देहरादून में सरस मेला 2024 का सीएम ने किया शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रेंजर्स ग्राउंड देहरादून में आयोजित सरस मेला-2024 का शुभारंभ किया। उन्होंने प्रदेश भर के स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टालों का भी अवलोकन किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने महिलाओं से वार्ता कर उनके उत्पादों के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने महिलाओं द्वारा निर्मित मंडुवे के बने केक की सराहना की। उन्होंने, स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित दीए की खरीदकारी कर ऑनलाइन माध्यम से पेमेंट भी की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरस मेले में महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पाद मातृशक्ति के परिश्रम, नवाचार के प्रतीक हैं। अपने परिश्रम और स्थानीय उत्पादों के माध्यम से महिलाएं आजीविका चलाने का कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा सरस मेला हमारे ग्रामीण क्षेत्रों की समृद्ध सांस्कृतिक परम्परा, कौशल और उद्यमिता को प्रदर्शित करने का भी प्रयास है। इन मेलों के माध्यम से स्थानीय उत्पादों को प्रदर्शित करने का मंच प्राप्त होता है एवं हम ग्रामीण कारीगरों, महिला स्वयं सहायता समूहों, हस्तशिल्पियों, ग्रामीण उद्यमियों के साथ कृषि उत्पादों और ग्रामीण कौशल को भी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हमारे स्थानीय उत्पादों को सशक्त बनाने के लिए वोकल फॉर लोकल अभियान प्रारंभ किया गया था। यह मेला भी इस अभियान को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कड़ी है। उन्होंने कहा आजीविका मेले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के मंत्र को भी साकार करने में सिद्ध हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार मातृशक्ति को सर्वाेपरि मानकर उनके उत्थान के लिए समर्पित भाव से कार्य कर रही है। महिला के आर्थिक रूप से सशक्त होने पर वो अपने परिवार एवं पूरे समाज को सशक्त बनाने का कार्य करती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा लखपति दीदी योजना, मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना और मुख्यमंत्री महिला स्वयं सहायता समूह सशक्तिकरण योजना के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण पर विशेष फोकस किया जा रहा है। लखपति दीदी योजना के तहत राज्य की एक लाख से अधिक महिलाओं ने लखपति बनने का गौरव प्राप्त किया है। हमारा संकल्प वर्ष 2025 तक 1.5 लाख लखपति दीदी बनाने का है। उन्होंने कहा कोविड-19 के चुनौतीपूर्ण समय में भी सरकार ने मुख्यमंत्री महिला स्वयं सहायता समूह योजना के अंतर्गत 84 करोड़ रुपये से अधिक की आर्थिक सहायता प्रदान कर महिलाओं के उत्थान और सशक्तिकरण को सुनिश्चित करने का प्रयास किया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 30 हजार से अधिक समूहों को ब्याज प्रतिपूर्ति के रूप में 24 करोड़ रुपये की छूट भी दी गई। 159 महिला सीएलएफ को लगभग 8 करोड़ रुपये का एकमुश्त अनुदान प्रदान किया गया। 43 हजार सक्रिय समूहों के स्वावलंबन हेतु 51 करोड़ रुपये से अधिक की आर्थिक सहायता भी प्रदान की गई है। मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना के तहत महिलाओं ने 95 ब्लॉकों में लगभग डेढ़ हजार स्टालों के माध्यम से 3 करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार कर किया। राज्य में ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 67 हजार से अधिक स्वयं सहायता समूहों में 5 लाख से अधिक सदस्य जुड़े हैं एंव 7 हजार से अधिक ग्राम संगठन और 471 क्लस्टर स्तर के संगठन भी बनाए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने 53 हजार से अधिक समूहों को रिवाल्विंग फंड और 37 हजार से अधिक समूहों को सामुदायिक निवेश निधि भी उपलब्ध करवा चुके हैं। महिला समूहों द्वारा उत्पादित सामग्री के विपणन हेतु 13 जनपदों में 33 नैनों पैकेजिंग यूनिट और 17 सरस सेन्टर भी संचालित किए जा रहे हैं। राज्य स्तर पर रानीपोखरी और देहरादून के रायपुर में उत्तरा आउटलेट की स्थापना की गई है। चारधाम यात्रा मार्गों पर 110 अस्थायी आउटलेटों के माध्यम से भी महिला समूहों के उत्पादों का विपणन किया जा रहा है। उन्होंने कहा सभी प्रयासों के माध्यम से प्रदेश की महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार आया है।

मुख्यमंत्री से वार्ता के दौरान स्त्री शक्ती स्वयं सहायता समूह से स्वाति नेगी ने बताया कि उन्होंने 2019 में ग्रोथ सेंटर के माध्यम से ट्रेनिंग लेकर 20 महिलाओं के साथ दिवाली में काम आने वाली सजावटी मालाएं बनाने का कार्य शुरू किया। उन्होंने बताया राज्य सरकार द्वारा सचिवालय से लेकर ग्राम स्तर हर जगह उनके स्टॉल लगाए जाते हैं। उन्होंने बताया समूह की प्रत्येक महिला महीने में 10 से 12 हज़ार कमा लेती हैं।

उन्नति स्वयं सहायता समूह की लखपति दीदी कोमल ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ग्रामीण विकास विभाग एवं अन्य विभागों द्वारा हर स्तर पर उनकी मदद की जाती है। उन्होंने कहा लखपति दीदी योजना से समाज में उनका मान सम्मान बढ़ा है। वह अपने साथ अन्य महिलाओं को भी रोज़गार से जोड़कर कार्य कर रही हैं। धरा स्वयं सहायता समूह की लखपति दीदी फरजाना खान ने बताया कि वह महिलाओं के साथ मिलकर दलिया बनाने का काम करती हैं। उनके उत्पाद की बाज़ार में बड़ी मांग है। उनके समूह की प्रत्येक महिला करीब 12000 कमा लेती हैं।

लखपति दीदी फरजाना की मांग पर मुख्यमंत्री ने आयुक्त ग्राम्य विकास को दिए निर्देश

लखपति दीदी फरजाना खान ने मुख्यमंत्री से वार्ता के दौरान प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर आउटलेट खोले जाने का अनुरोध किया। जिसके उपरांत मुख्यमंत्री ने आयुक्त ग्राम्य विकास धीरज गर्ब्याल को प्रत्येक जिले के हर संभव स्थान पर आउटलेट खोले जाने हेतु परीक्षण करवाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं अपनी बहनों को वचन देता हूं कि उनकी हर संभव मदद की जायेगी।

इस अवसर पर राज्यसभा सांसद नरेश बंसल विधायक खजान दास, विधायक उमेश शर्मा काऊ, विश्वास डाबर, जोत सिंह बिष्ट, आयुक्त ग्राम्य विकास धीराज गर्ब्याल, जिला अधिकारी देहरादून सविन बंसल एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री ने सरस मेले में स्वयं सहायता समूहों के प्रयासों की सराहना की

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रेसकोर्स में आयोजित सरस मेले में प्रतिभाग कर मेले में प्रतिभागी महिला स्वयं सहायता समूहों को सम्मानित किया। उन्होंने विभिन्न प्रदेशों से आये स्वयं सहायता समूहों के प्रयासों की सराहना करते हुए सरस मेलों के आयोजन को ग्रामीण आर्थिकी एवं महिला सशक्तिकरण को मजबूती प्रदान करने वाला बताया। मुख्यमंत्री ने मेले में स्वयं सहायता समूहों के स्टॉलों का भ्रमण कर उनके द्वारा तैयार किये गये उत्पादों की सराहना की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे आयोजन विभिन्न राज्यों के परम्परागत हस्तशिल्प एवं लोक कलाओं को प्रभावी मंच प्रदान करने के साथ उनके संरक्षण के लिये भी प्रोत्साहन प्रदान करते हैं। इससे शिल्पियों, बुनकरों एवं कारीगरों को अपने उत्पादों के विपणन के लिये बाजार भी उपलब्ध कराने में भी मदद मिलती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। इसके लिये महिला स्वयं सहायता समूहों को 05 लाख तक का ऋण बिना ब्याज के उपलब्ध कराया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वोकल फॉर लोकल का मंत्र दिया है जिससे प्रतिभाओं को आगे आने का मौका मिलेगा तथा जहां बाजारों को उत्पाद मिलेंगे वहीं उत्पादकों को बाजार उपलब्ध होगा। प्रदेश में वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने के लिए भी इस तरह के आयोजन महत्वपूर्ण हैं।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, विधायक खजान दास, सचिव बी.वी.आर.सी. पुरूषोतम, जिलाधिकारी सोनिका, मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान आदि उपस्थित थे।

पोखरी में आयोजित सात दिवसीय हिमवंत कवि कुंवर बर्त्वाल खादी ग्रामोद्योग पर्यटन मेले का हुआ शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पोखरी में आयोजित सात दिवसीय 16वां हिमवंत कवि चन्द्र कुंवर बर्त्वाल खादी ग्रामोद्योग एवं पर्यटन शरदोत्सव मेले का उद्घाटन किया। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र प्रसाद भट्ट भी उनके साथ मौजूद रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पोखरी नगर में सीसी व टाइल्स मार्गाे के निर्माण, पोखरी नगर में नालों का निर्माण, नगर पंचायत पोखरी में सोलर लाइट स्थापित करने, पोखरी में मिनी स्टेडियम के अवशेष निर्माण कार्य हेतु धनराशि की स्वीकृति, पुष्करेश्वर महादेव मंदिर पोखरी गांव तक सिंचाई विभाग के नाला निर्माण कार्य और राजकीय पोखरी मेले को 5 लाख रुपये की धनराशि देने की घोषणा भी की।

प्रकृति के चितेरे कवि चन्द्र कुंवर बर्त्वाल को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रख्यात कवि चन्द्र कुंवर बर्त्वाल ने मात्र 28 साल की उम्र में हिंदी साहित्य को अनमोल कविताओं का समृद्ध खजाना दे दिया था। उनकी कविताओं में अटूट प्रकृति प्रेम झलकता है। जीवन के इस छोटे सफर में उन्होंने सात सौ से भी अधिक कविताएं, गीत, मुक्तक, निबंध आदि लिखकर एक इतिहास रचा है। हिमपण्डित शैल शिखर, सदानीरा कल कल करती नदियां, लंबे चौडे लहलहाते चारागाह, दूर दूर तक फैले चीड़, बांज, बुरांश, देवदार के घने जंगल, रंग बिरंगे फूलों से लदालद भरी घाटियां, पशु पक्षी, ऋतुओं का पट-परिवर्तन, घन गर्जन सभी का चमत्कारिक चित्रण उनकी कविताओं में मिलता है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य का विकास सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है और हर क्षेत्र के विकास के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने जो भी संकल्प लिए है उनको पूरा किया जा रहा है। हमारे संकल्प, विकल्प रहित हैं और हम हर संकल्प को सिद्धि तक ले जाने का काम कर रहे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ग्रामोदय से भारत उदय मिशन के साथ लगातार काम कर रही है। केंद्र और राज्य सरकार के माध्यम से गरीब कल्याण के लिए अनेक योजनाएं शुरू की गई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारे राज्य के साथ ही पूरे देश में अनेकों कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने दुनिया को संदेश दिया कि इस सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का होगा। राज्य जब 25 वॉ स्थापना दिवस मना रहा होगा, तब राज्य सभी क्षेत्रों में देश का अग्रणी एवं आदर्श राज्य होगा। उन्होंने कहा कि पर्यटन, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, कृषि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में नंबर वन बनेगा। कहा हमारी सरकार हर समय जनता की सेवा में समर्पित है।

मुख्यमंत्री ने राज्य के नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। दोषी और भ्रष्टाचारियों को कड़ी सजा दी जाएगी। युवाओं का समय खराब न हो इसके लिए लोक सेवा आयोग के माध्यम से शीघ्र अतिशीघ्र सात हजार पदों की परीक्षाएं संपन्न करने का निर्णय लिया गया है। जल्द ही सरकार 12 हजार रिक्त पदों को भरने के लिए भी विज्ञप्ति जारी करने जा रही है।

नगर पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद पंत ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए शॉल, मोमेंटों एवं चन्द्र कुंवर बर्त्वाल का चित्र भेंट किया।

इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट, कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल, पूर्व थराली विधायक मुन्नी देवी शाह, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सुशीला तिवारी, कॉपरेटिव बैंक अध्यक्ष गजेंद्र सिंह बिष्ट, जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे, एडीएम डा.अभिषेक त्रिपाठी, मेलाधिकारी/एसडीएम कमलेश मेहता, एसडीएम संतोष कुमार पांडेय एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

माँ कुंजापुरी के मेले के लिए धन की नहीं आयेगी कमीः सुबोध उनियाल

गढ़वाल का सुप्रसिद्ध नरेन्द्रनगर में आयोजित होने वाला 46 वाँ सिद्धपीठ माँ कुंजापुरी पर्यटन एवं विकास मेले के आयोजन को लेकर आज नगर पालिका परिषद् नरेन्द्रनगर के टाउन हॉल में मा. वन एवं तकनीकी शिक्षा, भाषा एवं निर्वाचन मंत्री उत्तराखण्ड सरकार सुबोध उनियाल की अध्यक्षता तथा जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल डॉ. सौरभ गहरवार की उपस्थिति में बैठक आयोजित की गई। 08 दिवसीय इस मेले का उदघाटन दिनाँक 26 सितम्बर, 2022 को होगा, जबकि समापन 03 अक्टूबर, 2022 को किया जाएगा। मेले के सफल आयोजन को लेकर विभिन्न समितियों का गठन किया गया।

मंत्री उनियाल ने कहा कि गत वर्षों की भाँति इस वर्ष भी नरेन्द्रनगर में आगामी शरदकालीन नवरात्रों के शुभ अवसर पर 46 वाँ सिद्धपीठ माँ कुंजापुरी पर्यटन एवं विकास मेले का आयोजन किया जाएगा। मंत्री उनियाल ने कहा कि मां कुजांपुरी पर्यटन एवम् विकास मेला उत्तराखण्ड का सुप्रसिद्ध व काफी पुराना मेला है। यह मेला धार्मिक मेले के रूप में प्रारम्भ हुआ था, जो काफी वर्षाे से पर्यटन के क्षेत्र में भी इस मेले ने अपना स्थान बनाया है। उन्होंने आश्वासन दिया गया कि किसी भी स्तर पर भी माँ कुंजापुरी के इस मेले हेतु धन की कोई कमी आड़े नही आने दी जायेगी। उन्होंने कहा कि जिला इस मेले में जिला प्रशासन एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

उन्होंने कहा कि यह प्रदेश का पहला मेला है जिसकी निरंतरता आज भी बनी हुई है मेले का उद्देश्य लोगों का मनोरंजन करने के साथ ही खेलों को बढ़ावा देना तथा यहां की स्थानीय संस्कृति सभ्यता के संरक्षण के साथ-साथ विकास की निरंतरता को भी बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि मेले की गुणवत्ता पर ध्यान रखना जरूरी है सभी को सकारात्मक सोच एवं रचनात्मकता के साथ अपना योगदान देना आवश्यक है। साथ ही मेले में जन कल्याणकारी योजनाओं के विभागीय प्रदर्शनी/ स्टॉल लगाकर लाभार्थियों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए गए।

जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि समितियों की बैठक तीन चार दिन के अंदर करना सुनिश्चित करें। खेल प्रतियोगिताएं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों से संबंधित समितियां पहले ही अपनी तैयारियां पूर्ण कर ले। सभी विभागीय अधिकारी अपने-अपने विभागों की योजनाओं से संबंधित स्टॉल लगाना सुनिश्चित करेंगे। पार्किंग व्यवस्था एसडीएम सीओ औऱ पीडब्ल्यूडी देखना सुनिश्चित करेंगे ईओ नगरपालिका साफ-सफाई और वेस्ट मैनेजमेंट का ध्यान रखेंगे तथा सफाई हेतु समय निर्धारित कर सफाई करवाएंगे। विद्युत विभाग द्वारा विद्युत आपूर्ति, जल संस्थान द्वारा पेयजल व पानी निकासी व्यवस्था, खाद्य अभिहित अधिकारी द्वारा खाद्य पदार्थों को खुले में ना रखने संबंधी व्यवस्था, स्वास्थ्य विभाग द्वारा एंबुलेंस एवं स्वास्थ्य टीम की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही जिलाधिकारी द्वारा मेले का लोगो बनाने का भी सुझाव दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि विगत वर्षों की भांति इस वर्ष मां कुंजापुरी मेले को और बेहतर तरीके से किए जाने का प्रयास किया जाएगा और इसमें सभी की भागीदारी आवश्यक है।
मेले के सफल आयोजन को लेकर विभिन्न समितियां यथा वित्त समिति, पुरस्कार एवं स्वागत समिति, भोजन एवं आवास व्यवस्था समिति खेलकूद व्यवस्था समिति, प्रचार-प्रसार समिति, स्टाल निर्माण समिति, संस्कृति एवं एच संचालन एवं रख-रखाव समिति, परिवहन एवं शक्ति व्यवस्था समिति तथा स्वास्थ्य एवं सफाई/ विद्युत व्यवस्था समिति एक दर्जन के अधिक समितियों का गठन किया गया।

बैठक में अध्यक्ष मेला समिति/अध्यक्ष नगर पालिका नरेंद्रनगर राजेंद्र विक्रम सिंह पंवार, अध्यक्ष नगर पालिका मुनिकीरेती रोशन रतूड़ी जिला अध्यक्ष भाजपा विनोद रतूड़ी ब्लॉक प्रमुख राजेंद्र भंडारी, सचिव मेला समिति/एसडीएम नरेंद्रनगर देवेंद्र सिंह, अध्यक्ष मंडी समिति श्री रावत, सीएमओ संजय जैन, कोषाधिकारी नरेंद्रनगर शुभम तोमर सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

हरिपुरकलां में उत्थान सेवा समिति ने कराया प्रथम गेंद कौथिक

हरिपुरकलां में पहली बार गेंदा मेला कार्यक्रम हुआ। शांतिमार्ग स्थित हरिपुरकलां मैदान में उत्थान सेवा समिति हरिपुर कला द्वारा आयोजित मेले का शुभारंभ आम आदमी पार्टी के नेता डॉ राजे सिंह नेगी, जिपंस दिव्या बेलवाल व समिति अध्यक्ष दीपक जुगलान ने संयुक्त रूप से किया। समिति के अध्यक्ष दीपक जुगलान ने बताया कि समिति द्वारा प्रथम बार हरिपुर कला में गिन्दी कोथिक मेले कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कौथिक में रस्साकशी प्रतियोगिता एवं पतंगबाजी कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। आप नेता डॉ राजे सिंह नेगी ने बताया कि पौराणिक मेले हमारी लोक संस्कृति की पहचान है जिसे बचाये रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। कहा कि अब तक यह मेला पौड़ी के यमकेश्वर ब्लॉक की थलनदी में आयोजित होता रहा है जिसका आयोजन वहां पर उदयपुर एवं अजमेर पट्टी के लोगों के बीच होता था।गिन्दी कोथिक का मैच नरेंद्र क्लब और उत्थान क्लब के बीच हुवा जिसमे नरेंद्र क्लब ने बाजी मारी।

मौके पर उत्तराखंड स्पोर्ट्स एशोसिएशन के अध्यक्ष आरसी भट्ट एवं महामंत्री दिनेश पैन्यूली, अजीत सिंह पयाल, ग्राम प्रधान गीतांजली जखमोला, यूजेपी नेता कनक धने, राज्य आंदोनकारी चन्द्रकान्ता बेलवाल, सुनील जुगलान, अनिल जोशी, पुष्पा जुगलान, मनोज पांडेय, हिमांशु सिलस्वाल, तरुण त्यागी, राहुल ममगाई, चंद्रमोहन गवाड़ी, गोकुल डबराल, दिवाकर शर्मा, संगीता सिलस्वाल आदि मौजूद रहे।

बसंतोत्सव 12 फरवरी से लेकर 16 फरवरी तक

श्री भरत मंदिर के सभागार में हृषिकेश बसंतोत्सव 2021 को लेकर आज एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि बसंतोत्सव 12 फरवरी से लेकर 16 फरवरी तक मनाया जाएगा।
गौरतलब है कि इस बार बसंतोत्सव को कोरोना महामारी के अनुसार समाज हित में उपयोगी बनाने को लेकर विशेष ध्यान दिया गया। जिसमें रोटरी क्लब एवं मारवाड़ी युवा मंच के द्वारा 12, 13, 14 फरवरी को दिव्यांग व्यक्तियों को आवश्यकता अनुसार कृत्रिम अंग वितरित किए जाएंगे। साथ ही 12, 13, 14 फरवरी को आयुर्वेद चिकित्सकों के द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन भी किया जाएगा। जिसमें कोविड-19 से बचने के उपाय और प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के बारे में जागरूक भी किया जाएगा। वहीं, आमजन को रक्त की कमी ना हो इसके लिए 15 फरवरी को रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा। रोटरी क्लब ऋषिकेश के द्वारा ऑनलाइन कला प्रतियोगिता भी कराई जाएगी।
इस अवसर पर श्री भरत मंदिर स्कूल सोसायटी के सचिव हर्षवर्धन शर्मा जी, महंत वत्सल प्रपन्नाचार्य महाराज, दीप शर्मा, विनय उनियाल, वरुण शर्मा, मेजर गोविंद सिंह रावत प्रधानाचार्य श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज, पार्षद राजेन्द्र प्रेमसिंह बिष्ट, राकेश मियां, डॉ डीके श्रीवास्तव, सीमा सक्सेना, डॉ. जी एच अरोड़ा, धीरेंद्र जोशी, बचन पोखरियाल, श्रीकांता शर्मा, अंजू रस्तोगी, विमला रावत, विजय लक्ष्मी शर्मा, राधा रमोला, रवि शास्त्री, चंद्रशेखर शर्मा, जितेंद्र बिष्ट, लखविंदर सिंह, चेतन शर्मा, अशोक रस्तोगी, रंजन अंथवाल आदि उपस्थित रहे।