दूरी पर चार धाम यात्रा निर्माण कार्य के कारण मोटर मार्ग अवरोध था। वहां से पैदल मार्ग को पार करके सचिव स्वास्थ्य एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी सभी कर्मचारियों सहित बदरीनाथ धाम पहुंचे। वहां पर सर्वप्रथम धाम में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं एमआरपी का उन्होंन स्थिलीय निरीक्षण किया। स्वास्थ्य विभाग का निर्माणाधीन ट्रांजित हॉस्टल एवं निर्माणाधीन 50 बेड का हॉस्पिटल का निरीक्षण किया निर्माणाधीन ट्रांजिट हॉस्टल के धीमीगति के लिए निर्माण दाई संस्था को तुरंत निर्माण को पूर्ण करने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया। बदरीनाथ धाम एवं सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब के पड़ाव में पड़ने वाले पांडुकेश्वर एवं गोविंदघाट में अवस्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं एमआरपी में भी सचिव के द्वारा सभी स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया गोविंदघाट गुरुद्वारा साहिब में पहुंचने पर गुरुद्वारा प्रबंधक सेवा सिंह द्वारा हेमकुंड यात्रा में स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। सचिव ने हेमकुंड जाने वाले यात्रियों के लिए सभी आवश्यक स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया।

राज्यपाल और सीएम ने हेमकुंड साहिब के लिए संगतो को किया रवाना

श्री हेमकुंड साहिब के कपाट 22 मई को खुल रहे हैं। आज ऋषिकेश स्थित गुरूद्वारा से हेमकुंड साहिब के लिए संगतो को रवाना किया गया। गुरूद्वारा परिसर ऋषिकेश में यात्रियों के रजिस्ट्रेशन शुरू हुए। इस अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि) गुरमीत सिंह व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ऋषिकेश पहुंचे। उन्होंने गुरूद्वारा में मत्था टेका और गुरूवाणी पाठ में शामिल हुए।
लक्ष्मण झूला रोड पर स्थित हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा मैनेजमेंट ट्रस्ट ने अतिथियों का स्वागत किया गया। श्री हेमकुंड यात्रा हेतु व्यापक तैयारियां की गयी है। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल भी गुरूवाणी पाठ में शामिल हुए तथा गुरुद्वारा ऋषिकेश में मत्था टेका। इस अवसर पर बङी संख्या में सिक्ख संगत जत्थे मौजूद रहे।
इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी संगतों को हेमकुंड साहिब यात्रा की शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे तो वह कई बार इस यात्रा के प्रारंभ होने के मौके पर आते रहे हैं लेकिन यह पहला मौका है जब वे बतौर मुख्य सेवक के रूप में शामिल हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना गुरुकृपा के कुछ भी नहीं होता। प्रदेश में चार धाम यात्रा के साथ ही हेमकुण्ड यात्रा शुरू हो रही है। इस बार पिछले सालों की तुलना में कई गुना अधिक यात्री चार धाम यात्रा में पहुंचे हैं, सरकार सुरक्षित चार धाम एवं हेमकुण्ड साहिब यात्रा के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार का संकल्प है कि प्रदेश में आने वाले हर एक श्रद्धालु सुरक्षित आए और दर्शन करके सुरक्षित वापस लौटे।
मुख्यमंत्री ने सभी श्रद्धालुओं से आग्रह करते हुए कहा कि जिन श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानी हो रही हो, डॉक्टर की सलाह के बिना यात्रा न करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केदारनाथ धाम का भव्य पुनर्निर्माण कार्य हुआ है। अब बदरीनाथ धाम का काम जारी है। उन्होंने कहा कि बनारस में काशी विश्वनाथ हो या अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण, ये सब प्रधानमंत्री के दृढ़ संकल्प और आस्था का ही परिणाम है कि इन सभी मंदिरों का भव्य और दिव्य स्वरूप देश दुनिया के सामने दिख रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ही सहयोग से हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर रोपवे बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि चार धाम हेमकुंड साहिब के अलावा कुमाऊं क्षेत्र और गढ़वाल क्षेत्र के अन्य धार्मिक स्थानों का भी सर्किट विकसित किए जाएं। उन्होंने कहा कि पर्यटन को आर्थिकी का मजबूत स्रोत बनाने के लिए प्रदेश में होम स्टे मॉडल को विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में अब तक लगभग 3600 होम स्टे रजिस्टर्ड हो चुके हैं।
इस अवसर पर हेमकुंड मैनेजमेंट ट्रस्ट के उपाध्यक्ष नरेन्द्रजीत सिंह बिंद्रा ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री का आभार जताया।