मोटा अनाज पौष्टिकता के साथ लाभप्रद भीः अग्रवाल

भाजपा महिला मोर्चा की ओर से श्री अन्न (मोटा अनाज) के प्रोत्साहन हेतु टिफिन बैठक का आयोजन किया गया। इसमें क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और मोटे अनाज को बढ़ावा देने का आवाहन किया। इस मौके पर महिलाओं द्वारा टिफिन में मोटे अनाज से बने व्यंजन का लुत्फ भी उठाया गया।

सोमवार को छिद्दरवाला में आयोजित कार्यक्रम में डॉ अग्रवाल ने कहा कि मोटे अनाज को लेकर समाज में विभिन्न भ्रांतियां रहती थी, कि यह अमीर वर्ग का भोजन नहीं निर्धन और जिनके पास अनाज पर्याप्त मात्रा में नहीं है, ऐसे लोग इस मोटे अनाज यानी मिलेट को खाते हैं। डॉ अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के अथक प्रयासों से संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष घोषित किया है और जब प्रधानमंत्री ने इसका प्रस्ताव रखा था तो विश्व के 72 देशों ने इसका समर्थन किया।

डॉ अग्रवाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भी आभार प्रकट किया। कहा कि मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड में मोटे अनाजों यानी मिलेट के उत्पादन और विपणन के लिए इस वित्तीय वर्ष में 73 करोड़ रूपये की व्यवस्था की है। कहा कि हमारी सरकार उत्तराखंड में मोटे अनाजों के प्रोत्साहन और उसके उत्पादन के लिए निरंतर कार्य कर रही है।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि इस कार्यक्रम के जरिए मोटे अनाजों को और करीब से उसके महत्व, उसकी गुणवत्ता से रूबरू होने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि वास्तव में स्वास्थ्य की दृष्टि से मोटा अनाज विशेष लाभकारी है। हमारी सरकार का भी यही उद्देश्य है कि मोटे अनाज यानी मिलेट्स का किसान अधिक से अधिक उत्पादन करें। जिससे निश्चित ही किसानों की आय दोगुनी करने में मदद मिलेगी। मुझे विश्वास है कि उत्तराखंड जैसा छोटा राज्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किसानों की आय को दोगुना करने की परिकल्पना को साकार करेगा।

जिलाध्यक्ष रविन्द्र राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी का भी संकल्प है जब राज्य 2025 का होगा तो उत्तराखंड देश के अग्रणी राज्यों में शामिल होने में अपनी अग्रणी भूमिका निभाने के साथ राज्य में मोटे अनाज यानी मिलेट्स के उत्पादन को भी दोगुना करेगा।

इस मौके पर जिलाध्यक्ष भाजपा रविन्द्र राणा, ब्लाक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल, पूर्व जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र सिंह नेगी, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष कविता शाह, पूर्व जिला पंचायत सदस्य विमला नैथानी, जिला महामंत्री महिला मोर्चा अनिता प्रधान, प्रदेश महिला मोर्चा आईटी सह संयोजक अंजली रावत, मंडल अध्यक्ष महिला मोर्चा समा पंवार, सोनी प्रधान, ग्राम प्रधान सोबन सिंह कैंतुरा, भगवान महर, चंद्र मोहन पोखरियाल, सरदार बलविंदर सिंह, रोशन कुड़ियाल आदि उपस्थित रहीं।

सीएम ने की ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज विभाग की समीक्षा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में सशक्त उत्तराखण्ड/25 के लक्ष्यों की प्राप्ति के संबंध में ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज विभाग की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने इन विभागों द्वारा तैयार की गई अल्प, मध्य एवं दीर्घकालिक रोडमैप की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन योजनाओं के तहत केन्द्रांश एवं राज्यांश क्रमशः 90 और 10 के अनुपात में हैं, उनकी यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट एवं अन्य आवश्यक प्रक्रियाएं पूर्ण कर प्रस्ताव केन्द्र सरकार को जल्द भेजने की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। केन्द्रीय प्रायोजित योजनाओं में शासन स्तर पर अनावश्यक विलंब न हो। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि केन्द्रांश एवं राज्यांश क्रमशः 90 और 10 के अनुपात की यदि कोई योजनाएं 2020 से पूर्व की लंबित हैं, तो इनका पूरा ब्यौरा दिया जाए।
ग्राम्य विकास विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि उत्तराखण्ड के स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ ही उत्पादों की मार्केटिंग की बेहतर व्यवस्थाएं की जाएं, ऑनलाईन मार्केटिंग की भी समुचित व्यवस्थाएं की जाएं। उत्तराखण्ड के जिन उत्पादों की अधिक मांग है, उनकी पूर्ति के लिए भी सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि बैठकों में जो निर्णय लिये जा रहे हैं, अगली बैठक में सबसे पहले उन निर्णयों के क्रियान्वयन में की गई कार्यवाही की जानकारी दी जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये गांवों में जो भी विकास के कार्य किये जा रहे हैं, उसमें स्थानीय लोगों को प्राथमिकता मिले। जिन योजनाओं में भारत सरकार के स्तर से सामग्री अंश के भुगतान में किसी कारण विलम्ब होने की स्थिति में रिवाल्विंग फंड की व्यवस्था की जाए।
पंचायतीराज विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी ग्राम पचायतों को ओडीएफ प्लस करने की कार्यवाही में और तेजी लाई जाए। गावों में सोलर लाईट को बढ़ावा दिया जाए। कम्प्यूटर विहीन ग्राम पंचायतों में कम्यूटरीकरण करने की दिशा में तेजी से कार्य किये जाए।
बैठक में जानकारी दी गई कि मनरेगा के तहत वित्तीय वर्ष 2023-24 में 150 लाख मानव दिवस के सृजन का लक्ष्य रखा गया है। मनरेगा के तहत अमृत सरोवर एवं जल संरक्षण व संवर्धन की दिशा में अच्छा कार्य हो रहा है। मनरेगा, दीनदयाल अंत्योदय- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन एवं रूरल बिजनेस इनक्यूबेटर में वित्तीय प्रगति गत वर्ष की तुलना में क्रमशः 44, 59 एवं 42 प्रतिशत अधिक रही। ग्रामीण विकास के माध्यम से आर्थिकी को दुगुना करने के लिए मनरेगा के तहत विभिन्न रेखीय विभागों के कन्वर्जेन्स की कार्ययोजना पर कार्य किया जा रहा है। दीनदयाल अंत्योदय- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन वैल्यू चौन आधारित विपणन सुविधाओं के विकास पर कार्य किया जा रहा है। 2025 तक सवा लाख लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया है। अब तक प्रदेश में 40 हजार लखपति दीदी बन चुकी हैं।
बैठक में ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, नितेश झा, डॉ. आर. राजेश कुमार, अपर सचिव आनंद स्वरूप, नितिका खण्डेलवाल एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

संस्कृति और पहाड़ी उत्पादों का संरक्षण करने की मुख्यमंत्री ने की अपेक्षा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आज मुख्यमंत्री आवास स्थित केम्प कार्यालय में बेडू ग्रूप के सदस्यों ने स्थानीय उत्पादों की सामग्री के साथ भेंट की। उन्होंने इगास पर्व पर राजकीय अवकाश घोषित किये जाने पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने बेडू ग्रुप के इस प्रयास की सराहना करते हुए इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वोकल फ़ॉर लोकल मुहिम की सार्थकता बताया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में इगास को लेकर इस बार कई कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। इसका स्वागत है, उन्होंने कहा कि इगास पर्व की सार्थकता तभी है जब हम इस पर्व को अपनी संस्कृति, प्रकृति और उत्पादकता से जोड़ें। हमें इगास पर्व को उत्पादकता से जोड़ना होगा। इससे हमारे पारम्परिक व्यंजनों को प्रचार एवं पहचान भी मिलेगी और नई पीढ़ी का इन व्यंजनों से भी परिचय हो सकेगी। इसके साथ ही पारंपरिक बाल मिठाई, सिंगोरी सहित अन्य मिठाइयों से एक-दूसरे का मुंह मीठा करें तो इससे अच्छी बात कुछ और नहीं हो सकती। इससे ना सिर्फ स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा बल्कि इससे जुड़े लोगों की आर्थिकी भी मजबूत होगी।

बेडू ग्रुप से जुड़े दया शंकर पांडेय, अवधेश नौटियाल एवं अमित अमोली ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि उनके द्वारा उत्तराखंड के लोकपर्व इगास पर समाज के विभिन्न वर्गों के प्रमुख लोगों को बेडू के शुद्ध हर्बल उत्पादों के साथ ही रोट, अरसे और सिंगोरी मिठाई की कंडी बनाकर समूण के तौर पर देने का अभियान चलाया है।